खानुम इरशाद इसी अप्रैल में बुलंदशहर आई थीं। यहां के नरसैना के चंदीयाना गांव में उनका मायका है। वीजा रद्द होने की बात पता चलते ही लोकल इंटेलिजेंस यूनिट ऑफिस पहुंचीं। वहां फूट-फूटकर रोने लगीं। इस पर दिलासा देते हुए वहां मौजूद एक अफसर ने कहा- परेशान न हों, जब माहौल ठीक हो जाएगा तब दोबारा लाएंगे। इस पर खानुम ने रोते हुए जवाब दिया- 12 साल बाद मायके आने का मौका मिला था। फिर पता नहीं कब तक आ पाऊंगी? कश्मीर में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को लेकर कई एक्शन लिए। इसमें भारत में वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का आदेश भी शामिल है। इसके बाद यूपी में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों पर एक्शन शुरू हो गया है। यूपी में वीजा पर कितने पाकिस्तानी नागरिक हैं? उन्हें वापस कैसे भेजा जा रहा? पाकिस्तानी नागरिकों को भारत का वीजा देने का क्या नियम है? भास्कर एक्सप्लेनर में पढ़िए- सवाल 1- पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को लेकर क्या फैसले लिए? जवाब- 23 अप्रैल को PM मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक की। इसमें पाकिस्तान पर कार्रवाई करते हुए 5 बड़े फैसले लिए गए। सवाल 2- हमले के समय यूपी में कितने पाकिस्तानी नागरिक वीजा पर थे? जवाब- यूपी के अलग-अलग जिलों में करीब 1500 नागरिकों का वीजा होने का अनुमान है। इनमें भी ज्यादातर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। अब तक 118 पाक नागरिकों को चिह्नित किया गया है। इसमें भी आदेश के बाद मां-बेटी समेत 32 लोगों को अटारी बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान भेज दिया गया है। हालांकि, राज्य सरकार ने प्रदेश में पाक नागरिकों का कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं जारी किया है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद से ही यूपी में मौजूद पाकिस्तानी नागरिक लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) के ऑफिस पहुंच रहे हैं। अभी तक अलग-अलग जिलों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिमी यूपी के जिलों में वीजा पर आए पाक नागरिकों की संख्या ज्यादा है। इन जिलों का प्रशासन वीजा पर भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजना शुरू कर चुका है। सहारनपुर में 12 ऐसे नागरिकों को अटारी बॉर्डर भेजा गया है। बरेली और बुलंदशहर से 5 पाक नागरिकों को डिपोर्ट किया गया। सवाल 3- पश्चिमी यूपी में वीजा पर पाक नागरिकों की संख्या ज्यादा क्यों? जवाब- इसकी वजह पश्चिमी यूपी के जिलों में मुस्लिम आबादी का ज्यादा होना है। 2011 की जनगणना के मुताबिक, यूपी में कुल मुस्लिम आबादी 3 करोड़ 84 लाख थी। राज्य की कुल आबादी की बात करें, तो यह करीब 20 करोड़ थी। प्रतिशत के लिहाज से राज्य की कुल आबादी में मुस्लिम 19.2 फीसदी हैं। 2011 की जनगणना को 14 साल बीत चुके हैं। 10 साल बाद 2021 में जनगणना होनी थी, जो अब तक नहीं हो पाई है। ऐसे में आबादी के असल आंकड़े इससे अलग होंगे। राज्य में ज्यादातर मुस्लिम आबादी पश्चिमी यूपी के जिलों में है। मुस्लिम आबादी वाले टॉप 10 जिलों की बात करें, तो वे सभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। यही वजह है कि अब जब पाक नागरिकों के मौजूद होने के आंकड़े सामने आ रहे, तो उसमें ज्यादातर जिले पश्चिमी यूपी के हैं। इन जिलों में आज भी कई ऐसे परिवार हैं, जिनके रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। ऐसे में वो पारिवारिक कामों और मिलने-जुलने आते-जाते रहते हैं। सवाल 4- पाकिस्तानी नागरिकों को भारत कितने तरह का वीजा जारी करता है? जवाब- भारत पाकिस्तानी नागरिकों को कई तरह का वीजा जारी करता रहा है। इसमें अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग तरह के वीजा हैं। बिजनेस, जर्नलिस्ट, मेडिकल, तीर्थयात्री, छात्र, विजिटर, टूरिस्ट वीजा जैसी कैटेगरी है। सवाल 5- SAARC वीजा छूट क्या है, जिसे सरकार ने रद्द किया है? जवाब- सामान्य वीजा के साथ ही SAARC (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) वीजा छूट पर भारत आए पाक नागरिकों को लौटने का आदेश जारी हुआ है। SAARC 1985 में बना दक्षिण एशिया के 8 देशों का एक क्षेत्रीय संगठन है। यह सदस्य देशों के बीच आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देता है। भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका इसके सदस्य हैं। सवाल 6- क्या भारत आई सीमा हैदर को पाकिस्तान वापस जाना होगा? जवाब- सोशल मीडिया पर इस सवाल पर बहस छिड़ गई है कि क्या भारत के सचिन के प्यार में पड़कर आई सीमा हैदर को भी पाकिस्तान जाना होगा। सीमा हैदर की नागरिकता का केस अभी कोर्ट के सामने है। सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने बताया- सीमा की नवजात बच्ची है, जो अभी अस्पताल में है। इनका मामला बिल्कुल अलग है। मर्सी पिटीशन ऑलरेडी दी जा चुकी है। ऐसा कोई नियम तो नहीं है। लेकिन आगे देखते हैं, क्या होता है? जो बन पड़ेगा, किया जाएगा। बच्ची का जन्म इंडिया में हुआ, इसलिए उसे नागरिकता मिल चुकी है। सीमा भारत की बहू है, उसके ऊपर कई केसेस भी भारत में हैं। नागरिकता के लिए प्रक्रिया चल रही है। हम भारत सरकार के टच में हैं। इसे लेकर कानूनी जानकारों का कहना है कि सीमा हैदर के मामले में यह राज्य सरकार पर निर्भर करता है कि वह भारत में रहने की इजाजत दे या नहीं। क्योंकि, उन्होंने एक भारतीय नागरिक से शादी की है। सीमा हैदर ने नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया था। भारत आने के बाद उन्होंने ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में रहने वाले सचिन मीणा के साथ शादी की थी। दोनों की मुलाकात ऑनलाइन गेम PUBG के माध्यम से हुई थी। अब सीमा, सचिन के साथ नोएडा में रह रही हैं। वह सचिन के बच्चे की मां भी बन चुकी हैं। ————————- ये खबर भी पढ़ें… 9 हजार कोर्ट बनाने को क्या कर रही यूपी सरकार?, धीमी सुनवाई से भर रहीं जेल, अदालतों में 1.31 करोड़ केस पेंडिंग ‘संविधान में न्यायपालिका राज्य का तीसरा अंग है। इस तीसरे अंग के सामने सिविल और आपराधिक मुकदमों का अंबार है। इसलिए अदालतों का आधारभूत ढांचा मजबूत करना आवश्यक है, जिसके लिए बजट में जरूरी फंड की व्यवस्था करने पर भी ध्यान दिया जाना जरूरी है।’ इस टिप्पणी के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने यूपी सरकार से नई अदालतों की स्थापना को लेकर जवाब मांगा है। पढ़ें पूरी खबर