काशी में ब्राजीलियन कलाकारों ने पढ़ा शिवमंत्र:रघुपति राघव राजा राम गाया; पीएम मोदी भी तारीफ कर चुके हैं

काशी में सुबह-ए बनारस में रविवार को अनोखा नजारा देखने को मिला। इसी वर्ष पद्मश्री से सम्मानित हाे चुके ब्राजील के आचार्य जोनास मसेट्टी ने अपने ग्रुप के साथ पहली बार रघुपति राघव राजा राम गाया। शिव मंत्र पढ़ा। मंच पर इनके ग्रुप ने जब हिंदी और अंग्रेजी में भक्ति गीतों काे गुनगुनाया, तो हर कोई मुग्ध हो गया। गंगा घाट पर हुए कार्यक्रम में विदेशी कलाकारों के मुंह से भजन सुनकर वहां मौजूद दर्शक और श्रद्धालु झूम उठे। 2 तस्वीरें देखिए… शाम ढलते ही गंगा किनारे गूंजे भजन
काशी में अस्सी घाट पर रोजाना शाम 6 बजे सुबह-ए-बनारस कार्यक्रम होता है। रविवार को इसके मंच पर आचार्य जोनास मसेट्टी ने अपने शिवा फेस्टिवल ब्राजील ग्रुप की प्रस्तुति दी। ग्रुप के सभी 4 सदस्य ब्राजील के हैं। इनकी इच्छा थी कि अपने ग्रुप के साथ वाराणसी के अस्सी घाट पर प्रस्तुति दी जाए। इन्हें यहां होने वाले इस कार्यक्रम की जानकारी पहले से थी। इसी के तहत यहां पहुंचे और प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के बाद जोनास मसेट्टी ने कहा- काशी के गंगा घाट पर पहली बार मैंने अपनी प्रस्तुति दी। इसमें हमने रघुपति राघव राजा राम और शिव मंत्र पढ़ा। उन्होंने बताया कि ब्राजील समेत अन्य देश के छात्रों को सत्संग के जरिए भारतीय संस्कृति का प्रसार-प्रचार करता हूं। उन्होंने बताया कि मेरी संगीत की क्लास ऑनलाइन चलती है। उसी के जरिए हम सभी छात्रों को संगीत सिखाते हैं और खुद जाकर भी प्रोग्राम करते हैं। उन्होंने बताया कि भारत में तमाम विश्वविद्यालय के छात्रों को इससे जोड़ा जा रहा है। अब जानिए कौन हैं जोनास मसेट्टी ​​​​​​​जोनास मसेट्टी का जन्म ब्राजील के रियो-डी-जिनेरियो में हुआ था। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग पूरी की और स्टॉक मार्केट में काम किया। हालांकि, लाइफस्टाइल से संतुष्ट न होने पर आध्यात्मिकता की ओर रुख किया। भारत आकर उन्होंने वेदांत और योग की शिक्षा ली। आचार्य दयानंद सरस्वती के आश्रम में वेदांत की शिक्षा हासिल की। इन्हें ‘विश्वनाथ’ के नाम से भी जाना जाता है। योग और अध्यात्म की सेवा के लिए भारत सरकार ने उन्हें साल-2025 के पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान भी उनका जिक्र कर चुके हैं। 29 नवंबर, 2020 को इस कार्यक्रम के 18वें एपिसोड में पीएम ने जोनास मसेट्‌टी का जिक्र करके लोगों का ध्यान खींचा था। मोदी ने कहा था कि जोनास जैसे लोग भारत की सांस्कृतिक शक्ति के जीवंत उदाहरण हैं। 2 साल पहले 2023 में 9-10 सितंबर को हुए जी-20 सम्मेलन के दौरान भी प्रधानमंत्री ने जोनास मसेट्‌टी के इस ग्रुप से मुलाकात की थी। आज उनके ग्रुप ने पहली बार काशी के गंगा घाट पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी हैं। पूरी दुनिया में 1.5 लाख शिष्य
भारत में वेदांत की शिक्षा प्राप्त करने के बाद जोनास ने ब्राजील के पेट्रोपोलिस में 2014 में ‘विश्व विद्या’ नामक संस्था की स्थापना की। इस संस्थान में वेदांत, भगवद्गीता, संस्कृत और वैदिक परंपराएं पढ़ाई जाती हैं। अपने इस संस्था के माध्यम से वे ब्राजील और अन्य देशों में वेदांत, योग, संस्कृत, गीता और रामायण का प्रचार-प्रसार करते हैं। उनकी शिक्षाओं से अब तक 1.5 लाख से अधिक छात्र प्रभावित हुए हैं। जोनास मसेट्‌टी की ये तस्वीरें भी देखिए ————————– ये खबर भी पढ़िए- प्रेमी-प्रेमिका ने एक ही रस्सी से लटककर जान दी, बिजनौर में लड़की फंदा टूटने से गिरी, जानवर हाथ खा गए बिजनौर में प्रेमी-प्रेमिका ने एक ही फंदे से लटककर जान दे दी। दोनों 6 दिन पहले घर से भाग गए थे। शनिवार देर रात दोनों के शव कृषि फार्म में मिले। लड़की का शव जमीन पर था, उसके हाथ गायब थे, जबकि लड़का फंदे से लटका हुआ था। पढ़ें पूरी खबर…