कुएं में गिरे बच्चे की 31 घंटे बाद मिली बॉडी:आगरा में बच्चे को निकालने के लिए सेना बुलानी पड़ी, 3 कमांडो ने लाश निकाली

आगरा में कुएं में गिरे 6 साल के मासूम का 31 घंटे बाद भी शव मिला है। एसडीआरफ को कामयाबी न मिलती देख प्रशासन ने सेना की मदद ली थी। रात आठ बजे के बाद सेना के तीन कमांडो कुएं में उतरे। निचले हिस्से में फंसी डेड-बॉडी को बरामद कर लिया। बच्चे को मरा हुआ देखकर उसके परिवार के लोगों में चीख-पुकार मच गई। इसके पहले उसका कोई सुराग नहीं मिलने से ग्रामीणों में नाराजगी थी। बचाव कार्य में देरी के हवाला देकर परिवार के लोग भड़क गए थे। शनिवार की शाम DCP ईस्ट अतुल शर्मा का ग्रामीणों ने से नाराजगी जताई। घटना के बाद से कुएं को खाली करने का कार्य शुरू हुआ था। शुक्रवार रात तक आसपास के खेतों में काफी पानी भर गया था। इसके चलते शुक्रवार रात 12:30 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा। शनिवार सुबह 9 बजे से फिर से मशक्कत की गई। 2 पंप सेट और सबमर्सिबल से कुएं का पानी फिर से निकालना शुरू किया गया। मगर, जितना पानी निकाल रहे थे, उतना ही पानी फिर से कुएं में बढ़ रहा था। इससे खेतों में पानी और भर गया। इससे ग्रामीणों की फसल खराब होने लगी। ऐसी स्थिति में शनिवार दोपहर लगभग 2 बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया।
शाम को DCP ईस्ट स्थिति का जायजा लेने मौके पर पहुंचे। उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। अब तक बच्चे का सुराग न लगने पर परिजन और ग्रामीण भड़क गए। बड़ी मुश्किल से उन्हें शांत किया गया। इसके बाद शाम लगभग 6 बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। रात करीब नौ बजे बच्चे को बाहर निकाला जा सका। तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। पहले 4 तस्वीरें देखिए… अब विस्तार से पूरी घटना पढ़िए पिता बचाने दौड़ा, तब तक बेटा गिर गया
किरावली तहसील के वाकंदा खास गांव के रहने वाले रामगोपाल शुक्रवार को अपने खेत में आलू बो रहे थे। उनका 6 साल का बेटा रिहांश भी साथ में था। वह खेलते-खेलते खेत के किनारे बने कुएं के पास पहुंच गया। उन्होंने आवाज देकर बच्चे को रोकने की कोशिश की। मगर तब तक वह कुएं में जा गिरा। ये देखते ही पिता चीखते हुए बेटे को बचाने दौड़े। घटना का पता लगते ही गांव वालों ने पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस- प्रशासन की टीम फायर बिग्रेड के साथ मौके पर पहुंची। बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पहले गांव के ही गोताखोर युवक कुएं में उतरे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। कुएं में पानी ज्यादा होने के कारण वे बच्चे को नहीं तलाश पाए। कुएं में उतरी हुई है रेस्क्यू टीम
कुएं के पानी को निकालने के लिए 3 पंप लगाए गए थे। 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अब तक बच्चे का कुछ पता नहीं चला था। रेस्क्यू टीम कुएं की गहराई का पता लगाने में जुटी रही। कुएं में उतरने के लिए सीढ़ी और रस्सियों का इस्तेमाल किया गया। गोताखोर ऑक्सीजन मास्क पहनकर कुएं के अंदर उतरे हुए हैं। पुलिस ने सुरक्षा को देखते हुए एरिया को बैरिकेड किया है, ताकि बचाव कार्य में किसी तरह की बाधा न आए। रात में रोकना पड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन
शुक्रवार दोपहर से शुरू हुआ बचाव कार्य रात करीब 12.30 बजे तक चलता रहा। कुएं से लगातार निकाला जा रहा पानी, आसपास के खेतों में भर गया। इसके चलते बचाव कार्य में अड़चन आने लगी। इसको देखते हुए रात में रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा। सुबह होते ही बच्चे की तलाश में जुटी टीमें
शनिवार सुबह तक खेतों का पानी मिट्‌टी में समा गया। सुबह 9 बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। कुएं का पानी फिर से खेतों में डाला गया। परिजनों के साथ सैकड़ों की संख्या में गांव वाले शुक्रवार रातभर कुएं के पास डेरा डाले रहे। सुबह होती ही यहां फिर से भीड़ लगी रही। देर रात जब बच्चे का शव बाहर निकाला गया तो सभी की आंखें नम हो आईं। ———————– ये खबर भी पढ़ें… पत्नी प्रेमी संग भागी, वकील पति ने सुसाइड किया:बरेली में लिखा- झूठे केस में फंसाने के लिए धमका रही थी, इसलिए जान दे रहा बरेली में पत्नी से परेशान होकर एडवोकेट पति ने जहर खा लिया। उन्हें गुड लाइफ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पत्नी तीन महीने पहले उन्हें छोड़कर अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। तब से वह डिप्रेशन में था। प्रेमी भी उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा था। पढ़ें पूरी खबर….