यूपी में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। मथुरा और हाथरस में मंगलवार सुबह झमाझम बारिश हुई। बारिश के साथ तेज हवाओं ने भी लोगों को गर्मी से राहत दी। आज 17 जिलों में बारिश का अलर्ट है। इस बीच मथुरा में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई। महिला की पहचान तहसील मांट के गांव नगला जगरूपा की रहने वाली मीरा देवी (उम्र 52 वर्ष) के रूप में हुई। वहीं, हाथरस में सुबह से हो रही बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया। ज्यादातर हिस्सों में बिजली गुल है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया- बंगाल की खाड़ी में एक नया लो प्रेशर क्षेत्र बन रहा है। इससे 3 अक्टूबर तक गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। यानी इस बार दशहरा पर बारिश के आसार हैं। 3 तस्वीरें देखिए- यूपी में औसत से 6% कम हुई बारिश
इस मानसून सीजन अब तक की बात करें तो यूपी में 700.8 मिमी बारिश हो चुकी है। ये मौसम विभाग के औसत अनुमान 745 मिमी से 6% कम है। एटा में सामान्य से सबसे ज्यादा बारिश हुई
यूपी में 1 जून से लेकर 29 सितंबर तक एटा में सबसे ज्यादा बारिश हुई। मौसम विभाग ने यहां 503.6 मिमी बारिश का अनुमान जताया था, हालांकि यहां अनुमान से 75% ज्यादा 880 मिमी बारिश हुई। इसकी वजह है कि एटा प्रदेश के मध्य-पश्चिम के हिस्से में स्थित है। यहां बंगाल की खाड़ी से आने वाली मानसूनी नमी ज्यादा गुजरती है और बारिश ज्यादा कराती है। इसके बाद संभल में 656 मिमी बारिश का अनुमान था, हालांकि अनुमान से 61% ज्यादा 1055 मिमी बारिश हुई। देवरिया में सबसे कम सिर्फ 97 मिमी बारिश हुई
यूपी में 1 जून से लेकर 29 सितंबर तक देवरिया में सबसे कम बारिश हुई। मौसम विभाग ने यहां 773 मिमी बारिश का अनुमान जताया था, हालांकि यहां अनुमान से 87% कम महज 97 मिमी ही बारिश हुई। इसके बाद कुशीनगर में 738 मिमी बारिश का अनुमान था, हालांकि अनुमान से 65% कम महज 261 मिमी ही बारिश हुई। देवरिया के कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक मांधाता सिंह ने कहा- जलवायु परिवर्तन से बारिश कम हो रही है। पिछले चार साल से लगातार यह प्रवृत्ति दिख रही है। इस बार तो हालात और खराब हैं। 2024 में देवरिया में 43% और 2023 में 46% कम बारिश हुई थी, जबकि 2020-22 के दौरान सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई थी। 2022 में यूपी में 29% कम बारिश हुई थी
यूपी में पिछले कई साल से सामान्य से कम बारिश दर्ज की जा रही है। बीते 5 साल के आंकड़े पर नजर डालें, तो 2022 में सबसे कम बारिश हुई थी। इस इस दौरान सामान्य से 29 फीसदी कम बारिश हुई। वहीं, 2023 में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई। साल- 2024 में सामान्य बारिश में कोई अंतर नहीं रहा। बारिश का फसलों पर कैसा असर
अभी तक मौसम सामान्य रूप से सही चल रहा है। कृषि वैज्ञानिक प्रो. पीके सिंह बताते है कि हथिया नक्षत्र 21 और 22 सितंबर से शुरू हुआ है। आमतौर पर इस नक्षत्र में बारिश होती है, जो धान की फसल के लिए फायदेमंद मानी जाती है। क्योंकि, कीड़े-मकोड़े बारिश के साथ नष्ट हो जाते हैं। इसी दौरान दलहनी और तिलहनी फसलों के लिए भी खेत में नमी बनी रहती है, जिससे रबी की फसल समय पर बोई जा सकती है। अगर बारिश बहुत तेज हो जाए तो धान की फसल गिर सकती है, जिससे उसकी गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मशीन या हार्वेस्टर से कटाई करने में कठिनाई हो सकती है।
क्या होता है हथिया नक्षत्र
हथिया नक्षत्र एक ऐसा समय होता है, जब लगातार हल्की बारिश होती रहती है। किसानों के लिए यह नक्षत्र काफी अच्छा माना जाता है। फसल बोने के लिए किसान इस समय का इंतजार करते हैं। हथिया नक्षत्र 5 तारों का समूह है, जिसकी आकृति हाथ के पंजे जैसी होती है। इसका ग्रह स्वामी चंद्रमा है। ————————— ये खबर भी पढ़िए- यूपी के 4 जिलों में दंगा भड़काने की साजिश: मुजाहिद आर्मी बनाकर हिंदू धर्मगुरुओं को मारना चाहते थे, कट्टरपंथी ग्रुप के 4 आरोपी अरेस्ट यूपी ATS (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड) ने सोमवार को बड़ी साजिश का खुलासा किया है। कानपुर, रामपुर, सोनभद्र और सुल्तानपुर से चार ऐसे आरोपी दबोचे गए हैं, जो प्रदेश में मुजाहिद आर्मी बना रहे थे। चारों आरोपी अपने-अपने जिलों में दंगे भड़काने की साजिश रच रहे थे। यह सभी कट्टरपंथी पाकिस्तानी संगठनों से प्रभावित थे। देश में जिहाद करके हथियारों के बल पर शरिया कानून लागू करने की योजना बना रहे थे। पढ़ें पूरी खबर…
इस मानसून सीजन अब तक की बात करें तो यूपी में 700.8 मिमी बारिश हो चुकी है। ये मौसम विभाग के औसत अनुमान 745 मिमी से 6% कम है। एटा में सामान्य से सबसे ज्यादा बारिश हुई
यूपी में 1 जून से लेकर 29 सितंबर तक एटा में सबसे ज्यादा बारिश हुई। मौसम विभाग ने यहां 503.6 मिमी बारिश का अनुमान जताया था, हालांकि यहां अनुमान से 75% ज्यादा 880 मिमी बारिश हुई। इसकी वजह है कि एटा प्रदेश के मध्य-पश्चिम के हिस्से में स्थित है। यहां बंगाल की खाड़ी से आने वाली मानसूनी नमी ज्यादा गुजरती है और बारिश ज्यादा कराती है। इसके बाद संभल में 656 मिमी बारिश का अनुमान था, हालांकि अनुमान से 61% ज्यादा 1055 मिमी बारिश हुई। देवरिया में सबसे कम सिर्फ 97 मिमी बारिश हुई
यूपी में 1 जून से लेकर 29 सितंबर तक देवरिया में सबसे कम बारिश हुई। मौसम विभाग ने यहां 773 मिमी बारिश का अनुमान जताया था, हालांकि यहां अनुमान से 87% कम महज 97 मिमी ही बारिश हुई। इसके बाद कुशीनगर में 738 मिमी बारिश का अनुमान था, हालांकि अनुमान से 65% कम महज 261 मिमी ही बारिश हुई। देवरिया के कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक मांधाता सिंह ने कहा- जलवायु परिवर्तन से बारिश कम हो रही है। पिछले चार साल से लगातार यह प्रवृत्ति दिख रही है। इस बार तो हालात और खराब हैं। 2024 में देवरिया में 43% और 2023 में 46% कम बारिश हुई थी, जबकि 2020-22 के दौरान सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई थी। 2022 में यूपी में 29% कम बारिश हुई थी
यूपी में पिछले कई साल से सामान्य से कम बारिश दर्ज की जा रही है। बीते 5 साल के आंकड़े पर नजर डालें, तो 2022 में सबसे कम बारिश हुई थी। इस इस दौरान सामान्य से 29 फीसदी कम बारिश हुई। वहीं, 2023 में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई। साल- 2024 में सामान्य बारिश में कोई अंतर नहीं रहा। बारिश का फसलों पर कैसा असर
अभी तक मौसम सामान्य रूप से सही चल रहा है। कृषि वैज्ञानिक प्रो. पीके सिंह बताते है कि हथिया नक्षत्र 21 और 22 सितंबर से शुरू हुआ है। आमतौर पर इस नक्षत्र में बारिश होती है, जो धान की फसल के लिए फायदेमंद मानी जाती है। क्योंकि, कीड़े-मकोड़े बारिश के साथ नष्ट हो जाते हैं। इसी दौरान दलहनी और तिलहनी फसलों के लिए भी खेत में नमी बनी रहती है, जिससे रबी की फसल समय पर बोई जा सकती है। अगर बारिश बहुत तेज हो जाए तो धान की फसल गिर सकती है, जिससे उसकी गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मशीन या हार्वेस्टर से कटाई करने में कठिनाई हो सकती है।
क्या होता है हथिया नक्षत्र
हथिया नक्षत्र एक ऐसा समय होता है, जब लगातार हल्की बारिश होती रहती है। किसानों के लिए यह नक्षत्र काफी अच्छा माना जाता है। फसल बोने के लिए किसान इस समय का इंतजार करते हैं। हथिया नक्षत्र 5 तारों का समूह है, जिसकी आकृति हाथ के पंजे जैसी होती है। इसका ग्रह स्वामी चंद्रमा है। ————————— ये खबर भी पढ़िए- यूपी के 4 जिलों में दंगा भड़काने की साजिश: मुजाहिद आर्मी बनाकर हिंदू धर्मगुरुओं को मारना चाहते थे, कट्टरपंथी ग्रुप के 4 आरोपी अरेस्ट यूपी ATS (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड) ने सोमवार को बड़ी साजिश का खुलासा किया है। कानपुर, रामपुर, सोनभद्र और सुल्तानपुर से चार ऐसे आरोपी दबोचे गए हैं, जो प्रदेश में मुजाहिद आर्मी बना रहे थे। चारों आरोपी अपने-अपने जिलों में दंगे भड़काने की साजिश रच रहे थे। यह सभी कट्टरपंथी पाकिस्तानी संगठनों से प्रभावित थे। देश में जिहाद करके हथियारों के बल पर शरिया कानून लागू करने की योजना बना रहे थे। पढ़ें पूरी खबर…