आर्थिक अपराध पर लगाम लगाने के लिए ईओडब्लू की पहल:सीबीआई के जाइंट डायरेक्टर बोले, बैंकिंग फ्राड, फर्जी संपत्ति बिक्री, चिटफंड के अपराध तेजी से बढ़े

आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा यानी ईओडब्ल्यू ने आर्थिक अपराध पर लगाम लगाने के लिए काम शुरू कर दिया है। इसके तहत सोमवार को राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन सिग्नेचर बिल्डिंग के ऑडिटोरियम में किया गया। इसका मकसद प्रदेश में बढ़ रहे वित्तीय अपराधों की रोकथाम, प्रभावी विवेचना तथा आमजन की जमा पूंजी की सुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाना रहा। कार्यक्रम का उद्घाटन डीजीपी राजीव कृष्णा ने किया। उन्होंने आर्थिक अपराधों को वर्तमान समय की एक गंभीर चुनौती बताते हुए कहा कि ऐसे अपराध आम नागरिकों की जीवनभर की पूंजी को खतरे में डालते हैं। उन्होंने ईओडब्लू की नवाचार पहल की सराहना करते हुए इसे जनधन की रक्षा के लिए मजबूत कदम बताया। कार्यशाला में विशेष वक्ता के रूप में CBI के जॉइंट डायरेक्टर अशोक कुमार ने कहा कि बैंकिंग फ्रॉड, फर्जी संपत्ति बिक्री, पोंजी स्कीम और चिटफंड जैसे अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए तकनीकी उपकरणों की मदद से समन्वित जांच और समाज की जागरूकता जरूरी है। इस मौके पर पर ईओडब्लू की ओर से शुरू किए गए चार नए कामों का लोकार्पण किया गया। इसमें नया लोगो, केस मैनेजमेंट साफ्टवेयर, जन-जागरूकता बुकलेट और लघु फिल्म शामिल थी।कार्यशाला के अंत में ईओडब्लू की डीजी नीरा रावत ने अपील की कि वे इस जागरूकता अभियान में सहभागी बनें।