प्रयागराज के तस्कर ने रोडवेज ड्राइवर को पीटा, कपड़े फाड़े:1 घंटे बाद दौड़ाकर मार डाला, पुलिस को मिले 2 CCTV, हत्यारोपी अतीक के करीबी

प्रयागराज में रोडवेज ड्राइवर रावेंद्र के मर्डर केस में 4 दिन बाद पुलिस को 2 CCTV मिले हैं। इससे साफ हो गया कि एक वक्त पर माफिया अतीक अहमद के करीबी रहे पशु तस्करों ने साजिश के तहत रावेंद्र को मार डाला। पेट्रोल पंप पर मारपीट होने के बाद अली भाग जाता है, फिर 1.07 घंटे बाद अपने साथियों के साथ वापस आता है। तब वो रावेंद्र का मर्डर करता है। 4 दिन बाद भी 7 हत्यारोपी अरेस्ट नहीं हो सके हैं। पुलिस की 4 टीमें कौशाम्बी और प्रतापगढ़ में डेरा जमाए हुए हैं। CCTV 1. टाइम 11.53 बजे (दोपहर) रावेंद्र और अली के बीच बहस
पेट्रोल पंप पर तस्कर अली और रावेंद्र के बीच बहस होती है। अचानक अली रावेंद्र को पकड़कर खींचने लगता है। पंप के कोने में ले जाकर थप्पड़, घूसे मारता है। रावेंद्र जमीन पर गिर जाता है। अली उसके कपड़े फाड़ देता है। रावेंद्र का दोस्त पिंटू उसको बचाने का प्रयास करता है। अली सड़क की तरफ भागकर जाता है, वहां बाइक पर अपने साथी के साथ भाग निकलता है। CCTV 2. टाइम 12.59 बजे (दोपहर) अली ने सिर पर ईट मारी, मौत हो गई
14 मिनट के बाद अली अपने साथियों के साथ वापस लौटकर आता है। इसके बाद वो रावेंद्र से दोबारा मारपीट करता है, जब रावेंद्र बचने के लिए भागते हैं तो टारगेट करके ईट से हमला करता है। एक ईट भाग रहे रावेंद्र के सिर के पीछे मारता है, जिससे उसकी मौत हो जाती है। रावेंद्र अपने दोस्त की मदद करने गया, तस्कर ने पीट दिया
इन दोनों CCTV को देखने के बाद पुलिस ने पंप के स्टाफ, रावेंद्र के दोस्त पिंटू से बयान दर्ज किए। पिंटू यादव ने बताया कि रावेंद्र का शुरुआत में पूरे मामले से कोई लेना देना नहीं था। मेरा अली से झगड़ा हुआ था। पिंटू के मुताबिक, मुंडेरा चुंगी के पास अली से उसकी बाइक लड़ गई थी, इसको लेकर विवाद हुआ। अली ने उसे गालियां दीं और कहा कि तुझे जान से मार दूंगा। उसने थप्पड़ भी मारे। यह बात उसने फोन से रावेंद्र को बताई, तो वह मदद के लिए आ गया। तब तक अली पेट्रोल पंप पर पहुंच गया था और उसके साथ उसके 3 और साथी थे। रावेंद्र उसे समझा ही रहा था कि अली उससे भी भिड़ गया। गाली देने लगा और बोला तुम बहुत नेता बन रहे हो। रावेंद्र ने कहा कि हम बात करने आए, तो बात ही करो, गाली मत दो…। इस पर अली ने हमला बोल दिया। उसे घसीटकर पीटने लगा और मारपीट कर उसकी शर्ट भी फाड़ दी। अली ने पिता को कॉल किया, लोगों को बुलाया
पुलिस जांच में सामने आया कि पेट्रोल पंप पर रावेंद्र की पिटाई करके मौके से भागने के बाद अली ने फोन पर किसी से बात की थी। इसके बाद ही वह अपने 6 साथियों के साथ वापस लौटकर आया और वारदात को अंजाम दिया। माना जा रहा है कि उसने फोन से अपने पिता नुरैन से ही बात की और यही वजह रही कि कुछ ही देर में वहां अन्य आरोपी भी आ गए। इसमें उसका चाचा हसनैन, चचेरा भाई हुसैन भी शामिल था। इसके बाद सभी ने मिलकर रावेंद्र पर हमला किया। रावेंद्र के भाई राजन ने बताया- मेरे भाई का हत्यारोपियों से कोई विवाद नहीं था। भाई सिर्फ अपने काम से मतलब रखता था। पिंटू यादव उसका दोस्त था। इसी के चलते उस दिन भाई मदद के लिए गए थे। पुलिस जांच में सामने आया कि नुरैन का बेटा अली और भतीजा हुसैन अपने साथियों कामरान, कैफ के साथ आए दिन दबंगई करता था। राह चलते लड़कियों पर कमेंट करता था। कोई विरोध करे तो मारपीट पर उतारू हो जाता था। उसका पिता नुरैन, चाचा हसनैन और इरफान उसे शह देते हैं। यही वजह रही कि मैंने 1.5 महीने पहले टीपीनगर चौकी प्रभारी राजेश चौबे से शिकायत भी की। कार्रवाई तो हुई नहीं, उल्टा उसे ही धमकियां मिलने लगीं। राजन का कहना है- चौकी प्रभारी ने शिकायत गंभीरता से ली होती तो शायद मेरा भाई जिंदा होता। अब चौकी से हटा देने से मेरा भाई तो वापस नहीं आ जाएगा। अब जानिए रावेंद्र के हत्यारोपियों को, सारे माफिया अतीक के करीबी नुरैन के खिलाफ पहला मुकदमा 2009 में दर्ज हुआ। तब से मुकदमों की फेहरिश्त लंबी होती चली गई। उस पर दर्ज मुकदमों में हत्या का प्रयास, डकैती, मारपीट, गालीगलौज, धमकी के साथ ही पुलिस पर हमले के भी मामले शामिल हैं। हसनैन पर चार मुकदमे हैं, इनमें गोवध के साथ हत्या का प्रयास, डकैती, मारपीट, गालीगलौज, धमकी के साथ ही पुलिस पर हमले के भी मामले शामिल हैं। वह नुरैन का सगा भाई है। 2019 में दबिश को आई पुलिस टीम पर जानलेवा हमले की घटना में शामिल था। 2012 में भी पुलिस पर हमले की घटना में वह भाई नुरैन संग नामजद हुआ। पुलिस रिकॉर्ड में वह गोवध करने वाला और गोमांस का तस्कर है। नुरैन का बेटा और अब तक सामने आए साक्ष्यों के आधार पर रावेंद्र हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। सीसीटीवी फुटेज में वह ही रावेंद्र पर पहले पेट्रोल पंप और फिर कुछ दूरी पर हमला करते नजर आया है। पिछले साल उस पर मारपीट का एक मुकदमा धूमनगंज थाने में दर्ज हुआ था। इसके बाद से वह लगातार दबंगई करता रहा। उसके डर से कोई उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। इरफान इस मामले में आरोपी है। वह नुरैन और हसनैन का साथी है। उसके खिलाफ कुल सात मुकदमे दर्ज हैं। 2016 में अपहरण करके हत्या के मामले का भी आरोपी, हत्या के प्रयास, गालीगलौज धमकी, एससी एसटी एक्ट, एक्सप्लोसिव एक्ट, चोरी जुआ के भी मुकदमे भी उसके खिलाफ लिखे जा चुके हैं। कामरान के खिलाफ हत्या के प्रयास का एक मुकदमा पिछले साल धूमनगंज में दर्ज हुआ था। इसमें एक व्यक्ति पर उसने अपने साथियों संग मिलकर जानलेवा हमला किया था। फैज हत्या के वक्त वहां मौजूद था। उसका नाम भी FIR में पुलिस ने खोला है। वह घर छोड़कर भागा हुआ है। उसके अतिरिक्त, हुसैन को भी पुलिस ने नामजद किया है। वो हसनैन का बेटा और अली का चचेरा भाई है। घर छोड़कर फरार, कौशाम्बी, प्रतापगढ़ में दबिश
रावेंद्र मर्डर केस में आरोपी बनाए गए सातों आरोपी 4 दिन बाद भी पकड़े नहीं जा सके हैं। उनकी तलाश में प्रयागराज के अलावा कौशाम्बी और प्रतापगढ़ में दबिश दी जा रही है। गिरफ्तारी के लिए SOG की 4 और थानों की 3 टीमें लगाई गई हैं। हर टीम को अलग टास्क दिया गया है। मरियाडीह के अलावा हटवा, सल्लापुर, भीटी, लखनपुर, कटहुला, उमरी, असरावल कला समेत 3 दर्जन गांवों में लगातार दबिश जारी है। प्रयागराज के नवाबगंज, शिवकुटी, करेली, मऊआइमा, फूलपुर में भी टीमें छापा मार रही हैं। शरण देने के आरोप में 6 लोगों को एक दिन पहले ही जेल भेजा जा चुका है। इनमें शहर से लेकर नवाबगंज क्षेत्र तक के लोग शामिल हैं। यूपी में चर्चा में रहे इस मर्डर केस में डीसीपी सिटी मनीष शांडिल्य ने कहा- गिरफ्तारी के लिए लगी टीमें हत्यारोपियों के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं। उनके कुछ करीबियों से भी पूछताछ की गई है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। ………….. ये पढ़ें – इंजीनियर ने कार से 8 को रौंदा, 5 की मौत:आगरा में डिलीवरी बॉय को टक्कर मारी, फिर भागने में 4 को और मार डाला आगरा में एक इंजीनियर की बेकाबू कार ने डिलीवरी बॉय समेत 8 लोगों को रौंद दिया। हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। 3 लोग घायल हैं, जिनमें से 2 की हालत गंभीर है। हादसा शुक्रवार रात न्यू आगरा थाने से कुछ दूरी पर नगला पुरी में हुआ। हादसे वाली जगह के नजदीक पुलिस चेकिंग कर रही थी। यह देखकर कार चला रहा अंशुल घबरा गया। वहां से भागने के लिए उसने स्पीड बढ़ाकर 100 से ज्यादा कर ली। उसने पहले डिलीवरी बॉय को टक्कर मारी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पढृिए पूरी खबर…