पैसा लेकर बांटे फिटनेस… CNG कारों में हो रहे विस्फोट:कानपुर में मोबाइल पर फोटो देख जारी किया सर्टिफिकेट, ऑन-कैमरा लेनदेन

हाल ही में हुई 2 घटनाएं याद कीजिए- 1. Wagon R का CNG सिलेंडर फटने से 5 की मौत। 2. एक्सप्रेस-वे पर 7 बसें और 3 कारों की टक्कर से 19 की मौत। प्रारंभिक जांच में कारों के CNG सिलेंडर फटने से आग लगी। हो सकता है इन कारों में जो CNG सिलेंडर लगे थे, उनकी टेस्टिंग में फर्जीवाड़ा किया हो। यानी CNG सिलेंडर को खोले बगैर और प्रॉपर टेस्ट किए बगैर ही उन्हें अगले 3 साल के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया हो? क्योंकि, यूपी में ऐसा हो रहा है। एजेंसियां पैसा लेकर मोबाइल पर कारों के सिलेंडर देखकर उनके फिटनेस सर्टिफिकेट दे रही हैं। जब दैनिक भास्कर की टीम ने इन्वेस्टिगेशन किया तो ये बात सही साबित हो गई। पढ़िए, पूरा खुलासा… इन्वेस्टिगेशन के लिए हमने कानपुर शहर चुना, क्योंकि यह सीधे दिल्ली-नोएडा से जुड़ा है। यहां बगैर टेस्टिंग के CNG सिलेंडरों के फिटनेस सर्टिफिकेट देने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। हमने सबसे पहले कानपुर में CNG फिटनेस सेंटर्स की जानकारी जुटाई। यहां 3 एजेंसियां हैं, जिन्हें सरकार ने गाड़ियों के CNG फिटनेस करने के अधिकार दिए हैं। ये हैं वे 3 एजेंसी हमने बारी-बारी से तीनों एजेंसियों की हकीकत जानने की प्लानिंग की। इसके लिए एक ऐसी कार का इंतजाम किया, जिसके CNG सिलेंडर के फिटनेस सर्टिफिकेट को एक्सपॉयर हुए 6 महीने बीत चुके थे। इस कार और इसके डॉक्यूमेंट लेकर हम सबसे पहले कानपुर के फजलगंज स्थित पांडेय मोटर्स पर पहुंचे। ये गो ऑन ग्रीन कंपनी से जुड़े हैं। यहां हमें शैलेंद्र पांडेय मिले। यहां हमने ये जानने की कोशिश की कि गाड़ी का CNG सिलेंडर खोले बगैर फिटनेस सर्टिफिकेट बनाया जाता है या नहीं? रिपोर्टर: भैया गाड़ी की CNG फिटनेस करानी है… एक्सपॉयर हो चुकी है? शैलेंद्र पांडेय: सिलेंडर खोलें या न खोलें…? (जबकि नियमानुसार सिलेंडर खोलकर उसका हाइड्रोस्टेटिक टेस्ट अनिवार्य है, नहीं खोलने का सवाल ही खड़ा नहीं होता) रिपोर्टर: नहीं, इतना टाइम नहीं है… बस टेस्टिंग रिपोर्ट बन जाए…। शैलेंद्र पांडेय: ठीक है बन जाएगी… यह कंपनी फिटिंग है… इसलिए कोई दिक्कत नहीं है… बाहर से किट लगी होती तो टेस्ट करा सकते थे…। रिपोर्टर: क्या करना होगा…? कितना टाइम लगेगा…? शैलेंद्र पांडेय: बस 10 मिनट…। रिपोर्टर: ठीक है… बना दीजिए…। शैलेंद्र पांडेय ने CNG सिलेंडर और कार के 4-5 फोटो लिए, फिर हमसे गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) लिया। रिपोर्टर: बिना टेस्ट कराए ही करा रहे हैं… कोई दिक्कत तो नहीं होगी…? शैलेंद्र पांडेय: नहीं… सर्टिफिकेट के साथ आपको एक स्टील प्लेट देंगे… कोई मांगता है तो दिखा दीजिएगा…। रिपोर्टर: CNG नोजल के पास प्लेट लगाना नहीं पड़ेगा…? शैलेंद्र पांडेय: नहीं… इसमें लगाने की जगह नहीं है…। रिपोर्टर: कोई बता रहा था… सिलेंडर में ऑयल और गंदगी जमा हो जाती… दिक्कत तो नहीं होगी… बोलिए तो सिलेंडर खुलवा दें…? शैलेंद्र पांडेय: इसलिए हमने आपसे पहले ही पूछा- कंपनी फिटिंग है या बाहर की… बाहर की होती तो मैं आपको चेक कराने को बोलता भी… कंपनी फिटिंग में कोई दिक्कत नहीं है…। रिपोर्टर: दिल्ली-NCR में गाड़ी चलाने पर कोई दिक्कत तो नहीं होगी…? शैलेंद्र पांडेय: कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी… यह आपस की बात है… इसलिए बिना टेस्टिंग के कर दे रहे हैं… दूसरों को इतना नहीं समझाते…। रिपोर्टर: मेरा एक्सपॉयर ओवर तो नहीं हो गया है…? शैलेंद्र पांडेय: अभी 6 महीने पहले ही एक्सपॉयर ​हुआ है… इससे कोई दिक्कत नहीं है…। रिपोर्टर: नया सर्टिफिकेट कब से वैलिड होगा…? शैलेंद्र पांडेय: आज से… जैसे इंश्योरेंस होता… उसी तरह इसकी भी एक्सपायरी होती है… जिस दिन हुआ… उस दिन से मान्य होगा…। रिपोर्टर: बस दिक्कत यह है कि बाहर बहुत जाते हैं गाड़ी लेकर… कोई दिक्कत न हो। शैलेंद्र पांडेय: कोई दिक्कत नहीं होगी… RTO में कोई काम तो नहीं हो रहा गाड़ी का…? रिपोर्टर: नहीं, कोई काम नहीं हो रहा…। शैलेंद्र पांडेय: फिर तो बस आप 300 रुपए की प्लेट बनवा लेंगे… उससे भी काम चल जाएगा…। रिपोर्टर: क्या करना होगा…? कोई दिक्कत तो नहीं होगी सिलेंडर में…? शैलेंद्र पांडेय: इसमें कुछ भी नहीं करना है… हम आपको अभी पेपर बनाकर देंगे और एक प्लेट देंगे…। रिपोर्टर: गाड़ी लोन पर चल रही है… एक साल बाद खत्म होगा…। शैलेंद्र पांडेय: तब की तब देखी जाएगी… तब मेरे पास चले आना… आपसे कुछ पैसा लेंगे… उसका सर्टिफिकेट भी बनाकर दे देंगे… कुछ पैसा लेंगे बस… बहुत नहीं लेंगे। रिपोर्टर: …तो अभी बना दीजिए… उसका भी। शैलेंद्र पांडेय: अरे भैया… हर चीज की वैधता होती है… पाइप लाइन की 3 महीना होती है… अभी बनवाकर क्या करेंगे…? 3 महीने में एक्सपॉयर हो जाएगा…। रिपोर्टर: …तो क्या जिनके पास गाड़ी है… वो हर तीन महीने पर कराते हैं? शैलेंद्र पांडेय: यह सब शुरुआत में होता है… बाद में कोई नहीं कराता… कोई नहीं चेक करता। रिपोर्टर: RTO को भी पैसा जाता है क्या इसका…? शैलेंद्र पांडेय: सच बता रहे हैं… हम लोग सिर्फ पैसा देकर यह सब करा देते हैं… पहले 150 लेते थे… फिर 300 लेने लगे… अब अपना 400 लेते हैं…। रिपोर्टर: हम लोगों से कितना लेंगे…? शैलेंद्र पांडेय: अरे… यहां आपसे पैसे की कोई बात नहीं है… ज्यादा नहीं लेंगे…। रिपोर्टर: फिर भी कितना लेंगे…? शैलेंद्र पांडेय: अरे… 100-150 रुपए लेंगे… अपना, बाकी जो देना है… वहां (RTO में) वो लेंगे…। रिपोर्टर: टोटल कितना लगेगा…? शैलेंद्र पांडेय: 1000 रुपए लेंगे आपसे… कंपनी फिटिंग का 1400 रुपया लेते हैं… हम क्या सभी इतना ही लेते हैं… आपसे बात हुई है… इसलिए 1000 रुपए ही लेंगे…। रिपोर्टर: जिसकी एजेंसी है वो कमाता होगा…? शैलेंद्र पांडेय: हां वो लेता है एक्स्ट्रा पैसा… 1400 रुपए हम लोग लेते हैं… 900 रुपए उसको देते हैं… 500 रुपए हमें बच जाता है… आपसे हम बस 100 रुपए लेंगे… इसलिए आपको 1000 रुपए बताए… इसमें 100 रुपए हमारा बनेगा…। रिपोर्टर: ठीक है बना दीजिए…। शैलेंद्र पांडेय: ठीक है… अभी बना देंगे… कल सुबह आकर ले लीजिएगा…। रिपोर्टर: आज दे दीजिए… आज ही रात में दिल्ली निकलना है…। शैलेंद्र पांडेय: अच्छा… अभी कहां जा रहे हैं…? रिपोर्टर: अभी यहीं पास में कुछ काम है…। शैलेंद्र पांडेय: ठीक है… आधे घंटे बाद आइए… ले लीजिएगा…। गो ऑन ग्रीन कंपनी का सर्टिफिकेट दे दिया
इसके बाद हमने शैलेंद्र पांडेय को 1000 रुपए ऑनलाइन पेमेंट किया। आधे घंटे बाद एक लड़का साइकिल से CNG फिटनेस सर्टिफिकेट और स्टील का टोकन लेकर आया। ये शैलेंद्र ने हमें दिया। ये सर्टिफिकेट गो ऑन ग्रीन कंपनी का था। अब बगैर कार के फिटनेस सर्टिफिकेट
कार ले जाकर CNG सिलेंडर खोले बगैर तो हमने फिटनेस बनवा लिया। अब हमारे सामने सवाल था कि क्या ये काम कार ले जाए बगैर ही कराया जा सकता है? इसके जवाब के लिए हम कानपुर RTO ऑफिस के बाहर पहुंचे। यहां हमें दलाल राज सिंह मिला। इससे हमने 2 तरह की बातें कीं। पहली- कार नहीं लाए हैं। दूसरी- गो ऑन ग्रीन कंपनी के अलावा बाकी 2 अन्य कंपनी में किसी एक का सर्टिफिकेट बनवाना है। रिपोर्टर: भाई CNG फिटनेस बनवाना है… गाड़ी का…। दलाल राज सिंह: हां… हो जाएगा…। रिपोर्टर: …लेकिन गाड़ी यहां नहीं है… गाड़ी दिल्ली में है…। दलाल राज सिंह: सिलेंडर और गाड़ी के फोटो के साथ पेपर मंगा लीजिए… हो जाएगा। रिपोर्टर: हां… वो तो है मेरे पास… सब। दलाल राज सिंह: फिर हो जाएगा…। रिपोर्टर: कितना पैसा लग जाएगा…? दलाल राज सिंह: 1200 रुपए लगेंगे…। रिपोर्टर: तुरंत बन जाएगा न…? दलाल राज सिंह: हां, सिलेंडर की सफाई तो होनी नहीं है…। रिपोर्टर: नहीं, सिलेंडर में कोई दिक्कत नहीं है… बस पेपर न होने से दिक्कत करते हैं दिल्ली में…। दलाल राज सिंह: सिर्फ पेपर बनवाने का चार्ज अलग है… सफाई का चार्ज अलग है…। रिपोर्टर: किस कंपनी से कराएंगे…? दलाल राज सिंह: गो ऑन ग्रीन से होगा…। रिपोर्टर: गो ऑन ग्रीन से नहीं कराना है… उसका ऑनलाइन दिखता नहीं है… इसलिए फर्जी मान लेते हैं सब… और किसी से करा दीजिए…। दलाल राज सिंह: ठीक है… और किसी से करा देंगे…। रिपोर्टर: पैसा देख लीजिए… कुछ कम करा दीजिए…? दलाल राज सिंह: कागज तो अभी मिल जाएगा… लेकिन उसका स्टील प्लेट कल मिल पाएगा…। रिपोर्टर: शाम तक दे दीजिए…। दलाल राज सिंह: शाम तक नहीं मिल पाएगा… सुबह ही मिलेगा… 2 बजे के पहले आए होते तो आज ही मिल जाता…। रिपोर्टर: कितना पैसा लगेगा…? दलाल राज सिंह: 1200 रुपए दे दीजिएगा… सिलेंडर की सफाई कराएंगे तो उसका 400 रुपए अलग से देना होगा… टोटल 1600 रुपए लगेगा…। रिपोर्टर: अभी तो आपने 1200 रुपए बताया था…? दलाल राज सिंह: पेपर बनाने का 1200 रुपया लगेगा… 400 रुपए सफाई का है… जब सफाई करानी होगी तो वही पेपर दिखाकर सिलेंडर की सफाई हो जाएगी…। रिपोर्टर: अरे… जब सफाई करानी होगी… तब देखा जाएगा… अभी सिर्फ पेपर ही चाहिए… गैस डलवाने में दिक्कत हो रही है…। दलाल राज सिंह: यह आप समझो… हमें क्या… आप जैसे बोलोगे… वैसे करा देंगे। रिपोर्टर: अभी बस पेपर और स्टील प्लेट मिल जाए बनकर…। दलाल राज सिंह: हो जाएगा… आप 1100 रुपया दे दीजिएगा…। रिपोर्टर: भैया… पेपर में क्या-क्या देना होगा…? दलाल राज सिंह: गाड़ी की फोटो, RC और सिलेंडर नंबर की फोटो लगेगी…। रिपोर्टर: ठीक है… अभी दे देते हैं… कुछ एडवांस पैसे दे देते हैं… बाकी कल दे देंगे…। दलाल राज सिंह: ठीक है… दे दीजिए…। रिपोर्टर: अच्छा ये बताइए.. किस कंपनी का होगा… गो ऑन ग्रीन का नहीं कराना है…। दलाल राज सिंह: (साइड में जाकर किसी से फोन पर बात करने के बाद) FMS प्रोजेक्ट कंपनी का हो जाएगा…। रिपोर्टर: आपको मैंने पेपर भेज दिया फोन पर… अब बताइए और क्या लगेगा…? दलाल राज सिंह: ठीक है जाइए… कल आइएगा… इसके अलावा कुछ और लगेगा तो फोन कर दूंगा आपको…। FMS प्रोजेक्ट कंपनी का फिटनेस पेपर दे दिया
अगले दिन सुबह दलाल राज सिंह ने वॉट्सऐप पर बारकोड भेजकर पेमेंट मांगा। हमने 1100 रुपए ट्रांसफर किए। कुछ देर बाद उसका फोन आया, कहा- पेपर बनकर आ गए हैं, ले जाइए। हम दलाल राज सिंह के पास पहुंचे। उसने FMS प्रोजेक्ट कंपनी का CNG फिटनेस सर्टिफिकेट और स्टील प्लेट दी। जिस पर गाड़ी, CNG सिलेंडर की फोटो प्रिंट थी। पेपर की वैधता 3 साल यानी 2028 तक की है। तीसरी कंपनी भी फर्जी तरीके से दे रही सर्टिफिकेट
अब हमारे सामने सवाल था कि क्या कानपुर की तीसरी कंपनी भी फर्जी तरीके से CNG फिटनेस सर्टिफिकेट बनाकर दे रही? यह जानने के लिए हमने कानपुर RTO ऑफिस के बाहर बैठने वाले दलाल चंदन द्विवेदी से संपर्क किया। चंदन तीसरी कंपनी स्वास्तिक CNG गैस ऑटो सर्विस का सर्टिफिकेट बनाकर देने को तैयार हो गया। रिपोर्टर: कार का CNG टेस्टिंग सर्टिफिकेट बनवाना है… बन जाएगा क्या…? दलाल चंदन द्विवेदी: किस गाड़ी का है…? रिपोर्टर: Wagon R है… कितना खर्च आएगा…? लेकिन गाड़ी यहां नहीं है…? दलाल चंदन द्विवेदी: रुकिए… बात करके बताता हूं…। रिपोर्टर: क्या-क्या पेपर लगेंगे… और कितना पैसा लगेगा…? दलाल चंदन द्विवेदी: कब एक्सपायर हुआ है… गाड़ी कब की है…? रिपोर्टर: अभी 3 महीने पहले खत्म हुआ है… गाड़ी 4 साल पुरानी है…। दलाल चंदन द्विवेदी: (किसी से फोन पर बात करने के बाद) 1500 रुपया लगेगा…। रिपोर्टर: पेपर में क्या-क्या देना होगा…? दलाल चंदन द्विवेदी: फोन लग नहीं रहा है… कुछ देर रुकिए… अभी सब बताता हूं…। करीब 10 मिनट बाद… दलाल चंदन द्विवेदी: हां, भैया… 1500 रुपया लगेगा…। रिपोर्टर: किस कंपनी से कराएंगे… यह कंफर्म कीजिए…? दलाल चंदन द्विवेदी: किसी भी कंपनी से करा देंगे… उसमें क्या…? रिपोर्टर: गो ग्रीन या FMS से नहीं कराना है… किसी और से कराइए…। दलाल चंदन द्विवेदी: जिस कंपनी से बोलेंगे… उससे हो जाएगा…। रिपोर्टर: लेकिन समस्या यह है कि गाड़ी दिल्ली में है… फिर कैसे होगा…? दलाल चंदन द्विवेदी: आप मुझे बस गाड़ी की RC दे दो… गाड़ी की फोटो और CNG सिलेंडर की फोटो दे दीजिए… हो जाएगा…। रिपोर्टर: आप यहीं मिलोगे न… आप अपना नंबर दे दो… मैं फोन करके आऊंगा…। दलाल चंदन द्विवेदी: नंबर नोट कर लो… आप पेपर, फोटो और पैसा भेज देना… मैं बनवा दूंगा…। अब जानिए, क्या है CNG फिटनेस का सही तरीका?
PESO (पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव्ज सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन) और CMVR (सेंट्रल मोटर व्हीकल रुल्स) ने गाड़ियों में लगे CNG सिलेंडरों में विस्फोट न हो, इसके लिए कुछ नियम अनिवार्य किए हैं। इसके तहत हर 3 साल में CNG सिलेंडर का हाइड्रो-स्टेटिक टेस्ट अनिवार्य है। इसमें गाड़ी में से CNG सिलेंडर को निकाला जाता है। फिर तय क्षमता 250 Kg प्रति वर्ग सेमी से डेढ़ गुना ज्यादा प्रेशर देकर यह देखा जाता है कि सिलेंडर में कोई लीकेज तो नहीं। अगर लीकेज मिला तो सिलेंडर रिजेक्ट कर दिया जाता है। क्योंकि, CNG भरने पर लीकेज बड़ा हो जाएगा और सिलेंडर फट सकता है। अगर लीकेज नहीं है तो फिर जंग, डेंट, वेल्डिंग और वॉल्व की हालत चेक करते हैं। अगर सभी ठीक हैं, तब अगले 3 साल के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। इस टेस्टिंग के लिए एजेंसियां नियुक्त की गई है। अब ये एजेंसियां ही बगैर टेस्टिंग के सर्टिफिकेट जारी कर रही हैं। CNG पंप पर इस सर्टिफिकेट के बगैर CNG नहीं डाली जाती। अब जानिए, उल्लंघन पर क्या कहता है कानून?
सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट आयुष शुक्ला ने बताया- किसी भी तरह के फर्जी कागजात बनाना गंभीर अपराध है। इसके लिए भारतीय दंड संहिता (IPC) और नए भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत कई धाराएं (जैसे IPC 465, 467, 471; BNS 335, 336) हैं। जिनमें धोखा देने या नुकसान पहुंचाने के इरादे से झूठे दस्तावेज बनाना शामिल है। डीएम बोले- जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे
DM कानपुर जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा- फिलहाल ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है, लेकिन अगर बिना जांच किए गाड़ियों का CNG फिटनेस हो रहा है तो यह बेहद गंभीर विषय है। RTO ने कहा- संबंधित विभागों को पत्र लिखेंगे
कानपुर RTO राजेंद्र सिंह ने कहा- CNG गाड़ियों और उनके पेपर की जांच तो RTO डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी है। लेकिन CNG हाइड्रा टेस्टिंग एजेंसियों के जांच की जिम्मेदारी अन्य विभागों की है। CNG टेस्टिंग एजेंसियां मौन, जवाब देने को तैयार नहीं
गो ऑन ग्रीन के मैनेजर अनुज ने कहा- हम इस पर कुछ नहीं बोल सकते। ऐसा नहीं हो सकता कि बिना टेस्ट किए सर्टिफिकेट बन जाए। स्वास्तिक CNG टेस्टिंग के मैनेजर सुमित से बात की तो उन्होंने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया। FMS प्रोजेक्ट के मालिक और मैनेजर से संपर्क नहीं हो सका। ———————– ये खबर भी पढ़ें… चायपत्ती का रंग चढ़ाकर बना रहे देसी अंडे, यूपी में ठगी के नए तरीके का पहली बार कैमरे पर खुलासा गर्म पानी में 10 रुपए की चायपत्ती और 2 रुपए का कत्था मिलाइए… 210 रुपए के 30 हैदराबादी सफेद अंडे गर्म पानी में डालो और तत्काल निकाल लो… अब ये अंडे हल्के ब्राउन हो गए हैं… इस कलर को पक्का करने के लिए 10 रुपए का सरसों का तेल कपड़े पर लेकर अंडों पर मल दें… केवल 40 रुपए खर्च करके 210 रुपए के 30 अंडे अब 500 रुपए में बेचकर 250 रुपए का मुनाफा कमा लीजिए। आजकल उत्तर प्रदेश में ठगी का ये नया तरीका भी निकाल लिया गया है। यह गिरोह पोल्ट्री फॉर्म के सफेद अंडों को कलर करने के बाद देसी बताकर दोगुना कीमत पर बेच रहा। सर्दी से बचने, क्रिसमस मनाने और सेहत बनाने के लिए देसी अंडों की डिमांड खूब है। इसका फायदा उठाकर मार्केट में नकली देसी अंडे बेचे जा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर