सास-ससुर को पेट्रोल बम से जिंदा जलाया:पत्नी के मायके लौटने से नाराज था, साले पर भी चलाई थी गोली; दामाद समेत 3 अरेस्ट

छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में दामाद ने अपने सास-ससुर को खाट से बांधकर पेट्रोल बम से उड़ा दिया। जिससे ससुर की मौके पर मौत हो गई, जबकि सास ने तीसरे दिन इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वारदात के बाद दरवाजा बंद कर आरोपी भाग निकले थे। अब पुलिस ने दामाद सुरेश ठाकुर, उसके साथी प्रदीप बैरागी और सहदेव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों का बैकुंठपुर में आधा सिर मुंडवाकर जुलूस भी निकाला। आरोपी दामाद अपनी पत्नी के मायके लौटने से नाराज था। उसने पहले भी अपने साले पर गोली चलाई थी। आरोपी के पास से एक कट्टा और 7 जिंदा कारतूस बरामद किया हैं। मामला बैकुंठपुर थाना क्षेत्र का है। जानिए क्या है पूरा मामला ? जानकारी के मुताबिक, 13 अक्टूबर की देर रात बड़े साल्ही निवासी रायराम केंवट (60) के घर नकाब पहनकर घुसे 2 युवकों ने पेट्रोल डाला। बाहर निकलकर पेट्रोल बम घर में फेंक दिया। घर में आग लगने और विस्फोट से रायराम की मौके पर मौत हो गई। वहीं दूसरे कमरे में सो रही उसकी पत्नी पार्वती (59) गंभीर रूप से झुलस गई थी। हादसे के बाद पार्वती को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से रेफर कर दिया था। रायपुर ले जाने के दौरान दूसरे दिन उसकी भी मौत हो गई। दामाद ने दिया वारदात को अंजाम गंभीर रूप से झुलसी पार्वती केंवट ने मौत से पहले बयान में बताया था कि, 2 युवक उसके घर में नकाब पहनकर घुसे थे। जिनमें से एक उसका दामाद सुरेश ठाकुर था। सुरेश उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला था। घटना के बाद फरार दामाद और सहयोगियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। कोरिया पुलिस को सूचना मिली कि मुख्य आरोपी सुरेश ठाकुर (38) बिलासपुर से आने वाली बस में बैठकर आ रहा है। उसे रतनपुर और कटघोरा के बीच में बिलासपुर-रतनपुर पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया गया। सुरेश ठाकुर के साथ वारदात में शामिल आरोपी प्रदीप बैरागी (25) निवासी मंडला, मध्यप्रदेश और सहयोगी सहदेव (37) निवासी खड़गवां को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। अब जानिए विवाद की पूरी कहानी दरअसल, उत्तरप्रदेश का रहने वाला सुरेश ठाकुर पहले खड़गवां में रहकर ट्रक चलता था। इस दौरान सुरेश ठाकुर का प्रेम संबंध राय राम की बेटी जीनी से हो गया था। 10 साल पहले दोनों ने परिजनों की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी की। शादी के बाद उनके 2 बच्चे भी हुए। इसके बाद सुरेश और जीनी खड़गवां में रहने लगे थे। कुछ समय बाद वह यूपी चले गए, जहां सुरेश ठाकुर की एक और पत्नी थी। इसे लेकर जीनी और सुरेश में विवाद होने लगा। करीब 6 महीने पहले जीनी अपने बच्चों के साथ वापस मायके लौट आई। जीनी ससुराल से अलमारी और मंहगे सामान भी साथ ले आई थी। इसके बाद दामाद सुरेश सिंह अपने ससुराल से 10 लाख रुपए मांग रहा था। उसने 4 महीने पहले भी ससुराल में आकर हंगामा किया था और साले पर गोली चला दी थी। 17 लीटर पेट्रोल लेकर पहुंचा था आरोपी कोरिया एसपी रवि कुर्रे ने बताया कि, घटना की रात सुरेश ठाकुर अपने साथी प्रदीप बैरागी के साथ बाइक से बड़े साल्ही पहुंचा था। उसने पेट्रोल पंप से जरिकन में 17 लीटर पेट्रोल खरीदा। ससुराल में दरवाजा नहीं लगे होने के कारण वह आसानी से अंदर चला गया। ससुर के ऊपर उसने पेट्रोल डाल दिया। उसने बाहर आकर आग लगा दी थी। एसपी रवि कुर्रे ने बताया कि, आरोपी दामाद सुरेश ठाकुर काफी शातिर है। वह हमेशा अपना मोबाइल बंद रखता था। दूसरे के मोबाइल से लोगों को कॉल करता था। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि उसकी दोस्ती ठगगांव निवासी सहदेव सूर्यवंशी से है, तो पुलिस ने उसे पकड़ा। सहदेव के पास एक कट्टा और 7 कारतूस मिले जो सुरेश ठाकुर ने दिए थे। सहदेव से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने सुरेश ठाकुर को ट्रेस किया। उसका लोकेशन नागपुर, महाराष्ट्र में मिला। कोरिया पुलिस की टीम नागपुर पहुंची तो वह वहां से रवाना हो चुका था। पुलिस ने लगातार उसे ट्रेस किया। उसे बिलासपुर आने के दौरान रतनपुर के थाना प्रभारी संजय राजपूत की टीम के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से घटना में इस्तेमाल बाइक भी जब्त किया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। ……………………………… इससे संबंधित यह खबर भी पढ़िए… सास-सुसर को बम से उड़ाकर मार डाला: खाट से बांधकर पेट्रोल डाला, फिर बम फेंककर भागे नकाबपोश, UP से साथी के साथ आया था आरोपी छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में दामाद ने अपनी सास-ससुर को खाट से बांधकर पेट्रोल बम से उड़ा दिया। ससुर की मौके पर मौत हो गई, जबकि सास ने तीसरे दिन इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वारदात के बाद दरवाजा बंद कर आरोपी भाग निकले थे। मामला बचरा पोड़ी थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर…