यूपी में 3 दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। अभी इससे राहत मिलने वाली नहीं है। मौसम विभाग का कहना है- आज भी 47 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। ओले पड़ने और बिजली गिरने की संभावना भी है। सुबह से पश्चिमी यूपी के कई जिलों में बादल छाए हैं। 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। शुक्रवार शाम को वेस्ट यूपी का मौसम बदल गया। नोएडा, मथुरा, आगरा, हाथरस और अलीगढ़ में बारिश हुई। मथुरा में एक घंटे तक बारिश हुई। हवा इतनी तेज थी कि शहर में कई जगह पेड़, होर्डिंग्स और बिजली के पोल उखड़ गए। गाजियाबाद में धूल भरी आंधी चली। सहारनपुर और संभल में भी 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। खराब मौसम का असर फ्लाइट्स पर भी पड़ा। दिल्ली से 10 फ्लाइट्स डायवर्ट कर वाराणसी और लखनऊ में उतारी गईं। पिछले 48 घंटों की बात करें तो यूपी के 43 जिलों में औसतन 2.8 मिमी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश बाराबंकी में 18.9 मिमी रिकॉर्ड की गई। औसत तापमान में 4-5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। आंधी-तूफान और बिजली गिरने से 22 लोगों की मौत हुई थी। तस्वीरों में शहरों के हाल देखिए… क्यों बदला मौसम? लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने कहा- पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम बदला है। पश्चिम से आ रही हवाओं में काफी मात्रा में नमी है। यूपी में लो प्रेशर एरिया (निम्न दबाव) बन रहा है। इसके चलते बारिश हो रही है। अगले 5 दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बारिश हो सकती है। 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। जहां बारिश होगी, वहां कुछ देर के लिए तापमान में कमी आएगी। हालांकि, गर्मी से बहुत ज्यादा राहत के आसार नहीं हैं। 5 दिनों का मौसम पूर्वानुमान किसानों को नुकसान
मौसम वैज्ञानिक राकेश ने कहा- गुरुवार को बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिलों में ओले गिरे। हजारों बीघा फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। मौसम की इस मार से किसान गहरे संकट में हैं। अगर जल्द मौसम साफ नहीं हुआ,तो उनकी महीनों की मेहनत और लागत डूबने का डर सता रहा है। रबी की फसलों को करीब 15 से 20 फीसदी तक नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। इस समय आम, लीची और गेहूं की फसलें संवेदनशील स्थिति में हैं। तेज हवाएं और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो सकता है। दिल्ली से डायवर्ट होकर 10 फ्लाइट लखनऊ-वाराणसी में उतरीं ————————- यह जरूरी खबर भी पढ़िए… सेहतनामा: क्या आप दिन भर सुस्ती-कमजोरी महसूस करते हैं:ये हो सकता है न्यूट्रिशन की कमी का संकेत, ये 5 पोषक तत्व जरूरी अगर आप बिना कोई भारी काम किए भी दिन भर थकान, सुस्ती या कमजोरी महसूस करते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। इसका कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। यहां खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है। आज जानते हैं, जरूरी न्यूट्रिएंट्स के बारे में, जिनकी कमी थकान की सबसे बड़ी वजह बनती है। साथ ही जानिए इन्हें कैसे पूरा करें।
मौसम वैज्ञानिक राकेश ने कहा- गुरुवार को बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिलों में ओले गिरे। हजारों बीघा फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। मौसम की इस मार से किसान गहरे संकट में हैं। अगर जल्द मौसम साफ नहीं हुआ,तो उनकी महीनों की मेहनत और लागत डूबने का डर सता रहा है। रबी की फसलों को करीब 15 से 20 फीसदी तक नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। इस समय आम, लीची और गेहूं की फसलें संवेदनशील स्थिति में हैं। तेज हवाएं और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो सकता है। दिल्ली से डायवर्ट होकर 10 फ्लाइट लखनऊ-वाराणसी में उतरीं ————————- यह जरूरी खबर भी पढ़िए… सेहतनामा: क्या आप दिन भर सुस्ती-कमजोरी महसूस करते हैं:ये हो सकता है न्यूट्रिशन की कमी का संकेत, ये 5 पोषक तत्व जरूरी अगर आप बिना कोई भारी काम किए भी दिन भर थकान, सुस्ती या कमजोरी महसूस करते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। इसका कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। यहां खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है। आज जानते हैं, जरूरी न्यूट्रिएंट्स के बारे में, जिनकी कमी थकान की सबसे बड़ी वजह बनती है। साथ ही जानिए इन्हें कैसे पूरा करें।