यूपी के 29 जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट है। करीब 48 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 6.1 मिमी बारिश हुई। इस सीजन अब तक 142.3 मिमी बारिश हो चुकी है। जो मौसम विभाग के अनुमान से 13% ज्यादा है। सबसे ज्यादा बारिश बुंदेलखंड में हुई। चित्रकूट में 33 मिमी, ललितपुर में 27 और हमीरपुर में 21 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मिर्जापुर में लगातार बारिश से शनिवार दोपहर पहाड़ दरक गए। रीवा नेशनल हाईवे पर एक किमी के दायरे में 6 जगहों पर भूस्खलन हुआ। पहाड़ से मिट्टी, मलबा और पत्थर हाईवे पर आ गया। इससे आवाजाही पर असर पड़ा। मलबे को हटाया गया है। कानपुर, प्रयागराज, फर्रुखाबाद में तेज बारिश हुई। कानपुर में सड़कों पर एक फीट पानी भर गया। महोबा में कचहरी-अस्पताल और सड़कों पर 2 फीट तक पानी भरा दिखा। आज से बारिश का दायरा और बढ़ेगा
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया- इस समय ट्रफ रेखा उत्तर की ओर शिफ्ट हो रही है। रविवार के बाद पश्चिमी और मध्य यूपी में बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। गोंडा में घाघरा खतरे से 1 मीटर दूर
बारिश से यूपी की नदियां उफान पर हैं। काशी में महाश्मशान मणिकर्णिका घाट आधा डूब गया। अब छत पर अंतिम संस्कार किया जा रहा। यहां 4 दिन में गंगा का जलस्तर 15 फीट बढ़कर 62.63 मीटर पहुंच गया। यह खतरे के निशान से 8.63 मीटर कम है। गोंडा में घाघरा नदी उफान पर है। यह खतरे के निशान से महज एक मीटर दूर है। पिछले 24 घंटे के भीतर घाघरा नदी में कुल 4,55,963 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ा, मणिकर्णिका घाट आधा डूबा
वाराणसी में महाश्मशान मणिकर्णिका घाट के ज्यादातर शवदाह वाले प्लेटफॉर्म डूब गए हैं। गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इससे मणिकर्णिका घाट के अधिकांश शवदाह प्लेटफॉर्म डूब गए हैं। अब शवों का अंतिम संस्कार घाट की छत पर करना पड़ रहा है। वहीं, आसपास बने छोटे-छोटे मंदिर भी जलमग्न हो चुके हैं।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया- इस समय ट्रफ रेखा उत्तर की ओर शिफ्ट हो रही है। रविवार के बाद पश्चिमी और मध्य यूपी में बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। गोंडा में घाघरा खतरे से 1 मीटर दूर
बारिश से यूपी की नदियां उफान पर हैं। काशी में महाश्मशान मणिकर्णिका घाट आधा डूब गया। अब छत पर अंतिम संस्कार किया जा रहा। यहां 4 दिन में गंगा का जलस्तर 15 फीट बढ़कर 62.63 मीटर पहुंच गया। यह खतरे के निशान से 8.63 मीटर कम है। गोंडा में घाघरा नदी उफान पर है। यह खतरे के निशान से महज एक मीटर दूर है। पिछले 24 घंटे के भीतर घाघरा नदी में कुल 4,55,963 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ा, मणिकर्णिका घाट आधा डूबा
वाराणसी में महाश्मशान मणिकर्णिका घाट के ज्यादातर शवदाह वाले प्लेटफॉर्म डूब गए हैं। गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इससे मणिकर्णिका घाट के अधिकांश शवदाह प्लेटफॉर्म डूब गए हैं। अब शवों का अंतिम संस्कार घाट की छत पर करना पड़ रहा है। वहीं, आसपास बने छोटे-छोटे मंदिर भी जलमग्न हो चुके हैं।