यूपी में फिर बनेंगे स्पेशल डीजी?:1995 और 1996 के बैच के अफसरों के लिए तलाशी जा रही संभावनाएं

यूपी में एक बार फिर स्पेशल डीजी की पोस्ट क्रिएट की जा सकती है। इसके लिए गृह विभाग संभावनाएं तलाश रहा। मौजूदा समय में 11 अफसर ऐसे हैं, जो डीजी बनने के हकदार हैं। लेकिन, पोस्ट खाली न होने के कारण इनका प्रमोशन नहीं हो सका है। 1 जनवरी, 2026 को इस संख्या में 7 अफसर और जुड़ जाएंगे। यानी 18 ऐसे अफसर होंगे, जो डीजी बनने के हकदार होंगे। ऐसे में क्या इसके लिए स्पेशल डीजी का पद सृजित किया जाएगा? आईपीएस अफसरों की कॉडर स्ट्रेंथ कितनी है? डीजी से लेकर एसपी तक की रैंक में कितने-कितने पद हैं? प्रदेश में कब-कब स्पेशल डीजी का पद बनाया गया? स्पेशल डीजी बनने वाले अफसरों को क्या फायदा मिलता है? अगर ये पद सृजित होता है, तो कितने अफसरों को इसका फायदा मिलेगा? पढ़िए पूरी खबर… सबसे पहले जानते हैं IPS अफसरों की कॉडर स्ट्रेंथ
यूपी में आईपीएस के कुल 541 पद हैं। इनमें 164 पद स्टेट पुलिस सर्विस कोटे के हैं। मौजूदा समय में कुल 482 आईपीएस अफसर कार्यरत हैं। इसमें 37 अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। यूपी में डीजी की सात कॉडर पोस्ट और इतनी ही एक्स कॉडर पोस्ट होती है। यानी डीजी रैंक में 14 अफसर ही हो सकते हैं। वहीं एडीजी की कॉडर पोस्ट 21 है। इसका 25 प्रतिशत एक्स कॉडर पोस्ट हो सकती है। यानी एडीजी रैंक में 25 से 26 अफसर हो सकते हैं। आईजी और डीआईजी रैंक में 51-52 कॉडर पद हैं। एसपी और एसएसपी के 162 कॉडर पोस्ट हैं। इन कॉडर पोस्ट के अलावा सेंट्रल डेपुटेशन के लिए 117 पद और स्टेट डेपुटेशन के लिए 73 पद रिजर्व हैं। यानी ये वो पद हैं, जो केंद्र सरकार ने तय किए हैं। इसके अलावा प्रदेश सरकार अपने हिसाब से अफसरों का समायोजन अलग-अलग पदों पर करती है। मौजूदा समय में क्या स्थिति है?
मौजूदा समय में प्रदेश में डीजी की रैंक में 14 अफसर हैं। एडीजी रैंक में 33 अफसर हैं। आईजी रैंक में अफसरों की शॉर्टेज है। इस रैंक में प्रदेश में केवल 35 अफसर हैं। जबकि इनकी कॉडर पोस्ट 51 है। वहीं, डीआईजी की संख्या भी कॉडर पोस्ट के मुकाबले केवल 5 अधिक है। डीआईजी रैंक में प्रदेश में मौजूदा समय में 56 अफसर काम कर रहे हैं। एसपी रैंक में 212, एडिशनल एसपी रैंक में 43 और असिस्टेंट एसपी रैंक में 56 अफसर काम कर रहे हैं। इसी तरह यूपी के जाे 37 अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं, उनमें डीजी रैंक के 6 अफसर, एडीजी रैंक के 8 अफसर, आईजी रैंक के 4 और डीआईजी रैंक के 13 अफसर के अलावा एसपी रैंक के 6 अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर हैं। जानिए प्रदेश में कब-कब स्पेशल डीजी के पद बने?
2007 में जब मायावती की सरकार बनी, तो बृजलाल की गिनती सबसे ताकतवर अफसरों में होती थी। यही वजह है, बृजलाल प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था बने। 1977 बैच के आईपीएस बृजलाल 2011 में डीजी रैंक के हकदार हो चुके थे। लेकिन, इस रैंक में पद खाली न होने की वजह से उन्हें डीजी रैंक में प्रमोशन नहीं मिल पा रहा था। इसके लिए 14 जनवरी, 2011 को स्पेशल डीजी रैंक बनाकर बृजलाल और उस समय उनके बैच के लगभग सभी अफसरों को स्पेशल डीजी रैंक में प्रमोशन दे दिया गया। इसी तरह 30 मार्च, 2023 को यूपी में स्पेशल डीजी रैंक का सृजन किया गया। प्रशांत कुमार समेत 1990 बैच के लगभग सभी अफसरों को स्पेशल डीजी की रैंक में प्रमोशन मिल गया। स्पेशल डीजी बनने का कोई खास फायदा नहीं
पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह कहते हैं- ये रैंक कॉडर मैनेजमेंट के लिए और अफसरों का उत्साह बढ़ाने के लिए राज्य सरकारें समय-समय पर करती रही हैं। केंद्र सरकार में ये रैंक पहले से चली आ रही। इसका कोई विशेष फायदा तो नहीं होता। लेकिन, डीजी रैंक के हकदार होने के बाद भी पद खाली न होने की वजह से जो लोग प्रमोशन पाने से रह जाते हैं, उन्हें स्पेशल डीजी का ओहदा दे दिया जाता है। हालांकि ये भी सच है कि स्पेशल डीजी की रैंक तभी क्रिएट की गई, जब कोई पावरफुल एडीजी उस दौर में रहा हो। मसलन बृजलाल मायावती के बेहद करीबी थे। 4 साल से अधिक समय तक एडीजी कानून व्यवस्था रहे। उनके प्रमोशन के लिए स्पेशल डीजी का पद बना। इसी तरह मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे भरोसेमंद अफसरों में से एक प्रशांत कुमार के लिए ये पद सृजित किया गया। ये दोनों ही अफसर आगे चलकर डीजीपी की कुर्सी तक भी पहुंचने में भी कामयाब रहे। किस बैच के अफसर बन सकते हैं स्पेशल डीजी
उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में 11 अफसर ऐसे हैं, जो डीजी बनने के हकदार हैं। इनमें 1994 और 1995 लेकिन पोस्ट खाली न होने के कारण इनका प्रमोशन नहीं हो सका है। 1 जनवरी को 1996 बैच के 7 अफसर डीजी रैंक में प्रमोशन के हकदार हो जाएंगे। यानी 1 जनवरी को ये संख्या 18 हो जाएगी। ऐसे में अगर स्पेशल डीजी का पद सृजित किया जाता है, तो 18 अफसरों को इसका फायदा देना पड़ेगा। हालांकि 1 मार्च, 2026 को 3 अफसर खुद-ब-खुद डीजी बन जाएंगे। क्योंकि इस रैंक के तीन अफसर 28 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसमें एमके बशाल, दिनेश जुनेजा और संदीप सालुंके शामिल हैं। स्पेशल डीजी के कयास इस लिए लगाए जा रहे हैं, क्योंकि 1 जनवरी को 1996 बैच के अफसर डीजी रैंक के हकदार होंगे। मौजूदा एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश इसी बैच में हैं, जाे मुख्यमंत्री के सबसे खासम-खास अफसरों में से एक हैं। ———————- ये खबर भी पढ़ें… यूपी में SI- ASI के 537 पदों पर भर्ती निकली, सबसे ज्यादा दरोगा क्लर्क की पोस्ट यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की भर्ती निकली है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPBPB) ने शनिवार को 537 पदों पर सीधी भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। सब इंस्पेक्टर (गोपनीय यानी कॉन्फिडेंशियल), असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (क्लर्क या स्टेनो) और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (अकाउंटेंट) के लिए भर्ती होनी है। बोर्ड के अनुसार, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 20 दिसंबर, 2025 से शुरू हो गई है। अभ्यर्थी 19 जनवरी, 2026 तक आवेदन कर सकेंगे। फीस जमा करने की आखिरी तारीख 19 जनवरी है। पढ़ें पूरी खबर