राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को मथुरा-वृंदावन में रहेंगी। 7 घंटे के दौरे में वह बांके बिहारी मंदिर, निधि वन और श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंचेंगी। वह श्रीकुब्जा कृष्ण मंदिर भी जाएंगी। ये पहला मौका है, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कान्हा की नगरी में भक्ति में लीन रहेंगी। मथुरा और वृंदावन में 7 घंटे उनका दौरा धर्म और आध्यात्म को समर्पित रहेगा। विशेष ट्रेन से आने वाली राष्ट्रपति यहां कार से मंदिरों में दर्शन को जाएंगी। इसके बाद फिर उसी ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु गुरुवार की सुबह करीब 10.15 बजे दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन द्वारा आगरा-दिल्ली राजमार्ग पर छटीकरा स्थित वृंदावन रोड रेलवे स्टेशन पर आएंगी। यहां वह कार से ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के लिए जादौन पार्किंग पहुंचेंगी। राष्ट्रपति पार्किंग से मंदिर तक गोल्फ कार्ट से जाएंगी। यहां ठाकुर जी के दर्शन और पूजन के बाद उनका काफिला निधिवन पहुंचेगा। यहां करीब आधा घंटे राष्ट्रपति रुकेंगी। इसके बाद कार से सुदामा कुटी जाएंगी। यहां संस्थापक सुदामा दास महाराज की भजन कुटी का लोकार्पण करने के साथ ही यहां अपनी मां के नाम रुद्राक्ष का पौधा रोपेंगी। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचने वाली दूसरी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति करीब दो घंटे वृंदावन के छटीकरा मार्ग स्थित होटल रेडिशन में लंच करने के साथ विश्राम करेंगी। फिर कार से वह श्रीकृष्ण जन्मस्थान दर्शन को पहुंचेंगी। जन्मस्थान पहुंचने वाली वह दूसरी राष्ट्रपति हैं। इससे पहले राष्ट्रपति रहते ज्ञानी जैल सिंह ने दो बार श्रीकृष्ण जन्मस्थान में दर्शन किए थे। जन्मस्थान पर उनके लिए दर्शन की विशेष व्यवस्था रहेगी। योगमाया मंदिर, गर्भगृह और केशवदेव मंदिर में वह पुष्पार्चन करेंगी। वहीं भागवत भवन में राधाकृष्ण युगल सरकार की पादुका का पूजन पंचोपचार विधि से करेंगी। वह इसके बाद कृष्णापुरी अंतापाड़ा स्थित कुब्जा कृष्ण मंदिर में दर्शन करेंगी। यहां भी उन्हें विशेष पूजा कराई जाएगी। सरकार की ओर से राष्ट्रपति अगवानी गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण करेंगे। करीब सवा पांच बजे राष्ट्रपति विशेष ट्रेन से मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना होंगी। डीएम सीपी सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति के आगमन की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ….
राष्ट्रपति करीब दो घंटे वृंदावन के छटीकरा मार्ग स्थित होटल रेडिशन में लंच करने के साथ विश्राम करेंगी। फिर कार से वह श्रीकृष्ण जन्मस्थान दर्शन को पहुंचेंगी। जन्मस्थान पहुंचने वाली वह दूसरी राष्ट्रपति हैं। इससे पहले राष्ट्रपति रहते ज्ञानी जैल सिंह ने दो बार श्रीकृष्ण जन्मस्थान में दर्शन किए थे। जन्मस्थान पर उनके लिए दर्शन की विशेष व्यवस्था रहेगी। योगमाया मंदिर, गर्भगृह और केशवदेव मंदिर में वह पुष्पार्चन करेंगी। वहीं भागवत भवन में राधाकृष्ण युगल सरकार की पादुका का पूजन पंचोपचार विधि से करेंगी। वह इसके बाद कृष्णापुरी अंतापाड़ा स्थित कुब्जा कृष्ण मंदिर में दर्शन करेंगी। यहां भी उन्हें विशेष पूजा कराई जाएगी। सरकार की ओर से राष्ट्रपति अगवानी गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण करेंगे। करीब सवा पांच बजे राष्ट्रपति विशेष ट्रेन से मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना होंगी। डीएम सीपी सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति के आगमन की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ….