मेहनत-लगन से हर मंजिल आसान होती है। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के रिजल्ट में भी यही देखने को मिला। कठिन परिस्थितियां भी टॉपर्स को रोक नहीं पाईं। 12वीं में प्रयागराज की जिस महक जायसवाल ने प्रदेशभर में टॉप किया है, उनके पिता परचून की दुकान चलाते हैं। इसी तरह बुलंदशहर में पेंटर-गार्ड का काम करने वाले के बेटे ने हाईस्कूल में जिला टॉप किया है। इस बार की संडे बिग स्टोरी में ऐसे टॉपर्स की कहानी… ग्राफिक्स: राजकुमार गुप्ता/प्रदीप तिवारी ——————— ये खबर भी पढ़ें… वेस्ट यूपी में पाकिस्तानी नागरिक ज्यादा क्यों?, सबसे ज्यादा मुस्लिम परिवार यहीं रहते हैं; सरकार के आदेश पर तलाश चल रही खानुम इरशाद इसी अप्रैल में बुलंदशहर आई थीं। यहां के नरसैना के चंदीयाना गांव में उनका मायका है। वीजा रद्द होने की बात पता चलते ही लोकल इंटेलिजेंस यूनिट ऑफिस पहुंचीं। वहां फूट-फूटकर रोने लगीं। खानुम ने रोते हुए कहा- 12 साल बाद मायके आने का मौका मिला था। फिर पता नहीं कब तक आ पाऊंगी? पढ़ें पूरी खबर