मम्मी ने जैसे पापा को मारा, वैसे उनको सजा मिले:संभल में बेटी बोली- मुझे भी धमकी दी; आरोपी की बहन बच्चों को पाल रही

मेरी मम्मी को बहुत सख्त सजा मिले, जैसे उन्होंने मेरे पापा को मारा है, वैसे ही उनको भी मारा जाए। जब वो पापा को मार रही थी, मैं शोर सुनकर वहां पहुंची। उन्होंने मुझे धमकाया। जान से मारने की धमकी देकर मुझे चुप कराया। अपने प्रेमी के साथ मिलकर पापा की जान ले ली। ये कहना है 11 साल की मनीषा का। जिसकी मां पूजा ने प्रेमी और उसके नाबालिग भांजे के साथ मिलकर अपने पति की गला दबाकर हत्या कर दी। पिता की मौत के बाद मां जेल चली गई, साथ में ढाई साल का बेटा भी गया। घर में मनीषा और उसकी 2 छोटी बहनें ही हैं। आरोपी की बहन ही बच्चों को पाल रही है। दैनिक भास्कर की टीम संभल जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर कैलादेवी क्षेत्र के गांव नाइयों पहुंची। मनीषा और उसकी मां का हाल जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… आरोपी की बहन को मिली बच्चियों की कस्टडी
टीम गांव में पहुंची तो पता चला कि तीनों बच्चियां महिला के प्रेमी आरोपी गीतेश की बहन बबीता सिंह के साथ उनके घर पर रह रही हैं। पुलिस ने घटना के बाद तीनों को इनकी कस्टडी में दिया है। गांव के लोग भी इनका साथ दे रहे हैं। ग्रामीणों से बात करते हुए टीम बबीता के घर पहुंची। बबीता के घर में हमें मनीषा, सुनीता (8) और लक्ष्मी (6) मिलीं। तीनों घर के बाहर चारपाई पर गुमसुम बैठी थीं। आरोपी की बहन बोली- हम बच्चियों का हमेशा ध्यान रखेंगे
पहले हमने प्रेमी गीतेश की बहन बबीता से बात की। उसने बताया, मेरा भी एक बेटा जेल भेजा गया है। पता नहीं कैसे वो इन सब में पड़ गया। जो कुछ भी हुआ, उसमें इन बच्चियों का कोई कसूर नहीं है। ये तो अभी बहुत छोटी हैं। पुलिस ने इनका ध्यान रखने के लिए बोला है। हमारी कोशिश रहेगी इनको कोई तकलीफ न हो। इनके चाचा और मामा इनको ले जाने की बात कह रहे थे, लेकिन हम तो मना कर रहे हैं। खैर अभी तो वो लोग भी इनको लेने नहीं आए हैं। हम इन बच्चियों का हमेशा ध्यान रखने के लिए तैयार हैं। उनकी अपनी मम्मी कहने में शर्म आती है
तीनों बहनों में केवल मनीषा ने ही हमसे बात की। उसने बताया, पापा हम लोगों को बहुत गुस्से में गाजियाबाद से संभल लेकर आए थे। वो चाहते थे मम्मी हमारे साथ रहें। लेकिन वो मानने को तैयार नहीं थीं। उन्हें बस प्रेमी के साथ रहना था। उस रात पापा मम्मी को गीतेश के साथ रहने से मना कर रहे थे। इसी बात पर झगड़ा हुआ और इन लोगों ने मेरे सामने पापा को मार दिया। उनका गला दबा दिया। मुझे शर्म आती है उनको अपनी मम्मी कहने में। मैं पापा को छोड़ने के लिए बोलती रही लेकिन वो तीनों पापा को मारते रहे। मुझे भी धमकाया, चुप रहने के लिए बोला। अपनी बहनों की वजह से मुझे शांत होना पड़ा। वो रात मैं अपने जीवन में कभी नहीं भूल पाऊंगी। आगे क्या होगा, हमें नहीं पता। अगर पढ़ाई करने को मिल जाए तो हम लोग भी कुछ अच्छा कर लेंगे। मैं अपने भाई रॉकी को जेल में नहीं रखना चाहती हूं। उस पर मां का साया नहीं पड़ने देना चाहती हूं। हम लोग जैसे कुछ इंतजाम कर लेंगे, उसको जेल से ले आएंगे। बच्चियों का एडमिशन कराया जाएगा
गांव के मोहित यादव (40) भी गूगली के साथ ही गाजियाबाद में मजदूरी करते थे। उन्होंने कहा- हम लोग चाहते हैं बेटियों को सरकारी मदद मिले। गांव के लोग तो उनका ख्याल रख ही रहे हैं, अगर सरकार की मदद मिलेगी तो थोड़ी मजबूती मिलेगी। इनका स्कूल में एडमिशन भी करवाया जाएगा। सारे इंतजाम किए जाएंगे। अपनी मां की वजह से ये बच्चियां आज परेशान हैं। अगर वो ऐसी न होती तो इनके सामने ये दिन नहीं आता। अब पढ़िए घटना… गुगली बिहार का रहने वाला था। वो 1 साल पहले पत्नी और बच्चों के साथ गाजियाबाद मजदूरी करने गया। वहीं पर उसकी आरोपी गीतेश से दोस्ती हो गई। गीतेश गूगली के घर आने लगा। धीरे-धीरे गीतेश और पूजा में नजदीकियां बढ़ गई। दोनों में अवैध संबंध हो गए। इसके बाद होली पर गीतेश गूगली को बहलाकर परिवार सहित संभल में अपने गांव ले आया। वहां पर सभी लोग गीतेश के घर में रुके। इसी दौरान गूगली को पत्नी के अवैध संबंध के बारे में पता चल गया। 2 मई को आरोपी प्रेमी गीतेश गाजियाबाद पहुंचा
गूगली ने पूजा को बहुत मारा और गाजियाबाद वापस ले आया। वहां पर भी दोनों में बहुत विवाद हुआ। 2 मई को आरोपी प्रेमी गाजियाबाद पहुंचा। वो पूजा और उसके ढाई साल के बेटे रॉकी को अपने गांव ले आया। गुस्से में गूगली भी 7 मई को बेटियों को लेकर संभल पहुंचा। वो सीधा गीतेश के घर पहुंचा, वहां दोनों के बीच झगड़ा हुआ। उस समय तो गांव के लोगों ने मामला शांत करवाया। गूगली वहीं गांव में एक घर में जाकर बैठ गया। रात में वो फिर गीतेश के घर पहुंचा। उसने पत्नी से साथ चलने को कहा। मना करने पर गूगली पूजा को मारने लगा। इसके बाद पूजा ने प्रेमी गीतेश और उसके नाबालिग भांजे के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। शव को पास के एक खेत में मिट्टी में दबा दिया। जेसीबी की खुदाई में पैर दिखा
8 मई को निर्माण कार्य के लिए गांव के पास मिट्टी उठाने का काम हो रहा था। तभी जेसीबी की खुदाई के दौरान गूगली का पैर दिखाई दिया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव की शिनाख्त कराई तो गांव के लोगों ने उसको पहचान लिया। इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस ने 9 मई को आरोपी पत्नी और प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग भांजे को बाल सुधार गृह भेजा गया है। ———————————- यह खबर भी पढ़ें- वाराणसी के जासूस का पाकिस्तानी अफसर की पत्नी से कनेक्शन:ज्ञानवापी-नमो घाट की जानकारी भेजी, बाबरी मस्जिद के लिए युवाओं को भड़काता था यूपी ATS ने वाराणसी के हनुमान फाटक से मोहम्मद तुफैल को अरेस्ट किया है। तुफैल पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। एक साल में उसने 600 पाकिस्तानियों से संपर्क किए थे। वह पाकिस्तानी अधिकारी की पत्नी से घंटों वॉट्सऐप पर बात करता था। यहां पढ़ें पूरी खबर