यूपी सरकार में मंत्री आशीष पटेल ने बुधवार को लखनऊ में BJP का नाम लिए बगैर बगावती तेवर दिखाए। कहा, अपना दल को खत्म करने के लिए 1700 करोड़ रुपए की ताकत लगाई गई है। आगे चलकर हमें झूठे मुकदमे में फंसाया जा सकता है। कुछ भी हो सकता है। आशीष पटेल, केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति और अपना दल (एस) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। यूपी में उनका दल NDA का सहयोगी है। आशीष पटेल ने कहा, हमने ईमानदारी से 2014 से गठबंधन धर्म निभाया है। आगे भी गठबंधन धर्म निभाएंगे। लेकिन, आप षड्यंत्र करेंगे। पीठ पीछे छुरा घोंपने की कोशिश करेंगे, तो हम उसका जवाब देंगे। मंत्री आशीष डॉ. सोनेलाल पटेल की 76वीं जयंती पर लखनऊ के रविंद्रालय भवन में बोल रहे थे। अनुप्रिया पटेल भी कार्यक्रम में थीं। अनुप्रिया और आशीष ने मंच से उन बागी साथियों को भी मैसेज देने की कोशिश की, जिन्होंने एक दिन पहले ही ‘अपना मोर्चा’ नाम से नाई पार्टी बनाई है। मोर्चा का दावा था कि उनके संपर्क में पार्टी के 9 विधायक हैं, और दिल्ली वालों का इशारा मिलते ही वे हमारे साथ खड़े दिखेंगे। साथ ही अपना मोर्चा ने खुद को असली अपना दल (एस) होने का दावा किया है। आशीष पटेल की 9 बड़ी बातें जानिए… 1- अपना दल की बढ़ती ताकत से कुछ दल परेशान
आशीष पटेल ने कहा, अपना दल का गठन सामाजिक न्याय के लिए हुआ है। अपना दल धीरे–धीरे अपने कदम बढ़ा रहा है। मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारी नेता (अनुप्रिया पटेल) द्वारा उठाए गए सामाजिक न्याय के हर मुद्दे पर त्वरित निर्णय लिया। फिर चाहे केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन का प्रकरण हो, या फिर NEET की परीक्षा हो और या फिर जातिगत जनगणना की बात हो। लेकिन, जैसे–जैसे दल आगे बढ़ रहा है। वैसे–वैसे षड्यंत्र भी बढ़ रहा है। आप सबको अंदाजा होगा कि षड्यंत्र किसके विरूद्ध होता है? जिससे आपको डर लगता है। अपना दल किसी से डरने वाला नहीं है। आज आपकी इतनी संख्या देखकर मैं खुद डर गया कि व्यवस्था कैसे करूंगा, लेकिन डर के आगे जीत होती है। 2- जातिगत जनगणना की मांग पूरी हुई तो प्रदेश अध्यक्ष से इस्तीफा दिलवा दिया गया
मंत्री ने दावा किया कि जैसे ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की जातिगत जनगणना की बात मानी गई, वैसे ही षड्यंत्र हुआ। हमारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (राजकुमार पाल) से इस्तीफा दिला दिया गया। आपको लगता है जो आदमी मंच की पहली सीट पर बैठता था, आज कहां खड़ा है। फोटो तो आप सबने देखा होगा। ये बड़ा षड्यंत्र था, लेकिन अपना दल के कार्यकर्ताओं ने इसका जवाब दे दिया। मैने पिछली बार भी कहा था कि अपना दल किसी से डरने वाला नहीं है। अपने सामाजिक न्याय के क्षेत्र में काम करता रहा है और करता रहेगा। आप हमारे खिलाफ एक षड्यंत्र करेंगे, हम चार इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम बदल देंगे। हमने हाल ही में डॉ भीमराव अम्बेडकर से लेकर सरदार पटेल, महारानी अहिल्याबाई के नाम पर इंजीनियरिंग कॉलेजों का नामकरण किया है। धन्यवाद देना चाहूंगा पीएम मोदी का, जिन्होंने ऐसे कार्यों की सराहना की। 3- अपना दल के खिलाफ षड्यंत्र के पीछे 1700 करोड़ की ताकत
आप षड्यंत्र करते हैं। हमारे सारे मीडिया के साथी हैं, माफ करिएगा। आप लोगों को मसाला चाहिए। मसाला कहां से मिलेगा? बहुत सारे लोग नीचे बैठे हैं, जो पार्टी के राष्ट्रीय सचिव से लेकर राष्ट्रीय महासचिव तक हैं। लेकिन उनका चार लाइन नहीं छपता है। जानते हैं क्यों, क्योंकि उनके पीछे 1700 करोड़ की ताकत नहीं है। 1700 करोड़ की ताकत समझ रहे हैं ना। उनके पीछे 1700 करोड़ की ताकत है। जब हमारे खिलाफ षड्यंत्र करना होता है तो बड़ा–बड़ा समाचार उन लोगों की छपवाया जाता है, जिनकी कोई हैसियत नहीं है। राजनीतिक रूप से मर चुके ऐसे लोगों को कब्र से ढूंढ़ कर लाया जाता है। और षड्यंत्र कब किया जाता है?, जब भी कोई बड़ा कार्यक्रम होने वाला होता है। जैसे दो जुलाई को संस्थापक डॉ. सोनेलाल पटेल की जन्म जयंती का कार्यक्रम है, तो दो दिन पहले कुछ बागियों को खड़ा कर दिया गया। 4- सोशल मीडिया का जमाना है, सच छुपता नहीं
आशीष ने कार्यकर्ताओं से कहा, आपकी नेता (अनुप्रिया) सामाजिक न्याय का कोई बड़ा काम करके लाती हैं, तो उसके पहले इस तरह का षड्यंत्र किया जाता है। आपके सामने बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारे मीडिया के साथी भी, इसमें उनका साथ देते हैं। पर आपको नहीं डरना है। आज कल सोशल मीडिया ज्यादा प्रभावी हो गया है। सच बहुत दिनों तक छुपता नहीं है। मैं तो चैलेंज के साथ कह रहा हूं। अपना दल अपने एजेंडे से एक कदम पीछे नहीं हटा। ये हमारे महासचिव, सारे सचिव, सारे विधायक और सारे कार्यकर्ता बैठे हैं। इन सबके दिल में सिर्फ एक चीज बैठी है कि वंचितों की लड़ाई, जो अपना दल ने शुरू किया है, उसे आगे लेकर जाना है। 5- अपना दल के एजेंडे के आगे, मंत्री पद की कोई हैसियत नहीं
मंत्री ने कहा, देखिए क्या इतना षड्यंत्र किसी और के खिलाफ होता है। और भी सहयोगी दल हैं, उनके खिलाफ षड्यंत्र क्यों नहीं होता है? क्योंकि आपकी पार्टी धीरे–धीरे अपने एजेंडे पर आगे बढ़ रही है। ये सामाजिक न्याय के विरोधी लोग हैं, वे षड्यंत्र करते हैं। लोग बार–बार मंत्री पद की बात करते हैं। अपना दल के एजेंडे के आगे मंत्री पद की कोई हैसियत नहीं है। ये आज मैं आप सबके सामने कह रहा हूं। अगर हमारी बात हमारे विषय नहीं सुने जाएंगे, हमारे खिलाफ षड्यंत्र होगा, तो अपना दल का हर कार्यकर्ता पूरी ताकत से जवाब देगा। और सबसे छोटा कार्यकर्ता मैं हूं, तो उतनी ताकत से मैं भी जवाब दूंगा। हमारी पार्टी की ओर से सामाजिक न्याय का जब भी विषय उठाया गया, तो हमारी नेता को बुलाकर पीएम ने समझा और उस पर आगे बढ़कर निर्णय लेने का काम किया। बहुत सारे काम बचे हुए हैं। पर हमें डरना नहीं है। हमारे लोगों के खिलाफ जब भी षड्यंत्र होगा। आपने देखा होगा चाहे बदायूं हो, फतेहपुर हो या बिल्हौर हो। आपका भाई आपके साथ हमेशा मजबूती से खड़ा रहा है और हर पीड़ित के साथ खड़ा रहेगा। 6- अपना दल को खत्म करने की ताक में बैठे लोग भ्रम में हैं
आशीष पटेल ने कहा, एक बात और मैं कह दूं, जो लोग ये सोचते हैं कि अपना दल को खत्म कर देंगे वे भ्रम में हैं। आपके हर हमले का उतनी ही ताकत से जवाब देंगे। मैं आज सबके सामने ये सौगंध ले रहा हूं। अपना दल ने डरना नहीं सीखा है। बड़ी–बड़ी खबरें प्लांट करा सकते हैं, लेकिन सच्चाई को आप कभी झुठला नहीं सकते हैं। आप जानते हैं किन लोगों को लाया जाता है। उन लोगों को लाया जाता है, जो सुबह कहीं और रहते हैं और शाम को किसी और के घर में जाकर सोते हैं। धीरे–धीरे सबका षड्यंत्र सामने आएगा। 7- हमारी सहनशीलता का लेवल बहुत हाई है
पटेल ने कहा, अपना दल का हर कार्यकर्ता जवाब देने के लिए तैयार है, लेकिन हमारी सहनशीलता का लेवल बहुत हाई है। संस्थापक सोनेलाल डॉ. पटेल ने बहुत सहा है, हम भी सह रहे हैं। हम तो कहते हैं कि जितना षड्यंत्र रचने में ताकत लगाते हैं, उतना हमारे वंचित लोगों की समस्या हल कराने में लगाइए, शायद इससे ज्यादा आपका भला होगा। हमारे साथियों सामाजिक न्याय के बहुत सारे विषय है। बहुत सारे हल कराए हैं। जैसे ही हमने चार इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम बहुजन महापुरुषों के नाम पर रखा। तो कल–परसों एक नया षड्यंत्र रचकर हमारे इस कार्यक्रम को डिस्टर्ब करने की कोशिश की गई। 8- वंचितों की जो बात नहीं सुनेगा, वो बर्बाद हो जाएगा
आशीष पटेल ने कहा, मैं तो एक बात और कहूंगा आज मैं उसका जवाब दे रहा हूं। आप षड्यंत्र करेंगे, मैं अम्बेडकर नगर के इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम छत्रपति साहूजी महाराज के नाम पर करता हूं। मैं जवाब दे रहा हूं। मेरा काम है आपके हर षड्यंत्र का जवाब देना। आप जितना षड्यंत्र करेंगे, उतना हम सामाजिक न्याय की बात करेंगे। एक बात और कहूंगा, ये बात सबके दिमाग में घुस जाना चाहिए कि सरकार बनती कैसे है? वंचित वर्ग के सपोर्ट के बिना न तो पहले कोई सरकार बनी है, न आज बन सकती है और न भविष्य में बन सकती है। और वंचित वर्ग की आवाज को आपको सुनना पड़ेगा। जो नहीं सुनेगा वो बर्बाद हो जाएगा। ये आप भी जानते हैं मैं भी जानता हूं और पूरा उत्तर प्रदेश इस बात को जानता है। 9- मुझे झूठे मामले में फंसाया जा सकता है, गिरफ्तारी भी संभव
आशीष पटेल ने अपनी गिरफ्तारी का भी संदेह जताया। कहा, हो सकता है किसी दिन मुझको… आप समझ रहे हैं न मैं क्या कहना चाहता हूं। जिस दिन मेरे साथ ये षड्यंत्र होगा। उस दिन मेरे साथ अपना दल के लाखों कार्यकर्ता भी चलेंगे। यही मैं आपको कहने जा रहा हूं। जानते हैं ड्रामे से आपको बचना है। ये समझना होगा कि अपना दल का जब–जब बड़ा कार्यक्रम होता है, तो उससे पहले षड्यंत्र करने वाले लोग कौन हैं? उन लोगों को पहचानना है और उनका सोशल मीडिया के माध्यम से सच उजागर करना होगा। क्योंकि आपके हाथ में 1700 करोड़ नहीं है, इसलिए मीडिया आपका साथ नहीं देगी। आपका कुछ नहीं छपेगा। एक केंद्रीय मंत्री बोलेगा तो उसका इतना छोटा सा छपेगा और सड़क छाप लोग यदि कुछ बोलेंगे, तो उनका बड़ा सा छपेगा। क्योंकि उनके पीछे बड़ी ताकत है। पति के आरोपों के सवाल को टाल गईं अनुप्रिया केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल 1700 करोड़ के आरोपों के सवाल को टाल गईं। उन्होंने कहा, आशीष पटेल जी से पूछिए। अपना दल (एस) लंबे समय से पीएम मोदी के नेतृत्व में कई चुनाव गठबंधन में लड़ चुका है। हमने लोकसभा और विधानसभा का चुनाव साथ लड़ा और उसके सार्थक परिणाम भी आए हैं। 2027 में अपना दल 2022 से भी बेहतर प्रदर्शन दोहराएगा। हर पार्टी अपने संगठन को मजबूत करती है। हमारे गठबंधन के अन्य सहयोगी दल भी अपने संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं। हम हर जिले में संगठन को मजबूत करने में लगे हैं। हम एनडीए गठबंधन में है। अपने संगठन को आने वाले चुनाव के लिए तैयार करने में जुटे हैं। पंचायत चुनाव हर पार्टी के छोटे और जमीनी कार्यकर्ता के लिए एक अवसर होता है। हमारी पार्टी भी इसकी जोर–शोर से तैयारी कर रहे हैं। बड़ी संख्या में हमारे कार्यकर्ता पंचायत चुनाव लड़ेंगे। अनुप्रिया की छोटी बहन भी कार्यक्रम में पहुंची
कार्यक्रम में अनुप्रिया की छोटी बहन अमन पटेल भी मौजूद रहीं। आशीष पटेल सहित सभी वक्ताओं ने उनका नाम लिया। अनुप्रिया की अपनी मां कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल से नहीं बनती है। ऐसे में अमन को सामने लाकर ये संदेश देने की कोशिश की गई कि डॉ. सोनेलाल पटेल की असली उत्तराधिकारी अपना दल (एस) ही है। दल के सभी 13 विधायक भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। इसके अलावा सभी महासचिव, सचिव और प्रदेश भर के कोने–कोने से पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे थे। जहां अनुप्रिया पटेल ने पार्टी के संस्थापक डॉ सोनेलाल पटेल के जन्म जयंती अवसर पर पार्टी संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दिया। ——————————— यह खबर भी पढ़िए:- लखनऊ में राजा भैया की पत्नी का हाई वोल्टेज ड्रामा:मां ने गेट नहीं खोला तो हंगामा किया, बहन ने पुलिस बुलाई प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने लखनऊ के हजरतगंज इलाके के सिल्वर ओक अपार्टमेंट में हाई वोल्टेज ड्रामा किया। मंगलवार देर रात भानवी अपने माता-पिता से मिलने पहुंची थीं, लेकिन परिवार के लोगों ने फ्लैट का गेट नहीं खोला। इसके बाद उन्होंने अपार्टमेंट के बाहर एक घंटे तक हंगामा किया। पढ़ें पूरी खबर..
आशीष पटेल ने कहा, अपना दल का गठन सामाजिक न्याय के लिए हुआ है। अपना दल धीरे–धीरे अपने कदम बढ़ा रहा है। मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारी नेता (अनुप्रिया पटेल) द्वारा उठाए गए सामाजिक न्याय के हर मुद्दे पर त्वरित निर्णय लिया। फिर चाहे केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन का प्रकरण हो, या फिर NEET की परीक्षा हो और या फिर जातिगत जनगणना की बात हो। लेकिन, जैसे–जैसे दल आगे बढ़ रहा है। वैसे–वैसे षड्यंत्र भी बढ़ रहा है। आप सबको अंदाजा होगा कि षड्यंत्र किसके विरूद्ध होता है? जिससे आपको डर लगता है। अपना दल किसी से डरने वाला नहीं है। आज आपकी इतनी संख्या देखकर मैं खुद डर गया कि व्यवस्था कैसे करूंगा, लेकिन डर के आगे जीत होती है। 2- जातिगत जनगणना की मांग पूरी हुई तो प्रदेश अध्यक्ष से इस्तीफा दिलवा दिया गया
मंत्री ने दावा किया कि जैसे ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की जातिगत जनगणना की बात मानी गई, वैसे ही षड्यंत्र हुआ। हमारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (राजकुमार पाल) से इस्तीफा दिला दिया गया। आपको लगता है जो आदमी मंच की पहली सीट पर बैठता था, आज कहां खड़ा है। फोटो तो आप सबने देखा होगा। ये बड़ा षड्यंत्र था, लेकिन अपना दल के कार्यकर्ताओं ने इसका जवाब दे दिया। मैने पिछली बार भी कहा था कि अपना दल किसी से डरने वाला नहीं है। अपने सामाजिक न्याय के क्षेत्र में काम करता रहा है और करता रहेगा। आप हमारे खिलाफ एक षड्यंत्र करेंगे, हम चार इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम बदल देंगे। हमने हाल ही में डॉ भीमराव अम्बेडकर से लेकर सरदार पटेल, महारानी अहिल्याबाई के नाम पर इंजीनियरिंग कॉलेजों का नामकरण किया है। धन्यवाद देना चाहूंगा पीएम मोदी का, जिन्होंने ऐसे कार्यों की सराहना की। 3- अपना दल के खिलाफ षड्यंत्र के पीछे 1700 करोड़ की ताकत
आप षड्यंत्र करते हैं। हमारे सारे मीडिया के साथी हैं, माफ करिएगा। आप लोगों को मसाला चाहिए। मसाला कहां से मिलेगा? बहुत सारे लोग नीचे बैठे हैं, जो पार्टी के राष्ट्रीय सचिव से लेकर राष्ट्रीय महासचिव तक हैं। लेकिन उनका चार लाइन नहीं छपता है। जानते हैं क्यों, क्योंकि उनके पीछे 1700 करोड़ की ताकत नहीं है। 1700 करोड़ की ताकत समझ रहे हैं ना। उनके पीछे 1700 करोड़ की ताकत है। जब हमारे खिलाफ षड्यंत्र करना होता है तो बड़ा–बड़ा समाचार उन लोगों की छपवाया जाता है, जिनकी कोई हैसियत नहीं है। राजनीतिक रूप से मर चुके ऐसे लोगों को कब्र से ढूंढ़ कर लाया जाता है। और षड्यंत्र कब किया जाता है?, जब भी कोई बड़ा कार्यक्रम होने वाला होता है। जैसे दो जुलाई को संस्थापक डॉ. सोनेलाल पटेल की जन्म जयंती का कार्यक्रम है, तो दो दिन पहले कुछ बागियों को खड़ा कर दिया गया। 4- सोशल मीडिया का जमाना है, सच छुपता नहीं
आशीष ने कार्यकर्ताओं से कहा, आपकी नेता (अनुप्रिया) सामाजिक न्याय का कोई बड़ा काम करके लाती हैं, तो उसके पहले इस तरह का षड्यंत्र किया जाता है। आपके सामने बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारे मीडिया के साथी भी, इसमें उनका साथ देते हैं। पर आपको नहीं डरना है। आज कल सोशल मीडिया ज्यादा प्रभावी हो गया है। सच बहुत दिनों तक छुपता नहीं है। मैं तो चैलेंज के साथ कह रहा हूं। अपना दल अपने एजेंडे से एक कदम पीछे नहीं हटा। ये हमारे महासचिव, सारे सचिव, सारे विधायक और सारे कार्यकर्ता बैठे हैं। इन सबके दिल में सिर्फ एक चीज बैठी है कि वंचितों की लड़ाई, जो अपना दल ने शुरू किया है, उसे आगे लेकर जाना है। 5- अपना दल के एजेंडे के आगे, मंत्री पद की कोई हैसियत नहीं
मंत्री ने कहा, देखिए क्या इतना षड्यंत्र किसी और के खिलाफ होता है। और भी सहयोगी दल हैं, उनके खिलाफ षड्यंत्र क्यों नहीं होता है? क्योंकि आपकी पार्टी धीरे–धीरे अपने एजेंडे पर आगे बढ़ रही है। ये सामाजिक न्याय के विरोधी लोग हैं, वे षड्यंत्र करते हैं। लोग बार–बार मंत्री पद की बात करते हैं। अपना दल के एजेंडे के आगे मंत्री पद की कोई हैसियत नहीं है। ये आज मैं आप सबके सामने कह रहा हूं। अगर हमारी बात हमारे विषय नहीं सुने जाएंगे, हमारे खिलाफ षड्यंत्र होगा, तो अपना दल का हर कार्यकर्ता पूरी ताकत से जवाब देगा। और सबसे छोटा कार्यकर्ता मैं हूं, तो उतनी ताकत से मैं भी जवाब दूंगा। हमारी पार्टी की ओर से सामाजिक न्याय का जब भी विषय उठाया गया, तो हमारी नेता को बुलाकर पीएम ने समझा और उस पर आगे बढ़कर निर्णय लेने का काम किया। बहुत सारे काम बचे हुए हैं। पर हमें डरना नहीं है। हमारे लोगों के खिलाफ जब भी षड्यंत्र होगा। आपने देखा होगा चाहे बदायूं हो, फतेहपुर हो या बिल्हौर हो। आपका भाई आपके साथ हमेशा मजबूती से खड़ा रहा है और हर पीड़ित के साथ खड़ा रहेगा। 6- अपना दल को खत्म करने की ताक में बैठे लोग भ्रम में हैं
आशीष पटेल ने कहा, एक बात और मैं कह दूं, जो लोग ये सोचते हैं कि अपना दल को खत्म कर देंगे वे भ्रम में हैं। आपके हर हमले का उतनी ही ताकत से जवाब देंगे। मैं आज सबके सामने ये सौगंध ले रहा हूं। अपना दल ने डरना नहीं सीखा है। बड़ी–बड़ी खबरें प्लांट करा सकते हैं, लेकिन सच्चाई को आप कभी झुठला नहीं सकते हैं। आप जानते हैं किन लोगों को लाया जाता है। उन लोगों को लाया जाता है, जो सुबह कहीं और रहते हैं और शाम को किसी और के घर में जाकर सोते हैं। धीरे–धीरे सबका षड्यंत्र सामने आएगा। 7- हमारी सहनशीलता का लेवल बहुत हाई है
पटेल ने कहा, अपना दल का हर कार्यकर्ता जवाब देने के लिए तैयार है, लेकिन हमारी सहनशीलता का लेवल बहुत हाई है। संस्थापक सोनेलाल डॉ. पटेल ने बहुत सहा है, हम भी सह रहे हैं। हम तो कहते हैं कि जितना षड्यंत्र रचने में ताकत लगाते हैं, उतना हमारे वंचित लोगों की समस्या हल कराने में लगाइए, शायद इससे ज्यादा आपका भला होगा। हमारे साथियों सामाजिक न्याय के बहुत सारे विषय है। बहुत सारे हल कराए हैं। जैसे ही हमने चार इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम बहुजन महापुरुषों के नाम पर रखा। तो कल–परसों एक नया षड्यंत्र रचकर हमारे इस कार्यक्रम को डिस्टर्ब करने की कोशिश की गई। 8- वंचितों की जो बात नहीं सुनेगा, वो बर्बाद हो जाएगा
आशीष पटेल ने कहा, मैं तो एक बात और कहूंगा आज मैं उसका जवाब दे रहा हूं। आप षड्यंत्र करेंगे, मैं अम्बेडकर नगर के इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम छत्रपति साहूजी महाराज के नाम पर करता हूं। मैं जवाब दे रहा हूं। मेरा काम है आपके हर षड्यंत्र का जवाब देना। आप जितना षड्यंत्र करेंगे, उतना हम सामाजिक न्याय की बात करेंगे। एक बात और कहूंगा, ये बात सबके दिमाग में घुस जाना चाहिए कि सरकार बनती कैसे है? वंचित वर्ग के सपोर्ट के बिना न तो पहले कोई सरकार बनी है, न आज बन सकती है और न भविष्य में बन सकती है। और वंचित वर्ग की आवाज को आपको सुनना पड़ेगा। जो नहीं सुनेगा वो बर्बाद हो जाएगा। ये आप भी जानते हैं मैं भी जानता हूं और पूरा उत्तर प्रदेश इस बात को जानता है। 9- मुझे झूठे मामले में फंसाया जा सकता है, गिरफ्तारी भी संभव
आशीष पटेल ने अपनी गिरफ्तारी का भी संदेह जताया। कहा, हो सकता है किसी दिन मुझको… आप समझ रहे हैं न मैं क्या कहना चाहता हूं। जिस दिन मेरे साथ ये षड्यंत्र होगा। उस दिन मेरे साथ अपना दल के लाखों कार्यकर्ता भी चलेंगे। यही मैं आपको कहने जा रहा हूं। जानते हैं ड्रामे से आपको बचना है। ये समझना होगा कि अपना दल का जब–जब बड़ा कार्यक्रम होता है, तो उससे पहले षड्यंत्र करने वाले लोग कौन हैं? उन लोगों को पहचानना है और उनका सोशल मीडिया के माध्यम से सच उजागर करना होगा। क्योंकि आपके हाथ में 1700 करोड़ नहीं है, इसलिए मीडिया आपका साथ नहीं देगी। आपका कुछ नहीं छपेगा। एक केंद्रीय मंत्री बोलेगा तो उसका इतना छोटा सा छपेगा और सड़क छाप लोग यदि कुछ बोलेंगे, तो उनका बड़ा सा छपेगा। क्योंकि उनके पीछे बड़ी ताकत है। पति के आरोपों के सवाल को टाल गईं अनुप्रिया केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल 1700 करोड़ के आरोपों के सवाल को टाल गईं। उन्होंने कहा, आशीष पटेल जी से पूछिए। अपना दल (एस) लंबे समय से पीएम मोदी के नेतृत्व में कई चुनाव गठबंधन में लड़ चुका है। हमने लोकसभा और विधानसभा का चुनाव साथ लड़ा और उसके सार्थक परिणाम भी आए हैं। 2027 में अपना दल 2022 से भी बेहतर प्रदर्शन दोहराएगा। हर पार्टी अपने संगठन को मजबूत करती है। हमारे गठबंधन के अन्य सहयोगी दल भी अपने संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं। हम हर जिले में संगठन को मजबूत करने में लगे हैं। हम एनडीए गठबंधन में है। अपने संगठन को आने वाले चुनाव के लिए तैयार करने में जुटे हैं। पंचायत चुनाव हर पार्टी के छोटे और जमीनी कार्यकर्ता के लिए एक अवसर होता है। हमारी पार्टी भी इसकी जोर–शोर से तैयारी कर रहे हैं। बड़ी संख्या में हमारे कार्यकर्ता पंचायत चुनाव लड़ेंगे। अनुप्रिया की छोटी बहन भी कार्यक्रम में पहुंची
कार्यक्रम में अनुप्रिया की छोटी बहन अमन पटेल भी मौजूद रहीं। आशीष पटेल सहित सभी वक्ताओं ने उनका नाम लिया। अनुप्रिया की अपनी मां कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल से नहीं बनती है। ऐसे में अमन को सामने लाकर ये संदेश देने की कोशिश की गई कि डॉ. सोनेलाल पटेल की असली उत्तराधिकारी अपना दल (एस) ही है। दल के सभी 13 विधायक भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। इसके अलावा सभी महासचिव, सचिव और प्रदेश भर के कोने–कोने से पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे थे। जहां अनुप्रिया पटेल ने पार्टी के संस्थापक डॉ सोनेलाल पटेल के जन्म जयंती अवसर पर पार्टी संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दिया। ——————————— यह खबर भी पढ़िए:- लखनऊ में राजा भैया की पत्नी का हाई वोल्टेज ड्रामा:मां ने गेट नहीं खोला तो हंगामा किया, बहन ने पुलिस बुलाई प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने लखनऊ के हजरतगंज इलाके के सिल्वर ओक अपार्टमेंट में हाई वोल्टेज ड्रामा किया। मंगलवार देर रात भानवी अपने माता-पिता से मिलने पहुंची थीं, लेकिन परिवार के लोगों ने फ्लैट का गेट नहीं खोला। इसके बाद उन्होंने अपार्टमेंट के बाहर एक घंटे तक हंगामा किया। पढ़ें पूरी खबर..