यूपी BJP अध्यक्ष पंकज चौधरी की जमकर ट्रोलिंग:कहा- विपक्षी पार्टियों में ‘परिवार’ के लोग प्रदेश अध्यक्ष; सपा ने खोली पोल

यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी के एक बयान पर फिर विवाद खड़ा हो गया है। गाजियाबाद में पंकज चौधरी ने कहा- भाजपा ने जो प्रदेश अध्यक्ष का पद दिया है, वह पद इंडी गठबंधन के लोग नहीं दे सकते। वह चाहे अखिलेश यादव हों, आरजेडी हो, कांग्रेस हो या ममता बनर्जी। इसके लिए कार्यकर्ताओं को उनके परिवार में पुनर्जन्म लेना पड़ेगा। पंकज चौधरी के इस बयान को विपक्ष ने लपक लिया। क्योंकि किसी भी विपक्षी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष पार्टी प्रमुखों के परिवार से नहीं है। सोशल मीडिया पर भी पंकज चौधरी जमकर ट्रोल किए जा रहे हैं। सपा के प्रवक्ता मनोज काका ने पंकज चौधरी का वीडियो X पर पोस्ट किया। लिखा- बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष या तो विवेकहीनता के शिकार हैं या फिर बीजेपी के आईटी सेल के वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी से जो आ रहा है, वही पढ़ रहे हैं। वे कह रहे कि इंडिया गठबंधन के सपा, आरजेडी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शीर्ष नेतृत्व के परिवार से हैं। जबकि सच ये है कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल हैं, वे पिछड़े समाज से आते हैं। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल हैं, वे दलित समुदाय से आते हैं और कांग्रेस से अजय राय हैं, वो बनारस से हैं । इनका चयन हो सकता है इसलिए हुआ कि वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी के बयानों को हूबहू पढ़ना है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी पर ब्राह्मण विरोधी होने का भी आरोप लग रहा है। इसकी वजह भाजपा के ब्राह्मण विधायकों की बैठक और उसके बाद चेतावनी देना है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी पंकज चौधरी पर निशाना साधा। उन्होंने X पर लिखा- जिन्हें ‘अनुशासनहीन’ कहकर अपमानित की जाने वाली लिखित-मौखिक चेतावनी सरेआम दोहराई जा रही है, वो ही इन धमकी देने वाले दंभी सत्ताधारियों को ‘शासनहीन’ कर देंगे। लगता है अंहकारी सत्ता सरयू के पावन जल में खड़े होकर ली गयी शपथ का परिणाम भूल गयी है। सत्ताधारी किसी का सम्मान नहीं कर सकते, तो अपमान भी न करें। पंकज चौधरी की ये पोस्ट चर्चा में… पंकज चौधरी की 5 साल पुरानी एक पोस्ट अब चर्चा में हैं। पोस्ट 23 अक्टूबर, 2021 की है। पंकज चौधरी ने 4 तस्वीरें शेयर की और लिखा। आज दिल्ली निवास पर कुर्मी क्षत्रिय महासभा के सदस्यों से शिष्टाचार भेंट हुई। इसके बाद उन्होंने कई पदाधिकारियों के नाम लिखे हैं। दो दिन पहले 26 दिसंबर को कुलदीप शर्मा नाम के एक X यूजर ने पंकज चौधरी पर निशाना साधा। कुलदीप ने लिखा- ब्राह्मणों ने बैठक कर ली तो आपको परेशानी हो गई। आप जाति के नाम पर सदस्यों से मिले तो बहुत अच्छा। 17 प्रतिशत ब्राह्मण हैं, जिनमें से 90 प्रतिशत ब्राह्मण भाजपा को वोट देते हैं। आप अपने बयान से क्या साबित करना चाहते हैं। आपका ये बयान भाजपा के लिए मुसीबत न बन जाए? क्यों ब्राह्मण विरोधी होने के आरोप लग रहे, समझिए दरअसल, 23 दिसंबर को लखनऊ में ब्राह्मण विधायकों ने बैठक की। इसमें सपा के बागी और भाजपा के विधायक शामिल थे। यह बैठक विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के बीच कुशीनगर के भाजपा विधायक पीएन पाठक (पंचानंद पाठक) की पत्नी के जन्मदिन के नाम पर उनके लखनऊ आवास पर हुई थी। इसमें पूर्वांचल और बुंदेलखंड के 45 से 50 ब्राह्मण विधायक शामिल हुए। विधायकों को लिट्टी-चोखा और मंगलवार व्रत का फलाहार परोसा गया। खास बात है कि बैठक में अन्य पार्टियों के भी ब्राह्मण विधायक पहुंचे थे। मीटिंग के बाद सरकार में हलचल मच गई। सूत्रों के मुताबिक, सीएम के OSD सरवन बघेल ने बीजेपी विधायक पीएन पाठक को कॉल कर मामले की जानकारी ली। पाठक ने उन्हें बताया कि कोई राजनीतिक बैठक नहीं थी। मैंने सहभोज रखा था। बताया गया कि आरएसएस और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी भी इस मामले को शांत कराने में जुट गए थे। जरूरत क्यों पड़ी बैठक की?
सूत्रों का कहना है, बैठक में कहा गया कि अलग-अलग जाति के खांचों में कई जातियां तो पॉवरफुल हो गईं, लेकिन ब्राह्मण पिछड़ गए हैं। जाति की राजनीति में ब्राह्मणों की आवाज दबती जा रही है। उन्हें अनसुना कर दिया गया। ब्राह्मणों के मुद्दों को उठाने जोर-शोर से उठाने के लिए यह जुटान हुई है। इन विधायकों का मानना है कि उनके समाज से डिप्टी सीएम तो हैं, लेकिन उनको ताकत नहीं दी गई। पंकज चौधरी ने ब्राह्मण विधायकों को चेतावनी दी कहा- दोबारा नहीं होनी चाहिए, भाजपा में जाति की सियासत नहीं बैठक पर प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने नाराजगी जताई। उन्होंने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा- विधानसभा सत्र के दौरान कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा विशेष भोज का आयोजन किया गया था। जिसमें अपने समाज को लेकर चर्चा की गई। हमनें विधायकों के साथ बातचीत की है। सभी को स्पष्ट कहा है कि ऐसी कोई भी गतिविधि भाजपा की संवैधानिक परंपराओं के अनुकूल नहीं है। विधायकों से भविष्य में अलर्ट रहने को कहा है। बैठक में शामिल सभी जनप्रतिनिधियों से कहा है कि इस तरह गतिविधियों से समाज में गलत मैसेज जाता है। भविष्य में अगर भाजपा के किसी जनप्रतिनिधि ने इस तरह की गतिविधियों को दोहराया, तब यह अनुशासनहीनता मानी जाएगी। मेरठ में ब्राह्मण MLC ने पंकज चौधरी को पहनाया चांदी का मुकुट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पंकज चौधरी रविवार को पहली बार मेरठ पहुंचे। यहां उनके स्वागत का अलग ही अंदाज दिखा। कार्यकर्ताओं ने क्रेन में 15 क्विंटल माला टांगकर उनका स्वागत किया। ब्राह्मण समाज के नेताओं ने एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज की अगुआई में बिना किसी तय कार्यक्रम के अलग से स्वागत किया। प्रदेशअध्यक्ष पश्चिम क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और संगठन के पदाधिकारियों के साथ इवाया (इवाना) रिसॉर्ट में बैठक किया। यह पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय बैठक है, जिसमें लगभग 400 नेता और पदाधिकारी शामिल हुए प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने कहा- मैं कार्यकर्ताओं का दर्द भली-भांति समझता हूं। दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक संगठन में काम किया है। इसलिए कार्यकर्ताओं की समस्याओं और संघर्षों से मैं भली-भांति परिचित हूं। उन्होंने दिल्ली आने वाले कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। कहा कि कई बार ऐसे हालात भी बने, जब मैं दिल्ली में संसद के काम में व्यस्त होता था, तभी घर से फोन आता था कि घर का सोफा और कुर्सियां टूटने की स्थिति में हैं। इसके बावजूद पार्टी के लिए लगातार जुटे रहना मेरी प्राथमिकता रही। पढ़ें पूरी खबर… ………………………. यह खबर भी पढ़िए… बरेली में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम छात्रों को पीटा:लव जिहाद का आरोप लगाकर नर्सिंग स्टूडेंट के बर्थडे पार्टी में घुसे, VIDEO वायरल
यूपी के बरेली में शनिवार रात बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक रेस्टोरेंट में जमकर बवाल किया। यहां एक नर्सिंग स्टूडेंट अपने दोस्तों के साथ बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट कर रही थी। ग्रुप में 6 लड़कियां और 4 लड़के थे। इनमें दो मुस्लिम स्टूडेंट थे। सेलिब्रेशन शुरू होने के कुछ देर बाद बजरंग दल के करीब 25 कार्यकर्ता रेस्टोरेंट में घुस गए। लव जिहाद का आरोप लगाते हुए दोनों मुस्लिम लड़कों को पीटना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम, जय भवानी और नम: पार्वती पतये हर हर महादेव के नारे लगाए। पढ़ें पूरी खबर…