हरियाणा में कैसे चलता था जुआघर:वॉट्सऐप पर कस्टमर बनाते, लोकेशन से अड्‌डे पर बुलाते, मंथली डेढ़ करोड़ कमाई; अस्पताल संचालक मास्टरमाइंड

हरियाणा के करनाल में पकड़े गए जुआघर को चलाने वाला घरौंडा का रिंकू अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस जैसे-जैसे उसकी कुंडली खंगाल रही है, कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पहला तो यह कि रिंकू कोई छोटा-मोटा आदमी नहीं है। वह एक प्राइवेट अस्पताल चलाता है। 5 साल पहले उसने यह अस्पताल खोला था। इसके अलावा रिंकू इस जुआघर से हर महीने एक से डेढ़ करोड़ रुपए कमाता था। पुलिस ने जिन 4 आरोपियों विजय, अभिषेक, रविंद्र और राकेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ की है, वे भी इस काले कारोबार में रिंकू के साझीदार बताए गए हैं। ये सभी मिलकर पूरा नेटवर्क चला रहे थे। वॉट्सऐप पर कस्टमर बनाए जाते थे। लोकेशन शेयर कर उन्हें अड्‌डे की जानकारी दी जाती थी। जुआघर में शराब पार्टी का पूरा इंतजाम करने का जिम्मा रिंकू का था, जिसकी एवज में वह 50 हजार रुपए ज्यादा लेता था। मगर, एक चूक से पुलिस उनके इस नेटवर्क तक पहुंच गई और 55 लोगों को एक साथ धर दबोचा। कौन है रिंक, कैसे चलाता था पूरा नेटवर्क, जुआघर में एंट्री की क्या थी शर्त और पुलिस इस गिरोह तक कैसे पहुंची? पढ़िए दैनिक भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट… पहले जानिए जुआघर में मास्टरमाइंड और उसके साथियों के बारे में… घरौंडा का रहने वाला, करनाल में अस्पताल
CM फ्लाइंग के डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि इस पूरे जुए के अड्डे का मास्टरमाइंड रिंकू है, जो मूल रूप से घरौंडा का निवासी है। वर्तमान में करनाल में रहता है। उसका करनाल में ही प्रभु नाम से निजी अस्पताल भी है। यह अस्पताल उसने 5 साल पहले खोला था। रिंकू की क्रिमिनल हिस्ट्री भी रही है। उसके खिलाफ 13 अक्तूबर 2023 में सिविल लाइन थाने में चेक बाउंस के दो मामले दर्ज हैं। इनमें 12-13 लाख का अमाउंट था। इन दोनों मामलों में रिंकू भगौड़ा घोषित है। वर्ष 2021 में रिंकू के खिलाफ पानीपत में लड़ाई झगड़े का मामला दर्ज है, जिसमें मामला न्यायालय में विचाराधीन है। पुलिस के कब्जे में चार साथी, सब पर मुकदमे
पुलिस ने जिन चार आरोपियों विजय शर्मा, रविंद्र, अश्विनी उर्फ शम्मी और राकेश को एक दिन की रिमांड पर लिया था, ये सभी रिंकू के साथ मिलकर यह जुआघर चलाते थे। इन सभी पर पहले भी गैंबलिंग के मामले दर्ज है। विजय शर्मा पर गैंबलिंग के दो मामले दर्ज थे, जो निपट चुके हैं। अश्वनी पर 6 मुकदमे थे, जिनमें 2017 में 3 और 2022 में 3 मामले दर्ज हुए थे। राकेश पर दो और रविंद्र पर एक मामला दर्ज है। इन आरोपियों को इसलिए रिमांड पर लिया था, क्योंकि रिंकू के सबसे ज्यादा ये ही लोग नजदीक थे। जिस मकान में जुआघर पकड़ा गया, वह विजय का
करनाल की घरौंडा की पासी कॉलोनी स्थित जिस मकान में पुलिस ने एक साथ 55 लोगों को जुआ खेलते दबोचा था, वह मकान आरोपी विजय शर्मा का है। इस मकान का बिजली, पानी और अन्य खर्च जुए से होने वाले प्रॉफिट से अलग निकाला जाता था। करीब एक महीन से इस मकान में जुआघर चल रहा था। रोजाना यहां पर शाम 7 बजे गाड़ियां आनी शुरू हो जाती थीं। पुलिस के मुताबिक, सुबह 7 बजे तक गाड़ियों का आना जाना लगा रहता था। अब जानिए कैसे पकड़ा गया यह जुआघर… घरों के सामने वाहनों की कतार से हो रही थी परेशानी
पुलिस की मानें तो घरौंडा की पासी कॉलोनी के लोग करीब एक माह से परेशान थे। कारण था कि बड़ी संख्या में कारें और बाइकें विजय शर्मा के मकान पर आ जाती थीं। मकान के पास जगह कम होने की वजह से कार और बाइक वाले कॉलोनी के लोगों के घरों के आसपास अपने वाहन खड़ा कर देते थे। इससे लोगों को परेशानी हो रही थी। लोगों ने कई बार मकान मालिक विजय से इसकी शिकायत की थी, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला था। पुलिस से भी शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद मामला सीएम फ्लाइंग टीम तक पहुंचा। 2 जुलाई को सीएम फ्लाइंग ने मारा छापा, 55 पकड़े
2 जुलाई की रात करीब 11 बजे सीएम फ्लाइंग की करनाल, पानीपत और सोनीपत से आई टीमों ने दो चरणों में रेड की थी। मौके से 12 लाख रुपए नकद, 51 मोबाइल फोन, 6 बाइक, 6 कारें, एक डमी पिस्टल, शराब-बियर की बोतलें और खाने के बड़े टिफिन बॉक्स मिले। जुआघर में फर्श पर गद्दे और तकिए बिछाए गए थे, और चार-पांच नौकर खाना-पीना परोस रहे थे। डीएसपी सुशील कुमार की टीम ने सभी आरोपियों को लोकल पुलिस की मदद से घरौंडा थाना में भेज दिया था। 3 जुलाई को सभी आरोपियों को घरौंडा कोर्ट में पेश किया था। इसमें से 4 को रिमांड पर लिया था। यहां जानिए कैसे चलता था पूरा नेटवर्क… एक माह में 1 से डेढ़ करोड़ की कमाई
डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस जुआघर से ये लोग एक से डेढ़ करोड़ रुपए कमा रहे थे। विजय शर्मा, रविंद्र, अश्विनी उर्फ शम्मी और राकेश बराबर के हिस्सेदार थे। खर्च निकालने के बाद जो भी प्रॉफिट होता था, उसे बराबर बांट लेते थे। रिंकू 50 हजार रुपए ऊपर की मैनेजमेंट संभालने के लिए लेता था। वॉट्सऐप से चलता था नेटवर्क
पुलिस के मुताबिक, ये पूरा नेटवर्क वॉट्सऐप से चल रहा था। करीब 10 साल से ही रिंकू इस धंधे से जुड़ा था। उसके अन्य साथियों पर मामले भी दर्ज हैं और ये सभी उसके नजदीकी भी हैं। जुए से जुड़े भी रहे हैं, ऐसे में इन लोगों ने जुआ खेलने वालों का एक वॉट्सऐप ग्रुप बना लिया था। इसी के जरिए नए कस्टमर जोड़े जाते और उन्हें अड्‌डे की लोकेशन भी शेयर की जाती। हर महीने यह अड्डा बदल देते थे। शराब पार्टी का पूरा अरेंजमेंट रिंकू देखता था
पुलिस के मुताबिक, रिंकू ही लोकेशन तय करता था, शराब-बियर और खाने-पीने की हर चीज का इंतजाम करवाता था। इसके लिए रिंकू को 50 हजार अलग से मिलते थे। इन पैसों को या तो वह खुद आकर ले जाता था या फिर चारों में से कोई उसे करनाल देकर आ जाता था। पुलिस के मुताबिक, अड्डे पर जुआरियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाता था। यहां उनके लिए खाने से लेकर पीने तक की व्यवस्था होती थी। शराब, कबाब, दाल मखनी, शाही पनीर और अन्य तरह के पकवान मंगाए जाते थे और किसी तरह का कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लिया जाता था। यूपी और उत्तराखंड से भी आते थे जुआ खेलने
पुलिस के अनुसार, इस मामले में यूपी और उत्तराखंड के दो जुआरी भी पकड़े गए हैं। ये लोग मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले है, लेकिन घरौंडा में ही काम करते थे। उस दिन भी ये ऐसे ही खेलने के लिए गए थे और पकड़े गए। यहां तक कि जुए के अड्डे पर कोई करनाल या पानीपत या सोनीपत से आ रहा है तो उसको किराया तक दे दिया जाता था, ताकि वह यहां पर आता रहे। वॉट्सऐप ग्रुप पर मेंबर बनाने से पहले लोगों के बारे में अच्छे से पता किया जाता था। दो तरीके से खेला जाता था जुआ
डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि दो तरीके से सट्टा खेला जाता था, एक तो ताश के माध्यम से और दूसरा गिट्टियों के माध्यम से। उसके बाद सभी अपनी अपनी चाल बोलते थे। यहां पर 1000 से लेकर नो लिमिट तक सट्टा लगता था। पुलिस ने मौके से 504 ताश के पत्ते और गिट्टियां भी बरामद की हैं। अड्डे पर आने वाले जुआरियों के पास अगर पैसे नहीं होते थे तो उधार का भी इंतजाम था। अगर खेल में जीत जाते तो वापिस कर देते थे और हार जाते तो बाद में अरेंज कर लौटा देते थे। रिंकू की अग्रिम जमानत याचिका खारिज
घरौंडा में जुए के अड्डे का मुख्य सूत्रधार रिंकू की अग्रिम जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी। इसके साथ ही सभी आरोपियों में से 47 ने करनाल कोर्ट में बेल के लिए याचिका लगाई हुई है, जिसकी सुनवाई सोमवार को होगी। —————— जुआघर से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा पुलिस ने एक घर से 55 जुआरी पकड़े:जमीन पर बिखरे मिले ₹12 लाख, पुलिस को गिनने में एक घंटा लगा; शराब भी परोस रहे थे हरियाणा के करनाल में CM फ्लाइंग ने जुए के अड्डे पर रेड की। यहां पुलिस ने मौके से जुआ खेलते 55 जुआरी पकड़े। इनसे 12 लाख रुपए, 46 मोबाइल, 6 बाइक, एक पिस्टल और 6 कारें बरामद की हैं। रेड के दौरान 500 और 100 रुपए के नोट जमीन पर बिखरे मिले। पुलिस कर्मचारियों को कैश गिनने में 1 घंटा लगा। (पूरी खबर पढ़ें)