नेशनल शूटर को कार में बंधक बनाकर घंटों घुमाया:बदमाशों ने तमंचे की नोंक पर वीडियो कॉल कराई, फिर घर की तिजोरी से कैश-जेवर मंगवाए

गाजियाबाद में नेशनल लेवल शूटर और कारोबारी युवक को तीन बदमाशों ने उन्ही की कार में बंधक बनाकर घंटों तक हाईवे पर घुमाया। फिर वीडियो कॉल पर लेकर युवक के घर से 90 हजार कैश, ज्वैलरी, टीवी और जो भी कीमती सामान दिख रहा था, उसे शूटर के भाई से हाईवे पर मंगवाया। सारा सामान लेने के बाद तीनों बदमाशों ने युवक को डीसीपी ऑफिस के पास छोड़ दिया। इसके बाद वह सीधे थाने पहुंचे। जहां उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस की मौजूदगी में अपना मेडिकल भी कराया। विजयनगर थाने में दर्ज किया गया है और पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी है। अब पूरा मामला विस्तार से पढ़िए… नेशनल लेवल शूटर मयंक मिश्रा(28) ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहते हैं। वे डिजिटल मार्केटिंग की कंपनी चलाने के साथ-साथ एक स्पोर्ट्स ब्रांड के मालिक भी हैं। वारदात में फंसे मयंक मिश्रा ने बताया- 10 सितंबर की रात लगभग 10:30 बजे की बात है। मैं ग्रेटर नोएडा वेस्ट से अपने एक दोस्त को आनंद विहार बस स्टैंड छोड़ने गया था। लेकिन हम थोड़ी देर से पहुंचे और बस छूट गई। इसके बाद मैंने बस ड्राइवर से फोन पर बात की। तो उसने बताया कि आगे नोएडा सेक्टर-62 पर मिल जाएगा। मैं उससे आगे विजय नगर के बाईपास पर आ गया। ताकि उसकी बस न छूटे। वहां पहुंचकर मैं अपने दोस्त को बस में बैठा दिया। तभी शायद कुछ लोगों ने देख लिया कि मैं गाड़ी में अकेला हूं। जैसे ही मैंने गाड़ी में बैठने के लिए गेट खोला, तभी एक लड़का आया और गेट खोलते ही उसने पीछे से तमंचा लगाकर मुझे डरा दिया। मैं बिल्कुल असहाय हो गया और समझ ही नहीं पाया कि क्या करूँ। कार में बैठाते ही मारना शुरू किया उस लड़के ने मुझे साइड किया और खुद मेरी सीट पर बैठ गया। तभी उसके दो साथी और आ गए। एक आगे बैठ गया और मुझे भी आगे बैठा लिया गया। मेरी कार उनका एक साथी चला रहा था। कुछ देर बाद उन्होंने मुझे पीछे भेज दिया और आगे बैठा दूसरा लड़का भी पीछे आ गया। अब मेरी बाईं और दाईं तरफ एक-एक लड़का बैठा था। वहीं से उन्होंने मुझे मारना-पीटना शुरू कर दिया और सिर नीचे झुका दिया। इसके बाद उन्होंने पैसों की मांग करनी शुरू की। मेरे खाते में करीब 10 हजार रुपये थे। पहले वे मुझे घुमाते रहे और दुकानों की तलाश करते रहे कि कहीं से मेरे अकाउंट का पैसा कैश कराया जा सके। वे गाड़ी को दासना और सेक्टर-62 के आस-पास ही घुमाते रहे। ताकि पुलिस को कोई अंदेशा न हो। भाई को वीडियो कॉल करके घर दिखाने को कहा इसके बाद उन्होंने मेरे फोन से मेरे भाई को कॉल किया और पांच लाख रुपये की मांग की। उन्होंने मेरे भाई से कहा- वीडियो कॉल करो और घर पहुंचकर सब कुछ दिखाओ। मेरा भाई वीडियो कॉल पर घर पहुँचा। बदमाशों ने उनसे कहा- घर के लॉकर से कैश और सोना निकालकर बैग में रख लो। जब एक बदमाश को घर में LED टीवी दिखाई दी, तो उसने उसे भी लाने के लिए कहा। लेकिन मैंने मना कर दिया कि टीवी लाने से घरवाले जाग जाएंगे। आखिरकार उन्होंने घर से लगभग 90 हजार रुपये कैश और सोने के आभूषण मंगवा लिए। शर्त यह रखी कि बैग को ABES कॉलेज के पास हाईवे डिवाइडर पर रख दिया जाए। मेरा भाई डिवाइडर के दूसरी तरफ पहुंचा और मैं दूसरी तरफ। बदमाशों में से एक वहां गया और बैग उठा लाया। इसके बाद उन्होंने मेरी गाड़ी में रखी हुई कई चीजें भी ले लीं। जिनमें मेरी AIR पिस्टल (जिससे मैं प्रैक्टिस करता हूँ), पावर बैंक, एयरपॉड्स और अन्य सामान शामिल था। उन्होंने कहा- तुम्हारा मोबाइल और गाड़ी हम नहीं लेंगे, क्योंकि उससे हमें ट्रेस किया जा सकता है। इसके बाद उन्होंने मुझे गाजियाबाद के DCP ऑफिस के पास छोड़ दिया और गाड़ी थोड़ी दूरी पर ले जाकर छोड़ दी। चार थानों से होकर कार गुजरी, पुलिस को भनक नहीं लगी फिर मैं तुरंत विजय नगर थाने पहुंचा, जहां मेरा भाई पहले से इंतजार कर रहा था। मैंने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। फिर मेडिकल कराया। शहर में इस तरह की घटनाओं से मेरी रूंह कांप गई। मयंक ने कहा- मुझे हैरानी है कि हाईवे पर इंसीडेंट हो रहे हैं, पब्लिक कहां से सेफ है। वो लोग मुझे मारकर फेंक भी सकते थे। कोई कुछ नहीं कर पाता। इस तरह बदमाशों के खुली छूट कहां से मिल रही है। हर जगह बस स्टॉप, हाईवे, दुकानों पर सीसीटीवी लगे हुए हैं, किसी को भी उन बदमाशों की हरकतों पर शक नहीं हुआ। क्या पुलिस ने सीसीटीवी सिर्फ देखने के लिए ही लगाए हैं। वारदात के दौरान बदमाश मेरी कार चार थानों वेब सिटी, विजय नगर, क्रॉसिंग और मसूरी की सीमा से लेकर गुज़रे, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी ने बताया- पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और साक्ष्यों के आधार पर जांच चल रही है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें…लड़की बनने के लिए UPSC स्टूडेंट ने प्राइवेट पार्ट काटा:प्रयागराज में मां बोलीं- सोचा था IAS बनेगा, जिंदगी बर्बाद कर ली ‘होश संभालने के बाद से ही मुझे एहसास होने लगा कि मैं लड़का नहीं हूं। मेरा मन एक लड़की का है। सिर्फ शरीर एक लड़के का, इसलिए मैंने अपना प्राइवेट पार्ट काट दिया।’ ये जज्बात प्रयागराज में रहने वाले UPSC स्टूडेंट के हैं। पढ़िए पूरी खबर