कानपुर IIT में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर स्टूडेंट ने किया सुसाइड:दो दिन से बंद था कमरा, तीसरे दिन बदबू आने पर साथी छात्रों ने दी जानकारी

कानपुर आईआईटी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के फाइनल ईयर के छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। छात्र दो दिन से कमरे से बाहर नहीं निकला था, तीसरे दिन कमरे से बदबू आने पर साथी छात्रों ने पुलिस व आईआईटी प्रबंधन को जानकारी दी। मौके पर पहुंची कल्याणपुर पुलिस दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसी। छात्र का फंदे से शव लटकता मिला। शव काफी सड़ चूका था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अब पढ़िए पूरा मामला
आईआईटी प्रबंधन के मुताबिक, हरियाणा के महेंद्र गढ़ जिले के बुचौली रोड ककरकई निवासी सतीश सैनी का बेटा धीरज सैनी (22) IIT कानपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से बीटेक की अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। धीरज हॉस्टल नंबर एक के रूम नंबर 123 में रहता था। दुर्गंध आने पर साथी छात्रों ने दी जानकारी
बुधवार दोपहर करीब तीन बजे उसके कमरे के पास से गुजरे तो दुर्गंध आई। आशंका होने पर छात्रों ने धीरज को आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद जानकारी आइआइटी प्रशासन को दी गई। कल्याणपुर थाना पुलिस भी पहुंच गई। अंदर से दरवाजा बंद होने पर उसे तोड़ा गया तो पंखे से रस्सी के फंदे पर धीरज का शव लटका मिला। फोरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल की, जिसके बाद उसके परिजनों को जानकारी दी गई। कल्याणपुर थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्रा ने बताया- धीरज को 28 सितंबर के पास से किसी ने नहीं देखा था। कारण पूछने पर अन्य छात्रों से पता चला कि इन दिनों छुट्टियां थीं। इसीलिए किसी भी सहपाठी ने भी ध्यान नहीं दिया। सभी अपने-अपने कमरे में पढ़ाई करते रहे। खबर अपडेट की जा रही है…. ————— ये खबर भी पढ़ें… IIT कानपुर के सॉफ्टवेयर डेवलपर ने सुसाइड किया:दरवाजा तोड़कर निकाला शव; नोट में लिखा- मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना IIT कानपुर के सॉफ्टवेयर डेवलपर ने सोमवार को सुसाइड कर लिया। उसने कमरे में फांसी का फंदा बनाकर जान दे दी। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें लिखा- ‘मैं पढ़ नहीं पा रहा हूं, फेल्योर महसूस कर रहा हूं। मैं शराब नहीं पीता, इसके अलावा कोई गलत काम नहीं करता हूं। मम्मी, पापा मुझे माफ कर देना।’ पढ़ें पूरी खबर…