आगरा के छात्र को दोस्त ने मारकर कुएं में फेंका:ऊपर से पत्थर-झाड़ी से ढंका, CCTV और आखिरी कॉल से पकड़ा गया; हाथरस में बॉडी बरामद

आगरा से लापता 12वीं के छात्र की हत्या कर दोस्त ने शव हाथरस में कुएं में फेंक दिया। शव के ऊपर ईंट-पत्थर, गांजा के पौधे और झाड़ी फेंक दी। पुलिस ने परिवार वालों के आरोप और CCTV के आधार पर दोस्त को पकड़ा तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस आरोपी दोस्त और लेकर उस कुएं पर गई और शव को निकाल कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। आगरा हरीपर्वत क्षेत्र के सुल्तानगंज पुलिया निवासी देवेंद्र प्रजापति ने 28 जून को गुमशुदगी दर्ज कराई। बताया कि उनका बेटा कुणाल प्रजापति 27 जून को स्कूटी लेकर निकला था। वो लाल रंग की टीशर्ट पहना था। उसने कहा था कि थोड़ी देर में वापस आ जाएगा। मगर, इसके बाद वो वापस नहीं आया। बहन से आखिरी बार बोला- शिवम के साथ हूं, मार न डाले
कुणाल की बहन तृप्ति ने बताया- 27 जून को भाई घर से अकेला ही स्कूटी से गया था। देर शाम तक वापस नहीं आया। हम उसे बार-बार कॉल कर रहे थे, लेकिन फोन नहीं उठ रहा था। देर रात मम्मी ने फोन किया तो भाई से कुणाल से बात हुई। भाई ने कहा कि वो अपने दोस्त शिवम यादव के साथ आया है। पता नहीं वो कहां ले जा रहे हैं। वो हंसते हुए कहता है कि पता नहीं ये मुझे मार न डाले। फिर कहता है कि ये मेरा अच्छा दोस्त है। मैं दो घंटे में आ जाऊंगा। इसके बाद उसका फोन बंद हो जाता है। CCTV में स्कूटी पर कुणाल-शिवम साथ दिखा
जब कृणाल अगले दिन तक वापस नहीं आया तो उसके दोस्त शिवम यादव से बात की। शिवम ने कोई भी जानकारी होने से मना कर दिया। वो लगातार गुमराह करता रहा। बहन ने बताया कि हमारी मिठाई की दुकान है। शिवम उनकी दुकान पर दूध देने वाले पप्पू यादव का बेटा है। ऐसे में कृणाल की शिवम से अच्छी दोस्ती थी। उसने ही कृणाल को फोन कर बुलाया। उन्होंने शिवम और उसके पिता पप्पू पर हत्या का आरोप लगाया है। रात 2 बजे पुलिस 2 दोस्तों को लेकर हाथरस पहुंची
परिवार के आरोपों पर पुलिस का पूरा शक शिवम यादव पर गहरा गया। पुलिस ने शिवम यादव को ढूंढ निकाला। वह हाथरस में पैंतिया गांव का रहने वाला है। आगरा के सुल्तानगंज पुलिया में कुणाम की हलवाई की दुकान पर रोज दूध देने आता था। पुलिस ने शिवम और उसके पिता को हिरासत में लिया। सोमवार-मंगलवार दरम्यानी रात करीब 2 बजे शिवम को लेकर पुलिस उन जगहों पर गई, जहां वह कुणाल के साथ गया था। हाथरस के सहपऊ में शिवम ने पुलिस को गुमराह किया। फिर पुलिस की कड़ाई के आगे वह टूट गया। उन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया। उनकी निशानदेही पर सहपऊ में खेतों के बीच बने एक कुएं से डेड बॉडी निकाली गई। लाश के ऊपर ईंट-पत्थर और झाड़ी फेंकी
हत्या के बाद कुएं में कुणाल की लाश फेंकी। फिर ऊपर से ईंट-पत्थर फेंके। इसके बाद गंजा के पौधे और झाड़ी फेंक दी। आरोपी ने प्लान बनाया कि इससे बदबू नहीं आएगी और किसी को पता नहीं चल सकेगा। पुलिस ने कुणाल की बॉडी मंगलवार तड़के कुएं से निकाला। बॉडी काफी सड़-गल चुकी थी। कीड़े पड़ गए थे। हाथरस पुलिस शव का पोस्टमॉर्टम कराकर आगरा पुलिस को बॉडी सौंपेगी। चाचा बोले- 4 भाई-बहनों में सबसे बड़ा था कुणाल
सहपऊ में ग्रामीणों ने बताया- रात करीब 2 बजे आगरा और हाथरस पुलिस की कई गाड़ियां पहुंचीं। एक युवक को लेकर क्षेत्र में पुलिस घूमती रही। सुबह होने पर वह युवक पुलिस को कुएं तक ले गया। फिर उस कुएं से पुलिस ने एक युवक की लाश निकाली। कुणाल के चाचा देवकीनंदन ने बताया- हमारे परिवार की किसी से दुश्मनी नहीं थी। पता नहीं उसने क्यों मार डाला। कुणाल चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। दो बहन और एक छोटा भाई है। करीब छह महीने से उसके पिता की तबीयत खराब चल रही। कुणाल की भी गर्मी की छुटटी चल रही थी। तो इन दिनों हलवाई की दुकान कुणाल ही संभाल रहा था। ACP बोले- जल्द पूरे मामले का खुलासा करेंगे
ACP विनायक भौसले ने बताया- दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। सीओ सादाबाद हिमांशु माथुर ने बताया- मामले की जांच आगरा की हरीपर्वत कोतवाली पुलिस करेगी। ———————– ये खबर भी पढ़िए अखिलेश बोले- धीरेंद्र शास्त्री अंडर टेबल 50 लाख लेते हैं: भाजपा ने किया पलटवार, संतों में उबाल सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इटावा कथावाचक पिटाई केस से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा, ‘कई कथावाचक हैं जो 50 लाख रुपए लेते हैं। किसी की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए अपने घर बुला ले। अंडर टेबल लेगा वो बाबा पैसै। आप पता करवा लीजिए, धीरेंद्र शास्त्री 50 लाख नहीं लेते हैं क्या? कथा बांचने की उनकी कितनी कीमत होगी? अखिलेश के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया। संतों ने भी नाराजगी जताई। VIDEO में देखिए अखिलेश ने धीरेंद्र शास्त्री का नाम क्यों लिया?