लखनऊ में तीसरी क्लास के छात्र की कुकर्म के बाद गला दबाकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। बुधवार सुबह उसका शव तालाब में उतराया मिला। चेहरे और शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। छात्र 12 घंटे से लापता था। परिजन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराकर बच्चे की तलाश कर रहे थे। परिजनों ने बताया- लड़के की चेहरा कूचकर हत्या की गई है। घटना गुडंबा थाना क्षेत्र के सादा मऊ गांव की है। पुलिस आसपास के CCTV खंगाल रही है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। घटना की 3 तस्वीरें देखिए… अब विस्तार से पढ़िए… मंगलवार शाम लापता हो गया था वीरू
सादा मऊ गांव के बबलू रावत का 8 साल का बेटा वीरू कक्षा- 3 में पढ़ता था। मंगलवार शाम को वह अचानक लापता हो गया। परिजनों के अनुसार, वीरू मंगलवार शाम 6:30 बजे शौच के लिए जाने की बात कहकर घर से निकला था। जब 1 घंटे तक वापस नहीं आया तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन वह नहीं मिला। परिजनों ने मंगलवार रात में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने तलाश शुरू की, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। बुधवार सुबह करीब 6 बजे गांव के दीपांशु ने तालाब में वीरू का शव उतराता देखा। उसने वीरू के बड़े भाई विवेक को जानकारी दी। मामले की पुलिस को भी सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की। चेहरे पर चोट के निशान मिले
स्थानीय लोगों को कहना है कि छात्र वीरू के चेहरे और शरीर पर चोट के निशान हैं, जिससे मामला हत्या का लग रहा है। सूत्रों के अनुसार, बच्चे की बेरहमी से हत्या की गई है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। घटना के बाद से गांव में मातम पसरा है। मासूम की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। बच्चे को किसी ने मारकर तालाब में फेंका
चाचा चंद्रशेखर रावत ने बताया, कल 5:30 बजे तक मैंने वीरू को बच्चों के साथ खेलता हुए देखा था। उसके बाद रात 8 बजे तक वीरू घर वापस नहीं लौटा तो उसको ढूंढने की शुरुआत की गई। आम दिनों में वह इस समय तक घर के अंदर ही होता था। उसके माथे पर चोट के निशान थे। होंठ फटा हुआ था। चेहरे के अन्य हिस्सों में भी चोट थी। नाक से खून आ रहा था। वीरू को किसी ने मार कर तालाब में फेंका है। प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई करता था
वीरू रावत प्राइमरी स्कूल सादा मऊ में कक्षा 3 का छात्र था। उसके पिता बबलू रावत लकड़ी की ठेकेदारी करते थे। कुछ दिनों से काम बंद है। मां उमा देवी हाउस वाइफ हैं। उनके छह बच्चे विवेक, रूपेश, अनुमेश,अनिकेत, वीरू और अभिजीत हैं। वीरू की मौत के बाद मां-बाप का बुरा हाल
वीरू की मौत की जानकारी होने के बाद मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। पिता को काफी सदमा लगा है। वह पोस्टमॉर्टम हाउस पर भी नहीं आए। वीरू के बड़े पापा, चाचा और गांव के कुछ लोगों पहुंचे गुडंबा थाने के इंस्पेक्टर प्रभातेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया- गुमशुदगी की रिपोर्ट पिता ने लिखाई थी। उसी आधार पर जांच चल रही थी। शव मिलने के बाद अभी तक कोई दूसरी शिकायत नहीं आई है। पुलिस जांच कर रही है। ————— यह खबर भी पढ़िए… लखनऊ रोजगार महाकुंभ में 6 हजार नौकरी के लिए शॉर्टलिस्ट:20 से 40 हजार तक का ऑफर मिल रहा, दूसरे दिन टोकन से कंट्रोल की जा रही भीड़ लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में चल रहे रोजगार महाकुंभ का आज दूसरा दिन है। 20000 से ज्यादा युवा रोजगार के लिए पहुंचे हैं। पहले दिन की अव्यवस्थाओं के बाद प्रशासन ने दूसरे दिन व्यवस्था में कई तरह के बदलाव किया है। पूरी खबर पढ़ें
सादा मऊ गांव के बबलू रावत का 8 साल का बेटा वीरू कक्षा- 3 में पढ़ता था। मंगलवार शाम को वह अचानक लापता हो गया। परिजनों के अनुसार, वीरू मंगलवार शाम 6:30 बजे शौच के लिए जाने की बात कहकर घर से निकला था। जब 1 घंटे तक वापस नहीं आया तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन वह नहीं मिला। परिजनों ने मंगलवार रात में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने तलाश शुरू की, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। बुधवार सुबह करीब 6 बजे गांव के दीपांशु ने तालाब में वीरू का शव उतराता देखा। उसने वीरू के बड़े भाई विवेक को जानकारी दी। मामले की पुलिस को भी सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की। चेहरे पर चोट के निशान मिले
स्थानीय लोगों को कहना है कि छात्र वीरू के चेहरे और शरीर पर चोट के निशान हैं, जिससे मामला हत्या का लग रहा है। सूत्रों के अनुसार, बच्चे की बेरहमी से हत्या की गई है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। घटना के बाद से गांव में मातम पसरा है। मासूम की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। बच्चे को किसी ने मारकर तालाब में फेंका
चाचा चंद्रशेखर रावत ने बताया, कल 5:30 बजे तक मैंने वीरू को बच्चों के साथ खेलता हुए देखा था। उसके बाद रात 8 बजे तक वीरू घर वापस नहीं लौटा तो उसको ढूंढने की शुरुआत की गई। आम दिनों में वह इस समय तक घर के अंदर ही होता था। उसके माथे पर चोट के निशान थे। होंठ फटा हुआ था। चेहरे के अन्य हिस्सों में भी चोट थी। नाक से खून आ रहा था। वीरू को किसी ने मार कर तालाब में फेंका है। प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई करता था
वीरू रावत प्राइमरी स्कूल सादा मऊ में कक्षा 3 का छात्र था। उसके पिता बबलू रावत लकड़ी की ठेकेदारी करते थे। कुछ दिनों से काम बंद है। मां उमा देवी हाउस वाइफ हैं। उनके छह बच्चे विवेक, रूपेश, अनुमेश,अनिकेत, वीरू और अभिजीत हैं। वीरू की मौत के बाद मां-बाप का बुरा हाल
वीरू की मौत की जानकारी होने के बाद मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। पिता को काफी सदमा लगा है। वह पोस्टमॉर्टम हाउस पर भी नहीं आए। वीरू के बड़े पापा, चाचा और गांव के कुछ लोगों पहुंचे गुडंबा थाने के इंस्पेक्टर प्रभातेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया- गुमशुदगी की रिपोर्ट पिता ने लिखाई थी। उसी आधार पर जांच चल रही थी। शव मिलने के बाद अभी तक कोई दूसरी शिकायत नहीं आई है। पुलिस जांच कर रही है। ————— यह खबर भी पढ़िए… लखनऊ रोजगार महाकुंभ में 6 हजार नौकरी के लिए शॉर्टलिस्ट:20 से 40 हजार तक का ऑफर मिल रहा, दूसरे दिन टोकन से कंट्रोल की जा रही भीड़ लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में चल रहे रोजगार महाकुंभ का आज दूसरा दिन है। 20000 से ज्यादा युवा रोजगार के लिए पहुंचे हैं। पहले दिन की अव्यवस्थाओं के बाद प्रशासन ने दूसरे दिन व्यवस्था में कई तरह के बदलाव किया है। पूरी खबर पढ़ें