झांसी में बड़े भाई ने पीट-पीटकर छोटे भाई को मार डाला। पहले उसने घर को अंदर से लॉक किया, फिर रॉड से ताबड़तोड़ वार किए। उसे इतना पीटा कि आंतें तक बाहर आ गईं। मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। आरोपी करीब 4 घंटे बेड के नीचे छिपा रहा। आस-पड़ोस के लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। तब उसने गेट नहीं खोला। पुलिस पड़ोसी की छत के रास्ते से घर के अंदर पहुंची। छोटे भाई का खून से लथपथ शव बरामद किया। एक घंटे की छानबीन के बाद पुलिस घर से जाने लगी, तभी एक सिपाही ने बेड के नीचे टॉर्च जलाकर देखा तो आरोपी छुपा था। उसे निकालकर गिरफ्तार किया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। घटना मंगलवार देर रात की चिरगांव कस्बे के कलेक्टरगंज मोहल्ले की है। अब पढ़िए पूरा मामला… दोनों भाइयों ने शराब पी, फिर झगड़ा हुआ चिरगांव के कलेक्टरगंज मोहल्ला निवासी जितेंद्र कुशवाहा उर्फ भज्जू और उसका छोटा भाई राकेश कुशवाहा उर्फ छोटे हलवाई का काम करते थे। दोनों ही शराब पीने के आदी थे और आए दिन झगड़ा करते थे। मंगलवार रात को भी दोनों भाइयों ने एकसाथ शराब पी। थोड़ी देर बाद उनके बीच झगड़ा होने लगा। शुरुआत में मोहल्ले के लोगों ने इसे सामान्य झगड़ा समझकर ध्यान नहीं दिया। मगर, अचानक स्थिति गंभीर हो गई। आरोपी ने लोहे की रॉड से छोटे भाई पर हमला कर दिया। घायल राकेश मदद के लिए चिल्लाने लगा। लेकिन आरोपी ने घर का गेट अंदर से बंद कर लिया, जिससे कोई भी उसे बचाने अंदर नहीं पहुंच सका। कुछ ही देर में राकेश की मौत हो गई। मारपीट के बाद अचानक आवाज बंद हो गई। इस दौरान पड़ोसी ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। तब चिरगांव पुलिस मौके पर पहुंची। काफी देर तक आरोपी ने दरवाजा नहीं खोला। तब पुलिस पड़ोसी की छत के रास्ते घर के अंदर पहुंची। वहां राकेश का खून से सना शव कमरे के अंदर पड़ा था। जबकि आरोपी बड़ा भाई जितेंद्र गायब था। पुलिस ने छानबीन की तो वह बेड के नीचे छुपा मिला। बुधवार सुबह शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। भाई से मांग रहा था पैसा
मृतक के चचेरे भाई बाबूलाल कुशवाहा ने बताया- दोनों भाइयों ने कुछ समय पहले ढाई लाख रुपए का एक प्लाट बेचा था। दोनों ने आधी-आधी रकम ले ली थी। जितेंद्र अपने पैसे खर्च कर चुका था, अब उसकी नीयत छोटे भाई राकेश के पैसों पर आ गई थी। पिछले कई दिनों से वो राकेश से पैसे मांग रहा था, जबकि राकेश उसे पैसा नहीं देना चाहता था। इसको लेकर उनके बीच झगड़ा होता था। मंगलवार रात को भी राकेश खाना खा रहा था। आरोपी जितेंद्र आया और पैसों को लेकर विवाद होने लगा। तब उसने घर की कुंडी अंदर से बंद करके लोहे की रॉड से राकेश की हत्या कर दी। सिर और पेट में रॉड मारी। इससे पेट की आंतें तक बाहर आ गई। मां को बेरहमी से पीटा था
बाबूलाल ने आगे बताया- जितेंद्र आपराधिक किस्म का था। वह पहले भी चोरी, मारपीट आदि केस में जेल जा चुका था। एक साल पहले उसने अपनी मां मख्खन देवी को बेरहमी से पीटा था। उनका सिर पकड़कर दीवार में मार दिया था। इससे मां को पैरालिसिस हो गया था। दो माह तक वो अस्पताल में एडमिट रही थी। इसके बाद से वो अपनी बड़ी बेटी लक्ष्मी के पास रहने लगी थी। आरोपी जितेंद्र पर 5 से 6 केस दर्ज हैं। दोनों की पत्नियां छोड़कर चली गई थी
राकेश और जितेंद्र की शादी करीब 10 साल पहले सगी बहनों से हुई थी। मगर शादी के कुछ समय बाद ही दोनों पतियों को छोड़कर मायके चली गई थी। राकेश की तीन बहनें लक्ष्मी, जयंती और नंदनी की शादी हो चुकी है। पिता मुल्लूराम कुशवाहा की 30 साल पहले मौत हो गई थी। मां को भी पीटता था आरोपी
आरोपी जितेंद्र शराब पीने के साथ ही गुस्सैल स्वभाव का था। वह अपनी मां के साथ भी शराब पीकर मारपीट करता था। इससे परेशान होकर मां अपनी बेटी लक्ष्मी के पास भांडेर चली गई थीं। हत्या के बाद बहनें अस्पताल पहुंची। यहां पर भाई का शव देखकर छोटी बहन बेहोश हो गई। एसपी ग्रामीण डॉ. अरविंद्र कुमार का कहना है कि किसी बात को लेकर कहासुनी होने के बाद आरोपी जितेंद्र ने रॉड मारकर अपने भाई की हत्या कर दी। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। —————— ये खबर भी पढ़ें… बेटे को जहर देकर पति-पत्नी ने फांसी लगाई:शाहजहांपुर में करोड़पति कारोबारी का पूरा परिवार खत्म, 12 पेज का सुसाइड नोट लिखा शाहजहांपुर में करोड़पति कारोबारी ने पत्नी और 4 साल के बेटे के साथ सुसाइड कर लिया। पहले बेटे को चूहे मारने की दवा खिलाकर मारा, फिर पति-पत्नी फंदे से लटक गए। बताया जा रहा कि व्यापार में घाटा होने से कारोबारी परेशान था। पढ़ें पूरी खबर…
मृतक के चचेरे भाई बाबूलाल कुशवाहा ने बताया- दोनों भाइयों ने कुछ समय पहले ढाई लाख रुपए का एक प्लाट बेचा था। दोनों ने आधी-आधी रकम ले ली थी। जितेंद्र अपने पैसे खर्च कर चुका था, अब उसकी नीयत छोटे भाई राकेश के पैसों पर आ गई थी। पिछले कई दिनों से वो राकेश से पैसे मांग रहा था, जबकि राकेश उसे पैसा नहीं देना चाहता था। इसको लेकर उनके बीच झगड़ा होता था। मंगलवार रात को भी राकेश खाना खा रहा था। आरोपी जितेंद्र आया और पैसों को लेकर विवाद होने लगा। तब उसने घर की कुंडी अंदर से बंद करके लोहे की रॉड से राकेश की हत्या कर दी। सिर और पेट में रॉड मारी। इससे पेट की आंतें तक बाहर आ गई। मां को बेरहमी से पीटा था
बाबूलाल ने आगे बताया- जितेंद्र आपराधिक किस्म का था। वह पहले भी चोरी, मारपीट आदि केस में जेल जा चुका था। एक साल पहले उसने अपनी मां मख्खन देवी को बेरहमी से पीटा था। उनका सिर पकड़कर दीवार में मार दिया था। इससे मां को पैरालिसिस हो गया था। दो माह तक वो अस्पताल में एडमिट रही थी। इसके बाद से वो अपनी बड़ी बेटी लक्ष्मी के पास रहने लगी थी। आरोपी जितेंद्र पर 5 से 6 केस दर्ज हैं। दोनों की पत्नियां छोड़कर चली गई थी
राकेश और जितेंद्र की शादी करीब 10 साल पहले सगी बहनों से हुई थी। मगर शादी के कुछ समय बाद ही दोनों पतियों को छोड़कर मायके चली गई थी। राकेश की तीन बहनें लक्ष्मी, जयंती और नंदनी की शादी हो चुकी है। पिता मुल्लूराम कुशवाहा की 30 साल पहले मौत हो गई थी। मां को भी पीटता था आरोपी
आरोपी जितेंद्र शराब पीने के साथ ही गुस्सैल स्वभाव का था। वह अपनी मां के साथ भी शराब पीकर मारपीट करता था। इससे परेशान होकर मां अपनी बेटी लक्ष्मी के पास भांडेर चली गई थीं। हत्या के बाद बहनें अस्पताल पहुंची। यहां पर भाई का शव देखकर छोटी बहन बेहोश हो गई। एसपी ग्रामीण डॉ. अरविंद्र कुमार का कहना है कि किसी बात को लेकर कहासुनी होने के बाद आरोपी जितेंद्र ने रॉड मारकर अपने भाई की हत्या कर दी। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। —————— ये खबर भी पढ़ें… बेटे को जहर देकर पति-पत्नी ने फांसी लगाई:शाहजहांपुर में करोड़पति कारोबारी का पूरा परिवार खत्म, 12 पेज का सुसाइड नोट लिखा शाहजहांपुर में करोड़पति कारोबारी ने पत्नी और 4 साल के बेटे के साथ सुसाइड कर लिया। पहले बेटे को चूहे मारने की दवा खिलाकर मारा, फिर पति-पत्नी फंदे से लटक गए। बताया जा रहा कि व्यापार में घाटा होने से कारोबारी परेशान था। पढ़ें पूरी खबर…