बसपा सुप्रीमो मायावती ने बिना नाम लिए भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह को जमकर लताड़ा है। उनके विवादित बयान ‘मुस्लिम लड़की लाओ, नौकरी पाओ’ को मायावती ने सभ्य और संवैधानिक सरकार के लिए ‘खुली चुनौती’ करार दिया। मायावती ने चेतावनी दी कि ऐसे शरारती तत्वों का ‘विषैला हिंसात्मक खेल’ करोड़ों लोगों की जानमाल और मजहब पर खतरा है। सरकारों को ऐसी साजिशों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। बसपा प्रमुख की यह टिप्पणी सिद्धार्थनगर में भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के उस वायरल वीडियो पर आई है, जिसमें उन्होंने खुलेआम ‘बदला’ लेने की धमकी दी थी। 16 अक्टूबर को धनखरपुर गांव की जनसभा में पूर्व विधायक ने कहा था- ‘अगर मुस्लिम लड़के दो हिंदू लड़कियां ले जाते हैं और मुस्लिम बनाते हैं, तो तुम 10 मुस्लिम लड़कियां लाकर हिंदू बनाओ।’ पूर्व विधायक ने यह भी कहा था कि शादी-विवाह का पूरा खर्चा हम करेंगे, सुरक्षा की गारंटी देंगे। जो हिंदू लड़का मुस्लिम लड़की लाएगा, उसकी नौकरी का इंतजाम हम करेंगे! सभा में उन्होंने नौजवानों से हाथ उठवाकर पूछा भी था- ‘2 के बदले 10 से कम मंजूर नहीं।’ खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दीजिए… ‘दो का बदला भारी होगा’- पूर्व विधायक की धमकी
पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने उस सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक महीने में डुमरियागंज से दो हिंदू लड़कियां मुस्लिम लड़कों से शादी कर लीं। इसी ‘सिलसिले’ में बुलाई गई बैठक में तय हुआ कि इनके बदले 10 मुस्लिम लड़कियों का ‘अपहरण’ किया जाएगा। वीडियो में वे चिल्लाते नजर आते हैं, “मुसलमानों सुन लो, दो का बदला भारी होने वाला है। मुल्ला-मौलवियों को समझा दो, आने वाले दिनों में ऐसा ही होगा। उन्होंने साफ शब्दों में धमकी दी, “मैं कह रहा हूं, 2 पे कम से कम 10 मुस्लिम लड़कियां लाओ और उनको हिंदू बनाओ। पूर्व विधायक खुद को योगी जी का सिपाही कहा था
पूर्व विधायक ने खुद को ‘योगी का सिपाही’ बताया था। उन्होंने कहा था- ‘अब अखिलेश यादव का जमाना नहीं है। अन्य पार्टियां जो मुस्लिम तुष्टिकरण करती थीं, उनका दौर खत्म। योगी का राज है, डरने की जरूरत नहीं। तुम जो चाहो करो, हम तुम्हारे साथ हैं।’ उन्होंने डुमरियागंज को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताते हुए पुरानी कथित घटनाओं का जिक्र किया था। कहा था- ‘योगी जी बनने से पहले हिंदू दुबकते थे, बहू-बेटियां असुरक्षित थीं। धनकापुर में एक हफ्ते में दो हिंदू लड़कियां भगा ली गईं, हिंदुओं को मारा भी गया। अब जागो और मुकाबला करो। हम पहले छेड़ते नहीं, लेकिन छेड़े तो छोड़ते नहीं।’ मायावती की चेतावनी- ‘नफरत का जहर न फैलने पाए
बसपा प्रमुख मायावती ने पूर्व विधायक जैसे बयानों को ‘साम्प्रदायिक व जातिवादी द्वेष’ का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा- यूपी, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और न जाने क्या-क्या नफरती नाम देकर शरारती तत्व निंदनीय काम कर रहे हैं। ऐसे लोग कानून अपने हाथ में लेकर साम्प्रदायिक और जातिवादी द्वेष फैला रहे हैं। दुश्मनी, अशांति, अराजकता, लोगों के जान-माल और मजहब के लिए खतरा बन रहे हैं। यह विषैला हिंसात्मक खेल बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा- ऐसे आपराधिक, अराजक और असामाजिक तत्व सभ्य और संवैधानिक सरकार के लिए खतरा हैं। इन्हें शह और संरक्षण देने के बजाय सरकारें राज्य की करोड़ों जनता के हित और कल्याण को ध्यान में रखें और कानून का राज स्थापित करना सुनिश्चित करने के लिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें। यही देशहित में है। ———————– ये खबर भी पढ़ें- यूपी में SIR, बीएलओ घर-घर 3 जानकारी मांगेंगे:2003 की मतदाता सूची में आपका नाम नहीं तो क्या करना होगा? चुनाव आयोग ने यूपी समेत देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) लागू कर दिया है। 4 नवंबर से बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर सर्वे करेंगे। बीएलओ 2003 की मतदाता सूची से आपके परिवार के वोटर्स का मिलान करेंगे। अगर इस सूची में आपका नाम है, तो बीएलओ चुनाव आयोग की ओर से जारी एप के प्रोफार्मा में इसकी जानकारी अपडेट कर देंगे।सवाल है, अगर आपका जन्म 2003 के बाद हुआ या सूची में आपका नाम नहीं, तो क्या होगा? पढ़िए सब कुछ…
पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने उस सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक महीने में डुमरियागंज से दो हिंदू लड़कियां मुस्लिम लड़कों से शादी कर लीं। इसी ‘सिलसिले’ में बुलाई गई बैठक में तय हुआ कि इनके बदले 10 मुस्लिम लड़कियों का ‘अपहरण’ किया जाएगा। वीडियो में वे चिल्लाते नजर आते हैं, “मुसलमानों सुन लो, दो का बदला भारी होने वाला है। मुल्ला-मौलवियों को समझा दो, आने वाले दिनों में ऐसा ही होगा। उन्होंने साफ शब्दों में धमकी दी, “मैं कह रहा हूं, 2 पे कम से कम 10 मुस्लिम लड़कियां लाओ और उनको हिंदू बनाओ। पूर्व विधायक खुद को योगी जी का सिपाही कहा था
पूर्व विधायक ने खुद को ‘योगी का सिपाही’ बताया था। उन्होंने कहा था- ‘अब अखिलेश यादव का जमाना नहीं है। अन्य पार्टियां जो मुस्लिम तुष्टिकरण करती थीं, उनका दौर खत्म। योगी का राज है, डरने की जरूरत नहीं। तुम जो चाहो करो, हम तुम्हारे साथ हैं।’ उन्होंने डुमरियागंज को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताते हुए पुरानी कथित घटनाओं का जिक्र किया था। कहा था- ‘योगी जी बनने से पहले हिंदू दुबकते थे, बहू-बेटियां असुरक्षित थीं। धनकापुर में एक हफ्ते में दो हिंदू लड़कियां भगा ली गईं, हिंदुओं को मारा भी गया। अब जागो और मुकाबला करो। हम पहले छेड़ते नहीं, लेकिन छेड़े तो छोड़ते नहीं।’ मायावती की चेतावनी- ‘नफरत का जहर न फैलने पाए
बसपा प्रमुख मायावती ने पूर्व विधायक जैसे बयानों को ‘साम्प्रदायिक व जातिवादी द्वेष’ का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा- यूपी, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और न जाने क्या-क्या नफरती नाम देकर शरारती तत्व निंदनीय काम कर रहे हैं। ऐसे लोग कानून अपने हाथ में लेकर साम्प्रदायिक और जातिवादी द्वेष फैला रहे हैं। दुश्मनी, अशांति, अराजकता, लोगों के जान-माल और मजहब के लिए खतरा बन रहे हैं। यह विषैला हिंसात्मक खेल बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा- ऐसे आपराधिक, अराजक और असामाजिक तत्व सभ्य और संवैधानिक सरकार के लिए खतरा हैं। इन्हें शह और संरक्षण देने के बजाय सरकारें राज्य की करोड़ों जनता के हित और कल्याण को ध्यान में रखें और कानून का राज स्थापित करना सुनिश्चित करने के लिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें। यही देशहित में है। ———————– ये खबर भी पढ़ें- यूपी में SIR, बीएलओ घर-घर 3 जानकारी मांगेंगे:2003 की मतदाता सूची में आपका नाम नहीं तो क्या करना होगा? चुनाव आयोग ने यूपी समेत देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) लागू कर दिया है। 4 नवंबर से बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर सर्वे करेंगे। बीएलओ 2003 की मतदाता सूची से आपके परिवार के वोटर्स का मिलान करेंगे। अगर इस सूची में आपका नाम है, तो बीएलओ चुनाव आयोग की ओर से जारी एप के प्रोफार्मा में इसकी जानकारी अपडेट कर देंगे।सवाल है, अगर आपका जन्म 2003 के बाद हुआ या सूची में आपका नाम नहीं, तो क्या होगा? पढ़िए सब कुछ…