‘मेरा अच्छा हंसता-खेलता परिवार था। न जाने किसकी नजर लगी कि पूरा परिवार उजड़ गया। पहले पति और दो बेटियों की मौत हो गई। एकलौता बेटा ही सहारा था, अब वो भी आग लगाकर जिंदा जल गया। अब मैं बची हूं तो ऐसे ही ऊपर पहुंचीजाउंगी। बेटे के रहते बहू आई नहीं। मौत होने पर दो साल बाद ससुराल आई है। मैं बहू के साथ नहीं रहूंगी।’ ये पीड़ा है 65 साल की उर्मिला की। जिसके इकलौते बेटे चंदन वर्मा (33) ने रविवार रात को आत्मदाह कर लिया था। चंदन सिंचाई विभाग में फोर्थ क्लास एम्पलाई था। मां के साथ ही सिंचाई विभाग की हाईड्रिल कॉलोनी में रहता था। झगड़ा करने पर मां खाना लेने गई। पीछे से चंदन ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। इसमें वो जिंदा जल गया था। आगे पढ़िए चंदन के सुसाइड की पूरी कहानी पिता की नौकरी मिली थी चंदन के पिता दयाराम सिंचाई विभाग में नौकरी करते थे। उनकी पत्नी उर्मिला ने बताया- मेरा एक बेटा चंदन और उससे छोटी बेटी चांदनी थी। एक बेटी की जन्म के कुछ समय बाद मौत हो गई थी। बेटा-बेटी को पाकर हम दोनों बहुत खुश थी। मगर 10 साल पहले कैंसर से पति की मौत हो गई। उनकी नौकरी बेटे चंदन को मिल गई। 8 साल पहले हमने अपनी बेटी चांदनी की सगाई कर दी। मगर शादी से पहले उसकी मौत हो गई। अब बेटा ही मेरा सहारा था। मगर नौकरी लगने के बाद उसकी संगत गलत पड़ गई और वो शराब पीने लगा। 5 साल पहले उसकी नेहा से शादी हुई। शराब की वजह से दोनों में झगड़ा होने लगा। दो साल पहले बहू नेहा अपने मायके चली गई। बेटे से छुपकर बहू को लेने गई, वो नहीं आई उर्मिला ने आगे बताया- बेटा और बहू एक-दूसरे से रूठे हुए थे। मेरी न बेटे ने चलने दी और न ही बहू ने। मैं बेटे से छुपकर बहू को कई बार लेने गई। मगर वो आई नहीं। कहती थी कि वो शराब पीता है। मैं बेटे से कह भी नहीं पाती थी कि बहू को लेने गई थी। क्योंकि ये आने से मना कर देती थी। अगर उसे बताती तो वो शराब पीकर बहुत लड़ता कि तुम लेने क्यों गई थी, जब उसे नहीं आना है। बेटा भी बहू को लाने के लिए कई बार गया। मगर वो नहीं आई। दोपहर से झगड़ा कर रहा था मां ने आगे बताया- उस दिन रविवार था। छुट्टी की वजह से वो पूरे दिन से घर पर था। सुबह मैंने दाल, भाजी (सब्जी) और चावल-रोटी बनाई थी। बेटा के कहने पर 35 रुपए के छोले-भटोरे लेकर आई। एक भटोरा खाने के बाद बेटा बोला कि नमक ज्यादा है। मैं समझ गई कि इसने शराब पी ली और अब ये लड़ने के मूड़ में है। तब मैं बरकाकर घर से चली गई। एक घंटे बाद घर आई। फिर हम दोनों ने चाय पी। शाम को बेटा बोला कि मटर पनीर खाना है। तब मैं उसे मटर पनीर लेकर आई तो बेटा घर की कुंडी लगाकर कहीं चला गया। मैं सब्जी बनाने की तैयारी करने लगी। थोड़ी देर बाद बेटा घर आया और बोला- तुमने मानसिंह को फोन क्यों लगाया था। वो झगड़ा करने लगा। तब मैं बरकाकर घर से चली गई। जब भी वो झगड़ा करता था तो मैं घर से चली जाती थी। लौटकर आई तो जिंदा जल चुका था बेटा मां ने आगे बताया- रात को होटल से रोटी पैक कराकर घर आई तो घर में आग लगी थी। आग को बुझाया तो अंदर बेटे की लाश मिली। वो पूरा जल चुका था। उसने स्कूटी से पेट्रोल निकाला और आग लगाकर जान दे दी। सोमवार सुबह बहू नेहा अपने घरवालों के साथ ससुराल पहुंच गई। उर्मिला ने कहा- अब बहू के साथ नहीं रहूंगी। खबर पढ़कर पता चला पति की मौत हो गई चंदन की पत्नी नेहा ने बताया- मेरी शादी 25 नवंबर 2020 को चंदन से हुई थी। वो आए दिन शराब पीकर मारपीट करते थे। मैंने थाने में भी रिपोर्ट लिखवाई थी। मगर वो नहीं सुधरे। इस वजह से मैं दो साल पहले मायके चली गई थी। फैसला लिया था कि जब तक शराब नहीं छोड़ेंगे, मैं नहीं आउंगी। वो फोन करते थे तो घरवालों को गाली देते थे। अभी नवमी पर घर आए थे। तब बड़े पापा ने कह दिया था कि शराब कम कर दो तो मुझे भेज देंगे। मगर उन्होंने शराब कभी बंद नहीं की। शादी वाले दिन भी दारू पी रखी थी। पति की मौत की खबर की हमें जानकारी नहीं थी। सोमवार सुबह खबर पढ़कर हम ससुराल पहुंचे तो पता चला कि पति चंदन की मौत हो गई। अब बूढ़ी मां का कैसे कटेगा बुढ़ापा फूफा ने कहा- अब हमारा कोई नहीं बचा। साला का बेटा चंदन ही था, जो मुझे पूछता था और घर बुलाता था। मगर वो भी जिंदा जल गया। पहले चंदन के पिता की कैंसर से मौत हो गई। फिर चंदन की बहन चांदनी खत्म हो गई। उसकी सगाई हो चुकी थी, शादी होने वाली थी। मगर शादी से पहले ही उसकी मौत हो गई। अब परिवार में चंदन और उसकी बूढ़ी मां उर्मिला बचे थे। शादी के बाद चंदन शराब पीने लगा था। मैंने कई बार समझाया कि सरकारी नौकरी है। शराब मत पिया करो। मगर वो नहीं माना। अब उसने सुसाइड कर लिया। उर्मिला का अब कोई नहीं बचा। वो 65 साल की है। उसका बुढ़ापा कैसे कटेगा। —————————– ये खबर भी पढ़िए- पत्नी की शादी मुझसे नहीं, डैड से हुई: यूपी के रहने वाले पूर्व DGP पर बेटे के आरोप; मौत से पहले का वीडियो, अब FIR सहारनपुर के रहने वाले पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। हरियाणा की पंचकुला पुलिस ने पूर्व डीजीपी के खिलाफ बेटे की हत्या और साजिश का केस दर्ज किया है। पूर्व डीजीपी मुस्तफा के अलावा उनकी पत्नी, बेटी और बहू के खिलाफ भी हत्या की साजिश में शामिल होने का केस दर्ज किया गया है। अकील की 16 अक्टूबर की देर रात पंचकुला में मौत हो गई थी। परिवार ने बताया था कि दवाइयों की ओवरडोज की वजह से मौत हुई। सहारनपुर में अंतिम संस्कार किया गया था। पढ़ें पूरी खबर…