झांसी में पुलिस को देख तालाब में कूदा युवक, मौत:20 मिनट तक बचने को तैरता रहा, चौकी इंचार्ज समेत 4 लाइन हाजिर

झांसी में जुआरी पकड़ने पहुंची पुलिस को देखकर एक युवक तालाब में कूद गया। वह तैरकर दूसरी तरफ किनारे पहुंचा। पुलिस भी उस किनारे पहुंच गई। पुलिस को देखकर वह वापस तालाब में घुस गया। ग्रामीणों के मुताबिक, पुलिस से बचने के लिए वह करीब 20 मिनट तक तालाब में इधर-उधर तैरता रहा। थोड़ी देर में उसकी सांसें टूटने लगी और वह तालाब में डूब गया। तालाब में डूबे युवक की गांव वालों ने तलाश शुरू की, लेकिन वह नहीं मिला। गुस्साए गांव वालों ने झांसी-ललितपुर हाईवे जाम कर दिया। करीब 2 घंटे तक हाईवे जाम रहा। जाम की सूचना के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की, पुलिस के आश्वासन के बाद लोगों ने जाम खत्म कर दिया। इस मामले में एसएसपी ने भेल चौकी प्रभारी समेत 4 को लाइन हाजिर कर दिया। उधर, 14 घंटे बाद अगले दिन मंगलवार सुबह 5 बजे युवक का शव मिला। घटना बबीना थाना क्षेत्र की है। अब पूरा घटनाक्रम विस्तार से पढ़िए जुआरियों को पकड़ने गई थी पुलिस, देखकर तालाब में कूदा
झांसी से सटे बबीना थाना क्षेत्र में खैलर गांव है। गांव के रविन्द्र जोशी (42) की मेन रोड पर दुकान है। ग्रामीणों ने बताया कि वह सोमवार दोपहर को अमृत सरोवर तालाब के पास जंगल में भैंस चरा रहा था। तालाब के पास जंगल में ही कुछ लोग जुआ खेल रहे थे। सूचना पर सोमवार शाम करीब 3 बजे भेल चौकी प्रभारी नीतीश कुमार, SI कैलाश चंद, सिपाही लवकुश पांडेय और धर्मेंद्र के साथ मौके पर पहुंचे। गांव वालों ने बताया कि पुलिस को देखकर जुआरी भागने लगे। रविंद्र भी पुलिस को देख भागा। वह भागता हुआ तालाब की ओर आया और हड़बड़ाहट में पानी में कूद गया। तालाब में कूदे युवक पर पुलिस की नजर पड़ी तो उसे पकड़ने दौड़ी। रविंद्र तैरकर तालाब के जिस भी किनारे पहुंचता, पुलिस वाले वहां उसे पकड़ने पहुंच जाते। करीब 20 मिनट तक पुलिस और रविंद्र के बीच यह खेल चलता रहा। 3 बार पुलिस को देखकर तालाब में घुसा
ग्रामीणों ने बताया- रविंद्र तीन बार तैरकर तालाब के किनारे गया, लेकिन तीनों बार पुलिस को देखकर वापस तालाब के अंदर आ गया। कुछ देर में वह थक गया और गहरे पानी में डूब गया। रविंद्र के डूबने पर पुलिस वालों ने गांव से गोताखोरों को बुलाया। सूचना पर काफी संख्या में गांव वाले भी पहुंचे। शाम तक गांव के गोताखोर रविंद्र को खोजते रहे, मगर उसका कुछ पता नहीं लगा। गुस्साए गांववालों ने झांसी-ललितपुर हाईवे जाम कर दिया। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार ने हंगामा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वे इस बात पर अड़े थे कि भेल चौकी प्रभारी और उनके साथ घटना के समय मौजूद पुलिसकर्मियों को मौके पर बुलाएं। कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोगों ने धरना खत्म किया। पुलिस ने बाहर नहीं आने दिया, भाई डूबकर मर गया
रविंद्र के छोटे भाई अमित ने बताया- रविंद्र को तैरना आता था, उसने सोचा होगा कि वह तैरकर तालाब के दूसरे किनारे पहुंच जाएगा। पुलिस उसे नहीं पकड़ पाएगी। लेकिन पुलिस ने तालाब के दूसरे किनारे पर भी घेराबंदी कर रखी थी। कई बार इधर-उधर तैरने की वजह से वह थक गया। पुलिस तालाब के पास से हट नहीं रही थी। पुलिस ने उसे तालाब से बाहर नहीं निकलने दिया, जिससे वह डूब गया। उधर, गोताखोरों की मदद से देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन रविंद्र का सुराग नहीं मिला। 14 घंटे बाद सुबह करीब पांच बजे तालाब में रविंद्र का शव दिखा। पुलिस ने उसे बाहर निकलवाया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। इस मामले में एसएसपी ने भेल चौकी प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
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