कानपुर में LLB छात्र पर चापड़ से हमला:आंते बाहर आईं, हाथ की उंगलियां काटीं; सिर पर 14 टांके लगे

कानपुर में दवा लेने गए LLB के छात्र पर मेडिकल स्टोर संचालक और उसके 3 साथियों ने हमला कर दिया। चापड़ से इतना मारा कि उसका सिर फट गया, हड्डियां तक दिखने लगीं। पेट फट गया, आंतें बाहर आ गईं। हाथ की 2 उंगलियां काट दीं। खून से लथपथ वह सड़क पर पड़ा रहा। लोग उसे बचाने के लिए दौड़े तो आरोपी मौके से भाग गए। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। कपड़े से आंत को पेट से बांधा। फिर उसे एक-एक करके 4 अस्पताल ले गए। लेकिन गंभीर हालत देखते हुए सभी ने भर्ती करने से इनकार कर दिया। अंत में रीजेंसी अस्पताल ने उनको एडमिट किया। 2 घंटे पेट का ऑपरेशन चला। डॉक्टरों ने सिर में 14 टांके लगाए। हाथ की उंगलियों को जोड़ा। युवक की मां ने बताया कि हमलावरों ने पुलिस से साठगांठ कर घायल बेटे पर ही रंगदारी और लूट का केस दर्ज करा दिया है। मामला रावतपुर थाना क्षेत्र का है। विस्तार से पढ़िए पूरा मामला केशवपुरम निवासी नीलम सिंह चंदेल ने बताया कि मेरा बेटा अभिजीत सिंह चंदेल (22) कानपुर विश्वविद्यालय से LLB का कोर्स कर रहा है। वह फर्स्ट ईयर में है। बेटा शनिवार रात करीब 9 बजे दवा लेने गया था। घर से करीब 1Km दूर वह मां डिकल स्टोर पर पहुंचा। यहां पर पैसे को लेकर उसका मेडिकल स्टोर संचालक अमर सिंह से बहस हो गई। इसी दौरान उसकी दुकान पर बैठे उसके भाई विजय सिंह और उसके दोस्तों प्रिंस राज श्रीवास्तव और निखिल ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। फिर चापड़ से उस पर हमला कर दिया। हमले से अभिजीत का सिर फट गया। वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा। इससे पहले वह उठता आरोपियों ने उसके पेट पर चापड़ से कई वार किए। इससे उसका पेट फट गया और उसकी आंतें बाहर निकल गईं। अभिजीत वहां से बचकर भागने लगा, तभी आरोपियों ने उसे पकड़ लिया और एक हाथ की उसकी दो अंगुलियां काट दीं। मां बोलीं- आरोपी पर कई मुकदमे दर्ज
तभी अभिजीत शोर मचाते हुए घर की तरफ भागने चाहा। राहगीरों ने उसे बचाया। लोगों की भीड़ देखकर आरोपी मौके से फरार हो गए। अभिजीत को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया है। मां नीलम ने बताया हमलावरों में प्रिंसराज श्रीवास्तव एक आपराधिक किस्म का व्यक्ति है, जो कि खुद को वकील बताता है। काकादेव थाने में उसके खिलाफ रंगदारी और जमीन कब्जाने का मुकदमा दर्ज है। मेरा बेटा अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है। उधर पुलिस ने आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक अमर सिंह के भाई विजय सिंह की शिकायत पर अभिजीत के खिलाफ ही रंगदारी और मारपीट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। DCP बोले- छात्र की तरफ से भी केस दर्ज हुआ
डीसीपी वेस्ट दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि जो पक्ष थाने आया था, उसकी शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। बाद में पता चला कि दूसरे पक्ष का युवक रीजेंसी में भर्ती हैं। दूसरे पक्ष से भी शिकायत मिली है। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। ………………………… ये खबर भी पढ़िए- पति ने स्कूटी नहीं दिलाई तो पत्नी छोड़ गई;आगरा में बोली- बस में धक्के खाती हूं, मुझे नहीं रहना साथ ‘मुझे घर से ऑफिस आने-जाने में बहुत दिक्कत होती है। रोजाना ऑटो और बस में धक्का-मुक्की झेलनी पड़ती है। मैंने पति से एक्टिवा दिलाने को कहा था, लेकिन नहीं दिला रहे हैं। मुझे अब उनके साथ नहीं रहना है।’ ये कहना है आगरा की एक युवती का जो पति को छोड़कर छह महीने से अपने मायके में रह रही। पढ़िए पूरी खबर