भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने रविवार को पार्टी के सांसद-विधायकों को नसीहत के साथ चेतावनी भी दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, जिसे चुनावी खुजाल (खुजली) मिटानी है, वह मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR में जुट जाएं। इस SIR का असर 20 साल तक रहेगा। जो अभी SIR का काम पूरा कर लेगा, वह 20 साल तक विधायक और सांसद बनेगा। महासचिव तरुण ने यह भी कहा कि जिसे चुनाव नहीं लड़ना है, वह सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी को पहले ही बता दें। लेकिन, SIR में पार्टी के साथ धोखा नहीं करें। अभी काम नहीं किया तो फिर दोबारा मौका नहीं मिलेगा। अभी नाम जुड़वाने का सही समय है, बाद में फॉर्म 6 में तमाम औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। इसलिए चार दिन में पूरी ताकत लगाकर एसआईआर में नाम जुड़वाएं। तरुण चुघ ने कहा, जो विधानसभा क्षेत्र 100-500 वोट के अंतर से ही जीते थे, वहां यदि SIR पर फोकस नहीं किया तो हमारे विधायक चुनाव हार जाएंगे। उन्होंने कहा, यदि ऐसी सीटों पर ध्यान नहीं दिया और मतदाताओं के नाम कट गए तो कैसे जीत पाएंगे। ऐसे में हमें अपने वोट की सुरक्षा अभी से करनी है। ब्रजेश पाठक की विधानसभा में शिफ्टेड मतदाता ज्यादा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर संगठन के मंच से पार्टी विधायकों के SIR काम की पोल खोली। जिन विधानसभा क्षेत्रों में SIR का काम कम हुआ है, उनकी सूची सबके सामने रखी। इसमें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के लखनऊ कैंट में शिफ्टेड मतदाता ज्यादा और उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के आगरा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में मिसिंग मतदाता ज्यादा सामने आए। दरअसल, भाजपा की ओर से SIR के दूसरे चरण के लिए रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सभी विधायक, सांसद, पार्टी के सभी जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी भी बुलाए गए। कार्यशाला को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने भी संबोधित किया। अब योगी की 4 बड़ी बातें… 1- आपत्तियां ज्यादा से ज्यादा दाखिल करें
सीएम शिफ्टेड, लापता और मृतक मतदाता में टॉप 25 विधानसभाओं के आंकड़े कार्यकर्ताओं के सामने रखे। इनमें लखनऊ कैंट, लखनऊ उत्तरी, लखनऊ दक्षिणी, हरदोई, मिल्कीपुर, आगरा दक्षिणी, लखीमपुर सहित अन्य विधानसभा क्षेत्र शामिल थे। सीएम ने कहा, कई विधानसभाओं में अभी भी 15 से 20 फीसदी नाम मिसिंग हैं। 26 दिसंबर तक SIR में नाम जुड़वा सकते हैं। जो मतदाता बचे हुए हैं, उनके नाम जुड़वाएं। उन्होंने कहा, बूथ की मतदाता सूची को चेक करें कि अपने किसी मतदाता को गलत शिफ्टेड या मृत तो नहीं बताया गया है। ऐसा तो नहीं है कि किसी छोटे से कारण से मतदाता का नाम सूची में शामिल नहीं हो रहा है। सीएम ने कहा कि ड्राफ्ट मतदाता सूची को चेक करें कि किसी मौजूद व्यक्ति को तो लापता नहीं बता दिया गया है। 2- आपत्ति लगते ही कट जाएगा नाम
सीएम ने कहा, ड्राफ्ट मतदाता सूची में जो भी संदिग्ध नाम नजर आता है, उस पर आपत्ति अवश्य लगाएं। आपत्ति लगाते ही बीएलओ नाम काट देंगे, बाद में संबंधित व्यक्ति को शपथ पत्र सहित अन्य दस्तावेज देने पर ही नाम जुड़ सकेगा। 3- …तो हिंदू वोटर्स का बूथ चेंज करा दो
योगी ने कहा, जिस बूथ पर 800 मुस्लिम और 200 हिंदू वोट हैं, वहां हिंदू वोटर्स का बूथ बदलवा दीजिए, क्योंकि मुस्लिम वोटर्स अधिक होने के कारण हमारे वोटर्स वोट देने नहीं जाते हैं। जबकि जहां 800 हिन्दू वोटर्स हैं और 200 मुस्लिम वोटर्स हैं, वहां मुस्लिम वोटर्स पूरा वोट डालते हैं। उन्होंने दावे और आपत्तियों में मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा फोकस करने की बात कही। 4- मनकापुर में मृतक ज्यादा दिखा दिए
सीएम ने कहा, गोंडा की मनकापुर विधानसभा में तीन से पांच फीसदी बुजुर्ग मृतक दिखा दिए गए हैं, जबकि ऐसा नहीं हो सकता है। शनिवार को सीएम ने जताई थी नाराजगी
यूपी भाजपा मुख्यालय में शनिवार को अहम बैठक हुई थी। CM योगी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के काम पर नाराजगी जाहिर की थी। योगी ने पार्टी के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की मौजदूगी में कहा था कि सपा के कार्यकर्ता SIR को लेकर काफी सक्रिय हैं। उनके लोग अपने मतदाताओं के नाम जुड़वा रहे हैं, हमारे मतदाताओं के नाम पर आपत्तियां दर्ज कर रहे हैं। लेकिन, भाजपा कार्यकर्ता SIR को लेकर जमीन पर काम नहीं कर रहे। फार्म 7 और 8 भरने की ट्रेनिंग
कार्यशाला में भाजपा पदाधिकारियों को SIR में फॉर्म 7 और फॉर्म 8 भरने का प्रशिक्षण दिया गया। इन दोनों फॉर्म से ही दावा और आपत्ति दाखिल कर नाम जुड़वाया या कटवाया जा सकता है। अब जिलाध्यक्ष अपने जिलों में इसी तरह की कार्यशाला आयोजित कर नीचे के कार्यकर्ताओं को फॉर्म भरना सिखांगे। मिलना-मिलाना SIR के बाद
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पकंज चौधरी ने कहा, अभी सभी लोग SIR के काम पर लगें। उनसे मिलने मिलाने का काम अब SIR के बाद ही होगा। तमाम सांसद विधायक नहीं पहुंचे
SIR को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह काफी सक्रिय हैं। लेकिन पार्टी के विधायक और सांसद दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। SIR को लेकर आयोजित कार्यशाला में भी रविवार को बड़ी संख्या में विधायक और सांसद नहीं पहुंचे। पार्टी की ओर से विधायक और सांसद के साथ हारे हुए प्रत्याशियों को भी बैठक में बुलाया था। केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर, कानपुर के सांसद रमेश अवस्थी, मथुरा की सांसद हेमा मालिनी, अमेठी की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी, पूर्व विधायक संजीव बालियान, सांसद भोला सिंह, दिनेश खटीक सहित अन्य सांसद और विधायक भी बैठक में नहीं पहुंचे। भाजपा की बैठक में क्या-क्या चल रहा है, जानने के लिए स्क्रोल करिए…
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर संगठन के मंच से पार्टी विधायकों के SIR काम की पोल खोली। जिन विधानसभा क्षेत्रों में SIR का काम कम हुआ है, उनकी सूची सबके सामने रखी। इसमें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के लखनऊ कैंट में शिफ्टेड मतदाता ज्यादा और उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के आगरा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में मिसिंग मतदाता ज्यादा सामने आए। दरअसल, भाजपा की ओर से SIR के दूसरे चरण के लिए रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सभी विधायक, सांसद, पार्टी के सभी जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी भी बुलाए गए। कार्यशाला को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने भी संबोधित किया। अब योगी की 4 बड़ी बातें… 1- आपत्तियां ज्यादा से ज्यादा दाखिल करें
सीएम शिफ्टेड, लापता और मृतक मतदाता में टॉप 25 विधानसभाओं के आंकड़े कार्यकर्ताओं के सामने रखे। इनमें लखनऊ कैंट, लखनऊ उत्तरी, लखनऊ दक्षिणी, हरदोई, मिल्कीपुर, आगरा दक्षिणी, लखीमपुर सहित अन्य विधानसभा क्षेत्र शामिल थे। सीएम ने कहा, कई विधानसभाओं में अभी भी 15 से 20 फीसदी नाम मिसिंग हैं। 26 दिसंबर तक SIR में नाम जुड़वा सकते हैं। जो मतदाता बचे हुए हैं, उनके नाम जुड़वाएं। उन्होंने कहा, बूथ की मतदाता सूची को चेक करें कि अपने किसी मतदाता को गलत शिफ्टेड या मृत तो नहीं बताया गया है। ऐसा तो नहीं है कि किसी छोटे से कारण से मतदाता का नाम सूची में शामिल नहीं हो रहा है। सीएम ने कहा कि ड्राफ्ट मतदाता सूची को चेक करें कि किसी मौजूद व्यक्ति को तो लापता नहीं बता दिया गया है। 2- आपत्ति लगते ही कट जाएगा नाम
सीएम ने कहा, ड्राफ्ट मतदाता सूची में जो भी संदिग्ध नाम नजर आता है, उस पर आपत्ति अवश्य लगाएं। आपत्ति लगाते ही बीएलओ नाम काट देंगे, बाद में संबंधित व्यक्ति को शपथ पत्र सहित अन्य दस्तावेज देने पर ही नाम जुड़ सकेगा। 3- …तो हिंदू वोटर्स का बूथ चेंज करा दो
योगी ने कहा, जिस बूथ पर 800 मुस्लिम और 200 हिंदू वोट हैं, वहां हिंदू वोटर्स का बूथ बदलवा दीजिए, क्योंकि मुस्लिम वोटर्स अधिक होने के कारण हमारे वोटर्स वोट देने नहीं जाते हैं। जबकि जहां 800 हिन्दू वोटर्स हैं और 200 मुस्लिम वोटर्स हैं, वहां मुस्लिम वोटर्स पूरा वोट डालते हैं। उन्होंने दावे और आपत्तियों में मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा फोकस करने की बात कही। 4- मनकापुर में मृतक ज्यादा दिखा दिए
सीएम ने कहा, गोंडा की मनकापुर विधानसभा में तीन से पांच फीसदी बुजुर्ग मृतक दिखा दिए गए हैं, जबकि ऐसा नहीं हो सकता है। शनिवार को सीएम ने जताई थी नाराजगी
यूपी भाजपा मुख्यालय में शनिवार को अहम बैठक हुई थी। CM योगी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के काम पर नाराजगी जाहिर की थी। योगी ने पार्टी के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की मौजदूगी में कहा था कि सपा के कार्यकर्ता SIR को लेकर काफी सक्रिय हैं। उनके लोग अपने मतदाताओं के नाम जुड़वा रहे हैं, हमारे मतदाताओं के नाम पर आपत्तियां दर्ज कर रहे हैं। लेकिन, भाजपा कार्यकर्ता SIR को लेकर जमीन पर काम नहीं कर रहे। फार्म 7 और 8 भरने की ट्रेनिंग
कार्यशाला में भाजपा पदाधिकारियों को SIR में फॉर्म 7 और फॉर्म 8 भरने का प्रशिक्षण दिया गया। इन दोनों फॉर्म से ही दावा और आपत्ति दाखिल कर नाम जुड़वाया या कटवाया जा सकता है। अब जिलाध्यक्ष अपने जिलों में इसी तरह की कार्यशाला आयोजित कर नीचे के कार्यकर्ताओं को फॉर्म भरना सिखांगे। मिलना-मिलाना SIR के बाद
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पकंज चौधरी ने कहा, अभी सभी लोग SIR के काम पर लगें। उनसे मिलने मिलाने का काम अब SIR के बाद ही होगा। तमाम सांसद विधायक नहीं पहुंचे
SIR को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह काफी सक्रिय हैं। लेकिन पार्टी के विधायक और सांसद दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। SIR को लेकर आयोजित कार्यशाला में भी रविवार को बड़ी संख्या में विधायक और सांसद नहीं पहुंचे। पार्टी की ओर से विधायक और सांसद के साथ हारे हुए प्रत्याशियों को भी बैठक में बुलाया था। केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर, कानपुर के सांसद रमेश अवस्थी, मथुरा की सांसद हेमा मालिनी, अमेठी की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी, पूर्व विधायक संजीव बालियान, सांसद भोला सिंह, दिनेश खटीक सहित अन्य सांसद और विधायक भी बैठक में नहीं पहुंचे। भाजपा की बैठक में क्या-क्या चल रहा है, जानने के लिए स्क्रोल करिए…