नाबालिग हिंदू से 10 मुस्लिमों ने 7 महीने गैंगरेप किया:वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते थे; पीड़िता बोली- फांसी से कम सजा मंजूर नहीं

‘जुनैद मुझे फोन करता और 2-3 मिनट बात करता था। फिर कहता कि बात ही करोगी कि मिलने भी आओगी? मैं गई तो उसने एक टॉफी दी। उसे खाने के बाद मुझे कुछ समझ नहीं आया। जुनैद ने मेरे साथ गंदा काम किया, फोटो और वीडियो बना लिया। ये फोटो-वीडियो अपने दोस्त रैयान को दे दिए। मैं अब फंस चुकी थी। रैयान ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर बाग में बुलाया। गलत काम किया। वह बार-बार बुलाता। अब उसके साथ कभी 3 तो कभी 4 लोग होते, सभी मेरे साथ गलत काम करते थे।’ ये भयानक दास्तां सिद्धार्थनगर की एक नाबालिग लड़की ने बताई। उसके साथ 7 महीने तक 10 लड़के बर्बरता करते रहे। वह सहती रही। लेकिन, एक दिन उसे लग गया कि अब अगर विरोध नहीं किया तो बर्बाद हो जाएगी। उसने बहन को बताया। बड़ी बहन लड़की को लेकर थाने पहुंची। शुरुआत में पुलिस ने मामले को हल्के में लिया। लड़की को ही गुनहगार बताने की कोशिश की। लेकिन, जैसे ही मामला जिले स्तर पर पहुंचा, पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई। 9 आरोपी गिरफ्तार हुए। दैनिक भास्कर की टीम ने लड़की से बात की। घटना के बारे में शुरुआत से लेकर अब तक की जानकारी जुटाई। संडे बिग स्टोरी में पढ़िए पीड़िता का दर्द… चौराहे पर मिला, फिर फोन करने लगा रैयान सिद्धार्थनगर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर कपिलवस्तु थाना है। इसी थाना क्षेत्र के एक गांव में मां के साथ उसकी दो बेटियां और एक बेटा रहता है। बड़ी बेटी 19 साल और छोटी 17 साल की है। बेटा दोनों से छोटा है। पिता मुंबई में काम करते हैं। 17 साल की लड़की ने 7वीं तक पढ़ाई करने के बाद स्कूल जाना छोड़ दिया था। घर का काम करती थी। घर में जो भी जरूरत लगती, उसे लाने के लिए पास के ही चौराहे पर जाती थी। वहीं गांव का जुनैद अक्सर उसको देखता था। फरवरी महीने की बात है। लड़की सामान खरीदकर साइकिल से वापस आ रही थी। रास्ते में जुनैद ने बाइक लगा दी। कहा कि तुम मुझे पसंद हो, अपना फोन नंबर दे दो। लड़की ने नहीं दिया और घर चली गई। कुछ दिन के बाद जुनैद को कहीं से लड़की का नंबर मिल गया। उसने फोन किया। लड़की से 2-3 मिनट बात हुई। फिर दोनों के बीच बातचीत का क्रम शुरू हो गया। एक दिन जुनैद ने कहा- सिर्फ फोन पर ही बातचीत करोगी या मिलोगी भी?’ लड़की ने कई बार मना किया। लेकिन, एक दिन वह मिलने के लिए तैयार हो गई। उस दिन को लेकर लड़की कहती है- जब मैं जुनैद से मिली तो उसने एक टॉफी दी। मैंने उसे खा लिया। इसके बाद मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। उसने मेरे साथ गंदा काम किया। उसने अपने फोन में मेरी बिना कपड़ों की फोटो और वीडियो बना लिया। उस वक्त मुझे कुछ भी याद नहीं था। जुनैद ने ये फोटो-वीडियो कभी मुझे नहीं भेजे। हमेशा अपने पास छिपाकर रखा। जुनैद के दोस्त ने ब्लैकमेल कर बुलाया और जबरदस्ती की लड़की कहती है- जुनैद मुंबई में काम करता था। वह वापस मुंबई चला गया। उसने मेरा मोबाइल नंबर और वह फोटो-वीडियो अपने दोस्त रैयान को दे दिए। रैयान ने मुझे फोन किया। दोस्ती करनी चाही, लेकिन हमने मना कर दिया। उसने वह फोटो-वीडियो भेजे। इसे देखते ही मेरा दिमाग खराब हो गया। उसने कहा कि अगर नहीं आओगी तो मैं इसे वायरल कर दूंगा। उसने मुझे गांव की ही एक बाग में बुलाया था। मैं वहां गई, रैयान ने मेरे साथ वहां गलत काम किया। इस एक बार के बाद रैयान की हिम्मत बढ़ गई। वह कभी भी फोन करता, उस बाग में बुला लेता और गंदा काम करता था। मैं नहीं मिलने की बात कहती तो फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी देता था। मुझे मजबूरी में जाना पड़ता था। वह जितनी देर चाहता, उतनी देर वहां रोककर रखता था। चौराहे के पास कमरा फिक्स कर लिया था लड़की ने आपबीती में आगे जो कुछ बताया, वह बेहद भयानक है। वह कहती है- 4 महीने पहले रैयान ने जब मुझे बाग में बुलाया, तब उसके साथ 2 और लोग थे। पहले रैयान ने गलत काम किया। फिर उन दोनों ने भी बारी-बारी मेरे साथ गलत काम किया। उन सबको मेरी किसी परेशानी से कोई मतलब नहीं था। वह अब हर हफ्ते मुझे बुलाने लगे। हर बार रैयान के साथ 2 या फिर 3 लोग होते थे। जिस चौराहे पर जुनैद लड़की से मिला था, अब वहीं इन लड़कों ने एक कमरे की व्यवस्था कर ली। अब बाग में नहीं बुलाते थे। वो अब उसी कमरे में आने के लिए प्रेशर बनाते थे। कभी जुनैद के साथ रैयान, हलीम और मुमताज होते तो कभी शादाब, हफीक, वैद्य व सिराजुद्दीन रहते थे। वॉट्सऐप ग्रुप में बुलाने का दिन-समय तय होता इन लड़कों के हौसले इतना बढ़ गए कि एक वॉट्सऐप ग्रुप बना लिया। उसमें उल्टी-सीधी बातें करते थे। तय करते थे कि अब कब लड़की को कमरे पर बुलाना है। इनकी संख्या अब 10 हो गई थी। इन्हें किसी तरह का कोई डर नहीं था। लड़की की मनोस्थिति खराब होती चली गई। इन लड़कों ने आसपास के बहुत सारे लोगों को अपने वहशीपन की कहानी बता दी। अब लड़की जिधर भी जाती, हर कोई उसे बुरी नजर से देखता। लड़की बताती है- मेरी स्थिति एकदम खराब हो गई थी। मैं उन लोगों के चंगुल में फंस गई थी। फोटो-वीडियो के चक्कर में मैंने अपने आप को बर्बाद कर लिया था। एक दिन मैंने अपनी बड़ी बहन को पूरी बात बताई। बहन चौंक गई। आसपास के कुछ और लोगों ने मेरा साथ दिया और फिर हम कपिलवस्तु थाने पहुंचे। पुलिस को घटना के बारे में बताया। जैसे ही एक के बाद नाम लिए, पुलिस चौंक गई। लड़की यादव जाति से है और सारे आरोपी मुस्लिम। पुलिस ने जांच शुरू कर दी। लड़की का आरोप- पुलिस ने समझौते का दबाव बनाया पुलिस ने लड़की का मेडिकल करवाया और धारा 164 के तहत कोर्ट में बयान दर्ज कराया। इसके बाद छापेमारी करके 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। 3 नवंबर को लड़की ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। कहा- पुलिस एक दिन रात 12 बजे घर आई थी। उसने मुझसे कहा कि तुम फोटो में हंस रही हो, तुम्हारी मर्जी थी। वो लोग समझौते का दबाव बनाने लगे। कहने लगे कि 20 लाख रुपए दिलवा देंगे। लेकिन, हमें ये पैसे नहीं चाहिए। हमें न्याय चाहिए। लड़की ने कहा- पुलिस ने 8 लोगों को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी जुनैद को नहीं पकड़ा। इनका एक और दोस्त है, उसका मैं नाम नहीं जानती। लेकिन, उसे सामने लाया जाएगा तो मैं पहचान लूंगी। ये लोग उसका नाम जानते हैं। पुलिस कड़ाई से पूछताछ करेगी तो उसे भी पकड़ा जा सकता है। इन 10 लोगों ने मेरे जीवन को खराब कर दिया। मामला हिंदू-मुस्लिम, इसलिए राजनीति में बदला पीड़ित लड़की का यह मामला हिंदू-मुस्लिम होने के चलते तेजी से फैला। सदर विधायक श्याम धनी राही और डुमरियागंज के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह भी थाने पहुंच गए। पुलिस को अल्टीमेटम दिया कि आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। अब यह मामला कपिलवस्तु थाने से निकलकर सिद्धार्थनगर एसपी अभिषेक महाजन तक पहुंच गया। मुख्य आरोपी जुनैद को भी पकड़ लिया गया। अब बस एक आरोपी की गिरफ्तारी बाकी है, जिसका नाम लड़की नहीं जानती, लेकिन सामने लाने पर पहचान लेगी। जुनैद की गिरफ्तारी के बाद हमने पीड़िता से पूछा कि अब क्या चाहिए? लड़की कहती है- हमें न्याय चाहिए। मैं किसी तरह के समझौते के पक्ष में नहीं हूं। जिन लोगों ने मेरे साथ गलत काम किया, उन दरिंदों को फांसी की सजा हो। इस पूरे मामले पर एसपी डॉ. अभिषेक महाजन का कहना है, नाबालिग बच्ची को साइकोलॉजिकल काउंसलिंग और विशेषज्ञ सहायता भी दी जा रही है, ताकि वह इस ट्रॉमा से उबर सके। ——————- ये खबर भी पढ़ें… सहारनपुर में इंदिरा कॉलोनी के 300 मकानों पर चलेगा बुलडोजर, कई PM आवास बने; 45 साल बाद सिंचाई विभाग ने ठोका दावा यूपी के सहारनपुर में सिंचाई विभाग ने करीब 300 से ज्यादा मकानों पर लाल निशान लगाए हैं। इन्हें 3 दिन में खाली करने के लिए कहा है। निशान लगाने वालों ने मौखिक रूप से कहा है कि ये मकान अवैध हैं और इन पर बुलडोजर चलाया जाएगा। सबसे प्रमुख बात ये है कि इस एरिया में प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत जो मकान बने हैं, वो भी अवैध बता दिए गए हैं। यहां के लोग कहते हैं– हम 40–50 साल से इन मकानों में रह रहे हैं। अब मकान खाली करके कहां जाएंगे? पढ़ें पूरी खबर