हरियाणा में रोहतक के रहने वाले साइको किलर संदीप लोहार की पत्नी ने उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर को फर्जी बताया है। संदीप की पत्नी ज्योति ने कहा कि UP पुलिस उसके पति को गांव के खेत से पकड़कर ले गई थी। फिर उत्तर प्रदेश ले जाकर उसकी हत्या कर दी। अब इसे एनकाउंटर बताया जा रहा है। ज्योति ने इस मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए पुलिस वालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। बता दें कि यूपी एसटीएफ और बागपत पुलिस ने रविवार देर शाम संदीप लोहार का एनकाउंटर करने की सूचना हरियाणा पुलिस को दी थी। बताया था कि UP के कानपुर में 4 करोड़ की लूट में संदीप वांछित था, पुलिस लगातार उसकी घेराबंदी कर रही थी। एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, संदीप मूल रूप से रोहतक के गांव भैणी महाराजगंज का रहने वाला था। उस पर हरियाणा में हत्या और लूट सहित कई गंभीर अपराधों के 15 केस दर्ज थे। सोमवार रात को उसका शव उसके गांव पहुंच गया। यूपी पुलिस ने मुठभेड़ के बाद ये खुलासे किए थे….
15 मई को कानपुर में ट्रक से 4 करोड़ रुपए की निकिल प्लेट लूटी थी
SP सूरज कुमार राय ने बताया- 15 मई 2025 की रात बदमाश संदीप लोहार ने अपने गिरोह के साथ मिलकर कानपुर में ट्रक से चार करोड़ रुपए की निकिल प्लेट लूटी थी। वह इस घटना के बाद से फरार था। इस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इसकी तलाश में एसटीएफ भी लगी थी। इसके अलावा हरियाणा पुलिस भी उसे लंबे समय से तलाश कर रही थी। रविवार शाम को बागपत में होने की सूचना मिली
SP सूरज कुमार राय ने बताया कि रविवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि संदीप बागपत के मवीकलां में है। यमुना पुश्ते पर एसटीएफ और बागपत कोतवाली पुलिस पहुंची तो वहां संदीप के साथ इनकी मुठभेड़ हो गई, जिसमें संदीप लोहार को पैर और सीने में दो गोलियां लग गईं। उसे अस्पताल ले आया गया, जहां उसकी मौत हो गई। घटनास्थल से पिस्टल, बाइक और कारतूस बरामद किए गए। इस मुठभेड़ में STF के सिपाही सुनील कुमार भी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब जानिए संदीप की पत्नी ने क्या सवाल उठाए… यूपी पुलिस गांव से पकड़ कर ले गई थी
गांव भैणी महाराजगंज निवासी संदीप लोहार की पत्नी ज्योति ने महम थाना पुलिस को शिकायत दी। बताया कि उन्हें सूचना मिली है कि उसके पति संदीप का यूपी पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। यूपी पुलिस इसे मुठभेड़ दिखा रही है। बताया कि यूपी पुलिस तो उसके उसके पति संदीप को गांव के खेतों से पकड़कर ले गई थी। एनकाउंटर फर्जी, हत्या की गई
ज्योति ने आगे कहा कि यूपी पुलिस ने उन्हें थाने आने के बारे में सूचना दी थी। मगर, पुलिस ने फर्जी तरीके से पति संदीप की हत्या कर दी है। हत्या करके फर्जी एनकाउंटर दिखाया जा रहा है। यह कोई एनकाउंटर नहीं है। इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही आरोपी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा भी दर्ज होना चाहिए। उसने न्याय की गुहार लगाई है। यहां जानिए हरियाणा के संदीप लोहार की कहानी… पहलवानी करता था संदीप, बेटी की मौत से बना अपराधी
पुलिस के मुताबिक, संदीप ट्रक ड्राइवरी करने के अलावा पहलवान भी रह चुका था। साल 2013 में एक सड़क हादसे में उसकी बेटी की मौत हो गई थी। इसके लिए उसने एक ट्रक ड्राइवर को ही जिम्मेदार माना था। बेटी की मौत के बाद वह मानसिक रूप से टूट गया और सब काम छोड़ दिया। बताया जाता है कि बेटी की मौत के बाद उसने ठान लिया था कि वह अच्छे काम नहीं करेगा। इसके बाद ही उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। हालांकि उसके खिलाफ 2012 में कलानौर थाने में फर्जी दस्तावेज बनाने, धोखाधड़ी और षड़यंत्र करने का दर्ज हुआ था। इसमें उस पर आरोप लगाया गया था कि जिस ट्रक को वह चला रहा था, उसी का सामान बेच दिया। ड्राइवर था, इसलिए ड्राइवरों को शिकार बनाना शुरू किया
पुलिस के मुताबिक, जब संदीप ने अपराध की दुनिया में कदम रखा तो उसने सबसे पहले ट्रक ड्राइवरों का ही निशाना बनाना शुरू किया। इसके पीछे कारण था कि वह खुद ट्रक ड्राइवर था और इस पेशे की हर कड़ी को अच्छे से जानता था। वह ट्रक ड्राइवरों से लिफ्ट लेता, खाना खिलाकर और शराब पिलाकर उनका भरोसा जीत लेता था। इसके बाद मौका पाकर वह गला दबाकर, गोली मारकर या धारदार हथियारों से ड्राइवरों की हत्या कर देता था। हत्या के बाद वह ट्रक में मौजूद कीमती सामान लूटकर फरार हो जाता था। पुलिस के अनुसार, संदीप ने अब तक चार से अधिक ट्रक ड्राइवरों की हत्या की। पहली बाद हिसार में की थी ड्राइवर की हत्या
पुलिस के मुताबिक, संदीप के खिलाफ दूसरा मामला साल 2013 में हिसार में दर्ज हुआ। संदीप ने जिंदल स्टील कंपनी के बाहर से दिल्ली की मैपल कंपनी के ट्रक चालक अगवा कर लिया था। ट्रक में 30.89 लाख रुपए का स्टील का माल था। कई दिन बाद यह ट्रक लावारिस हालत में जींद के पास मिला था। इस ट्रक से सारा सामान गायब था। ट्रक के अंदर ही ड्राइवर का शव भी बरामद हुआ था। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो संदीप का नाम सामने आया। पुलिस ने उसकी तलाश की, लेकिन वह हाथ नहीं आया। लगातार वारदात के कारण पुलिस के टारगेट पर आया
इसके बाद संदीप ने लगातार वारदातें की। 2014 में गुरुग्राम में तीसरी वारदात करते हुए हत्या की। चौथा मामला हिसार के हांसी के सदर थाने का है। जहां पर छह अक्टूबर को एक ट्रक चालक की हत्या कर सामान लूट लिया था।। 2015 में रोहतक जिले में हत्या की वारदात को अंजाम दिया। फिर 2016 में गुरुग्राम में चोरी और हिसार में दो अलग-अलग लूट की घटनाओं को अंजाम दिया। इसके बाद उसके खिलाफ 5 साल तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। फिर 2021 में रोहतक में मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ। 2023 में रोहतक में चोरी समेत तीन घटनाओं को अंजाम दिया। मई 2025 में कानपुर लूट की घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद वह पुलिस के निशाने पर आ गया।
15 मई को कानपुर में ट्रक से 4 करोड़ रुपए की निकिल प्लेट लूटी थी
SP सूरज कुमार राय ने बताया- 15 मई 2025 की रात बदमाश संदीप लोहार ने अपने गिरोह के साथ मिलकर कानपुर में ट्रक से चार करोड़ रुपए की निकिल प्लेट लूटी थी। वह इस घटना के बाद से फरार था। इस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इसकी तलाश में एसटीएफ भी लगी थी। इसके अलावा हरियाणा पुलिस भी उसे लंबे समय से तलाश कर रही थी। रविवार शाम को बागपत में होने की सूचना मिली
SP सूरज कुमार राय ने बताया कि रविवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि संदीप बागपत के मवीकलां में है। यमुना पुश्ते पर एसटीएफ और बागपत कोतवाली पुलिस पहुंची तो वहां संदीप के साथ इनकी मुठभेड़ हो गई, जिसमें संदीप लोहार को पैर और सीने में दो गोलियां लग गईं। उसे अस्पताल ले आया गया, जहां उसकी मौत हो गई। घटनास्थल से पिस्टल, बाइक और कारतूस बरामद किए गए। इस मुठभेड़ में STF के सिपाही सुनील कुमार भी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब जानिए संदीप की पत्नी ने क्या सवाल उठाए… यूपी पुलिस गांव से पकड़ कर ले गई थी
गांव भैणी महाराजगंज निवासी संदीप लोहार की पत्नी ज्योति ने महम थाना पुलिस को शिकायत दी। बताया कि उन्हें सूचना मिली है कि उसके पति संदीप का यूपी पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। यूपी पुलिस इसे मुठभेड़ दिखा रही है। बताया कि यूपी पुलिस तो उसके उसके पति संदीप को गांव के खेतों से पकड़कर ले गई थी। एनकाउंटर फर्जी, हत्या की गई
ज्योति ने आगे कहा कि यूपी पुलिस ने उन्हें थाने आने के बारे में सूचना दी थी। मगर, पुलिस ने फर्जी तरीके से पति संदीप की हत्या कर दी है। हत्या करके फर्जी एनकाउंटर दिखाया जा रहा है। यह कोई एनकाउंटर नहीं है। इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही आरोपी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा भी दर्ज होना चाहिए। उसने न्याय की गुहार लगाई है। यहां जानिए हरियाणा के संदीप लोहार की कहानी… पहलवानी करता था संदीप, बेटी की मौत से बना अपराधी
पुलिस के मुताबिक, संदीप ट्रक ड्राइवरी करने के अलावा पहलवान भी रह चुका था। साल 2013 में एक सड़क हादसे में उसकी बेटी की मौत हो गई थी। इसके लिए उसने एक ट्रक ड्राइवर को ही जिम्मेदार माना था। बेटी की मौत के बाद वह मानसिक रूप से टूट गया और सब काम छोड़ दिया। बताया जाता है कि बेटी की मौत के बाद उसने ठान लिया था कि वह अच्छे काम नहीं करेगा। इसके बाद ही उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। हालांकि उसके खिलाफ 2012 में कलानौर थाने में फर्जी दस्तावेज बनाने, धोखाधड़ी और षड़यंत्र करने का दर्ज हुआ था। इसमें उस पर आरोप लगाया गया था कि जिस ट्रक को वह चला रहा था, उसी का सामान बेच दिया। ड्राइवर था, इसलिए ड्राइवरों को शिकार बनाना शुरू किया
पुलिस के मुताबिक, जब संदीप ने अपराध की दुनिया में कदम रखा तो उसने सबसे पहले ट्रक ड्राइवरों का ही निशाना बनाना शुरू किया। इसके पीछे कारण था कि वह खुद ट्रक ड्राइवर था और इस पेशे की हर कड़ी को अच्छे से जानता था। वह ट्रक ड्राइवरों से लिफ्ट लेता, खाना खिलाकर और शराब पिलाकर उनका भरोसा जीत लेता था। इसके बाद मौका पाकर वह गला दबाकर, गोली मारकर या धारदार हथियारों से ड्राइवरों की हत्या कर देता था। हत्या के बाद वह ट्रक में मौजूद कीमती सामान लूटकर फरार हो जाता था। पुलिस के अनुसार, संदीप ने अब तक चार से अधिक ट्रक ड्राइवरों की हत्या की। पहली बाद हिसार में की थी ड्राइवर की हत्या
पुलिस के मुताबिक, संदीप के खिलाफ दूसरा मामला साल 2013 में हिसार में दर्ज हुआ। संदीप ने जिंदल स्टील कंपनी के बाहर से दिल्ली की मैपल कंपनी के ट्रक चालक अगवा कर लिया था। ट्रक में 30.89 लाख रुपए का स्टील का माल था। कई दिन बाद यह ट्रक लावारिस हालत में जींद के पास मिला था। इस ट्रक से सारा सामान गायब था। ट्रक के अंदर ही ड्राइवर का शव भी बरामद हुआ था। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो संदीप का नाम सामने आया। पुलिस ने उसकी तलाश की, लेकिन वह हाथ नहीं आया। लगातार वारदात के कारण पुलिस के टारगेट पर आया
इसके बाद संदीप ने लगातार वारदातें की। 2014 में गुरुग्राम में तीसरी वारदात करते हुए हत्या की। चौथा मामला हिसार के हांसी के सदर थाने का है। जहां पर छह अक्टूबर को एक ट्रक चालक की हत्या कर सामान लूट लिया था।। 2015 में रोहतक जिले में हत्या की वारदात को अंजाम दिया। फिर 2016 में गुरुग्राम में चोरी और हिसार में दो अलग-अलग लूट की घटनाओं को अंजाम दिया। इसके बाद उसके खिलाफ 5 साल तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। फिर 2021 में रोहतक में मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ। 2023 में रोहतक में चोरी समेत तीन घटनाओं को अंजाम दिया। मई 2025 में कानपुर लूट की घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद वह पुलिस के निशाने पर आ गया।