आजमगढ़ में बवाल, पुलिस ने पत्थर फेंककर खदेड़ा:दौड़ा-दौड़ाकर बरसाईं लाठियां; थाने में लटका मिला था दलित का शव, गुस्साई भीड़ का हंगामा

आजमगढ़ के तरवां थाने में सोमवार को दलित युवक का शव फंदे से लटका मिला। बाथरूम में करीब 6 फीट ऊपर जाली लगी है। इसी से पैजामे के नाड़े के फंदे से उसका शव लटका था। सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन कर पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया। सुबह से चल रहा प्रदर्शन दोपहर में उग्र हो गया। प्रदर्शन करने वालों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंके। इसके बाद पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर प्रदर्शन करने वालों को लाठी से पीटा। पुलिस ने भी ईंट-पत्थर चलाए। प्रदर्शन को देखते हुए 4 थानों की फोर्स के साथ पुलिस अफसर मौके पर मौजूद हैं। परिवार वाले पूरे थाने के स्टाफ को सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं। उधर, SSP ने तरवां थाना प्रभारी कमलेश पटेल, एक दरोगा और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। बवाल और प्रदर्शन को देखते हुए एक्स्ट्रा फोर्स बुलाई गई। दोपहर में प्रदर्शन-लाठीचार्ज और पत्थरबाजी, 5 तस्वीरें- कस्बे की दलित युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था
प्रदर्शन में शामिल लोगों के मुताबिक, तरवां थाने के उमरी पट्टी के रहने वाले सनी कुमार (21) का कस्बे की ही दलित युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाह रहे थे। लड़की के परिवार वाले राजी नहीं थे। 28 मार्च को लड़की के पिता ने तरवां थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि सनी मेरी लड़की पर अभद्र टिप्पणी करता है। रास्ते में रोक कर अश्लील टिप्पणी करता है। मोबाइल में अश्लील गाने बजाने लगता है।गलत इशारे करता है, इससे मेरी बेटी तंग आ गई है। शिकायत के अगले दिन यानी 29 मार्च को पुलिस ने सनी को उठाया। तब से थाने में रखा। 31 मार्च की सुबह फंदे पर उसका शव मिला। आरोप लगाया, जिस तरह पता चला है कि बाथरूम का दरवाजा खुला था। पैजामे के नाड़े से फंदा लगा था। गार्ड ने ये सब देखा। उसके बाद पुलिस बिना परिवार को बुलाए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज देती है… पुलिस ने ही हत्या की है। आरोप लगाया कि लड़की का पिता टीचर है, उसने पुलिस को घूस देकर लड़के की हत्या कराई है। सुबह थाने को घेराव किया, 3 तस्वीरें- बिना परिवार वालों के पुलिस पोस्टमॉर्टम के लिए कैसे भेज दी
प्रदर्शन में शामिल महेश सोनी ने कहा- पुलिस ने पहले परिवार वालों को नहीं बुलाया। शव को सीधा पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया। जब परिवार वाले थाने पहुंचे तो वहां सनी नहीं था। थाना तरवां का पूरा स्टाफ सस्पेंड किया जाए। थाने में कैसे मौत हुई। परिवार वालों की गैरमौजूदगी में पुलिस कैसे पोस्टमॉर्टम के लिए शव भेज सकती है। आजमगढ़-चिरैयाकोट और वाराणसी रोड को जाम किया
आजमगढ़-चिरैयाकोट और वाराणसी रोड को प्रदर्शन करने वालों ने जाम कर दिया। सड़क पर खंभे रख दिए थे। पुलिस ने लोगों को भगाया। इसके बाद खंभे हटाकर रोड को चालू कराया। मौके पर SP ग्रामीण चिराग जैन, एसपी सिटी शैलेंद्र लाल सहित पुलिस, पीएसी के जवान, ADM प्रशासन राहुल विश्वकर्मा मार्च कर रहे हैं। दो किमी के एरिया में दुकानें बंद कराई, ड्रोन से निगरानी
बवाल और प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने तरवां थाने के दो किमी के दायरे में दुकानों को बंद करा दिया है। लोगों से अपील की है कि घरों में ही रहें। बेवजह बाहर न निकलें। पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों को दौड़ाया तो कई लोग दुकानों और घरों में घुस गए। यहां से घसीटकर पुलिस ने सभी को भगाया। DIG सुनील कुमार भी मौके पर पहुंच गए हैं। दो ड्रोन ने पूरे एरिया की पुलिस निगरानी और रिकॉर्डिंग कर रही है। ———————– ये खबर भी पढ़िए- सूटकेस छोटा पड़ा तो सौरभ को मारकर ड्रम में भरा: साहिल-मुस्कान ने 10-12 बार में गला काटा; फोरेंसिक जांच में चौंकाने वाले कई खुलासे मेरठ में सौरभ राजपूत मर्डर के 27 दिन बीत चुके हैं। इस हत्याकांड में 3 स्तर पर जांच चल रही है। पहली-पुलिस, दूसरी- फोरेंसिक टीम और तीसरी-साइबर सेल। पुलिस केस डायरी, साइबर सेल की मोबाइल जांच के बाद अब फोरेंसिक टीम की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। साहिल और मुस्कान ने सौरभ के टुकड़ों को पहले सूटकेस में भरकर ठिकाने लगाने का प्लान बनाया था। लेकिन, सूटकेस उस हिसाब से छोटा पड़ गया। इस पर अगले दिन मुस्कान ड्रम खरीदकर लाई और उसमें बॉडी के टुकड़े सील किए। हत्या करने के बाद उसी बेडशीट में हाथ पोछे, जो बेड पर बिछी थी। सौरभ की गर्दन काटने के लिए 10-12 बार गला रेता गया। इससे खून के छींटे पूरे कमरे में फैल गए। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…