कानपुर में दरोगा की लापरवाही से लुटेरी दुल्हन दिव्यांशी चौधरी को कोर्ट से रिहा कर दिया गया। जांच में पता चला कि जांच अधिकारी शुभम ने केस में दुल्हन के खिलाफ ना तो सबूत पेश किए और ना ही गंभीर धाराओं में कोर्ट से रिमांड की मांग की। वह अधूरे दस्तावेजों के साथ कोर्ट में पहुंचे थे। इस वजह से आरोपी दिव्यांशी को कोर्ट से छोड़ दिया गया। जांच में पता चला कि एक रिटायर सीओ दिव्यांशी की पैरवी में कानपुर पहुंचे थे। वह शुभम के साथ कई घंटे तक रहे। जांच अधिकारी को लाखों रुपए का ऑफर दिया। जांच में लुटेरी दुल्हन के संपर्क में 5 पुलिसकर्मी समेत कई लोग सामने आए हैं। पुलिस जल्द ही इन सभी के खिलाफ एक्शन ले सकती है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने दरोगा शुभम पर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही लुटेरी दुल्हन के पूरे सिंडीकेट का पर्दाफाश करने के लिए एक जांच कमेटी बनाई है। जांच अधिकारी आधी-अधूरी तैयारी के साथ कोर्ट क्यों गए थे? आरोपी लुटेरी दुल्हन से उनका क्या कनेक्शन है? इस सिंडिकेट में कौन-कौन शामिल है? क्या इन लोगों से दरोगा शुभम की बात हुई? इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है। पढ़िए रिपोर्ट… DCP की जांच में दरोगा की लापरवाही मिली, CO से कनेक्शन मिला
दरोगा पति आदित्य लोचव की शिकायत पर ग्वालटोली पुलिस ने FIR दर्ज कर दिव्यांशी को अरेस्ट किया था। मंगलवार को ACJM-7 अमित सिंह की कोर्ट में पेश कर पुलिस ने 14 दिनों की रिमांड मांगी। लेकिन, कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए रिमांड देने से मना कर दिया। कोर्ट ने दिव्यांशी को अरेस्ट करने में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का उल्लंघन पाया। इसके बाद दिव्यांशी को रिहा कर दिया गया। पुलिस की किरकिरी होने पर फौरन डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने अपने ऑफिस में एक मीटिंग बुलाई। इसमें डीसीपी सेंट्रल, एडीसीपी अर्चना सिंह, विवेचक शुभम सिंह और शिकायत करने वाले दरोगा आदित्य लोचव को बुलाया गया। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने लुटेरी दुल्हन केस में चल रही जांच की समीक्षा की। दिव्यांशी की कॉल डिटेल और बैंक खाते चेक किए गए। पता चला कि दिव्यांशी के इटावा निवासी और मेरठ मंडल के कई सर्किल में तैनात रहे एक रिटायर सीओ, मेरठ के 2 इंस्पेक्टर, दरोगा और एक बैंक मैनेजर से संबंध हैं। वह लगातार इन लोगों के टच में है। इन सभी की लुटेरी दुल्हन से बात होती रहती है। उसके बैंक खाते से लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन सामने आया है। दिव्यांशी के सिंडीकेट से जुड़े लोगों के बयान ही नहीं लिए
जेसीपी आशुतोष कुमार ने विवेचक शुभम से पूछा कि जब इतने पुलिस कर्मियों का दिव्यांशी से संबंध है, तो इन लोगों के बयान क्यों नहीं लिए गए? इन पुलिस कर्मियों और बैंक अफसर की भूमिका की जांच क्यों नहीं की गई? आखिर दिव्यांशी से इन सभी का क्या कनेक्शन है, जो लाखों का ट्रांजैक्शन है? दरोगा शुभम कोई जवाब नहीं दे सके। इस पर जेसीपी ने शुभम को जमकर फटकार लगाई। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच में अब एक इंस्पेक्टर को भी शामिल किया है। जेसीपी ने कहा है कि अब इस पूरे सिंडीकेट का खुलासा होना चाहिए। जिन पुलिस अफसरों और बैंक अफसर समेत अन्य की कॉल डिटेल और लाखों का ट्रांजैक्शन मिला है। एक-एक व्यक्ति की जांच होगी। जांच के बाद सिंडीकेट में शामिल सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कोर्ट में दोबारा करेगी अपील
डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि अब डीजे कोर्ट में दोबारा सभी साक्ष्यों के साथ अपील करेंगे। ताकि आरोपी को दोबारा अरेस्ट करके जेल भेजा जाए। पुलिस टीम अब नए सिरे से दोबारा जांच करके एक-एक साक्ष्य जुटा रही है। जल्द ही पूरे सिंडीकेट के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। अब जानिए पूरा मामला 17 फरवरी, 2024 को हुई थी दरोगा से शादी
बुलंदशहर के बीबीनगर में रहने वाले आदित्य कुमार लोचव 2019 बैच के सब-इंस्पेक्टर हैं। आदित्य के पिता ऋषिपाल किसान और मां राजेश देवी घरेलू महिला थीं। पिता के बाद मां की भी कैंसर से मौत हो गई थी। घर में एक दिव्यांग भाई है। एक रिश्ते के ताऊ आदित्य के लिए 30 साल की दिव्यांशी का रिश्ता लेकर आए। बताया कि दिव्यांशी आदित्य के घर से 50 किलोमीटर दूर मेरठ के मवाना में रहती है। दहेज में स्कॉर्पियो, लाखों के जेवर और धूमधाम से शादी की बात कही। खूबसूरत लड़की देखकर दरोगा आदित्य कुमार लोचव और उनके परिवार ने भी हामी भर दी। इसके बाद दोनों के परिवार वालों की रजामंदी से 17 फरवरी, 2024 को आदित्य और दिव्यांशी की शादी हो गई। दरोगा को पत्नी पर शक इस तरह हुआ
आदित्य ने बताया- शादी के बाद से दिव्यांशी बीएड और सीटेट की तैयारी का हवाला देकर मेरे घर में नहीं रुकती थी। जब घर आती थी, तो अपने मोबाइल फोन से गूगल-पे, फोन-पे समेत अन्य यूपीआई एप डिलीट कर देती थी। जब मैं ड्यूटी पर होता था, तो दिव्यांशी उनसे ऑनलाइन रुपए मांगती थी। इस पर मुझे शक हुआ। शादी के 4 महीने बाद मैं छुट्टी पर घर गया था। दिव्यांशी भी घर पर ही थी। मैंने जैसे ही उसका मोबाइल लिया, तो वह बेचैन हो गई। मैंने उससे पूछा कि जब मैं घर आता हूं तो सभी यूपीआई एप क्यों डिलीट कर देती हो? इसका दिव्यांशी ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद मैंने जबरन सभी यूपीआई एप डाउनलोड कराए। जब मैंने एप चेक किए, तो मेरे होश उड़ गए। ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में 10 से ज्यादा खातों में करोड़ों का ट्रांजैक्शन किया गया था। खातों के बारे में पूछने के बाद दिव्यांशी मुझसे झगड़ा करके मायके चली गई। दिव्यांशी ने 25 नवंबर को पुलिस कमिश्नर से की शिकायत
25 नवंबर को कानपुर पुलिस कमिश्नर ऑफिस अखिल कुमार में दिव्यांशी ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया। उसने ग्वालटोली थाने में तैनात अपने पति आदित्य पर परेशान करने और 14.50 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया। कहा कि दरोगा पति के कई महिलाओं से अवैध संबंध हैं। वो सोशल मीडिया पर लड़कियों को अपने चंगुल में फंसाता है। इसके बाद उनसे दोस्ती कर शारीरिक संबंध बनाता है। फोटो-वीडियो निकालकर महिलाओं को ब्लैकमेल करता है। पुलिस कमिश्नर ने जांच बैठाई थी
दरोगा आदित्य की पत्नी दिव्यांशी की शिकायत और दरोगा के पक्ष रखने के बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने जांच बैठा दी थी। तत्कालीन स्टाफ ऑफिसर अमिता सिंह इस केस की जांच कर रही थीं। दरोगा से समझौते के नाम पर दिव्यांशी ने एक करोड़ की मांग की थी। इसके बाद दरोगा ने दिव्यांशी चौधरी के खिलाफ सैकड़ों साक्ष्य दिए। जिनसे यह साबित हुआ कि दिव्यांशी ब्लैकमेलर है। दरोगा ने कहा- पुलिस अधिकारियों ने किया ब्लैकमेल
दरोगा आदित्य ने बताया कि दिव्यांशी चौधरी के लिए पुलिस के कई अधिकारी काम करते हैं। मेरठ में तैनात रहे कई अधिकारियों के खातों में करोड़ों के ट्रांसफर से इस बात का खुलासा होता है। दिव्यांशी के करीब 10 खाते हैं, जिनमें वह पैसों का हेर-फेर करती है। दरोगा ने कहा- तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार का तबादला होते ही दिव्यांशी के गिरोह से जुड़े कई पुलिसकर्मी कानपुर आकर अधिकारियों को भ्रमित करने में लग गए। इसमें एक रिटायर्ड सीओ के साथ एडीजी जोन मेरठ के कार्यालय में रेडियो ऑपरेटर के पद पर तैनात दरोगा भी दिव्यांशी की पैरवी के लिए आ चुके हैं। दिव्यांशी ने 3 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ रेप केस कराया था, लेकिन सभी मामलों में समझौता हो गया। इसके साथ ही कई लोगों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराईं, जिनमें फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है। ————————— ये खबर भी पढ़ें… दरोगा देवर की शादी से पहले भाभी का सुसाइड, जालौन में बेटियों के साथ कमरा बंद करके आग लगाई, तीनों की मौत जालौन में एक महिला ने दरोगा देवर की शादी से एक दिन पहले दो बेटियों के साथ सुसाइड कर लिया। उसका किसी बात को लेकर पति से झगड़ा हुआ। इसके बाद बेटियों और खुद को कमरे में बंद कर लिया और डीजल उड़ेलकर आग लगा ली। पढ़ें पूरी खबर…
दरोगा पति आदित्य लोचव की शिकायत पर ग्वालटोली पुलिस ने FIR दर्ज कर दिव्यांशी को अरेस्ट किया था। मंगलवार को ACJM-7 अमित सिंह की कोर्ट में पेश कर पुलिस ने 14 दिनों की रिमांड मांगी। लेकिन, कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए रिमांड देने से मना कर दिया। कोर्ट ने दिव्यांशी को अरेस्ट करने में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का उल्लंघन पाया। इसके बाद दिव्यांशी को रिहा कर दिया गया। पुलिस की किरकिरी होने पर फौरन डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने अपने ऑफिस में एक मीटिंग बुलाई। इसमें डीसीपी सेंट्रल, एडीसीपी अर्चना सिंह, विवेचक शुभम सिंह और शिकायत करने वाले दरोगा आदित्य लोचव को बुलाया गया। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने लुटेरी दुल्हन केस में चल रही जांच की समीक्षा की। दिव्यांशी की कॉल डिटेल और बैंक खाते चेक किए गए। पता चला कि दिव्यांशी के इटावा निवासी और मेरठ मंडल के कई सर्किल में तैनात रहे एक रिटायर सीओ, मेरठ के 2 इंस्पेक्टर, दरोगा और एक बैंक मैनेजर से संबंध हैं। वह लगातार इन लोगों के टच में है। इन सभी की लुटेरी दुल्हन से बात होती रहती है। उसके बैंक खाते से लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन सामने आया है। दिव्यांशी के सिंडीकेट से जुड़े लोगों के बयान ही नहीं लिए
जेसीपी आशुतोष कुमार ने विवेचक शुभम से पूछा कि जब इतने पुलिस कर्मियों का दिव्यांशी से संबंध है, तो इन लोगों के बयान क्यों नहीं लिए गए? इन पुलिस कर्मियों और बैंक अफसर की भूमिका की जांच क्यों नहीं की गई? आखिर दिव्यांशी से इन सभी का क्या कनेक्शन है, जो लाखों का ट्रांजैक्शन है? दरोगा शुभम कोई जवाब नहीं दे सके। इस पर जेसीपी ने शुभम को जमकर फटकार लगाई। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच में अब एक इंस्पेक्टर को भी शामिल किया है। जेसीपी ने कहा है कि अब इस पूरे सिंडीकेट का खुलासा होना चाहिए। जिन पुलिस अफसरों और बैंक अफसर समेत अन्य की कॉल डिटेल और लाखों का ट्रांजैक्शन मिला है। एक-एक व्यक्ति की जांच होगी। जांच के बाद सिंडीकेट में शामिल सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कोर्ट में दोबारा करेगी अपील
डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि अब डीजे कोर्ट में दोबारा सभी साक्ष्यों के साथ अपील करेंगे। ताकि आरोपी को दोबारा अरेस्ट करके जेल भेजा जाए। पुलिस टीम अब नए सिरे से दोबारा जांच करके एक-एक साक्ष्य जुटा रही है। जल्द ही पूरे सिंडीकेट के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। अब जानिए पूरा मामला 17 फरवरी, 2024 को हुई थी दरोगा से शादी
बुलंदशहर के बीबीनगर में रहने वाले आदित्य कुमार लोचव 2019 बैच के सब-इंस्पेक्टर हैं। आदित्य के पिता ऋषिपाल किसान और मां राजेश देवी घरेलू महिला थीं। पिता के बाद मां की भी कैंसर से मौत हो गई थी। घर में एक दिव्यांग भाई है। एक रिश्ते के ताऊ आदित्य के लिए 30 साल की दिव्यांशी का रिश्ता लेकर आए। बताया कि दिव्यांशी आदित्य के घर से 50 किलोमीटर दूर मेरठ के मवाना में रहती है। दहेज में स्कॉर्पियो, लाखों के जेवर और धूमधाम से शादी की बात कही। खूबसूरत लड़की देखकर दरोगा आदित्य कुमार लोचव और उनके परिवार ने भी हामी भर दी। इसके बाद दोनों के परिवार वालों की रजामंदी से 17 फरवरी, 2024 को आदित्य और दिव्यांशी की शादी हो गई। दरोगा को पत्नी पर शक इस तरह हुआ
आदित्य ने बताया- शादी के बाद से दिव्यांशी बीएड और सीटेट की तैयारी का हवाला देकर मेरे घर में नहीं रुकती थी। जब घर आती थी, तो अपने मोबाइल फोन से गूगल-पे, फोन-पे समेत अन्य यूपीआई एप डिलीट कर देती थी। जब मैं ड्यूटी पर होता था, तो दिव्यांशी उनसे ऑनलाइन रुपए मांगती थी। इस पर मुझे शक हुआ। शादी के 4 महीने बाद मैं छुट्टी पर घर गया था। दिव्यांशी भी घर पर ही थी। मैंने जैसे ही उसका मोबाइल लिया, तो वह बेचैन हो गई। मैंने उससे पूछा कि जब मैं घर आता हूं तो सभी यूपीआई एप क्यों डिलीट कर देती हो? इसका दिव्यांशी ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद मैंने जबरन सभी यूपीआई एप डाउनलोड कराए। जब मैंने एप चेक किए, तो मेरे होश उड़ गए। ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में 10 से ज्यादा खातों में करोड़ों का ट्रांजैक्शन किया गया था। खातों के बारे में पूछने के बाद दिव्यांशी मुझसे झगड़ा करके मायके चली गई। दिव्यांशी ने 25 नवंबर को पुलिस कमिश्नर से की शिकायत
25 नवंबर को कानपुर पुलिस कमिश्नर ऑफिस अखिल कुमार में दिव्यांशी ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया। उसने ग्वालटोली थाने में तैनात अपने पति आदित्य पर परेशान करने और 14.50 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया। कहा कि दरोगा पति के कई महिलाओं से अवैध संबंध हैं। वो सोशल मीडिया पर लड़कियों को अपने चंगुल में फंसाता है। इसके बाद उनसे दोस्ती कर शारीरिक संबंध बनाता है। फोटो-वीडियो निकालकर महिलाओं को ब्लैकमेल करता है। पुलिस कमिश्नर ने जांच बैठाई थी
दरोगा आदित्य की पत्नी दिव्यांशी की शिकायत और दरोगा के पक्ष रखने के बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने जांच बैठा दी थी। तत्कालीन स्टाफ ऑफिसर अमिता सिंह इस केस की जांच कर रही थीं। दरोगा से समझौते के नाम पर दिव्यांशी ने एक करोड़ की मांग की थी। इसके बाद दरोगा ने दिव्यांशी चौधरी के खिलाफ सैकड़ों साक्ष्य दिए। जिनसे यह साबित हुआ कि दिव्यांशी ब्लैकमेलर है। दरोगा ने कहा- पुलिस अधिकारियों ने किया ब्लैकमेल
दरोगा आदित्य ने बताया कि दिव्यांशी चौधरी के लिए पुलिस के कई अधिकारी काम करते हैं। मेरठ में तैनात रहे कई अधिकारियों के खातों में करोड़ों के ट्रांसफर से इस बात का खुलासा होता है। दिव्यांशी के करीब 10 खाते हैं, जिनमें वह पैसों का हेर-फेर करती है। दरोगा ने कहा- तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार का तबादला होते ही दिव्यांशी के गिरोह से जुड़े कई पुलिसकर्मी कानपुर आकर अधिकारियों को भ्रमित करने में लग गए। इसमें एक रिटायर्ड सीओ के साथ एडीजी जोन मेरठ के कार्यालय में रेडियो ऑपरेटर के पद पर तैनात दरोगा भी दिव्यांशी की पैरवी के लिए आ चुके हैं। दिव्यांशी ने 3 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ रेप केस कराया था, लेकिन सभी मामलों में समझौता हो गया। इसके साथ ही कई लोगों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराईं, जिनमें फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है। ————————— ये खबर भी पढ़ें… दरोगा देवर की शादी से पहले भाभी का सुसाइड, जालौन में बेटियों के साथ कमरा बंद करके आग लगाई, तीनों की मौत जालौन में एक महिला ने दरोगा देवर की शादी से एक दिन पहले दो बेटियों के साथ सुसाइड कर लिया। उसका किसी बात को लेकर पति से झगड़ा हुआ। इसके बाद बेटियों और खुद को कमरे में बंद कर लिया और डीजल उड़ेलकर आग लगा ली। पढ़ें पूरी खबर…