रबड़ फैक्ट्री का बॉयलर फटा, 3 के चीथड़े उड़े:गाजियाबाद में सिर और हाथ कटकर अलग हो गए; एक की हालत गंभीर

गाजियाबाद में रबड़ फैक्ट्री के बॉयलर में ब्लास्ट हो गया। हादसे में 3 मजदूरों की मौत हो गई। एक की हालत गंभीर है, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना भोजपुर क्षेत्र के देहात इलाके की है। फैक्ट्री खेतों के बीच में बनी हुई है। शुक्रवार सुबह 6 बजे 4 मजदूर बॉयलर के पास काम कर रहे थे, तभी अचानक विस्फोट हो गया। मजदूर उछलकर 50 फीट दूर जा गिरे। तीन मजदूरों के चीथड़े उड़ गए। किसी का सिर तो किसी का हाथ कटकर अलग हो गया। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने कहा कि आग नहीं लगी थी। प्रेशर से बॉयलर का एक वाल निकल गया, जिसके चलते विस्फोट हो गया। 3 तस्वीरें देखिए- पुलिस के मुताबिक, मरने वालों मजदूरों की पहचान योगेंद्र, अनुज और अवधेश के रूप में हुई है। फैक्ट्री मालिक का नाम अवनीश हैं। वह मोदीनगर में रहते हैं। अनुज के पिता बोले-मालिक के हाथ काट दो पिता प्रेमराज बेटे अनुज के शव के पास ही बिलख रहे हैं। उन्होंने कहा-आज मेरा बेटा गया है। कल को किसी और मां का लाल न जाए, इसलिए फैक्ट्री के मालिक के हाथ कलम कर दिए जाए। जैसे सऊदी में किया जाता है। कोई पुलिस केस नहीं होता, डायरेक्ट सजा दी जाती है। इस फैक्ट्री मालिक के हाथ काटकर इसे तड़पता छोड़ दो। दिन में बॉयलर फटता तो बड़ा हादसा हो जाता
गाजियाबाद में जिस फैक्ट्री में सुबह 6 बजे बॉयलर फटा है, उस समय 4 मजदूर ही काम कर रहे थे। दिन में यहां 15 से 20 मजदूर काम करते हैं। 100 मीटर दूरी पर ही इंटर कॉलेज है। घटना के बाद लोगों का हंगामा
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने हंगामा कर नारेबाजी कर दी। मरने वाले तीनों मजदूरों के परिजन और अन्य लोग मौके पर डीएम और कमिश्नर की बुलाने की मांग कर रहे हैं। जहां प्रत्येक परिवार को 50 लाख रुपए आर्थिक सहायता की मांग की जा रही है। इस फैक्ट्री में पाइपों पर रबड़ चढ़ाई जाती है। पुलिस की जांच में आया है कि बॉयलर को जोड़ने वाले हिस्से के बाद गैस का प्रेशर रहता है, यहां के नट व रबड़ ढीली थी। जिससे प्रेशर के चलते वह फट गया। गुस्साए लोगों का कहना है कि जब तक आर्थिक सहायता नहीं मिलती शवों का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया जाएगा। मौके पर तहसीलदार व एसीपी लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। ———————————- ये खबर भी पढ़ें- सौरभ हत्याकांड के 4 बड़े गवाह भास्कर के कैमरे पर:सैफुद्दीन बोले- वो गेहूं के लिए ड्रम लेकर गई; सीमेंट वाले ने कहा- हमारा नाम गलत लिया मुस्कान और साहिल 9 दिन से मेरठ की जिला जेल में हैं। दोनों काे केस लड़ने के लिए सरकारी वकील रेखा जैन मिली हैं। मुस्कान ने 1 मार्च को मिडाजोलम दवा खरीदने से लेकर ड्रम, सीमेंट और चाकू अरेंज करने की दुकानों के बारे में पुलिस को बताया। पुलिस ने सभी दुकानों के मालिकों के बयान दर्ज किए। हालांकि कत्ल की रात (3 मार्च) और बॉडी की बरामदगी के दिन (18 मार्च) के बीच 15 दिन का अंतर रहा, इसलिए कहीं से भी CCTV नहीं मिले हैं। पढ़ें पूरी खबर