काशी में पद्मश्री ओलंपियन मोहम्मद शाहिद के घर के एक हिस्से को रविवार को बुलडोजर से ढहाया गया। साथ ही 5 बुलडोजर से 12 मकान और दुकानें भी तोड़ी गईं। करीब 2 घंटे तक कार्रवाई चली। इस दौरान 200 जवान तैनात रहे। दंगा नियंत्रण वाहन को भी बुलाया गया था। रविवार सुबह साढ़े 12 बजे से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। सबसे पहले दायम खान मस्जिद की आड़ में किए गए अतिक्रमण को ढहाया गया। इस दौरान भीड़ जमा हो गई थी। दरअसल, सिंधोरा से लेकर गोलघर कचहरी तक फोर लेन बनना है। इसके लिए चौड़ीकरण किया जा रहा है। 2 महीने पहले 30 से 40 मकानों और दुकानों को ध्वस्त किया गया था। PWD के एक्सईएन ने बताया- कार्रवाई अभियान से पहले प्रशासन ने लोगों को नोटिस जारी किए थे। अब तक 71 लोगों को 3 करोड़ 52 लाख रुपए मुआवजा दिया जा चुका है। तस्वीरें देखिए… पद्मश्री मो. शाहिद के बारे में जानिए शाहिद का जन्म 14 अप्रैल 1960 को वाराणसी में हुआ। वह नौ भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। हॉकी के प्रति उनके जुनून ने 1979 में उन्हें जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में पहुंचा दिया। अच्छे प्रदर्शन ने जूनियर वर्ल्ड कप खेलने के महज एक साल के अंदर ही सीनियर टीम में पहुंच गए। हॉकी के ड्रिब्लिंग मास्टर मोहम्मद शाहिद मास्को ओलिंपिक (1980), लॉस एंजिल्स ओलिंपिक (1984) और सिओल ओलिंपिक (1988) में खेल चुके थे। मास्को ओलिंपिक में मोहम्मद शाहिद के गोल ने देश को गोल्ड मेडल दिलाया था। जबकि अन्य दो ओलिंपिक में भारत को कोई पदक नहीं मिला था। ओलंपियन मोहम्मद शाहिद का निधन 20 जुलाई 2016 को दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल में हुआ था। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का अपडेट जानने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए…