बाराबंकी में LLB छात्रों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा:घायल बोले- रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में 4 साल से एग्जाम नहीं, धमकी देते हैं

बाराबंकी में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे LLB छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर लाठियों से पीटा। घटना में 12 छात्र बुरी तरह से घायल हो गए। छात्रों का आरोप है कि रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी 4 साल से एग्जाम नहीं करवा रही। 2021 में मान्यता खत्म हो गई थी। इसके बाद भी एडमिशन लिए जा रहे हैं। सोमवार दोपहर करीब 300 छात्र यूनिवर्सिटी के बाहर पहुंचे। छात्रों के समर्थन में ABVP कार्यकर्ता भी थे। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने प्रदर्शन करने पर पुलिस बुला ली। पुलिस के साथ कुछ लोग परिसर में घुस गए। उन्होंने छात्रों से हाथापाई शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस ने ABVP कार्यकर्ताओं को भी लाठियों से जमकर पीटा। घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। 3 तस्वीर देखें… अब पूरी घटना विस्तार से पढ़िए ‘यूनिवर्सिटी से करियर खराब करने की धमकी मिलती है’ सोमवार सुबह रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में LLB के छात्र इकट्‌ठा हुए। उनके समर्थन में ABVP कार्यकर्ता भी आ गए। सुबह से बारिश के बीच छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां पर अवैध फीस वसूल रहे। न एग्जाम हो रहा न तो पैसा वापस दे रहे। घायल छात्र विनय ने बताया- हम लोगों के विरोध पर यूनिवर्सिटी से जुड़े लोग घर वालों को मैसेज करते हैं कि कॅरियर खराब कर देंगे। यहां के कुछ गुंडे मारने की भी धमकी देते हैं। सोमवार शाम में कुछ लोग आए और हमसे हाथापाई शुरू कर दी। सीओ हर्षित चौहान की मौजूदगी में पुलिस ने हम पर ही लाठी चार्ज किया गया। पुलिस का आरोप- चौकी में तोड़फोड़ की पुलिस का कहना है कि छात्रों ने यूनिवर्सिटी के बाहर बने पुलिस चौकी में तोड़ फोड़ की। दरवाजे और खिड़की के शीशे तोड़ दिया। छात्र समझाने पर भी नहीं मान रहे थे। मामला बिगड़ता देख एडिशनल एसपी मौके पर पहुंचे। छात्रों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके बाद एसपी ने छात्रों से बात की। छात्रों ने शिकायत कर बताया कि हमें बिना गलती पर पीटा गया। इतने छात्रों के अभिभावक भी मौके पर पहुंचे। एसपी से बोले-बच्चों को इस तरह से कौन मारता है। एसपी ने जांच करने को कहा है। 2022 से यूनिवर्सिटी की मान्यता रद है
पुलिस के लाठी चार्ज में घायल LLB छात्र नवीन ने बताया कि, रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में 2022 से ही एलएलबी एडमिशन प्रक्रिया रद्द की गई है। उसके बावजूद यूनिवर्सिटी का प्रशासन पैसे वसूलने के चक्कर में 2022 से अब तक छात्रों का एडमिशन कर रहा है। हम लोग इसी को लेकर शांतिपूर्वक प्रोटेस्ट कर रहे थे। तभी यूनिवर्सिटी की तरफ से 10-20 गुंडे आए। उन्होंने हमसे बदतमीजी शुरू कर दी। माहौल बिगड़ता देख पुलिस वालों ने हम पर ही लाठी चार्ज कर दिया। हम लोगों की कोई गलती नहीं थी। रामस्वरूप यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर विकास मिश्र बोले- हमारे पास BCI से 2022-23 तक की मान्यता है। 2023-24 की ऑनलाइन मान्यता है। अभी BCI ने पत्र जारी नहीं किया है। मैं बच्चों को बताना चाहता हूं कि ‌BCI ने व्यवस्था में कमी नहीं बताई है। हर स्तर पर हम लगें हैं। इसके लिए प्रयास कर रहे हैं कि BCI के स्तर पर हमें एफिलेशन लेटर जारी हो जाए। हर बच्चे का भविष्य सुरक्षित है। विश्वविद्यालय प्रशासन और प्रबंधन इसके लिए कटिबद्ध है। बच्चों को और उनके अभिभावक को हमने सभी डॉक्यूमेंट दिखाए हैं। किसी भी तथ्य को हमने छिपाया नहीं है। न ही इसमें कोई ऐसा मैटर है जिससे बच्चों को परेशानी हो। हम बच्चों से अपील करते हैं वह शांतिपूर्ण तरीके से अपनी क्लास में जाएं। जो भी उनकी मांग है हम प्रयास कर रहे हैं कि जल्द ही सही हो। हमने BCI को एफिडेविट भी दिया है। जल्दी समस्या का समाधान होगा। किसी भी बच्चे का भविष्य अंधकार में नहीं है। ‘सीओ के साथ आए गुंडों ने मारपीट की’
ABVP कार्यकर्ता सृष्टि सिंह ने बताया- फीस के अलावा बच्चों से फाइन चार्ज किया जा रहा था। ट्रेनिंग, वेलफेयर के नाम पर बच्चों से 100 रुपए एक्स्ट्रा लिए जा रहे थे। कुछ बच्चों ने लेट कर दिया था। लेट फीस की जगह बच्चों पर 10000 फाइन लगा दिया था। छात्रों ने इसको लेकर अखिल भारतीय परिषद से शिकायत की। हम लोग भी छात्रों के समर्थन में वहां प्रोटेस्ट कर रहे थे। तभी वहां सीओ हर्षित चौहान पहुंचे। उनके साथ कुछ गुंडे भी आए। उन्होंने मेरी आंखों को सामने ही लोगों से मारपीट की। पुलिस ने 10 से ज्यादा लोगों को बेरहमी से पीटा। एक छात्रा ने बताया कि मैं BBA, LLB सेकेंड ईयर की छात्रा हूं। यूनिवर्सिटी के लोग हमारे कोर्स की मान्यता नहीं दिलवा रहे हैं। हम लोग जब इसकी शिकायत करने जाते हैं। तो ये लोग जवाब देने की बजाय हम लोगों को मैसेज भेजते हैं। धमकी भी देते हैं। हमारे परिजन को मैसेज करते हैं कि अपने बच्चों को समझा लीजिए नहीं तो उसका भविष्य खतरे में आ जाएगा। ये लोग मेरे पेरेंट्स को मैसेज भेज कर धमकाते हैं। जो खुद खतरे में हैं, वह हमारा भविष्य क्या खाते में डालेंगे। हम लोगों को जवाब नहीं दे रहे हैं। रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में लाठी चार्ज के बाद सोमवार रात करीब 9 बजे बड़ी संख्या में अभाविप कार्यकर्ता जिला अधिकारी शशांक त्रिपाठी के आवास पहुंचे। यहां नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। डीएम का पुतला दहन किया। पुतला दहन के बाद गुस्साए कार्यकर्ता बाराबंकी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। यहां भी देर रात तक हंगामा चलता रहा और कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। अभाविप कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। ……………………………. ये खबर भी पढ़ें… मेरठ पुलिस लाइन में छत ढही, 8 दबे:घायल बोले- सभी खाना खा रहे थे, होश आया तो खुद को हॉस्पिटल में देखा; 2 की हालत गंभीर रात के 9 बज रहे थे। हम 8 लोग बैठकर खाना खा रहे थे। अचानक चरचराहट-सी आवाज हुई। देखते ही देखते घर की छत लोगों पर गिर गई। मेरे मम्मी-पापा, पत्नी, छोटे बच्चे दब गए। कुछ देर तक मानों मुझे होश नहीं रहा, देखा तो चारों तरफ मलबा था। मेरा पूरा परिवार उसमें दबा था। चीखें सुनकर पड़ोसी आए। टीमें पहुंची। हमें निकाला गया। पढ़ें पूरी खबर…