जिला पंचायत चुनाव में रालोद अकेले लड़ेगा। इसमें हमारे संगठन के लोग हैं। राष्ट्रीय नेतृत्व और जयंत जी पंचायत चुनाव पर फैसला लेंगे। पंचायत चुनाव या आगे के जो भी चुनाव हैं, वो कैसे लड़ने हैं, आलाकमान तय करेगा। मुझे जो आदेश मिलेगा, वो मैं पूरी कर्मठता के साथ निभाऊंगा। चुनाव सिंबल पर नहीं समर्थन से होता है। कार्यकर्ता सभी चुनाव लड़ते हैं, उसे कोई रोक नहीं सकता। जयंत जी जो कहेंगे, उसका पालन करेंगे। उनका निर्णय ही हम मानेंगे। रालोद का बेहतरीन परफार्मेंस जिला पंचायत चुनाव में देखने मिलेगा। ये बात मेरठ में बिजनौर से राष्ट्रीय लोकदल के युवा सांसद चंदन चौहान ने दैनिक भास्कर के साथ खास बातचीत में कही। दरअसल, राष्ट्रीय लोकदल ने पंचायत चुनावों में बिना किसी गठबंधन के अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। रालोद खेल प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नीरपाल सिंह ने सहारनपुर में यह घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…. सवाल- दादरी गुर्जर महापंचायत में जो बवाल हुआ, वो कौन लोग हैं?
जबाव- हमारे 22 बच्चे एक घटनाक्रम के तहत जेल में गए। ये भी जांच का विषय है कि जिन लोगों ने खुद गिरफ्तारी दे दी, उसके बाद हिंसा किसने भड़काई। कौन लोग इस सामाजिक मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का काम कर रहे हैं। कौन लोग इसका फायदा उठाने का काम कर रहे हैं। विपक्ष से कहूंगा- इसमें राजनीति न करें। मैंने उन सभी लोगों से मुलाकात की। उन्हें आश्वासन दिया है कि सही लीगल रेमेडी मिले। सही तथ्य शासन, प्रशासन और सरकार तक पहुंचे, ये जिम्मेदारी मुझे मिली है। सवाल- क्या महापंचायत में हंगामा करने वाले जिहादी हैं?
जवाब- ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, नहीं होनी चाहिए। मेरे पिताजी हमेशा कहा करते थे कि समाज को इतना नुकसान दुर्जनों की दुर्जनता से नहीं, जितनी सज्जनों की खामोशी से होती है। महापंचायत में हिंसा जिहादियों ने भड़काई, ऐसी कोई जानकारी मुझे नहीं मिली है। लगातार विपक्ष राजनीतिक फायदे लेने के लिए साजिशें कर रहा है। इसी वजह से हमारे नौजवान भड़क गए। हमारा समाज पंचायत करता है। हम पंचायती हैं, इन पंचायतों में आकलन करते हैं, शायद उसी का फायदा विपक्ष ने उठाया है। सवाल- सरकार और अफसर दोनों में रालोद नेताओं की सुनवाई नहीं हो रही? क्या कहेंगे?
जवाब- रालोद नेताओं की सुनवाई बिल्कुल हो रही है। पॉलिटिकल मंच हो या प्रशासनिक मामले, सभी में गठबंधन का पूरा सम्मान होता है। विषय रखने का एक तरीका होता है। अगर उस सलीके के साथ विषय रखा जाता है तो सुनवाई जरूर होती है। तरीका तो सीखना पड़ता है कि कौन सी बात कहां, कब और कैसे रखी जाती है। सवाल- गुर्जर नेताओं से जेल में मिलने आप सबसे देर में आए?
जवाब- मेरे लिए राजनीति का विषय नहीं था। देर नहीं हुई, मेरा प्रयास था उन लोगों को लीगल रेमेडी मिले। इसलिए हम लगातार उनके साथ संवाद में रहे। सभी मेरे अपने हैं। मैं उनके परिवार के सदस्यों से लगातार बातचीत करता रहा। सवाल- गुर्जर-राजपूतों के बीच मनभेद की खाई कब भरेगी?
जवाब- सम्राट मिहिर भोज महापुरुष हैं और उनको जाति में बांटना अन्याय होगा। गुर्जर-राजपूत, क्षत्रिय जो भी हैं, हम सब एक पिता की संतान है। हम सभी देश के सम्मान में हमेशा काम करते रहे हैं। आगे भी ये बना रहेगा। सामाजिक ताने-बाने को बनाए रखने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। साथ बैठकर हर समस्या का हल निकल जाता है। ये हमारी गंगा-जमुनी तहजीब है। उसमें हम साथ रहते आए हैं और रहेंगे। सवाल- साथ बैठने का वक्त कब आएगा?
जवाब- हमारा ग्रामीण क्षेत्र पंचायती क्षेत्र है। हम साथ बैठकर चर्चा करते हैं। सब भाई देश निर्माण, विकास की गति में आगे बढ़ते रहेंगे। बदलते विश्व में हमें भी देश के साथ खड़ा होना पड़ेगा। अगर पीछे छूट गए तो बड़ा नुकसान हो जाएगा। युवाओं को क्या दिशा दिखाई जाए, इस पर हम मंथन कर रहे हैं। सवाल- पंचायत चुनाव के लिए रालोद की क्या तैयारी है?
जवाब- राष्ट्रीय नेतृत्व और जयंत जी इसका फैसला लेंगे कि पंचायत चुनाव या आगे के जो भी चुनाव हैं, वो कैसे लड़ने हैं। मुझे जो आदेश मिलेगा, वो मैं पूरी कर्मठता के साथ निभाऊंगा। चुनाव सिंबल पर नहीं समर्थन से होता है। कार्यकर्ता सभी चुनाव लड़ते हैं, उसे कोई रोक नहीं सकता। जयंत जी जो कहेंगे उसका हम सभी पालन करेंगे। उनका निर्णय ही हम मानेंगे। रालोद का बेहतरीन परफार्मेंस जिला पंचायत चुनाव में देखने मिलेगा। सवाल- बिजनौर में डेवलपमेंट को लेकर आपका क्या प्लान है?
जवाब- मेरा क्षेत्र इस समय बाढ़ से प्रभावित है। लोग फंसे हुए हैं। किसान ट्रस्ट ने मदद की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कठिन समय में साथ दिया। बाढ़ आगे नुकसान न पहुंचा पाए, इसके लिए हम काम कर रहे हैं। हमारी सेंट्रल स्कूल की मांग पूरी हुई है। बांध और बाघ दोनों ही समस्याओं पर काम कर रहे हैं। सड़कों, रेलवे कनेक्टिविटी को लेकर हम काम कर रहे हैं। ड्रीम प्रोजेक्ट हस्तिनापुर विदुर कुटी को जोड़ने वाली रेलवे लाइन को जल्द हासिल करने पर काम कर रहे हैं। बाढ़ से जो नुकसान हुआ है, उसे दोबारा भरपाई करने की दिशा में हम काम कर रहे हैं। सवाल- अब दलितों को साधने के लिए रालोद क्या कर रही है?
जवाब- प्रधानमंत्री का नारा है- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास। चौधरी चरण सिंह का भी गुलदस्ता सर्वसमाज का साथ है। उसी विचारधारा पर हम लोग चलने वाले हैं। आज प्रधानमंत्री और जयंत जी में सभी का विश्वास है। हमारी शैली अलग है। हम लोगों को अपने साथ जोड़ने का पूरा प्रयास करेंगे। चुनाव के लिए पार्टी लगातार काम कर रही है। हमारा सदस्यता अभियान जारी है। बिजनौर टॉप थ्री में रहेगा। सदस्यता अभियान कराने में स्किल डवलपमेंट पर हम बहुत आगे होंगे। सवाल- अमूमन आप सीएम योगी से मिलते हैं, कोई खास विषय?
जवाब- योगी जी की उपलब्धता अच्छी है, वो लगातार नेताओं से मिलते हैं। छोटा हो या बड़ा नेता वो सभी से मिलते हैं और उनको सुनते हैं। हमारे क्षेत्र की कुछ समस्याएं थीं, उसे लेकर हम मुख्यमंत्री जी से मिले। उनका आश्वासन मिला। उनका सकारात्मक साथ हमें मिलता रहा है। सवाल- आजम खान जेल से बाहर आ गए हैं। क्या बसपा में जाएंगे?
जबाव- आजम खान कानूनी प्रक्रिया के तहत जेल से बाहर आए हैं। जेल कोई रहने की जगह नहीं है। कानून में सबका विश्वास है। उसके तहत ये काम होगा। वो जहां जाना चाहें जा सकते हैं, जहां रहना चाहें, रह सकते हैं। ——————————-
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कानपुर में नसीम बोलीं-अखिलेश ने बड़े भाई का फर्ज निभाया:बहुत बड़ी लड़ाई जीते हैं, मन्नत पूरी हुई; पति इरफान संग अजमेर जाऊंगी अब हम दोनों राजनीति करते रहेंगे। चुनावी मैदान में कौन होगा, यह पार्टी तय करेगी। अखिलेश यादव ने मुसीबत के दिनों में बड़े भाई की तरह फर्ज निभाया। इरफान की जमानत के बाद उनका फोन आया। उन्होंने बधाई दी। मेरी मन्नतें पूरी हुईं। अब इरफान के साथ अजमेर जाऊंगी। जिन लोगों ने भी मेरा साथ दिया। मैं उन्हें शुक्रिया कहना चाहती हूं।’ पढ़िए पूरी खबर
जबाव- हमारे 22 बच्चे एक घटनाक्रम के तहत जेल में गए। ये भी जांच का विषय है कि जिन लोगों ने खुद गिरफ्तारी दे दी, उसके बाद हिंसा किसने भड़काई। कौन लोग इस सामाजिक मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का काम कर रहे हैं। कौन लोग इसका फायदा उठाने का काम कर रहे हैं। विपक्ष से कहूंगा- इसमें राजनीति न करें। मैंने उन सभी लोगों से मुलाकात की। उन्हें आश्वासन दिया है कि सही लीगल रेमेडी मिले। सही तथ्य शासन, प्रशासन और सरकार तक पहुंचे, ये जिम्मेदारी मुझे मिली है। सवाल- क्या महापंचायत में हंगामा करने वाले जिहादी हैं?
जवाब- ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, नहीं होनी चाहिए। मेरे पिताजी हमेशा कहा करते थे कि समाज को इतना नुकसान दुर्जनों की दुर्जनता से नहीं, जितनी सज्जनों की खामोशी से होती है। महापंचायत में हिंसा जिहादियों ने भड़काई, ऐसी कोई जानकारी मुझे नहीं मिली है। लगातार विपक्ष राजनीतिक फायदे लेने के लिए साजिशें कर रहा है। इसी वजह से हमारे नौजवान भड़क गए। हमारा समाज पंचायत करता है। हम पंचायती हैं, इन पंचायतों में आकलन करते हैं, शायद उसी का फायदा विपक्ष ने उठाया है। सवाल- सरकार और अफसर दोनों में रालोद नेताओं की सुनवाई नहीं हो रही? क्या कहेंगे?
जवाब- रालोद नेताओं की सुनवाई बिल्कुल हो रही है। पॉलिटिकल मंच हो या प्रशासनिक मामले, सभी में गठबंधन का पूरा सम्मान होता है। विषय रखने का एक तरीका होता है। अगर उस सलीके के साथ विषय रखा जाता है तो सुनवाई जरूर होती है। तरीका तो सीखना पड़ता है कि कौन सी बात कहां, कब और कैसे रखी जाती है। सवाल- गुर्जर नेताओं से जेल में मिलने आप सबसे देर में आए?
जवाब- मेरे लिए राजनीति का विषय नहीं था। देर नहीं हुई, मेरा प्रयास था उन लोगों को लीगल रेमेडी मिले। इसलिए हम लगातार उनके साथ संवाद में रहे। सभी मेरे अपने हैं। मैं उनके परिवार के सदस्यों से लगातार बातचीत करता रहा। सवाल- गुर्जर-राजपूतों के बीच मनभेद की खाई कब भरेगी?
जवाब- सम्राट मिहिर भोज महापुरुष हैं और उनको जाति में बांटना अन्याय होगा। गुर्जर-राजपूत, क्षत्रिय जो भी हैं, हम सब एक पिता की संतान है। हम सभी देश के सम्मान में हमेशा काम करते रहे हैं। आगे भी ये बना रहेगा। सामाजिक ताने-बाने को बनाए रखने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। साथ बैठकर हर समस्या का हल निकल जाता है। ये हमारी गंगा-जमुनी तहजीब है। उसमें हम साथ रहते आए हैं और रहेंगे। सवाल- साथ बैठने का वक्त कब आएगा?
जवाब- हमारा ग्रामीण क्षेत्र पंचायती क्षेत्र है। हम साथ बैठकर चर्चा करते हैं। सब भाई देश निर्माण, विकास की गति में आगे बढ़ते रहेंगे। बदलते विश्व में हमें भी देश के साथ खड़ा होना पड़ेगा। अगर पीछे छूट गए तो बड़ा नुकसान हो जाएगा। युवाओं को क्या दिशा दिखाई जाए, इस पर हम मंथन कर रहे हैं। सवाल- पंचायत चुनाव के लिए रालोद की क्या तैयारी है?
जवाब- राष्ट्रीय नेतृत्व और जयंत जी इसका फैसला लेंगे कि पंचायत चुनाव या आगे के जो भी चुनाव हैं, वो कैसे लड़ने हैं। मुझे जो आदेश मिलेगा, वो मैं पूरी कर्मठता के साथ निभाऊंगा। चुनाव सिंबल पर नहीं समर्थन से होता है। कार्यकर्ता सभी चुनाव लड़ते हैं, उसे कोई रोक नहीं सकता। जयंत जी जो कहेंगे उसका हम सभी पालन करेंगे। उनका निर्णय ही हम मानेंगे। रालोद का बेहतरीन परफार्मेंस जिला पंचायत चुनाव में देखने मिलेगा। सवाल- बिजनौर में डेवलपमेंट को लेकर आपका क्या प्लान है?
जवाब- मेरा क्षेत्र इस समय बाढ़ से प्रभावित है। लोग फंसे हुए हैं। किसान ट्रस्ट ने मदद की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कठिन समय में साथ दिया। बाढ़ आगे नुकसान न पहुंचा पाए, इसके लिए हम काम कर रहे हैं। हमारी सेंट्रल स्कूल की मांग पूरी हुई है। बांध और बाघ दोनों ही समस्याओं पर काम कर रहे हैं। सड़कों, रेलवे कनेक्टिविटी को लेकर हम काम कर रहे हैं। ड्रीम प्रोजेक्ट हस्तिनापुर विदुर कुटी को जोड़ने वाली रेलवे लाइन को जल्द हासिल करने पर काम कर रहे हैं। बाढ़ से जो नुकसान हुआ है, उसे दोबारा भरपाई करने की दिशा में हम काम कर रहे हैं। सवाल- अब दलितों को साधने के लिए रालोद क्या कर रही है?
जवाब- प्रधानमंत्री का नारा है- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास। चौधरी चरण सिंह का भी गुलदस्ता सर्वसमाज का साथ है। उसी विचारधारा पर हम लोग चलने वाले हैं। आज प्रधानमंत्री और जयंत जी में सभी का विश्वास है। हमारी शैली अलग है। हम लोगों को अपने साथ जोड़ने का पूरा प्रयास करेंगे। चुनाव के लिए पार्टी लगातार काम कर रही है। हमारा सदस्यता अभियान जारी है। बिजनौर टॉप थ्री में रहेगा। सदस्यता अभियान कराने में स्किल डवलपमेंट पर हम बहुत आगे होंगे। सवाल- अमूमन आप सीएम योगी से मिलते हैं, कोई खास विषय?
जवाब- योगी जी की उपलब्धता अच्छी है, वो लगातार नेताओं से मिलते हैं। छोटा हो या बड़ा नेता वो सभी से मिलते हैं और उनको सुनते हैं। हमारे क्षेत्र की कुछ समस्याएं थीं, उसे लेकर हम मुख्यमंत्री जी से मिले। उनका आश्वासन मिला। उनका सकारात्मक साथ हमें मिलता रहा है। सवाल- आजम खान जेल से बाहर आ गए हैं। क्या बसपा में जाएंगे?
जबाव- आजम खान कानूनी प्रक्रिया के तहत जेल से बाहर आए हैं। जेल कोई रहने की जगह नहीं है। कानून में सबका विश्वास है। उसके तहत ये काम होगा। वो जहां जाना चाहें जा सकते हैं, जहां रहना चाहें, रह सकते हैं। ——————————-
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