वेडिंग मैप पर UP की एंट्री, ट्रेंड ने चौंकाया:गोवा-जयपुर डाउन, अयोध्या-प्रयागराज अप, लंदन-मुंबई के कपल भी यहां बुक करा रहे मंडप

बीते दो साल में डेस्टिनेशन वेडिंग को लेकर एक दिलचस्प ट्रेंड दिखा है। गोवा और जयपुर की वेडिंग बुकिंग्स में गिरावट आई। इसके उलट यूपी के शहरों में अचानक डिमांड बढ़ गई है। अयोध्या, बनारस, प्रयागराज, आगरा और मथुरा अब सिर्फ तीर्थ या पर्यटन स्थल नहीं रहे। ये अब डेस्टिनेशन वेडिंग के नए ठिकाने बन चुके हैं। लंदन से आए एनआरआई कपल सरयू घाट पर फेरे ले रहे। मुंबई के परिवार ताजमहल की छाया में मंडप सजा रहे। जब इतना हो रहा है, तो यूपी के कपल भी कह रहे कि जब बाहर वाले हमारे यूपी शादी करने आ रहे हैं, तो हम बाहर क्यों जाए? वे अपने आसपास के शहर में ही ड्रीम डेस्टिनेशन वेडिंग प्लान कर रहे हैं। सीरीज के दूसरे एपिसोड में हम बताएंगे यूपी के ऐसे डेस्टिनेशन, जहां यादगार शादी हो सकती है। अवध की नवाबी से लेकर पूर्वांचल की भोजपुरिया ठसक तक, मनचाही थीम और अनूठे अंदाज में… अन्वेष और कृति बेंगलुरु में काम करते हैं। उनकी कहानी स्कूल की दोस्ती से शुरू हुई थी। 9वीं क्लास में हुई दोस्ती पहले बेस्ट फ्रेंडशिप में बदली, फिर जिंदगीभर के साथ में। कृति हंसते हुए कहती हैं, “हमने हर चीज एक साथ ही की। पहले पढ़ाई, फिर जॉब और अब शादी की प्लानिंग।” दोनों किसी दूसरे शहर जाकर शादी करना चाहते थे। वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए गोवा, केरल, हिमाचल से होती हुई उनकी तलाश लखनऊ पर ठहरी। कृति कहती हैं, “लखनऊ की बोली, मेहमाननवाजी और खाना सब कुछ खास है।” दोनों ने इसे डेस्टिनेशन वेडिंग ऑन बजट की तरह प्लान किया। महंगे रिसॉर्ट की जगह एक पुराना हवेली-स्टाइल गेस्टहाउस बुक किया। सजावट में लोकल फूलों और फैब्रिक का इस्तेमाल किया। खाने लोकल केटरर से बनवाया। अन्वेष मुस्कुराकर कहते हैं, “हमने शादी को शाही भी रखा और सस्ती भी। रॉयल टच चाहिए तो महंगा खर्च जरूरी नहीं, बस शहर से जुड़ाव होना चाहिए।” उनकी ये शादी बन गई- लखनऊ की शान और सादगी का परफेक्ट मेल। अब एक्सपर्ट्स से जानिए बजट फ्रेंडली डेस्टिनेशन वेडिंग के टिप्स आध्यात्मिकता, संस्कृति और हेरिटेज का संगम उत्तर प्रदेश यूपी वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रेसिडेंट मनीष अग्रवाल कहते हैं कि यूपी परंपरा, आस्था और इतिहास का अद्भुत संगम है। यही वजह है कि कपल यहां डेस्टिनेशन वेडिंग करने आ रहे हैं। आप शादी में अगर रॉयल टच चाहते हैं, तो आगरा इसका गेटवे है। ताजमहल और फतेहपुर सीकरी का बुलंद दरवाजा इंटरनेशनल लैंडमार्क टाइमलेस एहसास देते हैं। आध्यात्मिक माहौल के लिए अयोध्या, प्रयागराज और वाराणसी जैसे शहर बेमिसाल हैं। मथुरा-वृंदावन प्रेम और पवित्रता का माहौल देते हैं। वहीं, चित्रकूट जैसी शांत और नेचुरल जगह उन कपल्स को के लिए है। जो सादगी के बीच अपने खास पल बिताना चाहते हैं। उधर, राजधानी लखनऊ का अपना ही अंदाज है। नवाबी तहजीब और मेहमाननवाजी शादी के लिए एक परफेक्ट शहरी डेस्टिनेशन बनाती है। इसके अलावा नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद जैसे तेजी से डेवलप होते शहर लग्जरी रिसॉर्ट्स और बेहतरीन कनेक्टिविटी के साथ कपल्स की पसंद बन रहे। कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश ऐसा स्टेट है, जो रॉयल, ट्रेडिशनल, स्पिरिचुअल, नेचुरल हर थीम को अपने अनोखे अंदाज में पूरा करता है। रॉयल और नवाब थीम डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए लखनऊ-आगरा परफेक्ट वेडिंग प्लानर हामिद हुसैन का कहना है कि रॉयल और नवाबी थीम डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए लखनऊ एकदम परफेक्ट है। यहां आपको बजट के हिसाब से शानदार ऑप्शन मिल जाएंगे। सफेद बारादरी शहर की सबसे खूबसूरत और ऐतिहासिक जगहों में से एक है। नवाब वाजिद अली शाह की बनवाई इस बारादरी के चारों तरफ गार्डन और फव्वारे बने हैं। इसके सफेद रंग की वजह से रात में बिजली की झालरें माहौल को बेहद खूबसूरत बना देती हैं। दिलकुशा गार्डन भी एक बढ़िया लोकेशन है। ये अंग्रेजों का दौर याद दिलाता है। इन प्रीमियम लोकेशन के अलावा जो कपल सीमित बजट में रॉयल डेस्टिनेशन वेडिंग चाहते हैं, उनके लिए भी ये शहर किफायती है। करीब 5 लाख रुपए के अंदर वेन्यू और डेकोरेशन दोनों अच्छे से मैनेज किए जा सकते हैं। इसके अलावा आगरा, फतेहपुर सीकरी और फैजाबाद में भी रॉयल और नवाबी थीम्ड डेस्टिनेशन वेडिंग हो सकती है। लखनऊ से पहले फैजाबाद (जिला अयोध्या) ही नवाबों की राजधानी हुआ करता था। वहां रामायण थीम वेडिंग भी हो सकती है क्योंकि अयोध्या भी पास ही है। सरयू तट के पास बने लॉन और रामपथ पर बने वेडिंग रिसॉर्ट्स आपकी ये डिमांड भी पूरी कर देंगे। आगरा और फतेहपुर सीकरी मुगलों का गढ़ रहा है तो वहां भी रॉयल थीम्ड वेडिंग हो सकती है। कम दाम में स्मार्ट वेडिंग के लिए आगरा के बजाय फतेहपुर सीकरी बेहतर रहेगा। आध्यात्मिक और नेचुरल थीम के लिए चित्रकूट शानदार वेडिंग प्लानर रोमित अग्रवाल बताते हैं कि जो कपल शादी के लिए किसी स्पिरिचुअल और नेचर की खूबसूरती से भरी जगह ढूंढ रहे, उनके लिए चित्रकूट शानदार जगह है। पिछले कुछ समय में ये शहर आध्यात्मिक माहौल और प्राकृतिक सुंदरता की वजह से डेस्टिनेशन वेडिंग के पसंदीदा ठिकानों में शामिल हो गया है। यहां कई छोटे-छोटे रिसॉर्ट और आश्रम हैं, जो 2 से 5 लाख रुपए में बेहद खूबसूरत और शांत माहौल वाला सेटअप तैयार कर देते हैं। इसके लिए श्रीरामस्वरूप वाटिका भी अच्छा ऑप्शन हो सकता है। आप चाहें तो लोक संगीत कलाकारों को भी शामिल कर सकते हैं। ढोलक, झांझ, मजीरे की धुन से पुराने समय की शादियों जैसा माहौल बन जाता है। मंदाकिनी नदी के किनारे पर पक्षियों की चहचहाहट और वेद मंत्रों के बीच शादी में ऐसा आध्यात्मिक अनुभव देते हैं, जो मन और आत्मा को छू जाता है। गोरखपुर में मिलेंगी स्पिरिचुअल और मॉडर्न वेडिंग लोकेशन इवेंट प्लानर जितेंद्र मिश्रा बताते हैं कि गोरखपुर अब तेजी से स्मार्ट वेडिंग स्पॉट के रूप में उभर रहा है। यहां परंपरा, आस्था और आधुनिक सुविधाओं का बेहतरीन मेल देखने को मिलता है। गोरखनाथ मंदिर की वजह से ये शहर आध्यात्मिक रूप से खास है। वहीं, रामगढ़ ताल और उसके आसपास के इलाकों में बने वेन्यू शादी को खास बना देते हैं। नारायणी रिसॉर्ट और सहारा स्टेट जैसी जगहें कपल्स की पहली पसंद बन रही हैं। इसके अलावा जंगली इलाके में बनी 18 एकड़ की एक प्राइवेट प्रॉपर्टी भी लॉन सेटअप में शादी की बुक होती है। ये जगहें 2 से 3 लाख रुपए में बुक हो जाती हैं। गोरखपुर की सबसे बड़ी खूबी अन्य शहरों से इसकी कनेक्टिविटी है। रेल, एयरपोर्ट और होटल सब पास में हैं। 150 गेस्ट के साथ दो दिन की शादी 5 से 7 लाख रुपए में आराम से हो सकती है। स्मार्ट कनेक्टिविटी से हर डेस्टिनेशन तक पहुंचना आसान डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए सिर्फ खूबसूरत लोकेशन या शानदार थीम डेकोरेशन ही जरूरी नहीं। बेहतर कनेक्टिविटी और रिसोर्सेज पर भी बहुत कुछ निर्भर होता है। इस लिहाज से यूपी देश के कई राज्यों से बेहतर है। यहां का हर बड़ा धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल सड़क, रेल और हवाई रास्ते से जुड़ा है। एक्सप्रेस-वे नेटवर्क इसकी सबसे बड़ी ताकत है। यमुना एक्सप्रेस-वे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स ने राज्य के बड़े शहरों और पड़ोसी राज्यों से जोड़ा है। अगर आप दिल्ली से निकलते हैं तो यमुना एक्सप्रेस-वे से सिर्फ 3.5 घंटे में आगरा, 5.5 घंटे में लखनऊ और 6-7 घंटे में अयोध्या या प्रयागराज पहुंच सकते हैं। जयपुर से लखनऊ तक करीब 8 घंटे में आ सकते हैं। हवाई कनेक्टिविटी के मामले में भी यूपी ने बड़ी छलांग लगाई है। राज्य में 5 इंटरनेशनल और 16 डोमेस्टिक एयरपोर्ट हैं। इस वजह से दिल्ली से लखनऊ 1 घंटे 10 मिनट, मुंबई से बनारस 2 घंटे और कोलकाता से अयोध्या डेढ़ घंटे में पहुंच सकते हैं। मतलब साफ है, कपल चाहे उत्तर प्रदेश से हो या देश के किसी और राज्य से, यहां शादी के लिए पहुंचना बेहद आसान, बजट फ्रेंडली और टाइम सेविंग है। हर इलाके का अलग अंदाज और बेजोड़ स्वाद उत्तर प्रदेश की संस्कृति, परंपरा और इतिहास ही नहीं, यहां के खानपान की वैराइटी भी इसे डेस्टिनेशन वेडिंग के लिहाज से खास बनाती है। अवधी, ब्रज, कन्नौजी, भोजपुरी और बुंदेली भाषी इलाकों की अपनी अलग खानपान परंपराएं हैं। ये विविधता शादी के मेन्यू में भी झलकती है। लखनऊ और आसपास के इलाकों का अवधी खाना मसालेदार और चटपटे स्वाद के लिए मशहूर है। गलौटी कबाब, निहारी और शीरमाल जैसी डिशेज किसी भी वेडिंग मेन्यू को शाही बना देती हैं। ब्रज में शादी के खाने का स्वाद थोड़ा पारंपरिक और सादा होता है। यहां दही, पूड़ी-कचौड़ी और आलू की सब्जी जैसे व्यंजन रस्मों का हिस्सा माने जाते हैं। पूर्वांचल की बात करें तो लिट्टी-चोखा, चना-चावल और मट्ठा मेहमाननवाजी का अहम हिस्सा है। वहीं, इटावा-मैनपुरी बेल्ट में आलू के अलग-अलग पकवान और देसी मिठाइयां शादी के देसी स्वाद घोल देता है। यूपी के कई इलाकों में आज भी बुफे की जगह बैठाकर खाने खिलाने की परंपरा है। परोसने वाले खूब मान-मनुहार करके मेहमानों को भोजन कराते हैं। इस तरह न केवल खाने की बर्बादी रुकती है, बल्कि मेहमान को भगवान मानने वाली परंपरा की झलक भी दिखती है। इस वजह से शादी में बेहद खास फूड एक्सपीरियंस के लिए यूपी एक परफेक्ट जगह है। डेस्टिनेशन वेडिंग में डेकोरेशन का जादू थीम बेस्ड डेकोरेशन डेस्टिनेशन वेडिंग का सबसे अहम और यादगार हिस्सा होता है। मथुरा-वृंदावन के अलावा अन्य शहरों में भी ब्रज थीम वेडिंग का क्रेज है। ये थोड़ा सा महंगा, लेकिन बेहद खूबसूरत होता है। वेन्यू के मेनगेट से लेकर स्टेज और पूरे पंडाल का एक-एक कोना यूं लगता है, जैसे ब्रज के किसी इलाके में हैं। इसके अलावा अवध थीम भी खूब लोकप्रिय हो रही है। इसमें शहनाई-कव्वाली जैसे ट्रेडिशनल म्यूजिक के साथ-साथ नवाबी रंग शामिल होती है। गंगा आरती थीम में बनारसी ठाठ की झलक साफ दिखती है। इसके अलावा रामायण, मुगल, अवधी, देसी थीम वेडिंग भी ट्रेंड में है। ओल्ड स्टाइल थीम में सजे मैरिज होम आधुनिकता और परंपरा का सुंदर मेल बन जाते हैं। यहां लाइटिंग, फूल, फर्नीचर और बैकड्रॉप तक हर चीज को थीम के हिसाब से प्लान किया जाता है। इस वजह से शादी तो यादगार बनती ही है, बल्कि कैमरे में कैद होने वाले पल भी बेहद खूबसूरत होते हैं। कल हम आपको बताएंगे कैसे डेकोरेशन, खानपान और एंटरटेनमेंट के जरिए आप अपनी शादी में लगा सकते हैं यूपी का देसी तड़का… अवध की पिट्ठी पूड़ी से बुंदेलखंडी ठडुला तक, पूर्वांचल के सोहर से ब्रज की रास मंडली तक वो सबकुछ जो शादी को लोकल टच देगा। **** कॉपी एडिट- कृष्ण गोपाल ग्राफिक- सौरभ कुमार