शिवम मावी बोले- बॉलिंग एक्शन बनी इंजरी की वजह:इसे बदला तो अब यूपी टी 20 लीग में हाईएस्ट विकेट टेकर, हर परिस्थिति में नॉर्मल रह रहा

यूपी टी-20 लीग में शिवम मावी 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे। सीजन में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 9 मैचों में 31.1 ओवर में 187 गेंद फेंक कर 14.50 की औसत से 20 विकेट लिए हैं। शिवम मावी ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। इस दौरान इंजरी से जूझने के दौरान एक्शन में किए गए बदलाव और फिटनेस लेवल हासिल करने के बारे में बातचीत की। उन्होंने जसप्रीत बुमराह और डेल स्टेन को अपना आइडल बताया। मौके पर उन्होंने यह भी बताया कि शादी कब करेंगे। पढ़िए उन्होंने जो बताया… प्रश्न: यूपी टी- 20 लीग में टॉप विकेट टेकर्स में आप हैं। इसे कैसे देखते हैं? रिदम वापस आ गई है? उत्तर: बहुत अच्छा लग रहा है। विकेट पर इतना ध्यान नहीं दिया है। रिदम पर फोकस किया है। पिछला IPL का सीजन ऑफ रहा था। नेट बॉलर के रूप में लखनऊ सुपर जॉइंट्स (LSG) से जुड़े थे। उसके बाद में जो टाइम मिला उसमें बॉलिंग और बैटिंग पर फोकस किया है। प्रश्न: आल राउंड परफॉर्मेंस से भी आप ने मैच जिताया है। इसमें क्या कोई खास काम किया? उत्तर: किसी भी टीम के लिए आप देखते हैं तो वो लास्ट के 18-20 रन बहुत काम आते हैं। मेरी यह कोशिश रहती है कि मैं कहीं भी जाऊं तो मेरे साथ में यह एडिशनल चीजें भी बॉलिंग के साथ में रहे। बैटिंग के साथ में फील्डिंग पर भी फोकस रहता है। कोशिश ये रहते है कि बैटिंग और फील्डिंग से भी टीम में कंट्रीब्यूट कर सकूं। ताकि टीम को बढ़त बनाने में मदद मिले। प्रश्न: टीम इंडिया के टी 20 सिलेक्शन के बाद पिछले कुछ साल इंजरी से जूझे हैं? उत्तर: फिटनेस में जो कमियां थी उसपर काम किया। जो एडिशनल चीजें थीं। उसे जोड़ा है। इस दौरान परिवार ने भी बहुत मदद मिली। फिटनेस पर जो दिक्कतें आ रही थीं। अब उसे दूर कर लिया है। फिटनेस के चलते स्विंग और पेस पर भी काम किया है। प्रश्न: टीम इंडिया में वापसी नहीं हुई, इसके पीछे क्या वजहें रहीं? उत्तर: सिलेक्शन मेरे हाथ में नहीं है। मेरे हाथ में लगातार परफॉर्मेंस करना है। उसके लिए मैं काम कर रहा हूं। अपनी टीम के लिए हर मौके पर अच्छा करते हुए जीत दिलाने की कोशिश रहेगी। मैं कोशिश करता हूं कि हर फेज में नॉर्मल रहूं। खराब और अच्छी दोनों स्थिति में। यही स्थिति आपको हेल्प करती है। प्रश्न: पिछले आईपीएल में आप अनसोल्ड रह गए, क्या बुरा लगा ? उत्तर: आने वाले सीजन के लिए यही है कि अभी पहले डोमेस्टिक सीजन है। उसमें बेस्ट करूं, तभी आगे और अच्छे मौके मिलेंगे। प्रश्न: आपकी तैयारियों में कहीं कोई कमी रह गई? इस दौरान क्या किसी सीनियर टीम मेंबर्स से बातचीत हुई? उत्तर: हां, रेलवे के प्लेयर अनुरीत सिंह से बातचीत हुई है। उन्होंने काफी मदद की है फिटनेस को वापस हासिल करने में। वह बताते थे कि इसे कैसे यूज करते हैं। वह हमेशा हेल्प फुल रहते हैं। कहते थे हर खिलाड़ी के लिए यह फेज आता है। जरूरी है खुद के लिए काम करने का। बेंगलुरु में मेरे फिजियो आशीष कौशिक ने भी मेरी बहुत मदद की। तभी फिटनेस लेवल वापस हासिल की है। इसके साथ ही पेरेंट्स हमेशा हेल्प फुल रहे हैं, चाहे जैसी स्थिति रही है। प्रश्न: आपको सबसे ज्यादा कौन सा भारतीय प्लेयर का गेम मोटिवेट करता है? उत्तर: जसप्रीत बुमराह और डेल स्टेन मेरे फेवरेट प्लेयर हैं। मैं, इन्हें ही फॉलो करता हूं। दलीप ट्रॉफी में मौका नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि पिछले सीजन में मेरी परफॉर्मेंस अच्छी नहीं थी, लेकिन इस बार अच्छा करूंगा। लगातार काम कर रहा हूं। प्रश्न: आपकी फिटनेस पर लगातार सवाल उठते रहते हैं, कहां खामी रह जाती है? उत्तर: फिटनेस का इश्यू नहीं था। इंजरी हुई थी। बॉलिंग एक्शन इश्यू था। उस पर काम किया है। जिसके चलते 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाल पा रहा हूं।