एक्सप्रेस-वे पर संभलकर चलें, आधा KM दूर से रिकॉर्डिंग:यूपी में कपल का इंटिमेट वीडियो वायरल हुआ; जानिए इसे कैसे रोका जाएगा

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के टोल प्लाजा पर एक नवविवाहित जोड़े का प्राइवेट वीडियो CCTV से रिकॉर्ड किया गया। पति-पत्नी कार में थे। उन्होंने टोल प्लाजा से पहले कार रोकी। कार में बैठे-बैठे रोमांस करने लगे। एक्सप्रेस-वे के ‘एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम’ (ATMS) के असिस्टेंट मैनेजर आशुतोष ने इस प्राइवेट पल का वीडियो बना लिया। इसके बाद वह पति-पत्नी के पास पहुंचा। वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल किया। वीडियो वायरल करने की धमकी दी और 32 हजार रुपए वसूल लिए। बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया। ऐसे में सवाल है कि ‘एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम’ क्या होता है? कैसे काम करता है? सफर पर निकलें, तो क्या करें? एक्सप्रेस-वे पर चलते समय कैसे बचें? क्या करें और क्या न करें? जब आपके साथ ऐसी चीटिंग हो, तो क्या करें? अथॉरिटी क्या नियम बनना रही? पहले जानिए क्या थी घटना लखनऊ से 100 किलोमीटर आगे बढ़ने पर यह स्पॉट आएगा, जहां ये घटना हुई। ATMS का असिस्टेंट मैनेजर आशुतोष सरकार एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों में इंटिमेट होने वाले कपल्स के वीडियो फुटेज निकाल लेता था। वह यात्रियों को ब्लैकमेल कर उनसे मोटी रकम वसूलता था। वह पैसे वसूलने के बाद भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देता था। आशुतोष सरकार ने हलियापुर एक्सप्रेस-वे के आस-पास के गांवों की आने-जाने वाली महिलाओं और लड़कियों को भी निशाना बनाया। उनके बाहर शौच आदि के वीडियो बनाकर उन्हें वायरल किए। लगे हैं एचडी क्वालिटी के कैमरे
नोडल अफसर सड़क सुरक्षा एवं यातायात (रिटायर्ड IPS) राजेश पांडे बताते हैं- बुंदेलखंड और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर हर एक किलोमीटर पर हाई-डेफिनिशन सीसीटीवी लगे हैं। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर पहले हर 5 किलोमीटर पर एक कैमरा था। इसे अपग्रेड कर हर 1 किलोमीटर पर कैमरा लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले 6 महीने में ये काम पूरा हो जाएगा। एचडी क्वालिटी वाले इन कैमरों की क्लियरिटी करीब 500 मीटर तक रहती है। मतलब आधा किलोमीटर तक की गतिविधियां साफ दिखाई देती हैं। इस तरह पूरे एक्सप्रेस-वे का कोई भी हिस्सा निगरानी से अछूता नहीं रहता। एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम क्या है?
यह हाईवे पर इस्तेमाल होने वाला एक हाईटेक सिस्टम है। इसे खासतौर पर सड़क सुरक्षा बढ़ाने, ट्रैफिक मैनेजमेंट सुधारने और दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए तैयार किया गया है। पूरे एक्सप्रेस-वे पर लगे सीसीटीवी इसी सिस्टम से जुड़े होते हैं। इनसे वाहनों की लगातार निगरानी होती रहती है। यही वह खास पॉइंट है, जहां पूरा घटनाक्रम हुआ। सफर पर निकलें तो क्या करें?
टोल प्लाजा, एक्सप्रेस-वे या किसी भी हाईवे पर वाहन रोकते समय ध्यान रखें कि आपकी गाड़ी ATMS या अन्य निगरानी कैमरों की सीधी नजर में न आए। सार्वजनिक जगहों पर गाड़ी के अंदर किसी भी तरह की अश्लील हरकतों से बचना जरूरी है। क्योंकि, यह कानूनी और सामाजिक दोनों तरीके से सही नहीं माना जाता। इसके अलावा अगर जरूरी हो, तो खिड़कियों पर पर्दे या नियमों के अनुसार टिंटेड ग्लास का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपका कोई प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड हो जाए तो क्या करें?
अगर आपका कोई भी प्राइवेट वीडियो चुपके से रिकॉर्ड कर लिया गया। यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, तो बचाव के कानूनी कदम उठा सकते हैं। इसके लिए आप तुरंत अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में FIR दर्ज कराएं। यह वीडियो बनाने वाले, लीक करने वाले और ब्लैकमेल करने वाले के खिलाफ मजबूत कानूनी कार्रवाई शुरू करने का पहला कदम है। रिकॉर्डिंग और वायरल करने वाले पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की विभिन्न धाराएं लग सकती हैं। इनमें प्रमुख धारा 66E है। इसमें 3 साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। दूसरी धारा 67/67ए है। इसमें अश्लील या यौन स्पष्ट सामग्री प्रकाशित या प्रसारित करना है। इस धारा के लगने पर 5 से 7 साल तक सजा हो सकती है। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354C (ताक-झांक) और 509 (महिला की मर्यादा को ठेस पहुंचाना) भी आरोपी पर लगाई जा सकती हैं। उस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, यूट्यूब ) या वेबसाइट को तुरंत रिपोर्ट करें, जहां वीडियो वायरल हुआ है। कानूनी कार्रवाई के साथ वीडियो को तुरंत हटवाना भी जरूरी है। एटीएमएस सिस्टम से लीकेज न हो, इसके लिए सरकार क्या कर रही?
रिटायर्ड IPS राजेश पांडे बताते हैं- आगे ऐसी घटना न हो, इसके लिए अब पूरे सिस्टम को और सुरक्षित किया जा रहा। अभी तक फीड जिस जगह से इकट्ठा होती है, उसका एक्सेस 3 लोगों के पास होता था। हर एक के लिए अलग-अलग आईडी और पासवर्ड बनाए गए थे। जिससे वो वीडियो का एक्सेस लेकर ऐसी घटना कर रहे थे। लेकिन, अब तकनीकी स्टाफ लगाकर इस एक्सेस को लॉक किया जा रहा है। अगर जरूरत पड़ी, तो भविष्य में किसी बाहरी एजेंसी को शामिल किया जाएगा। एक्सेस केवल एक ही व्यक्ति को दिया जाएगा। अब जानिए क्या था पूरा मामला पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लगे CCTV से एक नवविवाहित जोड़े का प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड किया गया। पति-पत्नी कार में थे। उन्होंने टोल प्लाजा से पहले कार रोकी और रोमांस करने लगे। एक्सप्रेस-वे के ‘एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम’ (ATMS) के असिस्टेंट मैनेजर ने प्राइवेट पलों का वीडियो बना लिया। वह मौके पर पहुंचा और वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल किया। वीडियो वायरल करने की धमकी दी और 32 हजार रुपए वसूल लिए। बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। शादीशुदा जोड़ा, मैनेजर के इकलौते शिकार नहीं थे। पांच से छह पीड़ितों ने इसकी लिखित शिकायत सीएम योगी, सुल्तानपुर डीएम-एसपी और एक्सप्रेस-वे के अफसरों से की थी। पीड़ितों ने सबूत भी दिए। पीड़ितों ने बताया- ATMS का मैनेजर आशुतोष सरकार एक्सप्रेस-वे पर लगे कैमरों से नजर रखता था। कोई अश्लील हरकत होने पर रिकॉर्ड करके उनके पास पहुंच जाता और वसूली करता था। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि उसने टोल प्लाजा के आस-पास के तीन गांवों की कई महिलाओं और लड़कियों के फुटेज बनाए और उन्हें ब्लैकमेल किया था। हालांकि, आशुतोष सरकार ने पुलिस को अलग ही कहानी बताई। उसने बताया- ढाई साल में इस तरह के हजारों मामले (वीडियो सीसीटीवी में रिकॉर्ड) सामने आए, लेकिन उसने एक भी वीडियो वायरल नहीं किया। जो वीडियो वायरल हुआ, उसे टोल पर काम करने वाले एक पूर्व कर्मचारी ने किसी ड्राइवर को दिया था। इधर, एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) का काम देखने वाली ठेका कंपनी ने आशुतोष सरकार के अलावा सिस्टम टेक्नीशियन आशुतोष तिवारी, ट्रैफिक मैनेजर शशांक शेखर और सिस्टम इंजीनियर प्रमोद कुमार को नौकरी से निकाल दिया है। वहीं, पुलिस ने मुख्य आरोपी आशुतोष सरकार के साथी अभिषेक तिवारी को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अभिषेक तिवारी को संग्रामपुर क्षेत्र के बदलापुर पूरे खुशियाल तिवारी का पुरवा गांव से पकड़ा गया। वह टोल प्लाजा कंट्रोल रूम में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत था। पढ़िए FIR में क्या लिखा गया
पुलिस में दर्ज कराई गई FIR में लिखा गया है कि टोल प्लाजा पर ATMS के तहत ड्यूटी के दौरान मैनेजर आशुतोष सरकार ने कैमरे का नाजायज फायदा उठाया और उसका दुरुपयोग किया। CCTV से आसपास के गांव जरईकला, हलियापुर और गौहनिया की महिलाओं की निगरानी एक्सप्रेस-वे की नीचे की साइड लेन से की जाती है। 25 अक्टूबर, 2025 को वाहन संख्या-UP32NW…. के चालक से पैसे वसूलने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी गई। इसकी जांच करनी जरूरी है। ———————
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