मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। हादसे वाले दिन (मंगलवार) मरने वालों की संख्या 13 बताई गई थी। लेकिन, मौके से मिली लाशें और उनके अवशेष के बाद यह संख्या बढ़ गई। इनमें से 3 की शिनाख्त होने के बाद उनके शव परिवारवालों को सौंप दिए गए। एक घायल की आगरा में इलाज के दौरान मौत हो गई। अब 15 शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट होगा। परिवार से ब्लड सैंपल लिए गए हैं। वहीं, दूसरे दिन भी लोग अपनों को खोज रहे हैं। यात्रियों के शव टुकड़ों में मिले हैं, जिन्हें पहचानना नामुमकिन है। कई शव जलकर सिकुड़ गए हैं, मानो कोयला बन गए हों। जिनकी पहचान नहीं हो सकी है। हादसे की जांच के लिए हरियाणा के मानेसर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ रोड सेफ्टी की टीम के एक्सपर्ट बुलाए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, टीम हादसे का सीन रिक्रिएट कराएगी। इसके अलावा ADM प्रशासन अमरेश कुमार की अगुआई में 6 सदस्यीय टीम भी जांच कर रही है। वाहनों में आग कैसे लगी? क्या कार की पेट्रोल टंकी फटने से आग लगी या फिर एसी बसों के कंप्रेसर फटने से बसें जलने लगीं? टीम इन सवालों के जवाब तलाश रही है। टीम को गुरुवार शाम तक अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपनी है। इधर, पोस्टमॉर्टम हाउस पर बुधवार दोपहर को भी अपनों की फोटो लेकर खोजते नजर आए। हमीरपुर से आए एक व्यक्ति ने बताया कि उसका बेटा देवेंद्र दिल्ली में मजदूरी करने जा रहा था। हमने सोमवार शाम 7 बजे बेटे को बस में बैठाया था। मंगलवार सुबह पता चला कि उसी बस में आग लग गई। अभी तक बेटे का कोई पता नहीं चल सका है।
3 तस्वीरें देखिए-
हादसे से जुड़ी अपडेट्स के लिए नीचे एक–एक ब्लॉग से गुजर जाइए…
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