;हम ट्रेन में माल चढ़वा देंगे… 1200 रुपए लगेंगे। अगर उस तरफ (बिहार) प्लेटफॉर्म तक शराब पहुंचाना है तो वह भी कर देंगे…। लेकिन एक पेटी के 5000 रुपए लेंगे। अपनी सभी ट्रेनों में सेटिंग है…। इस बार बिहार चुनाव में इतना कमाया कि मकान बना लिया।’ यूपी से बिहार शराब तस्करी करने वाले सनी सिंह ने यह बात कही। बिहार में 3 महीने से चुनावी माहौल चल रहा है। हर बार की तरह इस बार भी राजनीतिक दल और उम्मीदवार मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब बांटना चाहते थे। बिहार में शराब प्रतिबंधित है, इसलिए यूपी से शराब की खूब तस्करी हुई। मतदान के एक दिन पहले तक शराब यूपी से बिहार पहुंची। शराब तस्करों ने इसके लिए ट्रेनों और नावों का सहारा लिया। शराब तस्करी कौन कर रहा? कैसे हो रही? तस्करों का नेटवर्क कैसे काम करता है? ये अफसरों को कैसे सेट करते हैं? इन सवालों के जवाब के लिए दैनिक भास्कर की टीम लखनऊ से यूपी-बिहार बॉर्डर के जिले बलिया पहुंची। यहां बैरिया क्षेत्र में 5 दिन रुककर शराब की तस्करी का खेल समझा। अपने इन्वेस्टिगेशन में हम शराब तस्करों तक पहुंच गए। उनका स्टिंग भी कर लिया, जिसमें तस्करों ने शराब पहुंचाने के रेट, पुलिस और आरपीएफ से सेटिंग का खुलासा किया। लेकिन, इस दौरान तस्करों को स्टिंग की भनक लग गई। तस्करों ने भास्कर रिपोर्टर को किडनैप कर लिया। जंगल ले गए और 30 मिनट तक मारपीट की। मोबाइल छीनकर स्टिंग के विजुअल डिलीट कर दिए। घायल होने के बावजूद रिपोर्टर ने जोखिम उठाकर शराब तस्करी का पूरा नेक्सेस खोज निकाला। पढ़िए, पूरा खुलासा… तस्कर रोहित बोला- थाने में 5 हजार, चौकी में 2 हजार देता हूं हम सोर्स के जरिए शराब तस्कर रोहित सिंह से मिले। रोहित गोहनिया छपरा गांव का रहने वाला है। वह डोकती क्षेत्र में गंगा नदी से नाव से शराब तस्करी करता है। रोहित ने बताया- वह रोज 35 पेटी शराब रात 8 से 2 बजे तक भेजता है। एक नाव वाला एक चक्कर के 5000 रुपए लेता है। डोकती थाने वालों को 5000 रुपए और चौकी को 2000 रुपए महीने देता हूं। तस्करी के नेटवर्क को गहराई से समझने के लिए हम रोहित के माध्यम से तस्कर सनी सिंह से मिले। सनी के चाचा की शराब की दुकान सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन के पास है। सनी ने रानीगंज की तरफ मिलने के लिए बुलाया। यहां सनी के साथ उसका साथी ऋतिक सिंह भी मिला। ऋतिक भी शराब तस्करी करता है। हमने यहां सनी से हिडन कैमरे पर बात की… सनी: कौन-सा माल (शराब) चाहिए? कितना चाहिए? रिपोर्टर: फ्रूटी (8 PM), सीसा (Royal Stage) सनी: कितनी? रिपोर्टर: रेट क्या है? सनी: एक क्वार्टर पर एमआरपी से 5 रुपए ज्यादा और बोतल (कोई भी) 20 रुपए ज्यादा। रिपोर्टर: बिहार कैसे भेजोगे? सनी: ट्रेन से। रिपोर्टर: कौन सी ट्रेन से…? सनी: आज ही सियालदाह ट्रेन से निकलवाई है। जिस ट्रेन से बताओ… उसी से निकल जाएगा। रिपोर्टर: कितना पैसा लगेगा? सनी: 1200 रुपए एक चक्कर का एक आदमी लेगा, एक बार में 10 से 15 पेटी निकल जाती है। रिपोर्टर: पुलिस नहीं पकड़ेगी क्या? सनी: RPF को 1200 रुपए एक चक्कर का एक आदमी को देते हैं। 200 रुपए इंटेलिजेंस वालों को देते हैं। रिपोर्टर: कोई ऐसा जुगाड़ बताओ, छपरा तक तुम ही पहुंचा दो। सनी: पहुंच जाएगी, एक पेटी का 5000 लगेगा और हमारा आदमी प्लेटफॉर्म पर उतार कर रख देगा, फिर तुम्हारी जिम्मेदारी। रिपोर्टर: ट्रेन में कहां रखोगे…? सनी: स्लीपर और जनरल में रखते हैं… एसी में टीटी परेशान करते हैं। हम पार्टनर से बातचीत करके ऑर्डर फाइनल करने का बहाना बनाकर आ गए। सनी से हुई बातचीत में साफ हो गया था कि इस तस्करी के खेल में पुलिस और RPF की भी मिलीभगत है। अब जानिए, तस्करों ने कितना कमाया तस्कर रोहित सिंह ने कहा- इसी चुनाव की कमाई से उसने अपना मकान बनवा लिया है। तस्कर सनी ने बताया इस बार उसने 15 लाख रुपए कमाए हैं। डेढ़ घंटे बाद तस्करों ने रिपोर्टर को किडनैप किया, जंगल ले जाकर पीटा सनी के स्टिंग के बाद हम दूसरे तस्कर की तलाश में रानीगंज के स्टेट बैंक के पास पहुंचे। तभी हमारे साथ मौजूद तस्कर रोहित के पास किसी का फोन आया। वह हमें कोटवा गांव की तरफ ले गया। यहां रास्ते में सनी मिला। उसने हमें रोका और मोबाइल छीन लिया। सनी के साथ तस्कर ऋतिक व 3 लोग और थे। सभी ने मारपीट की। फिर जबरन बाइक पर बैठाकर जंगल में ले गए। यहां 30 मिनट तक मारपीट की। कीचड़ में पटककर लात-घूसों से मारा। बार-बार जान से मारने की धमकी दी। मोबाइल से स्टिंग के वीडियो डिलीट कर दिए। फिर हमें जंगल में छोड़कर चले गए। करीब आधा घंटा जंगल में भटकने के बाद हम गांव के पास पहुंचे। यहां मोबाइल टावर मिलने पर बैरिया थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस हमें थाने लेकर आई। कान में गंभीर चोट, आंख-चेहरे और पीठ पर निशान
तस्करों की मारपीट से रिपोर्टर शुभम श्रीवास्तव के कान में गंभीर चोट आई है। उनकी आंख, चेहरे और पीठ पर मारपीट के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं। शुभम को लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने कान की सर्जरी की बात कही है। इधर, पुलिस ने तस्करों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सनी और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है। हमारी इन्वेस्टिगेशन में ये निकला… दोनों नदियों के उस पार बिहार का बॉर्डर
बलिया दाे तरफ से गंगा और घाघरा नदी से घिरा है। इस एरिया को दोआबा कहते हैं। इन इलाकों में खनन और शराब तस्करी बड़े पैमाने पर होती है। गंगा के उस पार बिहार का भोजपुर (आरा) जिला और घाघरा के उस पार छपरा जिला पड़ता है। यह जल सीमा 150 किलोमीटर से ज्यादा है। इसका फायदा दोनों तरफ के तस्कर उठाते हैं। बलिया के तस्कर, बिहार के तस्कर को नाव पर माल उपलब्ध कराते हैं। हमने सालभर में 27 हजार लीटर शराब जब्त की
इस मामले में एसपी बलिया ओमवीर सिंह ने कहा- क्षेत्र में तस्करी के खिलाफ इस साल 27 हजार लीटर शराब जब्त की। गैंगस्टर एक्ट में 5 केस दर्ज किए हैं। नाव-ट्रेन से जा रही शराब पर भी कार्रवाई की है। हमारा प्रयास है कि इसे पूरी तरह रोक दें। बॉर्डर पर नजर रखे हैं।
———————— ये खबर भी पढ़ें… यूपी पुलिस का धंधा- लड़के उठाओ, पैसा लेकर छोड़ो, कैमरे पर 25000 की डिमांड, स्टिंग के बाद रिपोर्टर पर हमला 1 का 5 करा दीजिए। (एक युवक को छोड़ने के 5 हजार रुपए) 25 हजार रुपए कर दो… बरी कर देंगे। इसके बाद इन पर कोई आंच नहीं आएगी। गारंटी ले रहे। बाकी ये धारा (एससी-एसटी एक्ट) उनके लिए (दूसरा पक्ष) लग जाएगी। तुम्हारे नाते 25 बोले हैं, नहीं तो 50 से नीचे बात ना होती। पढ़ें पूरी खबर
तस्करों की मारपीट से रिपोर्टर शुभम श्रीवास्तव के कान में गंभीर चोट आई है। उनकी आंख, चेहरे और पीठ पर मारपीट के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं। शुभम को लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने कान की सर्जरी की बात कही है। इधर, पुलिस ने तस्करों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सनी और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है। हमारी इन्वेस्टिगेशन में ये निकला… दोनों नदियों के उस पार बिहार का बॉर्डर
बलिया दाे तरफ से गंगा और घाघरा नदी से घिरा है। इस एरिया को दोआबा कहते हैं। इन इलाकों में खनन और शराब तस्करी बड़े पैमाने पर होती है। गंगा के उस पार बिहार का भोजपुर (आरा) जिला और घाघरा के उस पार छपरा जिला पड़ता है। यह जल सीमा 150 किलोमीटर से ज्यादा है। इसका फायदा दोनों तरफ के तस्कर उठाते हैं। बलिया के तस्कर, बिहार के तस्कर को नाव पर माल उपलब्ध कराते हैं। हमने सालभर में 27 हजार लीटर शराब जब्त की
इस मामले में एसपी बलिया ओमवीर सिंह ने कहा- क्षेत्र में तस्करी के खिलाफ इस साल 27 हजार लीटर शराब जब्त की। गैंगस्टर एक्ट में 5 केस दर्ज किए हैं। नाव-ट्रेन से जा रही शराब पर भी कार्रवाई की है। हमारा प्रयास है कि इसे पूरी तरह रोक दें। बॉर्डर पर नजर रखे हैं।
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