बाइबल पढ़ो सारी बीमारियां खत्म हो जाएंगी। अभी तक तुमने जितना भी कष्ट अपनी जिंदगी में झेला है। वो एक ही झटके में खत्म हो जाएगा। तुम्हें कष्ट से आजादी मिलेगी। एक नए जीवन का तुम अहसास करोगे। ऊपर वाले ने एक ही जीवन दिया है। इसलिए अपनी झोली में कष्ट नहीं सुख डालो। यह सब तुम तब कर पाओगे जब सच्चे ईश्वर को समझ पाओगे…। कुछ इस तरह सहजनवां क्षेत्र स्थित एक घर में गरीब परिवार की महिलाओं और पुरूषों का ब्रेनवॉश कर धर्मांतरण कराने का प्रयास किया जा रहा था। ब्यूटी पार्लर संचालिका इस काम काे अंजाम दे रही थी। जिसे पुलिस ने पकड़ा तो एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ। गोरखपुर के सहजनवां क्षेत्र में धर्मांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने दो महिलाओं को सोमवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद दोनों महिलाओं को जेल भेजवा दिया। आरोपी महिलाओं की पहचान क्षेत्र के ही भगौरा गांव की ब्यूटी पार्लर संचालिका लक्ष्मी यादव और रोशनी के रूप में हुई। रविवार को इस मामले में संतकबीरनगर जिले के निवासी विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष सौरभ जायसवाल की तहरीर पर सहजनवां थाने में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत भगौरा की लक्ष्मी यादव और 5 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। रूमाल रखते ही बीमारी दूर करने का दावा इसके बाद 29 सितंबर दोपहर के समय पुलिस ने सहजनवां क्षेत्र के भगौरा स्थित घर से ब्यूटी पार्लर संचालिका लक्ष्मी यादव और उसके साथ रोशनी को गिरफ्तार किया। छापेमारी के दौरान घर से छोटी बड़ी धर्मान्तरण सबंधी सम्पूर्ण बाइबिल 1, पुस्तिका, पवित्र बाइबल 02, शुभ समाचार पुस्तिका 01, मसीही गीत पुस्तक 01, प्रभु की अनमोल सहायता पाकेट पुस्तिका 01, 1 पुरानी डायरी जिसपर हिंदी-अंग्रेजी में कई तंत्रों को लिखा गया था। एक रोलदार किताब मिली, उसमे भी कई तंत्रों को लिखा गया था। एक रूमाल मिली है। जिसे बीमार लोगों पर रखते ही बीमारियां दूर करने का दावा किया जाता था। साथ ही एक एंड्रॉयड मोबाइल भी मिला है। जिसमे धर्मांतरण से जुड़े कई वीडियो मिले हैं। जिससे यह पता चला है कि लक्ष्मी यादव यूट्यूब देखकर धर्म के बारे में अहम जानकारी एकत्रित करती थी। यूट्यूब से ही सीखकर वह प्रार्थना कराने लगी थी। जबकि चर्च में बकायदा इसके लिए पादरी नियुक्त किए जाते हैं। यहां पर लक्ष्मी ही पादरी थी। वह प्रार्थना सभा में गाती थी। उसकी बातें अन्य लोग दोहराते थे। पुलिस को उसके मोबाइल से कई नंबर भी मिले हैं। जिससे यह पता चला है कि कई और जिलों में भी लक्ष्मी का आना जाना था। पुलिस इस बारे में जांच कर और जानकारी जुटा रही है। इस नेटवर्क में और कौन-कौन जुड़ा है, इसका भी पता लगाया जा रहा है। नौकरी और पैसे दिलाने का भी किया दावा लक्ष्मी घर पर ब्यूटी पार्लर के साथ सिलाई सीखाने का भी काम करती थी। वह दावा करती थी। जो वह बोलती जाए, वही काम सारे लोग करें तो सारे कष्ट खत्म हो जाएंगे। उसके घर पर गांव की गरीब महिलाएं अधिक आती थी। उन्हें नौकरी और पैसे का भी लालच दिया जाता था। लक्ष्मी की एक 8 साल की बेटी भी है। वहीं घर में पति वीरेंद्र यादव भी रहता है। जो लक्ष्मी की आदतों की वजह से मतलब नहीं रखता है। लक्ष्मी ने छोड़ दिया पूजा-पाठ, प्रार्थना करती है पुलिस की पूछताछ में लक्ष्मी ने बताया- मुझे 5 साल पहले पथरी की शिकायत हो गई थी। काफी दर्द से परेशान रहती थी। बहुत इलाज कराया, लेकिन ठीक नहीं हुआ। तब किसी के बताने पर बहराइच इलाज कराने गई। वहां मुझे एक किताब दी गई। बोला गया इसे पढ़ो और रोज प्रार्थना करो सब ठीक हो जाएगा। मैंने उस किताब और धर्म के बारे में इंटरनेट पर सर्च कर और जानकारी हासिल की। मुझे प्रार्थना करने पर लाभ हुआ। इसके बाद में रोज करने लगी। गांव वालों को भी इलाज के लिए ही प्रार्थना करा रही थी। इसके लिए हर रविवार को स्पेशल प्रार्थना का आयोजन किया जाता है। रविवार को हिंदू संगठन ने किया हंगामा रविवार को लक्ष्मी के घर पर सुबह करीब 11 बजे प्रार्थना सभा की सूचना पर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पहुंच कर हंगामा करने लगे। तब घर से लक्ष्मी के साथ बाहर निकली महिलाएं भी पदाधिकारियों से उलझ गईं। तभी नेताओं ने सहजनवां पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस के आने के बाद भी वहां हंगामा चलता रहा। इसके बाद एक घर में एकत्रित महिलाओं को देखकर लक्ष्मी को थाने लेकर आई। इसके पीछे महिलाएं भी थाने पहुंच गई। थाने पर भी थोड़ी देर तक बहस चली। इसके बाद पुलिस ने समझाकर शांत कराया।
पदाधिकारी सौरभ जायसवाल ने तहरीर दी। तब पुलिस ने जांच कर मुकदमा लिखा। इसके बाद छापा मारकर लक्ष्मी यादव और रोशनी को गिरफ्तार किया। दोनों को पुलिस ने जेल भेजवा दिया है। अब उनके नेटवर्क पुलिस खंगाल रही है। पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी अपने स्तर से जांच शुरू कर दिया है।
पदाधिकारी सौरभ जायसवाल ने तहरीर दी। तब पुलिस ने जांच कर मुकदमा लिखा। इसके बाद छापा मारकर लक्ष्मी यादव और रोशनी को गिरफ्तार किया। दोनों को पुलिस ने जेल भेजवा दिया है। अब उनके नेटवर्क पुलिस खंगाल रही है। पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी अपने स्तर से जांच शुरू कर दिया है।