‘पापा, मैं आपका अच्छा बेटा नहीं बन सका। अब मैं सुसाइड कर रहा हूं। किसी ने मेरा साथ नहीं दिया। मां की मौत के बाद मैं बिल्कुल टूट गया हूं।’ यह कहना है 23 साल के मुनेंद्र मिश्रा का, जिसका वीडियो भी सामने आया है। इसमें मुनेंद्र अपने पिता से माफी मांगता दिख रहा है। इसके बाद से उसके घर में कोहराम मचा है। घरवालों ने पुलिस से बेटे को जल्द बरामद करने की गुहार लगाई है। फिलहाल, पुलिस युवक की लोकेशन ट्रेस कर रही है। अब पढ़िए मुनेंद्र ने जो कुछ कहा हर किसी ने मुझे धोखा दिया
वीडियो में मुनेंद्र ने कहा- ये मेरा आखिरी वीडियो है, जो 5-10 मिनट का होगा। सबसे पहले मैं अपने पापा से माफी मांगना चाहता हूं। फिर अपने बड़े भैया से। छोटे भाई राहुल से कहूंगा कि पापा का ध्यान रखना। किसी ने मेरी मदद नहीं की। न किसी रिश्तेदार ने, न किसी दोस्त ने। हर किसी ने मुझे धोखा दिया। जो लोग पहले कहते थे कि अनुज जैसा कोई नहीं, वही लोग मेरे बुरे वक्त में दूर हो गए। जब मैं उनके घर गया, तो वो प्यार नहीं मिला। चाहे दीदी हों, बुआ हों या मौसी। मम्मी की डेथ के बाद मैं बिल्कुल अकेला हो गया
मम्मी के जाने के बाद सब कुछ खत्म हो गया। मेरे बुरे वक्त में सिर्फ एक ही इंसान मेरे साथ था, वो मेरा भैया। ऐसा भाई किसी को नहीं मिलेगा। पापा, अब आपका लाडला जा रहा है। पिछले 3 दिन से आप पूछ रहे थे, कब आएगा बेटा? मैं कहता रहा, कल आ जाऊंगा। लेकिन, अब नहीं आऊंगा, पापा। अब कभी नहीं आऊंगा। मुझे ढूंढने मत आना। गंगा मैया मुझे अपने साथ ले जाएंगी। मैं नहीं चाहता कि मेरे मरने के बाद कोई खर्च हो। न कोई क्रिया-कर्म, न दसवां, न तेहरवीं। बस गंगा मैया सब कुछ कर देंगी। पता नहीं किसकी नजर लग गई पापा। सब कुछ ठीक था, कितने खुश थे हम। कोई पैसा नहीं बचा और अब पैसे देने वाला भी नहीं रहेगा। कोई दोस्त नहीं होता, कोई अपना नहीं होता। 8-10 दिनों से भटक रहा
मुनेंद्र आगे कहता है- अमन तूने सही नहीं किया। तूने मेरे साथ जो किया, उसने मेरी समझ छीन ली। मैं पिछले 8-10 दिन से भटक रहा हूं। कभी आगरा, कभी वृंदावन, कभी हरिद्वार, कभी ऋषिकेश। अब नहीं, सब खत्म। जब तक ये वीडियो सबके पास पहुंचेगा, तब तक मैं इस दुनिया में नहीं रहूंगा। वीडियो में वह एक दवा दिखाते हुए कहता है- ये दवा ऐसी है कि बस एक बूंद से दिल की धड़कन बंद हो जाएगी। मैं इसे पूरा पी जाऊंगा, फिर सल्फास की पुड़िया खा लूंगा। मेरी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार मत ठहराना। न किसी होटल वाले को, न किसी दोस्त या गर्लफ्रेंड को। सब कुछ मैंने खुद तय किया है। राम-राम…बस इतना ही था मेरा दाना-पानी। पापा, मुझे कभी ढूंढने मत आना। खर्च बचाकर जा रहा हूं, क्योंकि वैसे भी पैसा नहीं है। मैं आपका अच्छा बेटा नहीं बन सका, लेकिन आप अपना ध्यान रखना। फतेहगंज में रबर फैक्ट्री के पास रहता है परिवार
रामसेवक मिश्रा का परिवार फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में रबर फैक्ट्री के पास रहता है। मुनेंद्र मिश्रा उनका दूसरे नंबर का बेटा है। वह एक्सिस बैंक में क्रेडिट कार्ड एक्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत है। फतेहगंज पश्चिमी में रहने वाले शोभित मिश्रा (25) ने बताया- 3 भाइयों में मुनेंद्र बीच का भाई है, जबकि छोटा भाई राहुल 20 साल का है। जब 27 अक्टूबर को मुनेंद्र घर से गया था, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि वह इतना परेशान है। उसने परिवार के किसी सदस्य से कोई बात नहीं की थी। लेकिन, जब उसका वीडियो सामने आया तो परिवार परेशान हो गया। आखिर ऐसा क्या हुआ कि मुनेंद्र इतना बड़ा कदम उठाने की सोचने लगा। शोभित ने बताया- 2 महीने पहले उसकी मां की बीमारी से मौत हो गई थी। तभी से मुनेंद्र तनाव में रहने लगा था। इस मामले में घरवालों ने फतेहगंज पश्चिमी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है। पुलिस ने मुनेंद्र की तलाश कर रही है। वायरल वीडियो भी देखा गया है। पुलिस का कहना है कि मुनेंद्र का मोबाइल फोन लगातार स्विच ऑफ है। ————– ये भी पढ़ें- मोदी ने काशी से 4 वंदेभारत को हरी झंडी दिखाई:कहा- यह भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए बनाई गई ट्रेन पीएम मोदी ने वाराणसी से चार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा-अब तो विदेशी यात्री भी वंदे भारत को देखकर अचंभित होते हैं। वंदे भारत भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए बनाई गई ट्रेन है। पहले क्या हम ये कर सकते थे? ये सब तो विदेश में होता था। अब हम कर रहे हैं, हमारे यहां बन रही हैं न। पढ़िए पूरी खबर..
वीडियो में मुनेंद्र ने कहा- ये मेरा आखिरी वीडियो है, जो 5-10 मिनट का होगा। सबसे पहले मैं अपने पापा से माफी मांगना चाहता हूं। फिर अपने बड़े भैया से। छोटे भाई राहुल से कहूंगा कि पापा का ध्यान रखना। किसी ने मेरी मदद नहीं की। न किसी रिश्तेदार ने, न किसी दोस्त ने। हर किसी ने मुझे धोखा दिया। जो लोग पहले कहते थे कि अनुज जैसा कोई नहीं, वही लोग मेरे बुरे वक्त में दूर हो गए। जब मैं उनके घर गया, तो वो प्यार नहीं मिला। चाहे दीदी हों, बुआ हों या मौसी। मम्मी की डेथ के बाद मैं बिल्कुल अकेला हो गया
मम्मी के जाने के बाद सब कुछ खत्म हो गया। मेरे बुरे वक्त में सिर्फ एक ही इंसान मेरे साथ था, वो मेरा भैया। ऐसा भाई किसी को नहीं मिलेगा। पापा, अब आपका लाडला जा रहा है। पिछले 3 दिन से आप पूछ रहे थे, कब आएगा बेटा? मैं कहता रहा, कल आ जाऊंगा। लेकिन, अब नहीं आऊंगा, पापा। अब कभी नहीं आऊंगा। मुझे ढूंढने मत आना। गंगा मैया मुझे अपने साथ ले जाएंगी। मैं नहीं चाहता कि मेरे मरने के बाद कोई खर्च हो। न कोई क्रिया-कर्म, न दसवां, न तेहरवीं। बस गंगा मैया सब कुछ कर देंगी। पता नहीं किसकी नजर लग गई पापा। सब कुछ ठीक था, कितने खुश थे हम। कोई पैसा नहीं बचा और अब पैसे देने वाला भी नहीं रहेगा। कोई दोस्त नहीं होता, कोई अपना नहीं होता। 8-10 दिनों से भटक रहा
मुनेंद्र आगे कहता है- अमन तूने सही नहीं किया। तूने मेरे साथ जो किया, उसने मेरी समझ छीन ली। मैं पिछले 8-10 दिन से भटक रहा हूं। कभी आगरा, कभी वृंदावन, कभी हरिद्वार, कभी ऋषिकेश। अब नहीं, सब खत्म। जब तक ये वीडियो सबके पास पहुंचेगा, तब तक मैं इस दुनिया में नहीं रहूंगा। वीडियो में वह एक दवा दिखाते हुए कहता है- ये दवा ऐसी है कि बस एक बूंद से दिल की धड़कन बंद हो जाएगी। मैं इसे पूरा पी जाऊंगा, फिर सल्फास की पुड़िया खा लूंगा। मेरी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार मत ठहराना। न किसी होटल वाले को, न किसी दोस्त या गर्लफ्रेंड को। सब कुछ मैंने खुद तय किया है। राम-राम…बस इतना ही था मेरा दाना-पानी। पापा, मुझे कभी ढूंढने मत आना। खर्च बचाकर जा रहा हूं, क्योंकि वैसे भी पैसा नहीं है। मैं आपका अच्छा बेटा नहीं बन सका, लेकिन आप अपना ध्यान रखना। फतेहगंज में रबर फैक्ट्री के पास रहता है परिवार
रामसेवक मिश्रा का परिवार फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में रबर फैक्ट्री के पास रहता है। मुनेंद्र मिश्रा उनका दूसरे नंबर का बेटा है। वह एक्सिस बैंक में क्रेडिट कार्ड एक्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत है। फतेहगंज पश्चिमी में रहने वाले शोभित मिश्रा (25) ने बताया- 3 भाइयों में मुनेंद्र बीच का भाई है, जबकि छोटा भाई राहुल 20 साल का है। जब 27 अक्टूबर को मुनेंद्र घर से गया था, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि वह इतना परेशान है। उसने परिवार के किसी सदस्य से कोई बात नहीं की थी। लेकिन, जब उसका वीडियो सामने आया तो परिवार परेशान हो गया। आखिर ऐसा क्या हुआ कि मुनेंद्र इतना बड़ा कदम उठाने की सोचने लगा। शोभित ने बताया- 2 महीने पहले उसकी मां की बीमारी से मौत हो गई थी। तभी से मुनेंद्र तनाव में रहने लगा था। इस मामले में घरवालों ने फतेहगंज पश्चिमी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है। पुलिस ने मुनेंद्र की तलाश कर रही है। वायरल वीडियो भी देखा गया है। पुलिस का कहना है कि मुनेंद्र का मोबाइल फोन लगातार स्विच ऑफ है। ————– ये भी पढ़ें- मोदी ने काशी से 4 वंदेभारत को हरी झंडी दिखाई:कहा- यह भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए बनाई गई ट्रेन पीएम मोदी ने वाराणसी से चार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा-अब तो विदेशी यात्री भी वंदे भारत को देखकर अचंभित होते हैं। वंदे भारत भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए बनाई गई ट्रेन है। पहले क्या हम ये कर सकते थे? ये सब तो विदेश में होता था। अब हम कर रहे हैं, हमारे यहां बन रही हैं न। पढ़िए पूरी खबर..