पूर्व मंत्री आजम खान सीतापुर जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं। वहां पूर्व राज्यसभा सांसद और पत्रकार शाहिद सिद्दीकी ने आजम खान से मुलाकात की। मुलाकात के बाद शाहिद ने सनसनीखेज दावा किया है। शाहिद ने फेसबुक पर आजम से मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की है। उन्होंने पोस्ट में लिखा- आजम ने मुझसे बताया जेल में उन्हें और उनके बेटे अब्दुल्ला को जहर देने की कोशिश की गई थी। उनके खाने में स्लो पॉइजन दिया जा रहा था। जैसे ही उन्हें इस बात का एहसास हुआ, उन्होंने जेल में मिलने वाला खाना खाना बंद कर दिया। खुद अपने हाथों खाना बनाना शुरू कर दिया। उनका मानना है कि उन्हें उसी तरह मारने की साजिश रची गई थी, जैसे मुख्तार अंसारी को मारा गया। शाहिद सिद्दीकी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में वही बातें दोहराई हैं, जो उन्होंने फेसबुक पर लिखी हैं। उन्होंने जब मुख्तार अंसारी की जेल में अचानक मौत हुई तो आजम को शक हुआ कि उन्हें और उनके बेटे को स्लो पॉइजन दिया जा रहा है। उन्हें सीतापुर जेल में तन्हाई बैरक में रखा गया था। उनके पैरों ने काम करना बंद कर दिया था। बैरक इतनी छोटी थी वहां चल पाना भी मुश्किल था। अब विस्तार से पढ़िए… पूरे परिवार को मारना चाहती है बीजेपी
शाहिद सिद्दीकी के मुताबिक, आजम खान ने मुलाकात में उनसे कहा कि वह, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे सभी भाजपा के टारगेट पर हैं और वे पूरे परिवार को मारना चाहते हैं। फिलहाल, आजम खान या उनके परिवार ने मीडिया के सामने इस तरह के दावे अब तक नहीं किए हैं। हालांकि जेल में यातना दिए जाने का जिक्र वे लगातार करते रहे हैं। 23 सितंबर को 23 महीने बाद रिहा हुए थे आजम खान
सपा नेता आजम खान 23 महीने बाद 23 सितंबर को सीतापुर जेल से रिहा हुए थे। 20 सितंबर को रामपुर कोर्ट ने ये धाराएं खारिज कर दीं, जिससे रिहाई का रास्ता साफ हो गया था। आजम पर 104 केस दर्ज हैं। दोनों बेटे अदीब और अब्दुल्ला उन्हें लेने पहुंचे थे। वे 100 गाड़ियों के काफिले के साथ यहां से रामपुर के लिए रवाना हुए थे। रामपुर में अपने घर पहुंचे तो रास्ते में वे DSP पर नाराज हो गए थे। आजम खान ने DSP से कहा, मुसाफिरों को पुलिस परेशान कर रही है। आजम ने जेल से निकलने के बाद बसपा में जाने के सवाल पर कहा- यह अटकलें लगाने वाले ही बता सकते हैं। मैं जेल में किसी से नहीं मिला। फोन करने तक की इजाजत नहीं थी। अखिलेश ने कहा है कि सपा सरकार बनते ही आजम खान पर लगे सारे केस हटा दिए जाएंगे? मीडियाकर्मी के इस सवाल पर आजम चुप हो गए और मुस्कुरा दिए। आजम खान को 5 दिन पहले हाईकोर्ट ने बीयर बार पर कब्जे से जुड़े केस में जमानत दी थी। यह आखिरी मामला था, जिसमें उन्हें जमानत मिली। हालांकि, जमानत मिलते ही पुलिस ने शत्रु संपत्ति मामले में नई धाराएं जोड़ दीं। 8 अक्टूबर को आजम से मिलने रामपुर जाएंगे अखिलेश सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान से मिलने जाएंगे। अखिलेश ने इसके लिए 8 अक्टूबर का दिन तय किया है। खास बात ये है कि अखिलेश का ये दौरा मायावती की लखनऊ में होने वाली रैली से ठीक एक दिन पहले का लगाया गया है। इसके पीछे भी सपा की रणनीति बताई जा रही है। क्योंकि आजम खान के बसपा में जाने की अटकलें हैं। सीतापुर जेल से छूटने के बाद मीडिया से बातचीत में आजम ने अखिलेश पर तंज भी कसा। आजम ने कहा, वो बड़े नेता हैं, अगर मेरे बारे में कुछ कहते हैं तो उनका बड़प्पन है। यह भी कहा, वो नेताजी की औलाद हैं, हमें भी उतने ही अजीज हैं, जितना वो नेताजी के रहे होंगे। अखिलेश प्राइवेट जेट से 8 अक्तूबर की सुबह 10 बजे अमौसी एयरपोर्ट से बरेली एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरेंगे। यहां से सड़क मार्ग से अखिलेश सीधे रामपुर आजम खान के घर पहुंचेंगे। आजम खां के यहां लगभग एक घंटे का कार्यक्रम रखा गया है। इसके बाद वे वापस बरेली होते हुए लखनऊ आ जाएंगे। अब जानिए मुख्तार अंसारी की मौत कैसे हुई थी? 28 मार्च, 2024 को माफिया मुख़्तार अंसारी की बांदा जेल में मौत हुई थी। इंटरस्टेट गैंग 191 का सरगना मुख्तार 25 अक्टूबर, 2005 से जेल में बंद था। उसके खिलाफ यूपी, दिल्ली, पंजाब में 65 मुकदमे दर्ज थे। 2017 में योगी सरकार आने से पहले वो पंजाब की रोपड़ जेल में था। उसे पंजाब से UP लाने के लिए राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी। 2021 में मुख्तार को बांदा जेल में शिफ्ट किया गया। जेल में उस पर 24 घंटे CCTV कैमरों से निगरानी होती थी। रिश्तेदारों से मिलने पर रोक थी। सख्ती इतनी थी कि जेल में मुख्तार पर नरमी बरतने वाले डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया था। मौत से कुछ दिन पहले मुख्तार के भाई अफजाल ने दावा किया था कि उसे धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है। हालांकि प्रशासन ने दावों को खारिज करते हुए कहा था कि मुख्तार अंसारी की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई थी।
………………………………….. ये खबर भी पढ़ें… योगी बोले- बिना मांगे जहन्नुम का टिकट करा देंगे:लातों के भूत बातों से नहीं मानते; दुस्साहस करोगे तो बरेली जैसा पिटोगे बरेली में जुमे पर ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर हुए बवाल पर सीएम योगी ने कहा- अराजकता कतई स्वीकार नहीं है। बिना मांगे जहन्नुम का टिकट कटवा देंगे। लातों के भूत बातों से नहीं मानते। इनको लगता है कि सरकार अब भी झुककर काम करेगी, लेकिन अब दुस्साहस करोगे तो वैसे ही पिटोगे, जैसे बरेली में पीटे गए। पढ़ें पूरी खबर…
शाहिद सिद्दीकी के मुताबिक, आजम खान ने मुलाकात में उनसे कहा कि वह, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे सभी भाजपा के टारगेट पर हैं और वे पूरे परिवार को मारना चाहते हैं। फिलहाल, आजम खान या उनके परिवार ने मीडिया के सामने इस तरह के दावे अब तक नहीं किए हैं। हालांकि जेल में यातना दिए जाने का जिक्र वे लगातार करते रहे हैं। 23 सितंबर को 23 महीने बाद रिहा हुए थे आजम खान
सपा नेता आजम खान 23 महीने बाद 23 सितंबर को सीतापुर जेल से रिहा हुए थे। 20 सितंबर को रामपुर कोर्ट ने ये धाराएं खारिज कर दीं, जिससे रिहाई का रास्ता साफ हो गया था। आजम पर 104 केस दर्ज हैं। दोनों बेटे अदीब और अब्दुल्ला उन्हें लेने पहुंचे थे। वे 100 गाड़ियों के काफिले के साथ यहां से रामपुर के लिए रवाना हुए थे। रामपुर में अपने घर पहुंचे तो रास्ते में वे DSP पर नाराज हो गए थे। आजम खान ने DSP से कहा, मुसाफिरों को पुलिस परेशान कर रही है। आजम ने जेल से निकलने के बाद बसपा में जाने के सवाल पर कहा- यह अटकलें लगाने वाले ही बता सकते हैं। मैं जेल में किसी से नहीं मिला। फोन करने तक की इजाजत नहीं थी। अखिलेश ने कहा है कि सपा सरकार बनते ही आजम खान पर लगे सारे केस हटा दिए जाएंगे? मीडियाकर्मी के इस सवाल पर आजम चुप हो गए और मुस्कुरा दिए। आजम खान को 5 दिन पहले हाईकोर्ट ने बीयर बार पर कब्जे से जुड़े केस में जमानत दी थी। यह आखिरी मामला था, जिसमें उन्हें जमानत मिली। हालांकि, जमानत मिलते ही पुलिस ने शत्रु संपत्ति मामले में नई धाराएं जोड़ दीं। 8 अक्टूबर को आजम से मिलने रामपुर जाएंगे अखिलेश सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान से मिलने जाएंगे। अखिलेश ने इसके लिए 8 अक्टूबर का दिन तय किया है। खास बात ये है कि अखिलेश का ये दौरा मायावती की लखनऊ में होने वाली रैली से ठीक एक दिन पहले का लगाया गया है। इसके पीछे भी सपा की रणनीति बताई जा रही है। क्योंकि आजम खान के बसपा में जाने की अटकलें हैं। सीतापुर जेल से छूटने के बाद मीडिया से बातचीत में आजम ने अखिलेश पर तंज भी कसा। आजम ने कहा, वो बड़े नेता हैं, अगर मेरे बारे में कुछ कहते हैं तो उनका बड़प्पन है। यह भी कहा, वो नेताजी की औलाद हैं, हमें भी उतने ही अजीज हैं, जितना वो नेताजी के रहे होंगे। अखिलेश प्राइवेट जेट से 8 अक्तूबर की सुबह 10 बजे अमौसी एयरपोर्ट से बरेली एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरेंगे। यहां से सड़क मार्ग से अखिलेश सीधे रामपुर आजम खान के घर पहुंचेंगे। आजम खां के यहां लगभग एक घंटे का कार्यक्रम रखा गया है। इसके बाद वे वापस बरेली होते हुए लखनऊ आ जाएंगे। अब जानिए मुख्तार अंसारी की मौत कैसे हुई थी? 28 मार्च, 2024 को माफिया मुख़्तार अंसारी की बांदा जेल में मौत हुई थी। इंटरस्टेट गैंग 191 का सरगना मुख्तार 25 अक्टूबर, 2005 से जेल में बंद था। उसके खिलाफ यूपी, दिल्ली, पंजाब में 65 मुकदमे दर्ज थे। 2017 में योगी सरकार आने से पहले वो पंजाब की रोपड़ जेल में था। उसे पंजाब से UP लाने के लिए राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी। 2021 में मुख्तार को बांदा जेल में शिफ्ट किया गया। जेल में उस पर 24 घंटे CCTV कैमरों से निगरानी होती थी। रिश्तेदारों से मिलने पर रोक थी। सख्ती इतनी थी कि जेल में मुख्तार पर नरमी बरतने वाले डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया था। मौत से कुछ दिन पहले मुख्तार के भाई अफजाल ने दावा किया था कि उसे धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है। हालांकि प्रशासन ने दावों को खारिज करते हुए कहा था कि मुख्तार अंसारी की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई थी।
………………………………….. ये खबर भी पढ़ें… योगी बोले- बिना मांगे जहन्नुम का टिकट करा देंगे:लातों के भूत बातों से नहीं मानते; दुस्साहस करोगे तो बरेली जैसा पिटोगे बरेली में जुमे पर ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर हुए बवाल पर सीएम योगी ने कहा- अराजकता कतई स्वीकार नहीं है। बिना मांगे जहन्नुम का टिकट कटवा देंगे। लातों के भूत बातों से नहीं मानते। इनको लगता है कि सरकार अब भी झुककर काम करेगी, लेकिन अब दुस्साहस करोगे तो वैसे ही पिटोगे, जैसे बरेली में पीटे गए। पढ़ें पूरी खबर…