यूपी में वोटर लिस्ट की स्पेशल जांच (SIR) से पहले 46 IAS अफसर ताश के पत्तों की तरह फेंट दिए गए। 10 जिलों के DM बदले गए हैं। इनमें हाथरस, सीतापुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, ललितपुर, श्रावस्ती, रामपुर, बलरामपुर और कौशांबी जिले शामिल हैं। शासन ने मेरठ और सहारनपुर के कमिश्नर भी बदल दिए। IAS विजय किरण आनंद का कद बढ़ गया है। ललितपुर के डीएम अमनदीप डुली को महज तीन महीने के भीतर साइड लाइन कर दिया गया। वे दिवाली पर अपने हेयर स्टाइल और लुक्स को लेकर ट्रोल हुए थे। वहीं, सपा ने ट्रांसफर पर सवाल उठाए हैं। प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सरकार की मानसिकता वाले अधिकारियों को हटाने की मांग की है। सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रदेश के सभी जिलों में डीएम, एडीएम (इलेक्शन), 403 विधानसभा क्षेत्रों के ईआरओ (इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर) और बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) की नियुक्ति जाति व धर्म के आधार पर की गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब नियुक्तियां ही पक्षपातपूर्ण तरीके से की गईं, तो SIR पारदर्शी कैसे हो सकती है? पहले जिलों के डीएम की बात… 2016 बैच के अधिकांश आईएएस डीएम बने
सरकार ने 2016 बैच के अधिकांश अफसरों को जिलाधिकारी बनाया है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के वीसी अतुल वत्स को हाथरस का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। वाराणसी विकास प्राधिकरण के वीसी पुलकित गर्ग को चित्रकूट का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। राज्य कर विभाग की विशेष सचिव कृत्तिका ज्योत्सना को बस्ती का जिलाधिकारी बनाया गया है। ट्रांसफर की वजह जानिए… ललितपुर: अमनदीप डुली समझ नहीं पा रहे थे बुंदेली भाषा
ललितपुर के डीएम IAS अमनदीप डुली को साइड लाइन कर दिया गया है। उन्हें अपर आयुक्त मनरेगा बनाया गया है। अमनदीप की जगह झांसी के नगर आयुक्त सत्य प्रकाश अब ललितपुर के नए डीएम बने हैं। IAS अमनदीप ने दीपावली पर लोगों से सुरक्षित तरीके से त्योहार मनाने की अपील करते हुए वीडियो जारी किया था। लोगों ने उनकी हेयर स्टाइल और लुक्स को लेकर ट्रोल करना शुरू कर दिया था। हालांकि तमाम लोग ऐसे भी थे, जो उनकी ईमानदारी और जनता के प्रति संवेदनशीलता की तारीफ भी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि अमनदीप के रहन-सहन और उनकी कार्यशैली से भी आला अफसर नाराज थे। उनके तबादले का एक और कारण बुंदेलखंड की स्थानीय भाषा को पूरी तरह से समझ न पाना बताया जा रहा है। अमनदीप को जानिए…
अमनदीप डुली मूलतः तेलंगाना के अनंतगिरि के रहने वाले हैं। उनकी पहली पोस्टिंग झांसी में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में हुई थी। इसके बाद वे बस्ती में जॉइंट मजिस्ट्रेट, बलरामपुर में मुख्य विकास अधिकारी, गौतमबुद्धनगर में अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी ग्रेटर नोएडा और लखनऊ में विशेष सचिव उत्तर प्रदेश सरकार के एपीसी ब्रांच में रहे हैं। बलरामपुर: योगी के विशेष सचिव को मिला जिला
2016 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. विपिन कुमार जैन को बलरामपुर का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। डॉ. जैन वर्तमान में विशेष सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय एवं अपर आवास आयुक्त, उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, भोपाल से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की है। मूलरूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले विपिन कुमार जैन ने अपने करियर की शुरुआत बलिया में जॉइंट मजिस्ट्रेट के रूप में की थी। विपिन जैन की पत्नी अपर्णा गर्ग भी प्रशासनिक सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। वह ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पद पर तैनात हैं। रामपुर: नाराजगी बनी जोगिंदर सिंह के ट्रांसफर की वजह
रामपुर के जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह का तबादला सुर्खियों में है। 2015 बैच के आईएएस जोगिंदर सिंह को जनवरी, 2024 में पहली बार रामपुर का डीएम बनाया गया था। सूत्रों के मुताबिक, सपा के पूर्व विधायक आजम खान की जमानत याचिका मंजूर होने और उसके बाद आजम की रामपुर में सक्रियता के चलते सरकार जोगिंदर सिंह से नाराज थी। उन्हें जिलाधिकारी से हटाकर नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग में विशेष सचिव लगाया गया है। उनकी जगह तेज-तर्रार अफसर और श्रावस्ती के डीएम अजय कुमार द्विवेदी को रामपुर भेजा गया है। सिद्धार्थनगर: डीएम के खिलाफ धरने पर बैठे थे पूर्व सीएम
सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. का भी ट्रांसफर कर दिया गया है। उन्हें सीतापुर का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। जबकि चित्रकूट के जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन को सिद्धार्थनगर का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। राजा गणपति के तबादले को हाल ही में हुए दुर्गा मंदिर विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। 23 सितंबर की रात (नवरात्र के तीसरे दिन) विकास भवन गेट के पास स्थित एक पुराने दुर्गा मंदिर को जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. के आदेश पर जेसीबी से गिरवा दिया गया था। मंदिर तोड़े जाने के बाद उसका मलबा पास के जमुआर नाले में फेंकवा दिया गया था। अगले दिन (24 सितंबर की सुबह) जब श्रद्धालु पूजा के लिए मंदिर पहुंचे, तो वहां मलबे का ढेर देखकर रोने-बिलखने लगे। डुमरियागंज के सांसद और पूर्व सीएम जगदंबिका पाल स्वयं मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने जिलाधिकारी से बातचीत की थी. इस पर डॉ. राजा गणपति आर. ने कहा था कि वहां कोई मंदिर नहीं था, बल्कि दीवार पर केवल एक पेंटिंग थी। मामला गंभीर होता देख बस्ती मंडल के आयुक्त अखिलेश सिंह मौके पर पहुंचकर सांसद और श्रद्धालुओं से बात की थी। विवादित स्थल पर नया मंदिर बनवाने का आश्वासन दिया था। इसके बाद देर शाम सांसद पाल ने धरना समाप्त किया। विवाद के कुछ दिन बाद, 29 सितंबर को प्रशासन और श्रद्धालुओं के सहयोग से उसी स्थान पर दुर्गा मंदिर का फिर से निर्माण किया गया। अब कमिश्नर की बात… मयूर माहेश्वरी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, विजय किरण आनंद की बढ़ी ताकत
प्रदेश के औद्योगिक विकास की कमान अब पूरी तरह इन्वेस्ट यूपी के सीईओ विजय किरण आनंद के हाथ है। विजय किरण के पास इन्वेस्ट यूपी के सीईओ के साथ औद्योगिक विकास विभाग के सचिव का भी कार्यभार है। उन्हें औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ और एनआरआई सेल का भी प्रभारी बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, प्राधिकरण के सीईओ मयूर माहेश्वरी निवेशकों को समय पर जमीन उपलब्ध कराने में सरकार की उम्मीद पर खरे नहीं उतरे। लिहाजा, उन्हें हटाकर विजय किरन को ही चार्ज दिया गया है। जानकार मानते हैं, औद्योगिक विकास विभाग में अब विजय किरण की ताकत विभाग के अपर मुख्य सचिव से आलोक कुमार से भी अधिक है। विजय किरण सीएम योगी के करीबी और भरोसेमंद अधिकारी हैं। इंडस्ट्री से जुड़े महत्वपूर्ण मामलों में वह सीधे सीएम योगी से ही बात करते हैं। अब DG और MD को जानिए… लेडी सिंघम के नाम से मशहूर ईशा दुहन चीनी मिल्स संघ की MD बनीं
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम, मेरठ की एमडी ईशा दुहन को यूपी सहकारी चीनी मिल्स संघ लिमिटेड का एमडी बनाया गया है। 2014 बैच की IAS अधिकारी ईशा दुहन मूलरूप से पंचकुला, हरियाणा की रहने वाली हैं। उन्होंने बायोटेक से बीटेक किया है। ईशा ने UPSC परीक्षा में 59वीं रैंक हासिल की थी। ईशा दुहन ब्यूरोक्रेसी में लेडी सिंघम के नाम से मशहूर हैं। इसी साल 21 जुलाई को मुरादाबाद में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का एक कार्यक्रम था। 10 मिनट के लिए लाइट कट गई थी। बिजली गुल होने से मंत्री का पारा चढ़ गया था। उन्होंने कार्यक्रम स्थल में ही पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम यानी PVVNL की MD ईशा दुहन को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद MD ने चीफ इंजीनियर एके सिंघल, अधीक्षण अभियंता सुनील अग्रवाल, अधिशासी अभियंता प्रिंस गौतम, SDO राणाप्रताप और JE ललित कुमार को सस्पेंड कर दिया था। ईशा सितंबर 2022 से फरवरी 2023 तक चंदौली की डीएम रही थीं। चकिया तहसील क्षेत्र के फिरोजपुर गांव में निर्माणाधीन आईटीआई बिल्डिंग का औचक निरीक्षण करने पहुंची थीं। इस दौरान घटिया निर्माण सामग्री को देखकर डीएम ईशा दुहन का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया था। इस दौरान ईशा दुहन ने वहां मौजूद संबंधित अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई थी। अब सचिव के ट्रांसफर जानिए… आखिर में ट्रांसफर की पूरी लिस्ट देखिए… IAS के बाद यूपी में 27 PCS अफसरों के ट्रांसफर अरुण कुमार सिंह अपर आयुक्त मुरादाबाद बने, निरंकार सिंह ADM वित्त राजस्व बाराबंकी बने
यूपी सरकार ने मंगलवार शाम बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 27 पीसीएस अफसरों का ट्रांसफर कर दिया। कई जिलों में एडीएम, नगर आयुक्त और प्राधिकरण सचिवों के पदों पर नई तैनाती की गई है। बाराबंकी में निरंकार सिंह को एडीएम वित्त एवं राजस्व बनाया गया है। वहीं, अरुण कुमार सिंह को मुरादाबाद का अपर आयुक्त नियुक्त किया गया है। पढ़ें पूरी खबर… ————— यह खबर भी पढ़िए:- यूपी में SIR, बीएलओ घर-घर 3 जानकारी मांगेंगे:2003 की मतदाता सूची में आपका नाम नहीं तो क्या करना होगा? चुनाव आयोग ने यूपी समेत देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) लागू कर दिया है। 4 नवंबर से बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर सर्वे करेंगे। बीएलओ 2003 की मतदाता सूची से आपके परिवार के वोटर्स का मिलान करेंगे। अगर इस सूची में आपका नाम है, तो बीएलओ चुनाव आयोग की ओर से जारी एप के प्रोफार्मा में इसकी जानकारी अपडेट कर देंगे। पढ़ें पूरी खबर…
सरकार ने 2016 बैच के अधिकांश अफसरों को जिलाधिकारी बनाया है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के वीसी अतुल वत्स को हाथरस का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। वाराणसी विकास प्राधिकरण के वीसी पुलकित गर्ग को चित्रकूट का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। राज्य कर विभाग की विशेष सचिव कृत्तिका ज्योत्सना को बस्ती का जिलाधिकारी बनाया गया है। ट्रांसफर की वजह जानिए… ललितपुर: अमनदीप डुली समझ नहीं पा रहे थे बुंदेली भाषा
ललितपुर के डीएम IAS अमनदीप डुली को साइड लाइन कर दिया गया है। उन्हें अपर आयुक्त मनरेगा बनाया गया है। अमनदीप की जगह झांसी के नगर आयुक्त सत्य प्रकाश अब ललितपुर के नए डीएम बने हैं। IAS अमनदीप ने दीपावली पर लोगों से सुरक्षित तरीके से त्योहार मनाने की अपील करते हुए वीडियो जारी किया था। लोगों ने उनकी हेयर स्टाइल और लुक्स को लेकर ट्रोल करना शुरू कर दिया था। हालांकि तमाम लोग ऐसे भी थे, जो उनकी ईमानदारी और जनता के प्रति संवेदनशीलता की तारीफ भी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि अमनदीप के रहन-सहन और उनकी कार्यशैली से भी आला अफसर नाराज थे। उनके तबादले का एक और कारण बुंदेलखंड की स्थानीय भाषा को पूरी तरह से समझ न पाना बताया जा रहा है। अमनदीप को जानिए…
अमनदीप डुली मूलतः तेलंगाना के अनंतगिरि के रहने वाले हैं। उनकी पहली पोस्टिंग झांसी में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में हुई थी। इसके बाद वे बस्ती में जॉइंट मजिस्ट्रेट, बलरामपुर में मुख्य विकास अधिकारी, गौतमबुद्धनगर में अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी ग्रेटर नोएडा और लखनऊ में विशेष सचिव उत्तर प्रदेश सरकार के एपीसी ब्रांच में रहे हैं। बलरामपुर: योगी के विशेष सचिव को मिला जिला
2016 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. विपिन कुमार जैन को बलरामपुर का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। डॉ. जैन वर्तमान में विशेष सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय एवं अपर आवास आयुक्त, उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, भोपाल से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की है। मूलरूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले विपिन कुमार जैन ने अपने करियर की शुरुआत बलिया में जॉइंट मजिस्ट्रेट के रूप में की थी। विपिन जैन की पत्नी अपर्णा गर्ग भी प्रशासनिक सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। वह ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पद पर तैनात हैं। रामपुर: नाराजगी बनी जोगिंदर सिंह के ट्रांसफर की वजह
रामपुर के जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह का तबादला सुर्खियों में है। 2015 बैच के आईएएस जोगिंदर सिंह को जनवरी, 2024 में पहली बार रामपुर का डीएम बनाया गया था। सूत्रों के मुताबिक, सपा के पूर्व विधायक आजम खान की जमानत याचिका मंजूर होने और उसके बाद आजम की रामपुर में सक्रियता के चलते सरकार जोगिंदर सिंह से नाराज थी। उन्हें जिलाधिकारी से हटाकर नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग में विशेष सचिव लगाया गया है। उनकी जगह तेज-तर्रार अफसर और श्रावस्ती के डीएम अजय कुमार द्विवेदी को रामपुर भेजा गया है। सिद्धार्थनगर: डीएम के खिलाफ धरने पर बैठे थे पूर्व सीएम
सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. का भी ट्रांसफर कर दिया गया है। उन्हें सीतापुर का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। जबकि चित्रकूट के जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन को सिद्धार्थनगर का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। राजा गणपति के तबादले को हाल ही में हुए दुर्गा मंदिर विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। 23 सितंबर की रात (नवरात्र के तीसरे दिन) विकास भवन गेट के पास स्थित एक पुराने दुर्गा मंदिर को जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. के आदेश पर जेसीबी से गिरवा दिया गया था। मंदिर तोड़े जाने के बाद उसका मलबा पास के जमुआर नाले में फेंकवा दिया गया था। अगले दिन (24 सितंबर की सुबह) जब श्रद्धालु पूजा के लिए मंदिर पहुंचे, तो वहां मलबे का ढेर देखकर रोने-बिलखने लगे। डुमरियागंज के सांसद और पूर्व सीएम जगदंबिका पाल स्वयं मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने जिलाधिकारी से बातचीत की थी. इस पर डॉ. राजा गणपति आर. ने कहा था कि वहां कोई मंदिर नहीं था, बल्कि दीवार पर केवल एक पेंटिंग थी। मामला गंभीर होता देख बस्ती मंडल के आयुक्त अखिलेश सिंह मौके पर पहुंचकर सांसद और श्रद्धालुओं से बात की थी। विवादित स्थल पर नया मंदिर बनवाने का आश्वासन दिया था। इसके बाद देर शाम सांसद पाल ने धरना समाप्त किया। विवाद के कुछ दिन बाद, 29 सितंबर को प्रशासन और श्रद्धालुओं के सहयोग से उसी स्थान पर दुर्गा मंदिर का फिर से निर्माण किया गया। अब कमिश्नर की बात… मयूर माहेश्वरी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, विजय किरण आनंद की बढ़ी ताकत
प्रदेश के औद्योगिक विकास की कमान अब पूरी तरह इन्वेस्ट यूपी के सीईओ विजय किरण आनंद के हाथ है। विजय किरण के पास इन्वेस्ट यूपी के सीईओ के साथ औद्योगिक विकास विभाग के सचिव का भी कार्यभार है। उन्हें औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ और एनआरआई सेल का भी प्रभारी बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, प्राधिकरण के सीईओ मयूर माहेश्वरी निवेशकों को समय पर जमीन उपलब्ध कराने में सरकार की उम्मीद पर खरे नहीं उतरे। लिहाजा, उन्हें हटाकर विजय किरन को ही चार्ज दिया गया है। जानकार मानते हैं, औद्योगिक विकास विभाग में अब विजय किरण की ताकत विभाग के अपर मुख्य सचिव से आलोक कुमार से भी अधिक है। विजय किरण सीएम योगी के करीबी और भरोसेमंद अधिकारी हैं। इंडस्ट्री से जुड़े महत्वपूर्ण मामलों में वह सीधे सीएम योगी से ही बात करते हैं। अब DG और MD को जानिए… लेडी सिंघम के नाम से मशहूर ईशा दुहन चीनी मिल्स संघ की MD बनीं
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम, मेरठ की एमडी ईशा दुहन को यूपी सहकारी चीनी मिल्स संघ लिमिटेड का एमडी बनाया गया है। 2014 बैच की IAS अधिकारी ईशा दुहन मूलरूप से पंचकुला, हरियाणा की रहने वाली हैं। उन्होंने बायोटेक से बीटेक किया है। ईशा ने UPSC परीक्षा में 59वीं रैंक हासिल की थी। ईशा दुहन ब्यूरोक्रेसी में लेडी सिंघम के नाम से मशहूर हैं। इसी साल 21 जुलाई को मुरादाबाद में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का एक कार्यक्रम था। 10 मिनट के लिए लाइट कट गई थी। बिजली गुल होने से मंत्री का पारा चढ़ गया था। उन्होंने कार्यक्रम स्थल में ही पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम यानी PVVNL की MD ईशा दुहन को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद MD ने चीफ इंजीनियर एके सिंघल, अधीक्षण अभियंता सुनील अग्रवाल, अधिशासी अभियंता प्रिंस गौतम, SDO राणाप्रताप और JE ललित कुमार को सस्पेंड कर दिया था। ईशा सितंबर 2022 से फरवरी 2023 तक चंदौली की डीएम रही थीं। चकिया तहसील क्षेत्र के फिरोजपुर गांव में निर्माणाधीन आईटीआई बिल्डिंग का औचक निरीक्षण करने पहुंची थीं। इस दौरान घटिया निर्माण सामग्री को देखकर डीएम ईशा दुहन का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया था। इस दौरान ईशा दुहन ने वहां मौजूद संबंधित अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई थी। अब सचिव के ट्रांसफर जानिए… आखिर में ट्रांसफर की पूरी लिस्ट देखिए… IAS के बाद यूपी में 27 PCS अफसरों के ट्रांसफर अरुण कुमार सिंह अपर आयुक्त मुरादाबाद बने, निरंकार सिंह ADM वित्त राजस्व बाराबंकी बने
यूपी सरकार ने मंगलवार शाम बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 27 पीसीएस अफसरों का ट्रांसफर कर दिया। कई जिलों में एडीएम, नगर आयुक्त और प्राधिकरण सचिवों के पदों पर नई तैनाती की गई है। बाराबंकी में निरंकार सिंह को एडीएम वित्त एवं राजस्व बनाया गया है। वहीं, अरुण कुमार सिंह को मुरादाबाद का अपर आयुक्त नियुक्त किया गया है। पढ़ें पूरी खबर… ————— यह खबर भी पढ़िए:- यूपी में SIR, बीएलओ घर-घर 3 जानकारी मांगेंगे:2003 की मतदाता सूची में आपका नाम नहीं तो क्या करना होगा? चुनाव आयोग ने यूपी समेत देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) लागू कर दिया है। 4 नवंबर से बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर सर्वे करेंगे। बीएलओ 2003 की मतदाता सूची से आपके परिवार के वोटर्स का मिलान करेंगे। अगर इस सूची में आपका नाम है, तो बीएलओ चुनाव आयोग की ओर से जारी एप के प्रोफार्मा में इसकी जानकारी अपडेट कर देंगे। पढ़ें पूरी खबर…