‘मेरे सामने परिवार के 4 लोग दबे…मैं बस देखता रहा’:आगरा में चाचा बोले- मैं 5 फीट तक मिट्‌टी में दबा रहा, ऐसा लगा सामने से मौत गुजरी

मेरा पूरा शरीर मिट्‌टी में दबा हुआ था। सिर्फ गर्दन ही बाहर निकल रही थीं। हम 10 लोग मिट्‌टी लेने गए थे। 6 लोग गड्ढे में से मिट्‌टी निकाल रहे थे। 4 लोग ऊपर खड़ थे। तभी अचानक ढाय गिर और हम 6 लोग दब गए। इनमें से मैं और भाभी (जयश्री) गर्दन तक दबे थे। इसलिए बच गए। घटना होते ही जो 4 लोग ऊपर खड़े थे, उनमें से एक ट्रैक्टर लेकर दूसरे लोगों को मदद के लिए लेने चला गया। बाकी 3 लोग हमें बचाने में जुट गए। थोड़ी ही देर में आसपास के गांव के लोग आ गए। उन्होंने 1 घंटे की मशक्कत के बाद हम दोनों को निकाला। इसके साथ ही बाकी लोग दूसरे लोगों को निकालने लगे। मैंने अपनी आंखों के सामने मौत को देखा। ये कहना है दिनेश कुमार का। जो मिट्‌टी के नीचे दब गए थे। जिनके सामने उनके भतीजा, भतीजी और दोनों भाभियों की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। दरअसल, 29 जून को राजस्थान के भरतपुर में मिट्‌टी ढहने से एक ही परिवार के 10 लोग दब गए। मृतकों में तीन महिला और एक युवक शामिल है। 2 लोग गंभीर घायल हैं। चंबल प्रोजेक्ट की पाइप लाइन डालने के लिए गड्‌ढा खोदा गया था। उसी गड्‌ढे से परिवार सुबह करीब 8.30 बजे मिट्‌टी भर रहा था तभी हादसा हो गया। हादसे में उत्तू गांव निवासी अनुकूल (22) पुत्र विजेंद्र सिंह, योगेश देवी (25) पत्नी अमित, विनोद देवी (55) पत्नी मुंशीलाल और विमला देवी (45) पत्नी श्रीपद की मौत हो गई। दिनेश कुमार (38) पुत्र नाहर सिंह, जयश्री (50) वर्ष पत्नी विजेंद्र सिंह गंभीर घायल हो गए। दैनिक भास्कर की टीम उस जगह पहुंची, जहां ये हादसा हुआ है। वहां ग्रामीणों और मृतकों के परिजनों से बातचीत की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट गांव के बाहर 200 मीटर भरा कीचड़
आगरा से 48 KM दूर फतेहपुर सीकरी का उत्तू गांव है। गांव के बाहर करीब 200 मीटर तक कीचड़भरा रास्ता है। गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। गलियों में इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे हैं। गांव के बाहर से 225 मीटर अंदर गांवों के बीच में मृतक अनुकूल का घर है। घर के दरवाजे से 30 मीटर पहले से ही महिलाओं का करुण-क्रंदन सुनाई देने लगा। लोग एक-दूसरे का हाथ पकड़कर बैठे थे। दरवाजे से झांक देखा तो अनुकूल की मां जयश्री बदहवास अपने बेटे को याद करते हुए दहाड़े मार-मार कर रो रही थीं। रोते हुए बोल रही थीं-मेरो बेटा गयो…मेरे बेटा कूं ले आओ…मैं लूट गई। दूसरी महिलाएं उन्हें ढांढस बंधा रही थीं लेकिन न उनके आंसू थम रहे थे और न ही बेटे की पुकार। अब परिजनों की बातचीत चाचा बोले-यकीन नहीं हो रहा, वो चला गया
अनुकूल के चाचा दिनेश कुमार ने बताया-अनुकूल मुझे बहुत मानता था। मेरे साथ टहलने जाता था। मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि वो हमे छोड़कर चला गया। हमारे घर में गैस है। लेकिन, अक्सर परिवार के लोग मिट्टी से बने चूल्हे का पका खाना पसंद करते है। इसलिए हम लोग चूल्हा बनाने के लिए पीली मिट्‌टी लेने गए थे। तभी ये हादसा हो गया। मेरी दोनों भाभी विमला देवी, विनोद देवी और भतीजी योगेश देवी और भतीजे अनुकूल की मौत हो गई। पिता बोले-पता नहीं, अब बेटे को नहीं देख पाऊंगा
अनुकूल के पिता विजेंद्र सिंह बताते हैं-घर में चूल्हे पर ही खाना बनता है। घर में चूल्हा पहले से है, फिर भी न जाने क्यों ये लोग वहां चले गए। पीली मिट्टी से बना चूल्हा अन्य मिट्‌टी की तुलना में अधिक अच्छा होता है। इसलिए सब मूड बना। ये लोग गए, हमें नहीं पता था कि बेटे को आखिरी बार देख रहा हूं। भाई बोले-हमें उससे बहुत उम्मीदें थी, उन पर पानी फिर गया। अनुकूल के भाई दीपक चौधरी ने बताया-मेरा भाई पढ़ने में बहुत अच्छा था। वह सरकारी टीचर बनना चाहता था। इसके लिए वह तैयारी कर रहा था। पुलिस और अन्य फोर्स का एग्जाम पास कर चुका था। लेकिन, हाइट कम होने की वजह से वह सलेक्ट नहीं हो पाया। इसलिए वह गर्वमेंट टीचर की तैयारी कर रहा था। इसके साथ ही बीएड भी कर रहा था। अनुकूल होनहार युवक था। हमें उससे बहुत उम्मीदें थी, उन पर पानी फिर गया। अमित कुमार बोले-मां को याद कर बेटा रो रहा एक साल के बच्चे के सिर से उठा मां का साया
अनुकूल के घर से बमुश्किल 50 मीटर दूर अन्य तीन मृतकों के घर हैं। इनमें से एक घर अमित कुमार का है। जो अनुकूल के परिवार के ही चाचा लगते हैं। उनकी पत्नी योगेश देवी की भी मिट्टी के ढाय में दबने से मौत हो गई थी। अमित का एक साल का बेटा है। अमित कुमार बताते हैं-बेटा मेरे साथ ही रहता है। घटना के बाद से उसने मुझे एक पल के लिए भी नहीं छोड़ा है। पता नहीं अब कैसे जीवन कटेगा। वह लगातार अपनी मां को याद कर रहा है। ————————————– ये खबर भी पढ़ें:- यूपी के 4 लोगों की राजस्थान में मौत:घर की लिपाई के लिए मिट्‌टी लेने गए थे, पाइप लाइन खुदाई की साइट में हादसा राजस्थान के भरतपुर में मिट्‌टी ढहने से एक ही परिवार के 10 लोग दब गए। तीन महिला और एक युवक की मौत हो गई है। वहीं, 2 लोग गंभीर घायल हैं। चंबल प्रोजेक्ट की पाइप लाइन डालने के लिए गड्‌ढा खोदा गया था। उसी गड्‌ढे से परिवार रविवार सुबह करीब 8.30 बजे मिट्‌टी भर रहा था तभी हादसा हो गया। पढ़ें पूरी खबर