यूपी में नदियां उफान पर हैं। वाराणसी में गंगा नदी का पानी हर घंटे 1 सेमी पानी बढ़ रहा है। यहां 10 से ज्यादा घाटों की सीढ़ियां डूब चुकी हैं। एक से दूसरे घाट पर जाने के लिए संपर्क मार्ग बंद हो चुके हैं। महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर पानी भर गया है। छतों पर चिताएं जलाई जा रही हैं। यहां गंगा 62.62 मीटर पर बह रही है। खतरे का निशान 71.262 मीटर है। इधर, मेरठ-हापुड़ में दोपहर में अचानक मौसम बदल गया। इसके बाद जोरदार बारिश हुई। आगरा में भी झमाझम बारिश हुई। एक घंटे की बारिश में 20 से ज्यादा जगहों पर जलभराव हो गया। कई जगह सड़कें नाला जैसी बहती दिखीं। अलीगढ़ में बारिश से धनीपुर मंडी में रखा अनाज भीग गया। बुलंदशहर में 15 फुट का अजगर निकल गया। गांव में भीड़ लग गई। बच्चों ने अजगर को 3 किमी तक घुमाया। फिर जंगल में छोड़ दिया। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 43 जिलों में 3.8 मिमी बारिश हुई है। वहीं एक जून से प्रदेश में अब तक 146.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, यह नॉर्मल 134.5 मिमी से 9 फीसदी अधिक है। यानी कोटे से 9 मिमी ज्यादा बारिश हुई है। आज भी 29 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। 48 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी है। मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून की रफ्तार धीमी पड़ रही है। कानपुर के वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पांडेय ने बताया, इस बार यूपी में मानसून की शुरुआत अच्छी रही। लेकिन सोमवार और मंगलवार को बारिश की संभावना कम है। दिन के तापमान में तेज बढ़ोतरी होगी और पारा 37 डिग्री या उससे अधिक तक जा सकता है। हालांकि रातें कुछ राहत दे सकती हैं, क्योंकि तापमान 25 डिग्री से नीचे रहने की उम्मीद है। डॉ. पांडेय ने बताया कि मानसून का अगला दौर बिहार की ओर से प्रदेश में दाखिल होने की संभावना है। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में अच्छी बारिश हो सकती है। यूपी में मानसूनी सीजन में किस शहर के क्या हाल, नदियों में कितना उफान, यह सबकुछ जानने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…