मेरठ के सौरभ का मर्डर 8 महीने पहले हुआ था। मगर अब तक लोगों के जेहन में मुस्कान और नीले ड्रम की दहशत बनी हुई है। नतीजा ये हुआ कि मुस्कान के माता-पिता शहर छोड़कर कहीं और शिफ्ट होना चाहते हैं। मगर उनका ब्रह्मपुरी का 2 मंजिला मकान कोई खरीदने नहीं आ रहा है। 4 नवंबर को इस घर पर ‘बिकाऊ है’ का पोस्टर लगा था। 16 दिन में 4-5 खरीदार इस मकान को खरीदने के लिए आए, लेकिन सौदा नहीं हो सका। इसके पीछे 3 कारण बताए जा रहे हैं। पहला- लोगों में आज भी मुस्कान ने जिस तरह से पति को मार डाला, उसकी दहशत है। दूसरा- लोग इस परिवार और उससे जुड़ी प्रॉपर्टी को अपशगुन और विवाद से जोड़कर देख रहे हैं। तीसरा- मार्केट वैल्यू से इस मकान की कीमत ज्यादा बताई जा रही है। इस मकान की कीमत 75 लाख रुपए रखी गई है। ‘बिकाऊ हैं’ का पोस्टर लगाने के 3 दिन बाद ही हटा लिया गया था। मगर अंदर ही अंदर मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी और उसकी मां कविता इस मकान को कुछ प्रॉपर्टी डीलर्स के जरिए गुपचुप बेचने की तैयारी कर रहे हैं। परिवार को इसमें क्या दिक्कत आ रही है? मकान क्यों नहीं बिक रहा है? मुस्कान के नाम की दहशत अभी भी क्यों बनी हुई है? ये जानने दैनिक भास्कर टीम ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… घर का माहौल
2 मंजिला मकान के नीचे शॉप, शादी से पहले मुस्कान यहीं रही
मुस्कान के पिता प्रमोद का घर ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर में है। यह कॉर्नर की प्रॉपर्टी है। 2 मंजिला मकान के नीचे एक शॉप है। इस पर श्रीराम ज्वैलर्स लिखा था। गली 25 फीट चौड़ी रही होगी। ये घर 100 गज में बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम फेसिंग के इस मकान के नीचे प्रमोद अपनी दुकान चलाते हैं। अंदर घर में पूरा परिवार रहता है। शादी से पहले मुस्कान इसी घर में रहती थी। घर पहुंचने के बाद हमने परिवार से बात करने का प्रयास किया, मगर उन्होंने कैमरे पर बात करने से इनकार कर दिया। घर का स्ट्रक्चर कुछ ऐसा है कि 2 मंजिला इस मकान के ग्राउंड फ्लोर पर कमरा, किचन, दुकान, वॉशरूम और एक गलियारा है। जबकि ऊपर पहली मंजिल पर कमरे, वॉशरूम, लॉबी बनी हुई है। मकान सड़क के लेवल पर बना हुआ है। लोगों ने बताया कि इसको मुस्कान के पिता ने खुद ही तैयार कराया था। इसलिए मजबूती से कोई कंप्रोमाइज नहीं हुआ था। दुकान के शीशे पर ट्यूशन पॉइंट का बोर्ड लगा हुआ था। लिखा था- पहली क्लास से 10वीं तक सभी सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं। आसपास रहने वालों से बात करने के बाद समझ आया कि यहां मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी, मां कविता, छोटा भाई और बहन रहते हैं, उनके साथ मुस्कान और सौरभ की बेटी पीहू भी रहती है। मकान की शुरुआती कीमत 84 लाख, घटते-घटते 75 तक आई
पड़ोसियों ने हमें बताया कि मुस्कान के पिता ने 3 साल पहले ये मकान खरीदा था। मौजूदा वक्त में ये मकान उनके नाम पर रजिस्टर्ड है। 2 साल पहले ही इस मकान को नए सिरे से रेनोवेट कराया था। उन्होंने इस मकान को एक मिडिल क्लास फैमिली के रहने के लायक बनवाया था। पड़ोसियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस घर की शुरुआती कीमत 84 लाख रुपए थी। वो पहले इससे कम में मकान बेचने को तैयार नहीं थे, क्योंकि घर कॉर्नर का है, नीचे शॉप है। कॉमर्शियल कैटेगरी में रख रहे थे। हाल में रेनोवेशन भी किया गया। मगर जब कस्टमर नहीं मिले, तो मकान की कीमत घटते-घटते 75 लाख रुपए तक आ गई है। इस घर के आसपास रहने वालों की बात जानिए पड़ोसी बोले- सुना है कि घर बिक रहा..ज्यादा मालूम नहीं
घर के सामने सड़क से जाते हुए हमारी मुलाकात अनमोल वर्मा से हुई। हमने पूछा- क्या आपको पता है कि ये मकान बिक रहा है? वह कहते हैं- ये घर मुस्कान का है, हम जानते हैं। मुस्कान के पिता मकान बेच रहे हैं, ये हमने सुना था। करीब ढाई साल पहले ही मुस्कान का परिवार यहां रहने आया था, ये मकान अभी बिका नहीं है, क्यों नहीं बिक रहा, इसके बारे में कुछ पता नहीं। मुस्कान के घर के सामने ही किराना दुकान दिखी, इसके काउंटर पर एक महिला बैठी थी। उन्होंने बिना नाम बताए कहा- जो किया, वो बेटी ने किया, लेकिन इसकी सजा मुस्कान का परिवार उठा रहा है। उनका मकान खरीदने कुछ लोग बीच-बीच में आए थे, लेकिन उन्हें शायद कीमत ज्यादा लगी, फिर मुस्कान से जुड़ी प्रॉपर्टी भी वो लोग खरीदना नहीं चाहते थे। दुकान के काउंटर से नीचे उतरकर हमें एक और पड़ोसी मिले। वह कहते हैं- प्रमोद का परिवार व्यवहार में अच्छा है। हम इस विवाद में कुछ कहना नहीं चाहते हैं। मगर पिछले दिनों जो लोग इस मकान को खरीदने गए थे। शायद लोगों को ये भी डर है कि कहीं मकान पर सौरभ का परिवार हक न जता दे और उन्हें नुकसान हो जाए। इसलिए कस्टमर नहीं आ रहे, हालांकि मुस्कान के पिता तो प्रयास कर रहे हैं। प्रॉपर्टी डीलर बोले- घर की कीमत ज्यादा लगा दी
अब हमने एरिया में एक्टिव प्रॉपर्टी डीलर्स से बात की। बिना कैमरे पर आए प्रॉपर्टी डीलर कहते हैं- ब्रह्मपुरी एरिया में प्रॉपर्टी का मार्केट रेट 50 हजार रुपए गज है, जबकि यहां सरकारी सर्किल रेट 20 हजार रुपए गज का चल रहा है। यहां प्रापर्टी की सेल और परचेज मार्केट रेट पर ही होती है। दोनों ही रेट के हिसाब से मुस्कान के मकान की कीमत काफी ज्यादा लगाई गई है। इसकी वजह से कस्टमर आने से कतरा रहे हैं। मुस्कान का घर बिक रहा है या नहीं, इसको लेकर लोग कन्फ्यूज भी दिखे, ऐसे में हमें 5 बातें समझ आईं… अब जानिए सौरभ-मुस्कान की लव स्टोरी, सौरभ की हत्या, लाश को कैसे नीले ड्रम में जमाया और पुलिस कैसे आरोपियों तक पहुंची 2016 : सौरभ पहली बार मुस्कान से मिला, परिवार से बगावत की
सौरभ राजपूत की जॉब मर्चेंट नेवी में थी। पोस्टिंग लंदन में थी। वह भारत आते-जाते रहते थे। ज्यादातर शिप पर विदेशों में ही रहते थे। 2016 में सौरभ मेरठ आए थे। यहीं पर पहली बार मुस्कान रस्तोगी से मुलाकात हुई। मुस्कान सौरभ के प्रोफाइल पर फिदा हो गई। दोनों घर वालों से छिपकर मिलने लगे। जब बात शादी तक पहुंची, तब परिवार का विरोध सामने आया। सौरभ के पिता मुन्नालाल, भाई राहुल और मां रेनू तैयार नहीं थे। मगर परिवार के खिलाफ जाकर सौरभ कुमार ने मुस्कान से लव मैरिज कर ली। इसी बात को लेकर परिजनों से विवाद चल रहा था। परिवार ने उन्हें प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया था। सौरभ मुस्कान के साथ इंद्रानगर में ओमपाल के मकान में किराए पर रहने लगे थे। जहां पत्नी मुस्कान रस्तोगी और 8 साल की बेटी पीहू के साथ रह रहे थे। पीहू सेकेंड क्लास की स्टूडेंट है। कोरोना काल में पीहू की पढ़ाई नहीं होने से वह 2 क्लास पीछे है। 2019 : साहिल से प्यार हुआ, शादी करने की प्लानिंग की
मुस्कान की कहानी के मुताबिक, इस लव स्टोरी में ट्विस्ट 2019 में आया। तब पीहू प्ले स्कूल में थी। मुस्कान बेटी को छोड़ने स्कूल जाती थी, क्योंकि सौरभ ज्यादातर बाहर रहते थे। स्कूल के बाहर ही पहली बार साहिल शुक्ला से मुस्कान की मुलाकात हुई। मुस्कान घर पर अकेली रहती थी। इसका फायदा साहिल ने उठाया। दोनों घर से बाहर मिलने लगे। दोनों के शारीरिक संबंध भी बने। मुस्कान के मुताबिक, 2022 तक सब कुछ सही चल रहा था। सौरभ सालभर में 2 से 3 महीने ही मेरठ में रहता था। बाकी वक्त मुस्कान साहिल के साथ गुजारती थी। मगर अब साहिल दबाव बनाने लगा कि शादी करेंगे और साथ रहेंगे। सौरभ को तलाक दे दो। सौरभ के सोने के बाद मुस्कान ने चाकू घोपा
25 फरवरी, 2025 को मुस्कान का जन्मदिन था। ठीक एक दिन पहले 24 फरवरी को सौरभ जन्मदिन मनाने मेरठ आया था। सौरभ के वापस आने के बाद साहिल परेशान रहने लगा। तय हुआ कि 4 मार्च को सौरभ को रास्ते से हटाना है। मुस्कान ने पहले पीहू को बेडरूम के बगल वाले कमरे में सुला दिया। उस रात डिनर में नशे की दवा मिला दी। सौरभ खाने के बाद जल्दी सो गया। इसके बाद मुस्कान ने साहिल को फोन किया। साहिल के आने के बाद मुस्कान ने सौरभ के सीने में चाकू घोंप दिया। सौरभ की मौत होने के बाद उसकी लाश को घसीटकर बाथरूम में ले गए। मुस्कान और साहिल ने मिलकर लाश के 4 टुकड़े किए। उन्हें छिपाने के लिए बाजार से पानी भरने वाला एक बड़ा प्लास्टिक का ड्रम लाए। लाश के टुकड़े इसी ड्रम में भर दिए गए। लाश के साथ रातभर दोनों लॉबी में रहे
मुस्कान और साहिल को पता था कि सड़ने के बाद लाश से बदबू आएगी। इसलिए लाश के ऊपर पानी डाला और सीमेंट भर दी। इसके बाद दोनों साथ में रातभर उसी लॉबी में रहे। 5 मार्च की सुबह मुस्कान ने पीहू को उठाया। पीहू को अपनी मां कविता के घर ले जाकर छोड़ दिया। फिर वापस आई और साहिल के साथ शिमला-मनाली घूमने चली गई। मुस्कान अपने साथ सौरभ का मोबाइल लेकर गई थी। वहीं से सौरभ का वॉट्सऐप चलाती रही। साहिल ने पुलिस को बताया कि शिमला के एक मंदिर में हम दोनों ने शादी की। मगर होटल, खाने-पीने और घूमने में हमारे पैसे खत्म हो रहे थे। सौरभ के बैंक अकाउंट में 6 लाख रुपए थे। मुस्कान उन रुपयों को निकाल नहीं पा रही थी। मां कविता के कहने पर 17 मार्च को मुस्कान साहिल के साथ मेरठ वापस लौट आई। इसके बाद पूरा मामला खुलता चला गया। मुस्कान गर्भवती, कोर्ट में सुनवाई चल रही
इस वक्त मुस्कान और साहिल मेरठ की जिला जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। मुस्कान गर्भवती है। उसको जेल के अस्पताल में रखा गया है। जबकि साहिल जेल में बागवानी के काम कर रहा है। इस केस में ड्राइवर, सीमेंट, चाकू और मेडिकल स्टोरी के संचालक के बयान हो चुके हैं।
….. ये भी पढ़ें – मेरठ जेल में नीले ड्रम वाली मुस्कान मोटी हुई:बॉयफ्रेंड साहिल ने बदला लुक; कोर्ट में देख कैब ड्राइवर चौंका, बोला- मेरी गाड़ी से उत्तराखंड गए थे मेरठ जेल में बंद नीले ड्रम वाली मुस्कान का वजन बढ़ गया है। पति सौरभ हत्याकांड में गिरफ्तारी के वक्त वह दुबली-पतली थी। लेकिन अब मोटी दिखने लगी है। मुस्कान के बॉयफ्रेंड साहिल ने भी अपना लुक बदल लिया है। पहले उसके बाल बड़े थे। मगर छोटे हो गए हैं। वह पहले से तंदरुस्त हो गया है। पढ़िए पूरी खबर…
2 मंजिला मकान के नीचे शॉप, शादी से पहले मुस्कान यहीं रही
मुस्कान के पिता प्रमोद का घर ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर में है। यह कॉर्नर की प्रॉपर्टी है। 2 मंजिला मकान के नीचे एक शॉप है। इस पर श्रीराम ज्वैलर्स लिखा था। गली 25 फीट चौड़ी रही होगी। ये घर 100 गज में बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम फेसिंग के इस मकान के नीचे प्रमोद अपनी दुकान चलाते हैं। अंदर घर में पूरा परिवार रहता है। शादी से पहले मुस्कान इसी घर में रहती थी। घर पहुंचने के बाद हमने परिवार से बात करने का प्रयास किया, मगर उन्होंने कैमरे पर बात करने से इनकार कर दिया। घर का स्ट्रक्चर कुछ ऐसा है कि 2 मंजिला इस मकान के ग्राउंड फ्लोर पर कमरा, किचन, दुकान, वॉशरूम और एक गलियारा है। जबकि ऊपर पहली मंजिल पर कमरे, वॉशरूम, लॉबी बनी हुई है। मकान सड़क के लेवल पर बना हुआ है। लोगों ने बताया कि इसको मुस्कान के पिता ने खुद ही तैयार कराया था। इसलिए मजबूती से कोई कंप्रोमाइज नहीं हुआ था। दुकान के शीशे पर ट्यूशन पॉइंट का बोर्ड लगा हुआ था। लिखा था- पहली क्लास से 10वीं तक सभी सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं। आसपास रहने वालों से बात करने के बाद समझ आया कि यहां मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी, मां कविता, छोटा भाई और बहन रहते हैं, उनके साथ मुस्कान और सौरभ की बेटी पीहू भी रहती है। मकान की शुरुआती कीमत 84 लाख, घटते-घटते 75 तक आई
पड़ोसियों ने हमें बताया कि मुस्कान के पिता ने 3 साल पहले ये मकान खरीदा था। मौजूदा वक्त में ये मकान उनके नाम पर रजिस्टर्ड है। 2 साल पहले ही इस मकान को नए सिरे से रेनोवेट कराया था। उन्होंने इस मकान को एक मिडिल क्लास फैमिली के रहने के लायक बनवाया था। पड़ोसियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस घर की शुरुआती कीमत 84 लाख रुपए थी। वो पहले इससे कम में मकान बेचने को तैयार नहीं थे, क्योंकि घर कॉर्नर का है, नीचे शॉप है। कॉमर्शियल कैटेगरी में रख रहे थे। हाल में रेनोवेशन भी किया गया। मगर जब कस्टमर नहीं मिले, तो मकान की कीमत घटते-घटते 75 लाख रुपए तक आ गई है। इस घर के आसपास रहने वालों की बात जानिए पड़ोसी बोले- सुना है कि घर बिक रहा..ज्यादा मालूम नहीं
घर के सामने सड़क से जाते हुए हमारी मुलाकात अनमोल वर्मा से हुई। हमने पूछा- क्या आपको पता है कि ये मकान बिक रहा है? वह कहते हैं- ये घर मुस्कान का है, हम जानते हैं। मुस्कान के पिता मकान बेच रहे हैं, ये हमने सुना था। करीब ढाई साल पहले ही मुस्कान का परिवार यहां रहने आया था, ये मकान अभी बिका नहीं है, क्यों नहीं बिक रहा, इसके बारे में कुछ पता नहीं। मुस्कान के घर के सामने ही किराना दुकान दिखी, इसके काउंटर पर एक महिला बैठी थी। उन्होंने बिना नाम बताए कहा- जो किया, वो बेटी ने किया, लेकिन इसकी सजा मुस्कान का परिवार उठा रहा है। उनका मकान खरीदने कुछ लोग बीच-बीच में आए थे, लेकिन उन्हें शायद कीमत ज्यादा लगी, फिर मुस्कान से जुड़ी प्रॉपर्टी भी वो लोग खरीदना नहीं चाहते थे। दुकान के काउंटर से नीचे उतरकर हमें एक और पड़ोसी मिले। वह कहते हैं- प्रमोद का परिवार व्यवहार में अच्छा है। हम इस विवाद में कुछ कहना नहीं चाहते हैं। मगर पिछले दिनों जो लोग इस मकान को खरीदने गए थे। शायद लोगों को ये भी डर है कि कहीं मकान पर सौरभ का परिवार हक न जता दे और उन्हें नुकसान हो जाए। इसलिए कस्टमर नहीं आ रहे, हालांकि मुस्कान के पिता तो प्रयास कर रहे हैं। प्रॉपर्टी डीलर बोले- घर की कीमत ज्यादा लगा दी
अब हमने एरिया में एक्टिव प्रॉपर्टी डीलर्स से बात की। बिना कैमरे पर आए प्रॉपर्टी डीलर कहते हैं- ब्रह्मपुरी एरिया में प्रॉपर्टी का मार्केट रेट 50 हजार रुपए गज है, जबकि यहां सरकारी सर्किल रेट 20 हजार रुपए गज का चल रहा है। यहां प्रापर्टी की सेल और परचेज मार्केट रेट पर ही होती है। दोनों ही रेट के हिसाब से मुस्कान के मकान की कीमत काफी ज्यादा लगाई गई है। इसकी वजह से कस्टमर आने से कतरा रहे हैं। मुस्कान का घर बिक रहा है या नहीं, इसको लेकर लोग कन्फ्यूज भी दिखे, ऐसे में हमें 5 बातें समझ आईं… अब जानिए सौरभ-मुस्कान की लव स्टोरी, सौरभ की हत्या, लाश को कैसे नीले ड्रम में जमाया और पुलिस कैसे आरोपियों तक पहुंची 2016 : सौरभ पहली बार मुस्कान से मिला, परिवार से बगावत की
सौरभ राजपूत की जॉब मर्चेंट नेवी में थी। पोस्टिंग लंदन में थी। वह भारत आते-जाते रहते थे। ज्यादातर शिप पर विदेशों में ही रहते थे। 2016 में सौरभ मेरठ आए थे। यहीं पर पहली बार मुस्कान रस्तोगी से मुलाकात हुई। मुस्कान सौरभ के प्रोफाइल पर फिदा हो गई। दोनों घर वालों से छिपकर मिलने लगे। जब बात शादी तक पहुंची, तब परिवार का विरोध सामने आया। सौरभ के पिता मुन्नालाल, भाई राहुल और मां रेनू तैयार नहीं थे। मगर परिवार के खिलाफ जाकर सौरभ कुमार ने मुस्कान से लव मैरिज कर ली। इसी बात को लेकर परिजनों से विवाद चल रहा था। परिवार ने उन्हें प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया था। सौरभ मुस्कान के साथ इंद्रानगर में ओमपाल के मकान में किराए पर रहने लगे थे। जहां पत्नी मुस्कान रस्तोगी और 8 साल की बेटी पीहू के साथ रह रहे थे। पीहू सेकेंड क्लास की स्टूडेंट है। कोरोना काल में पीहू की पढ़ाई नहीं होने से वह 2 क्लास पीछे है। 2019 : साहिल से प्यार हुआ, शादी करने की प्लानिंग की
मुस्कान की कहानी के मुताबिक, इस लव स्टोरी में ट्विस्ट 2019 में आया। तब पीहू प्ले स्कूल में थी। मुस्कान बेटी को छोड़ने स्कूल जाती थी, क्योंकि सौरभ ज्यादातर बाहर रहते थे। स्कूल के बाहर ही पहली बार साहिल शुक्ला से मुस्कान की मुलाकात हुई। मुस्कान घर पर अकेली रहती थी। इसका फायदा साहिल ने उठाया। दोनों घर से बाहर मिलने लगे। दोनों के शारीरिक संबंध भी बने। मुस्कान के मुताबिक, 2022 तक सब कुछ सही चल रहा था। सौरभ सालभर में 2 से 3 महीने ही मेरठ में रहता था। बाकी वक्त मुस्कान साहिल के साथ गुजारती थी। मगर अब साहिल दबाव बनाने लगा कि शादी करेंगे और साथ रहेंगे। सौरभ को तलाक दे दो। सौरभ के सोने के बाद मुस्कान ने चाकू घोपा
25 फरवरी, 2025 को मुस्कान का जन्मदिन था। ठीक एक दिन पहले 24 फरवरी को सौरभ जन्मदिन मनाने मेरठ आया था। सौरभ के वापस आने के बाद साहिल परेशान रहने लगा। तय हुआ कि 4 मार्च को सौरभ को रास्ते से हटाना है। मुस्कान ने पहले पीहू को बेडरूम के बगल वाले कमरे में सुला दिया। उस रात डिनर में नशे की दवा मिला दी। सौरभ खाने के बाद जल्दी सो गया। इसके बाद मुस्कान ने साहिल को फोन किया। साहिल के आने के बाद मुस्कान ने सौरभ के सीने में चाकू घोंप दिया। सौरभ की मौत होने के बाद उसकी लाश को घसीटकर बाथरूम में ले गए। मुस्कान और साहिल ने मिलकर लाश के 4 टुकड़े किए। उन्हें छिपाने के लिए बाजार से पानी भरने वाला एक बड़ा प्लास्टिक का ड्रम लाए। लाश के टुकड़े इसी ड्रम में भर दिए गए। लाश के साथ रातभर दोनों लॉबी में रहे
मुस्कान और साहिल को पता था कि सड़ने के बाद लाश से बदबू आएगी। इसलिए लाश के ऊपर पानी डाला और सीमेंट भर दी। इसके बाद दोनों साथ में रातभर उसी लॉबी में रहे। 5 मार्च की सुबह मुस्कान ने पीहू को उठाया। पीहू को अपनी मां कविता के घर ले जाकर छोड़ दिया। फिर वापस आई और साहिल के साथ शिमला-मनाली घूमने चली गई। मुस्कान अपने साथ सौरभ का मोबाइल लेकर गई थी। वहीं से सौरभ का वॉट्सऐप चलाती रही। साहिल ने पुलिस को बताया कि शिमला के एक मंदिर में हम दोनों ने शादी की। मगर होटल, खाने-पीने और घूमने में हमारे पैसे खत्म हो रहे थे। सौरभ के बैंक अकाउंट में 6 लाख रुपए थे। मुस्कान उन रुपयों को निकाल नहीं पा रही थी। मां कविता के कहने पर 17 मार्च को मुस्कान साहिल के साथ मेरठ वापस लौट आई। इसके बाद पूरा मामला खुलता चला गया। मुस्कान गर्भवती, कोर्ट में सुनवाई चल रही
इस वक्त मुस्कान और साहिल मेरठ की जिला जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। मुस्कान गर्भवती है। उसको जेल के अस्पताल में रखा गया है। जबकि साहिल जेल में बागवानी के काम कर रहा है। इस केस में ड्राइवर, सीमेंट, चाकू और मेडिकल स्टोरी के संचालक के बयान हो चुके हैं।
….. ये भी पढ़ें – मेरठ जेल में नीले ड्रम वाली मुस्कान मोटी हुई:बॉयफ्रेंड साहिल ने बदला लुक; कोर्ट में देख कैब ड्राइवर चौंका, बोला- मेरी गाड़ी से उत्तराखंड गए थे मेरठ जेल में बंद नीले ड्रम वाली मुस्कान का वजन बढ़ गया है। पति सौरभ हत्याकांड में गिरफ्तारी के वक्त वह दुबली-पतली थी। लेकिन अब मोटी दिखने लगी है। मुस्कान के बॉयफ्रेंड साहिल ने भी अपना लुक बदल लिया है। पहले उसके बाल बड़े थे। मगर छोटे हो गए हैं। वह पहले से तंदरुस्त हो गया है। पढ़िए पूरी खबर…