लखीमपुर खीरी में 20 लोगों से भरी नाव शारदा नदी में पलट गई। ग्रामीण नाव से साप्ताहिक बाजार करने जा रहे थे, तभी नाव बने अधूरे पुल से टकरा गई। टक्कर से नाव का अगला हिस्सा टूटकर दो हिस्सों में बंट गया। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे। रस्सी फेंककर 20 में से 18 लोगों को बचाया गया। जबकि बाप-बेटी बह गए। फिलहाल, हादसे की सूचना पर SDRF की टीम पहुंच गई है। 2 किलोमीटर एरिया में पिता-बेटी की तलाश में सर्च अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन अब तक उनका पता नहीं चला है। 2 तस्वीरें देखें… पूरा मामला पढ़ें…
नकहा थाना क्षेत्र में नौव्वापुर घाट के पास रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। शारदा नदी में साप्ताहिक बाजार करने के लिए जा रही एक नाव अधूरे पुल से टकराकर पलट गई। नाव में 20 लोग सवार थे। हादसे के बाद कई लोग तैरकर बाहर आ गए, लेकिन दो लोग लापता हैं। दोनों पिता-बेटी बताए जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नाव पर सवार लोग चीख-पुकार करते हुए नदी में तैरने लगे। कुछ लोगों को स्थानीय ग्रामीणों ने रस्सी और लकड़ी के सहारे बाहर निकाला। सभी ग्रामीण नकहा थाना क्षेत्र के ही नौव्वापुर गांव के रहने वाले हैं। लापता लोगों की पहचान गांव के ही रहने वाले कैलाश (40) और उनकी बेटी सीमा (15) के रूप में हुई है। नदी किनारे मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के बाद से पूरे इलाके में दहशत है। परिजन रो-रोकर अपने लापता लोगों को तलाश रहे हैं। प्रशासन ने कहा है कि लापता लोगों की खोज जारी है और हादसे की पूरी जांच कराई जाएगी। साप्ताहिक बाजार जा रहे थे घटना में बाल-बाल बचे ग्रामीणों ने बताया- हर शनिवार को नकहा ब्लॉक में नदी के दूसरे छोर पर साप्ताहिक हाट लगती है। सुबह करीब 7:30 बजे गांव कई लोग नाव पर सवार होकर नदी के उस पार जा रहे थे। नाव पर करीब 20 लोग सवार थे। करीब 300 मीटर आए थे। तभी नाव पुराने टूटे पुल के अवशेष पिलर से टकरा गई। टक्कर के बाद संतुलन बिगड़ गया और नाव पलट गई। अब तक 2 किमी में सर्च अभियान
सूचना मिलते ही एसडीएम सदर अश्वनी सिंह और नकहा चौकी प्रभारी गौरव कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव अभियान शुरू किया। एसडीआरएफ, गोताखोरों और स्थानीय नाविकों की मदद से नदी में तलाश जारी है। अब तक गोताखोर और एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम करीब 2 किलोमीटर क्षेत्र में लापता पिता-बेटी की तलाश कर चुकी है, पर कोई सुराग नहीं मिल सका है। अधूरा पुल बना हादसों की वजह
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इलाका नाव हादसों के लिए संवेदनशील है। अधूरे पुल के कारण नावें अक्सर खतरे में रहती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि लंबे समय से पुल का निर्माण अधूरा पड़ा है, जिसके चलते ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। गांववालों की मांग है कि हादसों को रोकने के लिए प्रशासन तुरंत पुल का निर्माण पूरा कराए और नदी पर नियमित गश्त की व्यवस्था करे। खबर अपडेट की जा रही है…. ———————————– ये खबर भी पढ़ें… पापा ने मेरे सामने मम्मी को गोली मार दी:गोरखपुर में 15 साल की बेटी ने मुखाग्नि दी, बोली- हाथ कांप रहे थे मैंने मम्मी (ममता) से कहा, मुझे चाकलेट खानी है। वो मुझे मार्केट लेकर गईं थीं। मैं राधा स्टूडियो के पास एक दुकान से चॉकलेट खरीदकर मुड़ी ही थी कि देखा- पापा ने मम्मी पर पिस्टल तान रखी है, फिर दो धमाके हुए। वो नीचे गिर पड़ीं, तड़प रही थीं। पापा उन्हें देखते हुए वहीं खड़े रहे। ये कहते हुए 15 साल की मुक्ति रोने लगी। वो शाहपुर थाने में अपना बयान नोट करवा रही थी। पिता विश्वकर्मा चौहान के खिलाफ FIR कराने वाली मुक्ति ने ही खजनी के श्मशान घाट पर अपनी मां को मुखाग्नि दी। अब उसकी देखभाल उसके मामा कर रहे हैं। मामा डरे हुए हैं कि अगर विश्वकर्मा जेल से छूटा, तो मुक्ति को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने यह आशंका पुलिस के सामने भी जाहिर की है। पढ़ें पूरी खबर…
नकहा थाना क्षेत्र में नौव्वापुर घाट के पास रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। शारदा नदी में साप्ताहिक बाजार करने के लिए जा रही एक नाव अधूरे पुल से टकराकर पलट गई। नाव में 20 लोग सवार थे। हादसे के बाद कई लोग तैरकर बाहर आ गए, लेकिन दो लोग लापता हैं। दोनों पिता-बेटी बताए जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नाव पर सवार लोग चीख-पुकार करते हुए नदी में तैरने लगे। कुछ लोगों को स्थानीय ग्रामीणों ने रस्सी और लकड़ी के सहारे बाहर निकाला। सभी ग्रामीण नकहा थाना क्षेत्र के ही नौव्वापुर गांव के रहने वाले हैं। लापता लोगों की पहचान गांव के ही रहने वाले कैलाश (40) और उनकी बेटी सीमा (15) के रूप में हुई है। नदी किनारे मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के बाद से पूरे इलाके में दहशत है। परिजन रो-रोकर अपने लापता लोगों को तलाश रहे हैं। प्रशासन ने कहा है कि लापता लोगों की खोज जारी है और हादसे की पूरी जांच कराई जाएगी। साप्ताहिक बाजार जा रहे थे घटना में बाल-बाल बचे ग्रामीणों ने बताया- हर शनिवार को नकहा ब्लॉक में नदी के दूसरे छोर पर साप्ताहिक हाट लगती है। सुबह करीब 7:30 बजे गांव कई लोग नाव पर सवार होकर नदी के उस पार जा रहे थे। नाव पर करीब 20 लोग सवार थे। करीब 300 मीटर आए थे। तभी नाव पुराने टूटे पुल के अवशेष पिलर से टकरा गई। टक्कर के बाद संतुलन बिगड़ गया और नाव पलट गई। अब तक 2 किमी में सर्च अभियान
सूचना मिलते ही एसडीएम सदर अश्वनी सिंह और नकहा चौकी प्रभारी गौरव कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव अभियान शुरू किया। एसडीआरएफ, गोताखोरों और स्थानीय नाविकों की मदद से नदी में तलाश जारी है। अब तक गोताखोर और एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम करीब 2 किलोमीटर क्षेत्र में लापता पिता-बेटी की तलाश कर चुकी है, पर कोई सुराग नहीं मिल सका है। अधूरा पुल बना हादसों की वजह
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इलाका नाव हादसों के लिए संवेदनशील है। अधूरे पुल के कारण नावें अक्सर खतरे में रहती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि लंबे समय से पुल का निर्माण अधूरा पड़ा है, जिसके चलते ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। गांववालों की मांग है कि हादसों को रोकने के लिए प्रशासन तुरंत पुल का निर्माण पूरा कराए और नदी पर नियमित गश्त की व्यवस्था करे। खबर अपडेट की जा रही है…. ———————————– ये खबर भी पढ़ें… पापा ने मेरे सामने मम्मी को गोली मार दी:गोरखपुर में 15 साल की बेटी ने मुखाग्नि दी, बोली- हाथ कांप रहे थे मैंने मम्मी (ममता) से कहा, मुझे चाकलेट खानी है। वो मुझे मार्केट लेकर गईं थीं। मैं राधा स्टूडियो के पास एक दुकान से चॉकलेट खरीदकर मुड़ी ही थी कि देखा- पापा ने मम्मी पर पिस्टल तान रखी है, फिर दो धमाके हुए। वो नीचे गिर पड़ीं, तड़प रही थीं। पापा उन्हें देखते हुए वहीं खड़े रहे। ये कहते हुए 15 साल की मुक्ति रोने लगी। वो शाहपुर थाने में अपना बयान नोट करवा रही थी। पिता विश्वकर्मा चौहान के खिलाफ FIR कराने वाली मुक्ति ने ही खजनी के श्मशान घाट पर अपनी मां को मुखाग्नि दी। अब उसकी देखभाल उसके मामा कर रहे हैं। मामा डरे हुए हैं कि अगर विश्वकर्मा जेल से छूटा, तो मुक्ति को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने यह आशंका पुलिस के सामने भी जाहिर की है। पढ़ें पूरी खबर…