17 छात्राओं से यौन शोषण का आरोपी चैतन्यानंद स्वामी अरेस्ट:उम्र-62, अमेरिका से पीएचडी; आगरा के होटल में छिपा था

दिल्ली में शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट की 17 छात्राओं से यौन शोषण का आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती आगरा में छिपा था। दिल्ली पुलिस ने रविवार तड़के 3 बजे दबिश देकर चैतन्यानंद को अरेस्ट किया और उसे दिल्ली लेकर गई। पुलिस चैत्यानंद को मेडिकल जांच के लिए सफदरजंग अस्पताल दिल्ली लेकर आई। इसके बाद पटियाला कोर्ट में पेशी हुई। जहां से चैत्यानंद को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने चैतन्यानंद के पास से 2 फर्जी विजिटिंग कार्ड बरामद किए हैं। एक कार्ड में उसे संयुक्त राष्ट्र में स्थायी राजदूत और दूसरे में ब्रिक्स संयुक्त आयोग का सदस्य और भारत का विशेष दूत बताया गया है। चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी स्वामी 5 अगस्त को FIR दर्ज होने के बाद से फरार चल रहा था। उसकी तलाश में दिल्ली, हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड और बिहार में छापेमारी भी की जा रही थी। वह देश छोड़कर न भाग जाए, इसके लिए पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। आरोप है कि चैतन्यानंद (62 साल) लड़कियों को फिजिकली भी अब्यूज करता था। पीरियड्स के वक्त भी नहीं छोड़ता था। वह देर रात उन्हें कमरे में बुलाता, न आने पर कम नंबर देने की धमकी देता। उसने हॉस्टल रूम में भी CCTV लगवा रखा था। इन सब में इंस्टीट्यूट की तीन महिला वॉर्डन भी शामिल थीं। वे लड़कियों से चैतन्यानंद के भेजे मैसेज डिलीट कराती थीं। हालांकि, कुछ लड़कियों ने चैट के स्क्रीनशॉट सेव कर लिए थे, जो सबूत बने। 2 तस्वीरें देखिए… पुलिस ने चैतन्यानंद से 15 मिनट बात की, फिर लेकर चली गई
होटल फर्स्ट के कर्मचारी भरत ने बताया- बाबा एक मिलने वाले के जरिए होटल में 27 सिंतबर को आया। शाम 4 बजकर 2 मिनट पर बाबा ने चेक इन किया। उसने अपना नाम पार्थ सारथी लिखवाया। इसके बाद मैंने उसे कमरा नंबर 101 दिया। इस दौरान वो कहीं बाहर नहीं निकला। सिर्फ रेस्टोरेंट से खाना-पीना गया था। रविवार तड़के 3 बजे पुलिस कर्मी आए। उन्होंने अपने को दिल्ली पुलिस बताया और रजिस्टर चेक किया। इसके बाद कमरा नंबर 101 में चले गए। वहां करीब 15 मिनट तक बंद कमरे में बाबा से बात की, फिर बाबा को लेकर चले गए। बाबा को होटल ले जाने वाले युवक का फोन बंद बाबा को होटल कौशल नाम का शख्स लेकर पहुंचा था। वह होटल के बगल में रेस्टोरेंट चलाता है। जैसे ही उसे बाबा के ऊपर मुकदमे और गिरफ्तारी की बात पता चली, उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया। जानिए पूरा मामला यौन शोषण मामले में दिल्ली के वसंतकुंज थाने में दो FIR हुई थी। पहली स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ फर्जीवाड़े को लेकर 23 जुलाई को 300 पेज की FIR दर्ज हुई। उसके बाद दूसरी FIR यौन शोषण के मामले में 5 अगस्त को हुई थी। वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में BNS की धारा 75(2)/79/351(2) के तहत मामला दर्ज हुआ। धारा 75(2) यौन उत्पीड़न से जुड़ी है, जबकि धारा 79 किसी महिला के शीलभंग की कोशिश और धारा 351(2) आपराधिक धमकी देने की है। FIR होने के बाद इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाली लड़कियों ने यौन शोषण के खिलाफ मुंह खोलने की हिम्मत जुटाई। पुलिस के मुताबिक, अब तक इस मामले मेंं 32 छात्राओं से पूछताछ हुई, जिनमें से 17 ने सीधे यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई। अब तक 16 छात्राएं मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करा चुकी हैं। हॉस्टल में लगवाए CCTV, लड़कियों को पीरियड्स में भी परेशान करता
FIR के मुताबिक, स्वामी चैतन्यानंद लड़कियों का न सिर्फ मानसिक तौर पर शोषण करता, बल्कि शारीरिक तौर पर भी करता था। उसने सिक्योरिटी के बहाने लड़कियों के हॉस्टल रूम के अंदर भी सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। स्वामी चैतन्यानंद के टारगेट पर सिर्फ EWS स्कॉलरशिप पर पढ़ने आईं लड़कियां ही होती थीं। इनके पेरेंट्स को कैंपस में आने की इजाजत नहीं होती थी। खराब आर्थिक हालत का फायदा उठाकर वो ऐसी लड़कियों का यौन शोषण करता था। वो अपनी डिमांड पूरी न करने पर लड़कियों को करियर खराब करने तक की धमकी देता था। पीड़ित लड़कियों से पूछताछ में ये भी पता चला है कि जब लड़कियों के पीरियड्स आते थे, तब भी चैतन्यानंद उन्हें फिजिकली असॉल्ट करने के लिए दबाव बनाता था। छात्राओं को कमरे में बुलाता और कम ग्रेड देने की धमकी देता
पुलिस की जांच में सामने आया है कि चैतन्यानंद ने छात्राओं को डराने-धमकाने और लालच देने की रणनीति अपनाई। वह अक्सर अश्लील मैसेज भेजता था। उसके मैसेज में लिखा होता- ”बेबी”, “आई लव यू”, मेरे कमरे में आओ, मैं तुम्हें विदेश ले जाऊंगा। तुम्हें कुछ खर्च नहीं करना होगा, अगर मेरी बात नहीं मानी तो तुम्हें परीक्षा में फेल कर दूंगा। आरोपी रात में छात्राओं को अपने कमरे में बुलाता और मना करने पर उन्हें कम ग्रेड देने की धमकी देता। उनके बालों और कपड़ों की भी तारीफ करता था। अब जानिए स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के बारे में… हार्वर्ड के प्रोफेसर और BJP सांसद से पहचान दिखाकर रुतबा दिखाता 62 साल का स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2009 में उसके खिलाफ दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का एक मामला दर्ज किया गया था। 2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने उसके खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी संत होने का दावा करता है। उसका दावा है कि स्वामी दयानंद सरस्वती से प्रेरणा लेकर भारतीय दर्शन के प्रस्थानत्रयी धर्मशास्त्र के तीन ग्रंथों की पढ़ाई की है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से मास्टर्स की पढ़ाई की है। हालांकि, इससे जुड़े कोई सर्टिफिकेट या प्रमाण नहीं मिला है। स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती ने कुल 28 किताबें लिखी हैं, इनमें कई इंटरनेशनल बुक हैं। 2023 में आई एक किताब का नाम ट्रांसफॉर्मिंग पर्सनैलिटी है। इसे लेकर दावा है कि ये यूरोप और नॉर्थ अमेरिकी मार्केट में बेस्ट सेलिंग रह चुकी है। इस बुक के बैक पेज पर यूनाइडेट नेशंस के सेक्रेटरी रहे बान की मून का नोट है। इसके बाद BJP सांसद रविशंकर प्रसाद और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेनियल गोलमैन का भी कमेंट है। इसके अलावा फॉरगेट क्लासरूम लर्निंग नाम की बुक भी है। इस बुक की प्रस्तावना एपल के स्टीव जॉब्स के हाथों लिखे जाने का दावा है। वो प्रोफेसर, फिलॉस्फर और राइटर होने का दावा करता है। यूएन सेक्रेटरी के संपर्क में होने के दावे के आधार पर ही चैतन्यानंद अपनी वॉल्वो कार में यूएन नंबर की प्लेट रखता था। —————————– ये खबर भी पढ़ें
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