निक्की के पिता बोले- दरिंदों से सारे रिश्ते खत्म:दूसरी बेटी को अब नहीं भेजूंगा; विपिन के रिश्तेदार बोले- पूरी साजिश कंचन की

‘मेरी बेटी तो चली गई, अब क्या ही बचा है…। विपिन के घर पर बुलडोजर चलना चाहिए। मेरी फूल जैसी बच्ची को मार डाला। दरिंदों के लिए फांसी की सजा भी कम है।’ ये कहते हुए निक्की भाटी के पिता भिकारी सिंह की आंखों में आंसू आ गए। उनके चेहरे पर दर्द और गुस्सा साफ झलक रहा था। वे कहते हैं- अब बड़ी बेटी (कंचन) को उस घर में नहीं भेजेंगे, वो यहीं रहेगी। ये लोग हकीकत में दरिंदे हैं। निक्की की मौत के बाद उनके परिवार का दर्द बांटने के लिए दैनिक भास्कर टीम उनके घर रूपवास गांव पहुंची। जिला मुख्यालय से करीब 45 Km दूर इस गांव में भिकारी सिंह के घर के बाहर सांत्वना देने वालों का तांता नजर आया। पढ़िए रिपोर्ट… निक्की घर के बाहर तक आ रहीं रोने-चीखने की आवाजें नोएडा एक्सप्रेस-वे से होकर हमारी टीम कासना (ग्रेटर नोएडा) पहुंची। यही पर रूपवास गांव में निक्की का परिवार रहता है। गांव के अंदर दाखिल होते ही घरों के बाहर सन्नाटा पसरा था। कुछ बच्चे हमें खेलते हुए दिखे, उनसे पूछने पर हमें उन्होंने निक्की के घर का रास्ता बताया। हम एक ऐसे घर के बाहर पहुंचे। जिसके कंपाउंड में टेंट लगा हुआ था। कुर्सियों पर लोग बैठे थे। अंदर कुछ गद्दे बिछे हुए थे। परिवार की रोती-बिलखती महिलाओं को गांव की महिलाएं संभाल रही थीं। बाहर तक चीखने-चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। हमने वहां बैठी एक गांव की महिला से बात की। उन्होंने कहा- 7 दिन होने को आए हैं, वो देखिए निक्की की मां पत्थर जैसी हो गई हैं। अब वो कुछ बोलने की स्थिति में भी नहीं हैं। बार-बार चक्कर खाकर गिर जाती हैं। हमने देखा कि कुछ महिलाएं उन्हें पंखे से हवा दे रही थीं। पिता बोले- अब विपिन के परिवार से हमारा कोई संबंध नहीं
इसके बाद हमने पुरुषों के बीच बैठे निक्की के पिता भिकारी सिंह से बातचीत शुरू की। वो आस भरी निगाहों से हमारी तरफ देखते रहे। कुछ देर बाद वो खुद को संभालकर बात करने के लिए राजी हुए। हमनें पूछा- क्या आप पुलिस एक्शन से संतुष्ट हैं? पिता कहते हैं- पुलिस ने अपना काम ठीक किया है। बस बुलडोजर एक्शन होना चाहिए। अब विपिन के परिवार से हमारा कोई संबंध नहीं, कोई कनेक्शन नहीं। उनसे सब कुछ खत्म हो चुका है। मैं कुछ बोल नहीं रहा, मगर इतने हंगामे के बाद भी मोदी-योगी तक आवाज नहीं पहुंची। अब बेटी को जलाया जा रहा है। चाचा बोले- बेटियों को मारना-पीटना शोभा नहीं देता
अब हमारी बात निक्की के चाचा राजकुमार से हुई। कहते हैं- अगर कोई बेटी अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए कोई काम कर रही है, तो वो गलत कैसे हो सकता है। गलत तो नशा करना है, अय्याशी करना है। अपनी पत्नी को पीटना अपराध है। ये इन लोगों को शोभा नहीं देता। वह कहते हैं- किसी की भी बेटी पीटे, तो देखा नहीं जा सकता। मगर हमने फिर भी समझौता किया। कई बार बेटी के कॉल आए, तो उसी को समझाया। बिरादरी के लोगों ने भी समझाया। लेकिन आखिर में वो (निक्की का पति विपिन) अपनी आदत से बाज नहीं आया। बेटी को मजबूर कर दिया और उसे मौत के घाट उतार दिया। भाई बोला- हम तो बहनों को वापस ले आए
निक्की का भाई रोहित ने कहा- विपिन के परिवार से कोई मिलने नहीं आया। वो तो सिर्फ वीडियो बनाकर केस को गुमराह कर रहे हैं। कह रहे है कि विपिन ने कुछ नहीं किया है, उसे और बढ़ावा दे रहे हैं। वो नशा करता था, सारे गांव को पता है। 3 महीने तक नशा मुक्ति केंद्र गया था। वहीं से वापस आया और शराब पीने लगा। पैर भी टूट गया था, हम ही उसको हॉस्पिटल लेकर गए थे। अप्रैल में हम दोनों बहनों को घर ले आए थे। उनके परिवार को मना कर दिया था कि हम अब नहीं भेजेंगे। फिर उनके गांव से एक पंचायत हुई और बहनों को अपने साथ लेकर गए थे। हमने बहनों को भेज दिया, अब नतीजा आपके सामने है। मौसी बोलीं- विपिन आग लगाकर पीछे के रास्ते से नीचे आया वीडियो सामने आया है कि जिस वक्त निक्की को आग लगी, विपिन बाहर था? इस सवाल पर निक्की की मौसी कहती हैं- विपिन के घर से फोन आया कि आग लगी है, ये भी नहीं बताया कि किसको लगी है। ऐसे लोगों को तो फांसी की सजा होनी चाहिए या फिर आग लगा देनी चाहिए। निक्की की सास के कमरे में थिनर की बोतल रखी थी। सबूत तो उनके घर में ही मिला है, पुलिस क्यो नहीं कुछ बोल रही है? विपिन आग लगाकर घर के पीछे के रास्ते से नीचे आ गया। अब झूठ बोल रहा है। हमारी बेटी को इंसाफ चाहिए। अब आरोपी विपिन के घर की बात घर में ताला, लोग बोले- परिवार को तो पुलिस ले गई
निक्की के परिवार की बात समझने के बाद दैनिक भास्कर टीम 15 Km दूर सिरसा गांव पहुंची। यहीं पर विपिन अपने परिवार के साथ रहता था। 3 मंजिला मकान में 21 अगस्त को कथित तौर पर निक्की भाटी को आग लगा दी गई थी। ये गांव भी कासना थाना क्षेत्र में ही आता है। घर के बाहर भीड़ जमा थी। इधर-उधर मीडिया वाले भी नजर आ रहे थे। यहां शोर शराबा बहुत था। अंदर गली में गए तो एक घर पर ताला लगा था। पूछने पर लोगों ने बताया कि सभी लोगों को पुलिस पकड़कर ले गई है, इसलिए घर बंद है। रिश्तेदार बाहर खड़े हैं। विपिन के पिता जिस परचून की दुकान पर बैठते थे, उस पर ताला पड़ा था। विपिन के रिश्तेदारों ने दैनिक भास्कर से बातचीत की… ममेरा भाई बोला- इंस्टाग्राम और ब्यूटी पॉर्लर ने बवाल करवाया
यहीं पर हमारी मुलाकात विपिन के मामा के लड़के मोनू से हुई। उन्होंने कहा- दोनों बहने ऊपर की मंजिल पर ही रहती थीं। छोटी वाली ने खुद को आग लगा ली, बाकी पूरा परिवार नीचे की मंजिल पर था। आवाज आने पर बुआ भागकर ऊपर गईं, बोलीं- ये तूने क्या कर लिया। कंचन ने साजिश की है, कंचन बताएगी कि पूरा मामला क्या है। पुलिस उससे पूछताछ करे। उसका फोन लिया जाए और जांच की जाए। ये सब इंस्टाग्राम और ब्यूटी पार्लर के लिए था। हमारा परिवार सामाजिक परिवार था, ये लोग कहते थे कि इंस्टाग्राम मत चलाओ। इंस्टाग्राम और ब्यूटीपार्लर में जो भी कमाई होती थी, वो पूरा पैसा मायके में देती थी। कहा गया कि ब्यूटी पार्लर बंद कर दो। अब इन दोनों बहनों की क्या प्लानिंग हुई? दोनों ने क्या किया? ये कंचन ही बताएगी। पूरी वीडियो रिकार्डिंग है। इन आरोपों का कोई आधार ही नहीं है। हम चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच की जाए। योगीजी से आग्रह है कि सही से जांच कराई जाए। पड़ोसन बोलीं- वो हर गलत चीज का वीडियो बनाती विपिन के पड़ोस में बाला रहती हैं। उन्होंने बताया- हमें 21 अगस्त की रात 8 बजे जानकारी मिली। पति और पत्नी में झगड़े तो होते ही हैं। लेकिन वो हर चीज का वीडियो बनाती थी। गलत चीज का वीडियो बनाती थी, लेकिन सही चीज का कभी वीडियो नहीं बनाती थी। फंसाने की साजिश कर रची गई है, उन्हें न्याय मिलना चाहिए। विपिन की बुआ धर्मवति कहती हैं- मैं घटना के समय बाहर एक दुकान पर थी, जब ये घटना हुई विपिन कार धोने जा रहा था। वीडियो बनाने को मना कर रहे थे। जितना भी पैसा कमाते थे, सब अपने पिता को दे आते थे। आग उसने अपने आप को खुद ही लगाई है। विपिन के परिवार ने लगाए आरोप- 35 लाख दहेज के आरोप को नकारा
विपिन के परिजनों ने दहेज की बात को सिरे नकार दिया। उन्होंने बताया, निक्की के भाई की शादी हुई थी। उसने अपनी पत्नी को छोड़ रखा है। समझौता 35 लाख में तय किया गया। ये पैसा निक्की के पिता के कहने पर विपिन के पिता देने को तैयार हो गए। पैसा अब तक नहीं दिया था। विपिन के परिवार ने माना कि इंस्टाग्राम और पार्लर को लेकर विवाद था। पार्लर की कमाई दोनों लड़कियां अपने घर दे देती थीं, ऐसे में विपिन का परिवार विरोध करता था। मेमो में सिलेंडर ब्लास्ट की बात
फोर्टिस अस्पताल ने जो मेमो पुलिस को दिया उसमें लिखा हुआ है- घर में गैस सिलेंडर फटने से मरीज बुरी तरह से जल गया। उसका इलाज किया जा रहा है। अब पुलिस पता लगाने में जुटी है कि अस्पताल को गैस सिलेंडर फटने की जानकारी किसने दी? अस्पताल के डॉक्टरों के बयान पुलिस दर्ज करेगी। आपको बता दें कि पुलिस जब मौके पर पहुंची थी वो गैस सिलेंडर फटने जैसी कोई बात या सबूत नहीं मिला था। निक्की के अटेंडेंट के नाम पर देवेंद्र का नाम लिखा था। देवेंद्र विपिन का चचेरा भाई है। जब निक्की को फोर्टिस अस्पताल लाया गया, उस समय विपिन और पिता सत्यवीर दोनों नहीं थे। पुलिस की जांच का एंगल …………………… यह भी पढ़ें : नोएडा के निक्की हत्याकांड में सास-ससुर समेत 4 गिरफ्तार:दो वीडियो आए सामने, सीसीटीवी से उलझी पुलिस ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड में पुलिस ने फरार चल रहे जेठ और ससुर को गिरफ्तार कर लिया है। कासना थाने की पुलिस ने सोमवार सुबह जेठ रोहित भाटी और ससुर सतवीर को सिरसा टोल और चौराहे के पास से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी विवाहिता निक्की को जिंदा जलाए जाने के बाद से ही फरार थे। पढ़िए पूरी खबर…